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CAREER GUIDANCE IN HINDIकलेक्टर, यह पदनाम अंग्रेजी शासन काल में निर्धारित किया गया था और पदाधिकारी के पास असीम शक्तियां होने के कारण कलेक्टर जनता में विद्रोह का कारण भी बना परंतु आज भी कलेक्टर पदनाम लोगों को आकर्षित करता है। बच्चे बड़े होकर कलेक्टर बनना चाहते हैं। यहां अपन इस बात पर विचार करेंगे कि कलेक्टर बनने के लिए किस प्रकार की पढ़ाई करनी पड़ती है और कितनी परीक्षाएं पास करनी पड़ती है। कलेक्टर बनने के लिए कौन सी परीक्षा पास करनी होती हैकलेक्टर बनने से पहले आईएएस बनना होता है। IAS यानी (अंग्रेजी: Indian Administrative Service) भारतीय प्रशासनिक सेवा। आईएएस बनने के लिए UPSC (UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION) संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा पास करनी होती है। UPSC Civil Services Prelims EXAM में भाग लेने के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक होना अनिवार्य है। इस परीक्षा के जरिये भारत सरकार के करीब 24 सेवा विभागों में नियुक्तियां रैंक के आधार पर मिलती हैं। इस परीक्षा में शीर्ष रैंक (लगभग शीर्ष 100 रैंक) हासिल करने वाले उम्मीदवार ही भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी बन पाते हैं। चयन के बाद अधिकारियों की तीन महीने की शुरुआती ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में ही होती है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही आईएएस अधिकारी को एक मेडल दिया जाता है। यहां याद रखने वाली सबसे खास बात यह है कि यदि आप परीक्षा पास कर लेते हैं लेकिन टॉप 100 में नहीं आते तब आपको भारतीय स्तर की दूसरी सेवा में जाने का मौका मिलेगा परंतु भारतीय प्रशासनिक सेवा यानी आईएएस बनने का मौका नहीं मिलेगा और कलेक्टर पद पर केवल आईएएस अधिकारी ही बैठ सकता है। कुल मिलाकर बात सिर्फ इतनी सी है कि कलेक्टर बनना है तो बोलना बंद और पढ़ना शुरू कर दीजिए। Join Telegram जय हिंद, स्वागत है आपका हमारे इस छोटे से BLOG के नये article पर। अगर आप Collector बनना चाहते हैं, तो आज के इस article में, मैं आपको बताउगा कि हम Collector Kaise Bane तो यह article काफी ज्यादा interesting होने वाला है । अगर मैं भारत की बात करूं तो भारत में प्रत्येक व्यक्ति आज एक सरकारी नौकरी चाहता है सरकारी नौकरी में भी ज्यादातर लोग यह चाहते हैं कि वे बड़े से बड़े पद पर नौकरी करें और ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो यह चाहते हैं कि मैं Collector बनू तो आज के इस लेख में मैं आपको बताऊंगा कि आप कलेक्टर कैसे बने और उसके लिए आपको किस प्रकार की तैयारी और कोर्स करना आवश्यक है । कलेक्टर एक बहुत ही ऊंचा पद होता है और आपको कलेक्टर जैसे पद को प्राप्त करने के लिए बहुत ही ज्यादा मेहनत करनी होगी क्योंकि आपको भी पता है कि हमें किसी भी प्रकार की सफलता पाने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत की आवश्यकता होती है और बिना मेहनत किए आज तक इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति सफल भी नहीं हो पाया इसलिए आपको कलेक्टर जैसा ऊंचा पद प्राप्त करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी । अगर आप भी कलेक्टर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको काफी तैयारी करनी होगी क्योंकि इसमें भी काफी कॉम्पिटीशन होता है इसके लिए आपको यह जानना होगा कि कलेक्टर के लिए क्वालिफिकेशन क्या है, सिलेबस क्या है और क्या है इसका परीक्षा पैटर्न, इसलिए आज के इस लेख में मैं आपको यह सारी जानकारी देने जा रहा हूं। Also Read
