जुकाम कौन सी विटामिन की कमी से होता है? - jukaam kaun see vitaamin kee kamee se hota hai?

सर्दी जुकाम से भी बचा सकता है विटामिन डी

16 फ़रवरी 2017

जुकाम कौन सी विटामिन की कमी से होता है? - jukaam kaun see vitaamin kee kamee se hota hai?

इमेज स्रोत, Thinkstock

शोधकर्ताओं का दावा है कि विटामिन डी ब्रिटेन में हर साल क़रीब तीस लाख लोगों को सर्दी-जुकाम से बचा सकता है.

सूर्य से मिलने वाला विटामिन स्वस्थ हड्डियों के लिए ही नहीं बल्कि शरीर के प्रतिरोधी तंत्र के लिए भी बहुत ज़रूरी है.

ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के नतीजों में कहा गया है कि खाना विटामिन से भरपूर होना चाहिए.

लेकिन पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने कहा है कि अध्ययन में संक्रमण को लेकर दिए गए आंकड़े निर्णायक नही है. हालांकि पीएचई ने भी विटामिन डी की सिफारिश की है.

शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र विटामिन डी का इस्तेमाल सूक्ष्मजीवीरोधी शक्ति बनाने के लिए करता है, जो बैक्टिरिया और विषाणुओं को नुकसान पहुंचाता है.

सूर्य की रोशनी से विटामिन डी त्वचा में बनता है. सर्दियों के दिनों में बहुत से लोगों में इसकी कमी हो जाती है.

संक्रमण रोकने के लिए विटामिन डी के पूरक देने के अध्ययन के मिले-जुले नतीजे सामने आए. इस अध्ययन में किसी निर्णायक नतीज़े पर पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने 25 अलग-अलग अध्ययनों में शामिल 11321 लोगों से मिले आंकड़े का विश्लेषण किया.

लंदन की क्वीन मैरी विश्वविद्यालय की टीम ने श्वसन प्रणाली में संक्रमण का अध्ययन किया. यह फ्लू से लेकर निमोनिया तक में शामिल होता है.

इस अध्ययन में शामिल प्रोफ़ेसर एड्रिन मार्टिनू कहते हैं, ''मोटे तौर पर ब्रिटेन की साढ़े छह करोड़ की आबादी में से 70 फ़ीसद लोगों को साल में कम से कम एक बार श्वसन तंत्र में तेज़ संक्रमण होता है. प्रतिदिन या हफ्ते में एक बार विटामिन डी सप्लिमेंट लेने का मतलब हुआ कि क़रीब साढ़े 32 लाख लोगों को साल में कम से कम एक बार श्वसन तंत्र में संक्रमण होगा.''

पीएचई पहले से ही लोगों को स्वस्थ्य हड्डियों और मांसपेशियों के लिए जाड़े के मौसम में विटामिन डी लेने की सलाह दे रहा है.

वह उन लगों को साल भर विटामिन डी लेने की सलाह देता है, जिन्हें बहुत कम धूप मिलती है. ऐसे लोगों में केयर होम में रहने वाले और ढंके रहने वाले लोग शामिल हैं.

हालांकि इस अध्ययन के महत्व को लेकर बहस भी छिड़ गई है.

पीएचई में आहार विज्ञान की प्रमुख प्रोफ़ेसर लूइस लेवी कहती हैं, '' विटामिन डी और संक्रमण को लेकर दिए सबूत असंगत हैं. यह अध्ययन इस बात के पर्याप्त सबूत नहीं देता है कि श्वसन तंत्र में संक्रमण को कम करने में विटामिन डी सहायक है.''

वहीं बर्मिंघम विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर मार्टिन हेविसन कहते हैं कि अध्ययन के नतीज़े आश्चर्यजनक हैं.

वो कहते हैं कि यह अध्ययन स्वस्थ हड्डी के लिए विटामिन डी के स्थापित फ़ायदे से आगे जाकर उसके फ़ायदे के बारे में सुझाव देती है.

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शोधकर्ताओं ने पाया कि विटामिन डी का पूरक जुकाम होने की आशंका को कम नहीं करता. लेकिन यह जुकाम रहने की अवधि को 36 प्रतिशत तक कम कर देता है. इसके साथ ही यह जुकाम के गंभीर लक्षणों में भी 15 प्रतिशत की कमी लाता है.

