आप में से ज़्यादातर लोग सोचते होंगे कि गुदगुदा बिस्तर या एक पतला गद्दा कौन सा शरीर के लिए लाभदायक है? या हमे किसी स्पेशल बिस्तर को खरीदना चाहिए जो हमारी कमर को आराम दे सके। तो हम आज एक ऐसा विकल्प बताते हैं जिससे आपको बिस्तर के मामले में ज़्यादा सोचने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। अगर आप चाहते हैं कि नींद के साथ साथ आपके स्वास्थ्य पर भी अच्छा असर पड़ें तो बेड पर सोने की बजाए आज से आप ज़मीन पर सोना शुरू कर दीजिये। ज़मीन पर सोने से शरीर को खूब से स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। Show
तो बोरिया बिस्तर लेकर ज़मीन पर सोने के लिए तैयार हो जाइये क्योंकि आज हम आपको ज़मीन पर सोने के बेहतरीन लाभ बताने जा रहे हैं - Sleeping on the Floor Benefits: अधिकतर लोग बेड पर मोटे-मोटे गद्दे लगाकर सोते हैं. कुछ गद्दे ऐसे होते हैं, जो आरामदायक नहीं होते हैं, जिससे पीठ, कमर, गर्दन में दर्द की समस्या बढ़ जाती है. यदि आपको बेड पर सोने में समस्या होती है, तो कुछ दिन जमीन या फर्श पर सोकर देखें. आज भी छोटे शहरों, गांवों में ज्यादातर लोग फर्श पर चटाई बिछाकर सोते हैं. फर्श पर सोने के फायदे भी होते हैं, तो कुछ नुकसान भी. हालांकि, इसका एक सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि शरीर का पोस्चर सही रहता है. यदि आपको बेड पर सोने में तकलीफ हो रही है, किसी तरह की शारीरिक समस्या है, तो एक-दो दिन जमीन पर सोकर देखें, शायद आपको लाभ हो. इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी के तीनों तिमाही में सोने का सही तरीका जरूर जान लें, नहीं होगा नुकसान गर्मी में फर्श पर सोने से ठंडक हो महसूस कमर दर्द से दिलाए छुटकारा इसे भी पढ़ें: आपको सोने का गलत तरीका हो सकता है इन समस्याओं का कारण, जानिए इनका इलाज पोस्चर में हो सकता है सुधार किन्हें नहीं सोना चाहिए जमीन पर जमीन पर सोने की इच्छा हो, तो सबसे पहले फर्श को अच्छी तरह से साफ कर लें. इससे गंदगी, एलर्जन, बैक्टीरिया हट जाएंगे. आप जिस भी चटाई, मैट्रेस, बिस्तर को जमीन पर बिछाकर सोते हैं, उसे बीच-बीच में साफ करते रहें. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Health, Health tips, Lifestyle FIRST PUBLISHED : May 04, 2022, 06:30 IST आज से कई दशक पहले जब चारपाई या फिर बेड नहीं थे, तो लोग धरती पर ही चादर डालकर सो जाते हैं। उनका मानना था कि जमीन पर सोने से शरीर मजबूत रहता है और कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। क्या वाकई जमीन पर सोने के फायदे होते हैं, क्या वैज्ञानिक अध्ययन भी इस बात की तसदीक करते हैं? ऐसे कई सवालों का मन में उठना जाहिर है। इन सभी बातों का जवाब आपको इस लेख में मिलेगा। यहां जमीन पर सोना हानिकारक है या जमीन पर सोने के फायदे होते हैं, सभी बातों का जिक्र किया गया है। स्क्रॉल करें लेख में आप जमीन पर सोने के नुकसान के साथ ही जमीन पर सोने के लाभ जानेंगे। पहले फायदे जानते हैं। विषय सूची