साथ ही मैं आपको बताऊंगा कि आप कलेक्टर की तैयारी कैसे करें और इसकी तैयारी करने के लिए बेस्ट स्टेप क्या है या इसकी क्या Tarike Hai जिनको अपनाकर आप एक कलेक्टर बन सकते हैं । अब आपकी बहुत सारे सवाल होंगे कि हम कलेक्टर कैसे बने तो चलिए अब हम जान लेते हैं कि हम Collector Kaise Bane – सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि कलेक्टर कौन होता है? और कलेक्टर के क्या कार्य होते हैं? कलेक्टर के लिए योग्यता, पढ़ाई, परीक्षा की तैयारी कैसे करे आदि। हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको कलेक्टर कैसे बनते है? क्योंकि यह जानना बहुत ही ज्यादा जरूरी है-
कलेक्टर एक IAS अधिकारी होता है यानी कि एक IAS अधिकारी की कलेक्टर बन सकता है कलेक्टर एक जिले के उच्च अधिकारी का पद होता है जो कि बहुत ही ज्यादा सम्माननीय होता है । अगर मैं आपको एक साधारण भाषा में बताओ कलेक्टर कौन होता है? तो कलेक्टर एक पूरे जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है जिसके पास जिले के सभी अधिकारियों को संभालने और जिले की कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था बनाए रखने सारी जिम्मेदारी एक कलेक्टर की ही होती है । हमारे भारत देश के हर राज्य की प्रत्येक जिले में एक कलेक्टर नियुक्त किया जाता है और उस जिला कलेक्टर वह सभी अधिकार दिए जाते हैं जिनके माध्यम से वह अपने अंदर आने वाले जिले में कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए वह जिले में किसी भी प्रकार के बड़े से बड़े निर्णय को ले सकता है । Collector के क्या कार्य होते हैं?जैसा कि मैंने आपको ऊपर बता दिया है कि एक कलेक्टर बहुत ही ऊंचा पद होता है तो अगर कलेक्टर बहुत ही ऊंचा पद होता है तो उसके हिसाब से कलेक्टर के पास अपने डिस्ट्रिक्ट में क्या क्या कार्य कर सकता है या एक कलेक्टर के क्या कार्य हो सकते हैं उन सभी के बारे में हम यहां जान लेते हैं-
इन सभी कार्यों के अलावा अपने जिले में सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक जिला कलेक्टर कठोर से कठोर निर्णय भी ले सकता है, इन सभी के अलावा कानून व्यवस्था को भी सही बनाए रखने का जिम्मेदार एक जिला कलेक्टर की होता है । डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के नाम से अंदाजा लगा सकते हैं एक आईएएस अधिकारी के क्या कार्य हो सकते हैं और उसके पास क्या पावर हो सकती है । Collector Kaise Baneकलेक्टर बनने के लिए आपको 12वीं क्लास के बाद किसी भी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी उसके बाद आपको UPSC में IAS के पद के लिए अप्लाई करना होगा फिर आपकी IAS की परीक्षा होगी अगर आप IAS की परीक्षा पास करते हैं तो आप एक IAS अधिकारी बन जाते हैं IAS अधिकारी बनने के बाद आपके प्रमोशन के द्वारा आपको देश के किसी भी जिले का कलेक्टर बना दिया जाएगा । जैसा कि मैंने आपको बता दिया है कि एक जिला कलेक्टर बनने के लिए आपको IAS की परीक्षा को पास करना होगा और IAS की परीक्षा को पास करने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप या प्रोसेस को फॉलो करना होगा– Step 1. Class 10th पास करेंCollector बनने के लिए सबसे पहले आपको Class 10 अच्छे अंकों के साथ पास करना होगा Class 10 में आपके अच्छे अंक आने जरूरी नहीं है पर अगर आप