जुकाम कौन सी विटामिन की कमी से होता है? - jukaam kaun see vitaamin kee kamee se hota hai?

Super Cold Flu: विटामिन डी की कमी न हो तो जुकाम का खतरा कम रहता है

करीब दो साल बाद मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का अनुपालन करने और हाथों को रोगाणु मुक्त करने के बाद आम जुकाम की फिर से वापसी हुई है. कुछ लोगों के मुताबिक जुकाम अब बदले हुए रूप में वापस आया है. कुछ लोग इसे ‘सुपर कोल्ड’ बता रहे हैं तो कइयों का कहना है कि यह अबतक का सबसे खराब जुकाम है. सौभाग्य से जुकाम की अवधि को कम करने का रास्ता निकल सकता है और यह है विटामिन डी का पूरक आहार.

इस बारे में ब्रिटेन की बांगोर यूनिवर्सिटी में रिसर्च डेवलपमेंट एंड इनोवेशन ऑफिसर सोफी ई हैरिसन, असोसिएट प्रोफेसर सैम ओलिवल और लिवरपूल जॉल मूर यूनिवर्सिटी में एक्सट्रीम रिसर्च ग्रुप के निदेशक नील वाल्स ने एक रिसर्च पेपर लिखा है.

हम सर्दियों में जुकाम का अधिक शिकार हो सकते हैं क्योंकि हम एक साथ अधिक समय तक बंद स्थान पर रहते हैं, लेकिन विटामिन डी का स्तर जुकाम होने के खतरे को प्रभावित कर सकता है. सर्दियों में अधिक जुकाम होता है, जब विटामिन डी का स्तर सबसे कम होता है जबकि गर्मियों में जुकाम कम होता है तब विटामिन डी का स्तर सबसे अधिक होता है.

80 फीसदी विटामिन डी सूरज की रोशनी से

हमें 80 से 100 फीसदी तक विटामिन डी सूरज की किरणों से मिलता है जबकि थोड़ी मात्रा हमें अपने आहार से मिलती है. यहां कुछ तथ्यों पर गौर करना जरूरी है:

  1. जो लोग 30 डिग्री से उच्च अक्षांश पर रहते हैं, जैसे ब्रिटेन में, वहां पर सर्दियों में शरीर में विटामिन डी कम होने का खतरा अधिक है.
  2. जो लोग अधिकतर समय बंद स्थान पर रहते हैं या उनकी त्वचा ढकी रहती है, उनमें भी विटामिन डी कम होने का खतरा है.
  3. ब्रिटेन की आधी से अधिक आबादी के लिए माना जाता है कि सर्दियों में उनके शरीर में विटामिन डी की मात्रा कम होती है.
  4. ब्रिटेन में सूर्य की किरणें अक्टूबर से मार्च के बीच शरीर में विटामिन की पर्याप्त आपूर्ति करने के मामले में बहुत कमजोर होती है. इसका मतलब साफ है कि अक्टूबर से मार्च तक लोगों के शरीर में विटामिन डी का स्तर गिरेगा.

विटामिन डी मेंटेन रखने पर कम खतरा

रिसर्च स्पष्ट दिखाता है कि विटामिन डी जुकाम की चपेट में आने के खतरे और अन्य सांस संबंधी संक्रमणों को प्रभावित करता है. जिन लोगों के शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होता है उनके जुकाम होने की आशंका अधिक है. वहीं, जो लोग विटामिन डी को पूरक के तौर पर लेते हैं उनके जुकाम होने की कम आशंका है.

जुकाम होने के खतरे को कम करने को लेकर हमारी नई रिसर्च दिखाती है कि विटामिन डी पूरक आहार के तौर पर लेने पर जुकाम की गंभीरता और अवधि घट जाती है.

रिसर्च में क्या सामने आया?

शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन सैन्य रंगरूटों में 12 सप्ताह के शुरुआती प्रशिक्षण के दौरान विटामिन डी का स्तर पर्याप्त था उनके विटामिन डी की अपर्याप्त मात्रा वाले रंगरूटों के मुकाबले जुकाम होने की आशंका कम थी.

इसके बाद उन्होंने सर्दियों में जुकाम पर विटामिन डी पूरक आहार के तौर पर लेने वाले असर का अध्ययन किया. शोधकर्ताओं ने रंगरूटों को विटामिन डी पूरक के तौर पर सूरज की रोशनी तुल्य अल्ट्रावायलट किरणों से दिया या विटामिन डी3 की गोली दी.