जमीन पर सोने के फायदे से जुड़े अधिक शोध उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में इस लेख में हम कठोर गद्दे और शवासन के आधार पर जमीन पर सोने के फायदे बता रहे हैं। दरअसल, फर्म गद्दे भी फर्श के जैसे कठोर होते हैं और शवासन को फर्श पर लेटकर ही किया जाता है। इसी वजह से इन दोनों से होने वाले फायदे, जमीन पर सोने से भी मिल सकते हैं। चलिए, इनके आधार पर जमीन पर सोने के फायदे जानते हैं। 1. कमर के दर्द को कम करेहल्का कमर दर्द हो, तो जमीन पर सोने के फायदे हो सकते हैं। एनआईएच (National Library of Medicine) द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि होती है। वेबसाइट के अनुसार, कमर दर्द को कम करने और उसे स्वस्थ रखने के लिए फर्म सरफेस में सोना अच्छा होता है (1)। फर्म सरफेस में जमीन को भी शामिल किया जा सकता है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, फर्म मैटरेस में सोने से पीठ और कमर दर्द को कम किया जा सकता है (2)। ऐसे ही एक अन्य रिसर्च के दौरान पीठ और कमर दर्द से जूझ रहे कुछ महिलाओं और पुरुषों के गद्दों को बदलकर उन्हें मध्यम कठोर गद्दे दिए गए। नतीजन उनकी पीठ दर्द की परेशानी कम हुई और नींद की गुणवत्ता भी बढ़ी (3)। इस अधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि फर्श पर सोने से भी हल्का कमर का दर्द कुछ कम हो सकता है। 2. ओवर हीटिंग की समस्या से राहतरिसर्च के अनुसार, सोते समय उपयोग किया जाने वाले बिस्तर की वजह से रात के समय ओवर हीटिंग की समस्या होती है। इसके कारण बार-बार नींद टूटना और नींद पूरी ना होना आम बात है (4)। इस परेशानी से बचने के लिए जमीन पर सोना फायदेमंद माना जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक, कंक्रीट के बने हुए फ्लोर में कूलिंग प्रभाव होता है (5)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कंक्रीट से बने फर्श पर सोने से ओवर हीटिंग नहीं होगी और व्यक्ति चैन की नींद सो पाएगा। 3. अनिद्रा का इलाजअनिद्रा के घरेलु उपचार में जमीन पर सोना भी शामिल है। एक रिसर्च के अनुसार, रैपिड आई मूवमेंट स्लीप बिहेवियर डिसऑर्डर (RBD) यानी नींद में हाथ-पैर चलाना भी अनिद्रा का एक कारण है। इस दौरान सोते समय लोग बिस्तर से गिर भी जाते हैं। रिसर्च में कहा गया है कि जमीन पर सोने से आरबीडी के कारण लगने वाली चोट और अनिद्रा की समस्या में राहत मिल सकती है (6)। इसके अलावा, नींद न आने की समस्या का एक कारण साेते समय होने वाली ओवर हीटिंग भी है। हम ऊपर भी बता ही चुके हैं कि फर्श पर सोने से ओवर हीटिंग को कुछ हद तक कम किया जा सकता है और नींद की गुणवत्ता ठीक हो सकती है। रिसर्च पेपर के अनुसार, सोते समय होने वाली ओवरहीटिंग से नींद बार-बार टूटती है। वहीं, जब नीचे बेड से गर्म महसूस नहीं होगा, तो नींद अच्छी आती है (4)। 4. पोश्चर में सुधार करता हैगलत पोश्चर में उठने, बैठने और सोने से कई प्रकार की समस्याएं होती हैं, जैसे कि पीठ में दर्द और रीढ़ की हड्डी की समस्या। सही पोश्चर में सोने से इन परेशानियों से बचा जा सकता है (7)। एक रिसर्च में बताया गया है कि यदि सोते समय फर्म मैटरेस का उपयोग किया जाए, तो शरीर का पोश्चर ठीक रखने में मदद मिल सकती है। यह रीढ़ की हड्डी को ज्यादा मुड़ने नहीं देता और इसका सपाट सरफेस शरीर को एक सही पोश्चर देता है (8)। साथ ही यह कमर दर्द को भी कम कर सकता है, इसलिए लगभग 76 प्रतिशत ऑर्थोपेडिक सर्जन यानी हड्डी से जुड़े विशेषज्ञ भी फर्म मैटरेस पर सोने की सलाह देते हैं (8)। इस अधार पर कहा जा सकता है कि फर्म मैटरेस या जमीन पर सोना न सिर्फ जीवन शैली में, बल्कि शरीर के पोश्चर में भी सुधार करने में लाभदायक साबित हो सकता है। 