Class 10 में अच्छे अंकों के साथ पास होंगे तो आपको ज्यादा नॉलेज होगा और आपका वह नॉलेज आपकी Class 12 और कॉलेज में ज्यादा काम आएगा इसलिए आपको Class 10 में अच्छे अंकों के साथ पास होना जरूरी है । Step 2. Class 12th पास करेंक्लास 10 में अच्छे अंकों के साथ पास होने के बाद आपको क्लास 11 और 12 में भी किसी भी सब्जेक्ट के साथ चाहे साइंस, कॉमर्स या आर्ट किसी भी सब्जेक्ट से आप क्लास 12 को पास कर सकते हैं इसके साथ ही आपको क्लास 11 व 12 में भी अच्छे अंको से पास होना होगा । ताकि आपको ज्यादा से ज्यादा नॉलेज मिल सके और उस नॉलेज से आप अपनी IAS की तैयारी और कॉलेज में अच्छे मार्क्स से पास होने मैं आपको मदद मिल सके, एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए क्लास 11 व 12 में न्यूनतम Marks की कोई सीमा नहीं रखी गई है पर आप अच्छे अंकों के साथ क्लास 11 व 12 में पास होंगे तो आपको ज्यादा नॉलेज होगा । Step 3. ग्रेजुएशन कंप्लीट करेंक्लास 12 पास करने के बाद आपको किसी भी सब्जेक्ट से किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री कंप्लीट करनी होगी क्योंकि UPSC की एग्जाम देने के लिए आपके पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी जरूरी है क्योंकि UPSC एग्जाम वही स्टूडेंट दे सकता है जिसके पास ग्रेजुएशन की डिग्री है ग्रेजुएशन आप किसी भी सब्जेक्ट से कर सकते हैं। और ग्रेजुएशन आपको अच्छे अंकों के साथ करनी होगी क्योंकि जब आप UPSC की एग्जाम देंगे तो उसमें क्लास 10th, 12th और कॉलेज से रिलेटेड ही Questions पूछे जाते हैं तो अगर आप इन सभी परीक्षाओं में अच्छे अंकों के साथ पास होंगे तो आप यूपीएससी की तैयारी आसानी से कर सकते हैं। Step 4. UPSC की एग्जाम के लिए फॉर्म फिल करेंग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद आपको अगर UPSC कि एक्जाम देनी है तो आपको सबसे पहले UPSC का फॉर्म फिल करना होगा क्योंकि आप UPSC की एग्जाम को पास करने के बाद ही Collector बन सकते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको यूपीएससी का फॉर्म फिल करना होगा अब बात आती है कि हम UPSC की एग्जाम का फॉर्म फिल कैसे करें तो आप UPSC की एग्जाम का फॉर्म अपने नजदीकी मित्र या आप ऑनलाइन अपने लैपटॉप या कंप्यूटर के माध्यम से भी कर सकते हैं अगर आप ऑनलाइन अपने लैपटॉप या कंप्यूटर के माध्यम से फॉर्म फिल करना चाहते हैं तो आप यूपीएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर वहां पर अप्लाई ऑनलाइन के बटन पर क्लिक करके यूपीएससी का फॉर्म फिल कर सकते हैं । जब आप यूपीएससी की एग्जाम का फॉर्म फिल कर देते हैं तो उसके कुछ समय के पश्चात आपकी यूपीएससी की एग्जाम होती है अब आपको यह पता नहीं होता है कि यूपीएससी में आईएएस की एग्जाम के कितने पेपर होते हैं और यूपीएससी की एग्जाम किस पैटर्न पर लगती है तो इसकी जानकारी भी मैं आपको नीचे दे रहा हूं ताकि आपको यूपीएससी में आईएएस की एग्जाम देने में कोई दिक्कत ना हो यूपीएससी में IAS के एग्जाम का फॉर्म फिल करने के बाद आपकी 3 पेपर होते हैं इनकी मैं जानकारी आपको नीचे स्टेप बाय स्टेप देख रहा हूं