चार सप्ताह तक 25 माइक्रोग्राम प्रति दिन और उसके अगले अगले आठ हफ्ते तक 10 माइक्रोग्राम गोली दी गई. दोनों तरीकों से सभी रंगरूटों में मानक के अनुकूल विटामिन डी का स्तर रखने में सफल रहे.

शोधकर्ताओं ने पाया कि विटामिन डी का पूरक जुकाम होने की आशंका को कम नहीं करता. लेकिन यह जुकाम रहने की अवधि को 36 प्रतिशत तक कम कर देता है. इसके साथ ही यह जुकाम के गंभीर लक्षणों में भी 15 प्रतिशत की कमी लाता है.

शरीर में विटामिन का स्तर कैसे बढ़ाए?

यह शोध अध्ययन ब्रिटिश सरकार की सालभर विटामिन डी का स्तर बनाए रखने की अनुशंसा का समर्थन करता है. यह दिखाता है कि विटामिन डी का सर्दियों में लाभादायक भूमिका है.

  1. ब्रिटेन में अक्टूबर और मार्च के बीच सूर्य की रोशनी विटामिन डी के लिए पर्याप्त नहीं है. इसलिए सलाह दी जाती है कि इस अधि में रोजाना 10 माइक्रोग्राम विटामिन डी पूरक आहार के तौर पर लें.
  2. अगर आप को सूर्य की रोशनी बिल्कुल नहीं मिलती और अक्टूबर से ही विटामिन डी की पूरक आपूर्ति नहीं हो रही है तो इसका स्तर बनाए रखने के लिए चार सप्ताह तक 25 माइक्रोग्राम की विटामिन डी की गोली ले सकते हैं.
  3. यह सुनिश्चित करें कि गर्मियों में पर्याप्त विटामिन डी मिले. यह सुनिश्चित करें कि नियमित अंतराल पर सूर्य की रोशनी मिले.
  4. 30 से 60 अक्षांश में रहने वाले लोग पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच 15 मिनट तक सूर्य की रोशनी के संपर्क में रहे और इस दौरान टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने. ताकि शरीर में धूप लग पाए.

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जुकाम किसकी कमी से होता है?

नियमित तौर पर लिया जाने वाला विटामिन सी पूरक सामान्य ज़ुकाम की गंभीरता या जोखिम को कम नहीं करता है। विटामिन सी ज़ुकाम की अवधि को कम कर सकता है।

बार बार सर्दी जुकाम होने का क्या कारण?

बार-बार सर्दी और खांसी की समस्या कमजोर इम्यूनिटी के कारण होती है. अगर आपकी इम्युनिटी कमजोर है तो इसे हल्के में बिलकुल भी ना लें. एक्सपर्ट के अनुसार, अगर आपके एक महीने में दो से अधिक बार जुकाम हो रहा है तो आप सतर्क हो जाए. क्योंकि ऐसा मौसम बदलने के कारण नहीं, बल्कि आपके अंदर पर रही कोई गंभीर बीमारी का कारण होता है.

सर्दी जुकाम में कौन सा फल खाना चाहिए?

नाशपाती ठंड में आप नाशपाती का सेवन कर सकते हैं. ... .
अनार जरूर खाएं सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना रहती है. ... .
सेब है फायदेमंद सर्दी में आप सेब का सेवन भी कर सकते हैँ. ... .
अमरुद जरूर खाएं कई लोगों का मानना होता है कि सर्दियों में अमरूद का सेवन नहीं करना चाहिए, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है..

जुकाम में किसका जूस पीना चाहिए?

सर्दी के मौसम में इन 6 तरह के जूस का जरूर करना चाहिए सेवन, इम्यूनिटी के साथ सेहत भी रहेगी दुरुस्त.
1/6. चुकंदर गाजर और अदरक सर्दियों में चुकंदर, गाजर और अदरक का जूस पीना काफी फायदेमंद होता है. ... .
2/6. गाजर का जूस ... .
3/6. खट्टे फलों का जूस ... .
4/6. टमाटर सूप ... .
5/6. स्ट्रॉबेरी और कीवी का जूस ... .
6/6. अजमोदा और टमाटर का जूस.