5. तनाव से मुक्तिशारीरिक स्वास्थ के साथ ही जमीन पर सोना मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है। इससे तनाव की समस्या पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है। दरअसल, जमीन पर लेटकर किए जाने वाले शवासन से मनोदशा में सुधार हो सकता है (9)। इसे मानसिक स्थिति सुधारने की औपचारिक मनोचिकित्सा कहा जाता है। यह तनाव कम करके बेचैनी पर काबू पाने में मदद कर सकता है (9)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कुछ देर जमीन शवआसन की मुद्रा में लेटने से तनाव कम हो सकता है। 6. रीढ़ की हड्डी के लिएरीढ़ की हड्डी के लिए फर्म मैटरेस पर सोना फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस विषय पर हुए रिसर्च के अनुसार, जिन लोगों को रीढ़ की हड्डी की समस्या थी, उन्हें फर्म मैटरेस पर सोने की सलाह दी गई। इसके परिणाम स्वरूप उन महिलाओं और पुरुषों में हड्डियों को मजबूत और लचीला करने के साथ ही रीढ़ की हड्डी में भी लाभ देखे गए (8)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि फर्म मैटरेस या फिर समतल स्थान जैसे कि जमीन पर सोना रीढ़ की हड्डी के लिए लाभदायक हो सकता है। 7. रक्त संचार में सुधार के लिएब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए जमीन पर लेटकर किए जाने वाले शवासन के लाभ देखे जा सकते हैं। एक रिसर्च के दौरान, उच्च रक्तचाप का उपचार करने के लिए शवासन किया गया। शोध में पाया गया कि शवासन करने से ब्लड प्रेशर से जुड़ी दवाओं की जरूरत कम हो सकती है और कुछ मामलों में पूरी तरह खत्म (10)। इस आधार पर कह सकते हैं कि जमीन पर लेटने से रक्तचाप की समस्या में सुधार होता है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर हो सकता है। पढ़ना जारी रखें लेख के इस भाग में हम जमीन पर सोने के लिए जरूरी टिप्स बता रहे हैं। जमीन पर सोने के तरीके और टिप्स – Tips for Sleeping On The Floor in Hindiजमीन पर सोने के पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यहां हम आपको जरूरी बातें और जमीन पर सोने का तरीका बता रहे हैं।
पढ़ते रहें लेख के इस हिस्से में हम जमीन पर सोने के नुकसान पर चर्चा करेंगे। जमीन पर सोने के नुकसान – Side Effects of Sleeping On The Floor in Hindiएक ओर जमीन पर सोने के फायदे हैं, तो दूसरी ओर जमीन पर सोते समय बरती जाने वाली लापरवाही के कारण दुष्परिणाम भी नजर आ सकते हैं। यहां हम उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
भले ही जमीन पर सोने के फायदे से जुड़े अधिक शोध उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन, यहां हमने फर्म मैटरेस और शवासन से जोड़ते हुए जमीन पर सोने के लाभ बताए हैं। यह कमर दर्द की समस्या से लेकर तनाव और अनिद्रा की परेशानी को कम कर सकता है। जमीन पर लेटने के फायदों की जानकारी के साथ ही यह भी ध्यान रहे कि जमीन पर सोना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। बस इसे अपनी पसंद के हिसाब से आप अपनी जीवनशैली का एक हिस्सा जरूर बना सकते हैं। किसी भी तरह की शारीरिक समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह को ही तरजीह दें। अक्सर पूछे जाने वाले सवालक्या फर्श पर सोने से कमर दर्द में मदद मिलती है? हां, फर्म सरफेस यानी कठोर जगह पर जैसे कि फर्श पर सोने से कमर दर्द में कुछ हद तक राहत मिल सकती है (1)। बस ध्यान दें कि कमर दर्द अधिक है, तो फर्श की अधिक कठोरता कि वजह से यह