Step 5. प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination) पास करेंUPSC के जरिए IAS का फॉर्म फिल करने के बाद सबसे पहले उम्मीदवारों की प्रारंभिक परीक्षा होती है जिसे सामान्य हम UPSC प्री एग्जाम कहते हैं IAS बनने के लिए इस परीक्षा को पास करना जरूरी होता है इस परीक्षा में दो पेपर होते हैं और यह पेपर एक ही दिन में होते हैं इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं प्रत्येक पेपर को हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है । प्रत्येक पेपर 200 अंकों के होते हैं प्रारंभिक परीक्षा के पहले पेपर में प्रश्नों की संख्या 100 होती है और दूसरे पेपर में प्रश्नों की संख्या 80 होती है प्रत्येक सही प्रश्न के 2 अंक मिलते हैं और इस परीक्षा में गलत प्रश्नों के लिए नकारात्मक अंक भी होते हैं प्रत्येक गलत प्रश्न के .33 अंक काटे जाते हैं UPSC की प्रारंभिक परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों विषयों में होती है इस प्रकार से UPSC का प्रारंभिक परीक्षा होती है । Step 6. मुख्य परीक्षा (Main Exam) पास करेंपहला पेपर पास करने के बाद आपका दूसरा पेपर होता है जिसका नाम है मुख्य एग्जाम IAS बनने के लिए आपको इस एग्जाम को भी क्लियर करना होगा इस परीक्षा का पेपर भी पहले पेपर की तरह है बहुत ज्यादा कठिन होता है। इस परीक्षा के तहत 9 पेपर से प्रश्न पूछे जाते हैं जो लगभग 5 से 7 दिनों तक चलते हैं जिन उम्मीदवारों को सामान्य अध्ययन में कटऑफ मिलता है और सामान्य अध्ययन में 33% प्राप्त होता है, उसी तरह उम्मीदवार को मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाता है। इस परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न
वर्णनात्मक होते हैं इसके तहत पूछे जाने वाले विषय पेपर ए और पेपर बी भाषा के पेपर हैं। यहां हम आपको सिविल इंजीनियरिंग, भूविज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र आदि जैसे कुछ उदाहरण दे रहे हैं। यहां भाषा के एक को छोड़कर सभी पेपर अंग्रेजी में लिखे जाने हैं।
Step 7. इंटरव्यू (Interview)इन दोनों परीक्षाओं को पास करने के बाद अंत में UPSC के द्वारा आप को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है आपको इस अंतिम चरण में इंटरव्यू देना पड़ता है इस इंटरव्यू में विद्यार्थी से किसी भी प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं यह प्रश्न इस प्रकार से पूछे जाते हैं कि इसमें विद्यार्थी का दिमाग चेक किया जाता है और यह कंफर्म किया जाता है कि यह व्यक्ति यूपीएससी के लायक है या नहीं अगर आप इंटरव्यू में पास हो जाते हैं तो फिर आप IAS की ट्रेनिंग के लिए भेज दिए जाते हैं । Step 8. Collector की ट्रेनिंगUPSC के द्वारा ली गई सभी परीक्षाओं में पास होने के बाद UPSC के द्वारा अंत में मेरिट लिस्ट निकाली जाती है उस मेरिट लिस्ट में जिस उम्मीदवार के सबसे ज्यादा अंक होते हैं उस उम्मीदवार को IAS अधिकारी बना दिया जाता है और जिस अधिकारी के कम होते हैं उन्हें IPS और IFS अधिकारी बना दिया जाता है UPSC की परीक्षा में आए गए अंकों के आधार पर उम्मीदवारों को IAS, IPS और IFS बनाया जाता है। PRE, MAIN और इंटरव्यू क्लियर करने के बाद उम्मीदवार को ट्रेनिंग के लिए लबसना (LBSNAA) भेजा जाता है LBSNAA मैं उन सभी उम्मीदवारों को 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है। इन सभी स्टैप्रों को फॉलो करके और यूपीएससी की परीक्षा की अच्छी प्रकार से तैयारी करके आप एक आईएएस अधिकारी बन सकते हैं । आपके मन में यह सवाल होगा कि यूपीएससी क्या होती है हम यूपीएससी की तैयारी कैसे करें और यूपीएससी का फार्म कैसे भरें तो आपको मैं यह बता देता हूं कि UPSC क्या है? आपके मन में यह भी सवाल होगा कि UPSC क्या होता है? और यूपीएससी की परीक्षा इतनी कठिन क्यों होती है तो सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि UPSC क्या है? ताकि आपको भी समझ में आ जाए कि यह यूपीएससी चीज क्या है और हम UPSC की परीक्षा को कैसे क्लियर कर सकते हैं? UPSC क्या है?UPSC की फुल फॉर्म होती है यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन और इसे हम हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग के नाम से भी जानते हैं यूपीएससी एक ऐसी संस्था है जो राष्ट्रीय स्तर पर जो भी एग्जाम होते हैं उन्हें आयोजित करवाती है । यह भारत की सिविल सेवाओं के लगभग 24 पदों पर परीक्षा आयोजित करवाती है, देश में लाखों ऐसे विद्यार्थी हैं जो कि UPSC की परीक्षा की तैयारी करते हैं । UPSC की परीक्षा को पास करने के बाद आप भारतीय पुलिस सर्विस IPS, भारतीय प्रशासन सेवा IAS और जिला कलेक्टर जैसे उच्च पदों पर नौकरी कर सकते हैं । हर वर्ष अलग-अलग पदों पर UPSC अपनी एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करवाती है इस एग्जाम को क्लियर करने के बाद विद्यार्थी आगे के पद पर चयनित होता है, और एग्जाम को क्लियर करने के बाद उस विद्यार्थी का बाद में इंटरव्यू लिया जाता है और इंटरव्यू को पास करने के बाद वह विद्यार्थी UPSC की एग्जाम में पास हो जाता है । UPSC के अंतर्गत जितने भी एक्जाम होते हैं उनमें बहुत ज्यादा कंपटीशन होता है यानी कि उन एग्जाम को क्लियर करना इतना आसान नहीं है यह मैंने आपको पहले भी बता दिया है क्योंकि एग्जाम की तैयारी करने वाले विद्यार्थी बहुत ज्यादा होते हैं और इनकी पोस्ट बहुत कम होते हैं इसका मेन कारण तो यही है । अगर आपको IAS बनाना है तो भी आपको UPSC की एग्जाम को क्लियर करनी होगी इसके लिए सबसे पहले आपको UPSC के फॉर्म को फिल करना होगा फिर आपको इसकी 2 एग्जाम पहले PRE और दूसरी MAIN होती है मैं इसे Clear करना होता है फिर आपका इंटरव्यू होता है उसके बाद ही आप IAS बन सकते हैं । Collector बनने की एलिजिबिलिटीCollector बनने के लिए आप में यह सभी एलिजिबिलिटी होनी चाहिए अन्यथा आप Collector नहीं बन पाएंगे- Collector बनने के लिए आपके पास सबसे पहली और महत्वपूर्ण एलिजिबिलिटी यह है कि आपकी क्वालिफिकेशन क्या है सरकार ने Collector बनने के लिए परीक्षार्थी के लिए कुछ योग्यताएं बताई गई है वह योग्यता उस अभ्यर्थी में होनी ही चाहिए अब मैं आपको वह योग्यता वन बाई वन करके बता देता अब आपको यह तो पता चल ही गया होगा कि यह Collector ऑफिसर UPSC की परीक्षा को पास करके ही बन सकता है अब मैं आपको बता देता हूं कि UPSC की परीक्षा देने के लिए आप की क्या क्वालिफिकेशन होनी जरूरी है QualificationUPSC की परीक्षा वही विद्यार्थी दे सकता है जिसके पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हो और ग्रेजुएट की डिग्री में उसे 50% अंक होने आवश्यक है अगर आपने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन 50% अंकों के साथ नहीं की है तो आप UPSC का फॉर्म फिल नहीं कर सकते हैं और इसकी परीक्षा में भाग नहीं ले सकते हैं । दूसरा भारत के मूलनिवासी ही UPSC की एग्जाम दे सकते हैं या इसका फॉर्म फिल कर सकते हैं । Collector बनने की आयु सीमासरकार द्वारा Collector बनने के लिए आयु सीमा का निर्धारण कर रखा है अगर आप इस आयु सीमा से कम है या आप इस आयु सीमा से अधिक हैं तो आप पुलिस UPSC का फॉर्म फील नहीं कर सकते हैं और इसकी परीक्षा में भाग नहीं ले सकते हैं Collector बनने के लिए क्या आयु सीमा है इसकी जानकारी मैं नीचे विस्तार में बता रहा हूं इसे आप ध्यान से पढ़ें-