दर्द बढ़ भी सकता है। साथ ही सर्जरी और कमर से संबंधित अन्य परेशानी में भी जमीन पर सोने से बचें (2)। क्या फर्श पर सोने से साइटिका का इलाज होता है? नहीं, जमीन पर सोना साइटिका का इलाज नहीं हो सकता है। क्या जमीन पर सोना पोश्चर में सुधार करने में मदद करता है? हां, जमीन पर सोना प्राकृतिक तरीकों में से एक माना जाता है, जिसके कई फायदे में से एक पोश्चर में सुधार भी माना जाता है। रिसर्च की बात करें, तो पोश्चर को बेहतर करने के लिए कठोर गद्दों का इस्तेमाल करने की सलाह ही दी जाती है (8)। ऐसे में माना जा सकता है कि कठोर फर्श पर सोने से भी यह लाभ मिल सकता है। फर्श पर किसे नहीं सोना चाहिए? सर्दी, जुकाम, बुखार या संक्रमण की समस्या किसी को हो, तो उन्हें जमीन पर नहीं सोना चाहिए। इसके अलावा, पीठ में गंभीर दर्द की समस्या और पीठ से जुड़ी सर्जरी होने वालों को भी जमीन पर नहीं सोना चाहिए। क्या गर्भवती होने पर या बच्चे के साथ फर्श पर सोना ठीक है? वैसे डॉक्टर गर्भावस्था में जमीन पर सोने से इनकार नहीं करते, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। प्रेगनेंसी के चलते रीढ़ की हड्डी थोड़ी कर्व हो सकती है, जिससे जमीन पर सोने से पीठ दर्द हो सकता है। साथ ही पेट का आकार बढ़ने से जमीन पर लेटने, बैठने या उठने पर समस्या हो सकती है। इसलिए, बेहतर यही होगा कि गर्भवती महिला डॉक्टर की सलाह पर ही जमीन पर सोने का निर्णय ले। साथ ही बच्चे के साथ भी जमीन पर सोने में कोई आपत्ति नहीं है। अगर बच्चे को जमीन पर सोना सहज लगता है, तो उसे साथ लेकर जमीन पर लेटा जा सकता है। संदर्भ (Sources):Articles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Read our editorial policy to learn more.
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खाली जमीन पर सोने से क्या होता है?जमीन पर सोने से तनाव दूर होता है और मिड ब्रेन हेल्थ भी ठीक रहती है। इसके अलावा ऐसा करने से व्यक्ति का बॉडी पोस्टर भी बेहतर होता है। जमीन पर पीठ के बल दायीं करवट लेकर सोने से नींद अच्छी आती है। अगर आपको पाचन या पेट से जुड़ी कोई समस्या है तो बाईं और करवट लेकर सोना अच्छा होता है।
जमीन पर क्यों नहीं सोना चाहिए?इससे रीढ़ पर दबाव बढ़ा सकता है और पीठ दर्द शुरू हो सकता है. फर्श पर सोने से बॉडी पोस्चर सही बनी रहती है. खराब पोस्चर में सोने से पीठ, कमर में दर्द की समस्या बढ़ जाती है. साथ ही कम लचीलापन, रीढ़ की हड्डी का गलत अलाइनमेंट और चोट लगने का खतरा भी बढ़ सकता है.
छत पर सोने से क्या फायदा होता है?फिर एक या दो बाल्टी पानी छिड़क कर उस जगह को ठंडा किया जाता था . थोड़ा सूखने पर बिस्तर लगा कर सोया जाता था.तथा चाँद तारो को निहारते हुवे खुली हवा में छत पर सोना स्वास्थ्यवर्धक तथा फायदेमंद होता था . पहले मच्छर नहीं होते थे या बहुत कम होते थे . आजकल मच्छर बहुत हो गए है इसलिए मलेरिया के डर से छत पर सोना कठिन है .
घर में ज्यादा सोने से क्या होता है?अधिक सोने के नुकसान
-क्रोनिक डिजीज जैसे हार्ट रोग, डायबिटीज, मोटापा आदि होने की संभावना बढ़ जाती है. -आपको सारा दिन कम एनर्जी और सुस्ती महसूस हो सकती है, जिससे किसी काम को करने में परेशानी आ सकती है. -थकान अधिक महसूस करने से भी काम सही से नहीं कर सकते हैं. -तनाव प्रतिक्रिया में परिवर्तन हो सकता है.
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