SC/ST Candidate Age Limit – SC/ST के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक उम्मीदवार की आयु सीमा को बढ़ाकर 5 वर्ष ज्यादा किया गया है यानी SC/ST के अंतर्गत आने वाले कैंडिडेट की उम्र 21 वर्ष से लेकर 35 वर्ष तक है । OBC Candidate Age Limit – ओबीसी श्रेणी के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक उम्मीदवार की आयु सीमा को बढ़ाकर 3 वर्ष किया गया है यानी ओबीसी वर्ग से जो भी उम्मीदवार हैं उनकी आयु सीमा 21 वर्ष से लेकर 33 वर्ष तक है । जो भी उम्मीदवार UPSC की परीक्षा देना चाहते हैं वह भारत के नागरिक होने अनिवार्य है । Collector की तैयारी कैसे करेअगर आपको Collector बनना है तो आपको उसके लिए पूरी लगन से मेहनत करनी होगी तब ही जाकर आप Collector की एग्जाम को क्लियर कर सकते हैं मैंने कई सारे ऐसे विद्यार्थी भी देखे हैं जो कि बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं पर वे परीक्षा में फेल हो जाते हैं तो उन विद्यार्थियों को डिमोटिवेट नहीं होना चाहिए और फिर से उन्हें Collector की परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए क्योंकि अगर आप बार-बार परीक्षा देंगे तो आप Collector परीक्षा को क्लियर कर ही लेंगे । कभी-कभी ऐसा भी होता है कि तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को सही गाइड नहीं मिल पाती है और उन्हें सही कोर्स के बारे में भी पता नहीं होता है तो इस लेख में मैंने कोर्स के बारे में तो पहले ही बता दिया है अब मैं कुछ आपको गाइड बता रहा हूं जिनको फॉलो करके आप Collector की तैयारी कर सकते हैं। अच्छी खासी मेहनत करके आप Collector की एग्जाम को क्लियर कर सकते हैं अब मैं यहां आपको नीचे Collector की तैयारी कैसे करें के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बता रहा हूं तो आप इन को जरूर जरूर ध्यान से पढ़ना क्योंकि यह Collector की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए बहुत ही लाभकारी साबित हो सकते हैं।
इन सभी बातों का ध्यान रखकर वह अपनी तैयारी को अच्छे से करके आप आसानी से UPSC की पेपर को क्लियर कर सकते हैं और Collector बन सकते हैं । Collector की सैलरी कितनी होती हैसबसे महत्वपूर्ण चीज यही होती है कि हम जो काम करते हैं उनके बदले में हमें कितना पैसा मिलता है तो मैं आपको बताता हूं कि Collector की सैलेरी कितनी होती है? एक Collector को लगभग 56100 से 250000 रुपये प्रतिमाह का वेतन प्रदान किया जाता है |
Collector अधिकारी को प्रदान की जाने वाली सुविधाएं
यह सभी सुरक्षा और सुविधाएं एक Collector अधिकारी को सरकार के द्वारा दी जाती है । Collector Kaise Bane VideoCollector बनने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले सवालQ.- कलेक्टर की पढ़ाई कितने साल तक होती है? कलेक्टर की पढ़ाई कितने साल की होती हैं? सरल शब्दों में बताऊं तो आपको कलेक्टर बनने के लिए 3 साल की ग्रेजुएशन किसी भी सब्जेक्ट से पूरी करनी होगी। ग्रेजुएशन को पूरा करने के बाद आपको IAS के परीक्षा की तैयारी करनी होगी और जब आप इस परीक्षा में पास होते है तो फिर आप कलेक्टर बन जायेंगे। Q.- कलेक्टर की पढ़ाई करने के लिए क्या क्या करना पड़ता है? यदि आप कलेक्टर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपना ग्रजुशन पूरा करना होगा, उसके बाद आपको आल इंडिया सर्विस (All India Civil Service Exam) जिसे शार्ट में CSE कहते है, यह परीक्षा देनी होगी, यह परीक्षा साल में सिर्फ एक ही बार होती है, इसका संचालन यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (UPSC) करता है. Q.- कलेक्टर की कितनी सैलरी होती है? बेसिक वेतन 56,100 , टोटल 2.5 लाख रुपया Q.- कलेक्टर के पास कितना पावर होता है? जिला में उपायुक्त राजस्व प्रशासन का सर्वोच्च अधिकारी है। राजस्व मामलों में, वह डिवीजनल कमिश्नर और वित्तीय आयुक्त, राजस्व के माध्यम से सरकार के लिए जिम्मेदार है। वह भूमि राजस्व के बकाए के रूप में भूमि राजस्व, अन्य प्रकार के सरकारी करों, शुल्क और सभी देय राशि के संग्रह के लिए ज़िम्मेदार हैं। Q.- डीएम और कलेक्टर में कौन बड़ा होता है? डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर: किसी भी ज़िले में राजस्व प्रबंधन से जुड़ा सबसे बड़ा अधिकारी डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ही होता है. राजस्व के मामलों में डिविजनल कमीश्नर और फाइनेंशियल कमीश्नर के जरिए सरकार के प्रति सभी जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर की ही होती है. Q.- क्या आईएएस और कलेक्टर के बीच का अंतर है? हाँ, एक आईएएस अफसर ही कलेक्टर, या जिलाधिकारी बनता है , विकिपीडिया के अनुसार एक कलेक्टर वह है – जिले में राज्य सरकार का सर्वोच्च अधिकारसंपन्न प्रतिनिधि या प्रथम लोक-सेवक, जो मुख्य जिला विकास अधिकारी के रूप में सारे प्रमुख सरकारी विभागों- पंचायत एवं ग्रामीण विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, अल्पसंख्यक कल्याण निष्कर्षइस प्रकार से आप तैयारी करके कलेक्टर बन सकते हैं अगर आपको Collector Kaise Bane लेख अच्छा लगा हो तो आप अपने दोस्तों के साथ भी इसे शेयर करना जो Collector बनना चाहते हैं और इस लेख से संबंधित अगर आपको कोई और ज्यादा जानकारी चाहिए तो आप ले के नीचे कमेंट कर सकते हैं हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश जरूर करेंगे । उम्मीद करता हूं कि आपको यह लेख Collector Kaise Bane काफी ज्यादा पसंद आया होगा और अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो आप हमारे सोशल मीडिया अकाउंट जैसे- फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और टेलीग्राम पर हमें फॉलो भी कर सकते हैं । कलेक्टर बनने के लिए क्या पढ़ना जरूरी है?यदि आप कलेक्टर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपना ग्रजुशन पूरा करना होगा, उसके बाद आपको आल इंडिया सर्विस (All India Civil Service Exam) जिसे शार्ट में CSE कहते है, यह परीक्षा देनी होगी, यह परीक्षा साल में सिर्फ एक ही बार होती है, इसका संचालन यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन (UPSC) करता है.
कलेक्टर क्या होता है in Hindi?कलेक्टर एक जिला का प्रशासनिक अधिकारी होता है जिसको जिले से संबंधित सारे कार्यों का अधिकार रहता है. कलेक्टर एक सरकारी ऑफिसर होता है जो कि भारत सरकार का मुख्य अधिकारी होता है. कलेक्टर को किसी भी एक जिले का पूरा दायित्व सौंप दिया जाता है. जिले में भूमि राजस्व की वसूली करना और कानून व्यवस्था को बनाए रखना होता है .
राजस्थान में जिला कलेक्टर का कार्यकाल कितना होता है?जिला कलैक्टर पद पर नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाती है । इस पद पर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी की नियुक्ति की जाती है। जिला कलैक्टर का कार्यकाल निर्धारित नहीं होता है।
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