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कई बार आवाज़ आने में कुछ क्षण का विलम्ब हो सकता है! कैल्शियम ब्लड टेस्ट, खून में कैल्शियम की मात्रा को मापता है। कैल्शियम शरीर के सबसे महत्वपूर्ण खनिजों (Minerals) में से एक होता है, जो हड्डियों और दांतों को स्वस्थ व मजबूत बनाता है। तंत्रिकाओं, मांसपेशियों और दिल के ठीक से कार्य करने के लिए भी कैल्शियम आवश्यक होता है। शरीर का 99 प्रतिशत कैल्शियम हड्डियों में होता है और शेष 1 प्रतिशत खून में होता है। अगर कैल्शियम की कमी हो जाए या उसकी मात्रा बहुत अधिक हो जाए तो हड्डियों के रोग, थायराइड रोग, किडनी रोग या अन्य मेडिकल स्थितियों का संकेत हो सकता है। (और पढ़ें - थायराइड कम करने के घरेलू उपाय)
कैल्शियम ब्लड टेस्ट क्या होता है? - What is Calcium Blood Test in Hindi?कैल्शियम ब्लड टेस्ट क्या होता है? अगर आपके खून (Bloodstream) में मिनरल की मात्रा बहुत अधिक या बहुत कम है, तो कैल्शियम ब्लड टेस्ट की मदद से इसका पता लगाया जाता है। अक्सर इसको नियमित जांच के साथ ही किया जाता है। इस टेस्ट की मदद से उन रोगों की जांच की जाती है जो आपकी हड्डियों, तंत्रिकाओं, गुर्दे, हृदय और अन्य अंगों को प्रभावित करते हैं। शरीर में कैल्शियम के दो रूप होते हैं -
ब्लड कैल्शियम टेस्ट दो प्रकार के होते हैं -
(और पढ़ें - कैल्शियम यूरिन टेस्ट) कैल्शियम ब्लड टेस्ट क्यों किया जाता है - What is the purpose of Calcium Blood Test in Hindiकैल्शिमय ब्लड टेस्ट किस लिए किया जाता है? कैल्शिमय ब्लड टेस्ट निम्नलिखित कारणों से किया जाता है:
(और पढ़ें - ब्लड टेस्ट) कैल्शियम ब्लड टेस्ट से पहले - Before Calcium Blood Test in Hindiकैल्शियम ब्लड टेस्ट से पहले क्या किया जाता है?
अगर निम्न दवाओं मे से आप कोई दवा ले रहे हैं, तो टेस्ट करवाने से पहले डॉक्टर आपको ये दवाएं कुछ समय के लिए बंद करने की सलाह दे सकते हैं।
कैल्शियम ब्लड टेस्ट के दौरान - During Calcium Blood Test in Hindiकैल्शियम टेस्ट के दौरान क्या किया जाता है? इस टेस्ट के लिए डॉक्टर या नर्स आपके हाथ से खून का सैंपल निकालते हैं। सैंपल निकालने के लिए जब सुई लगाई जाती है, तो आपको हल्की सी चुभन महसूस हो सकती है। खून निकालने के बाद सुई को निकाल लिया जाता है और सुई वाली जगह पर बैंडेज या रुई का टुकड़ा रख दिया जाता है। जिस हिस्से से सैंपल लिया गया था, वहां पर हल्का दर्द एवं नीला निशान पड़ सकता है। कुछ लोगों को कुछ पल के लिए सिर घूमने जैसी समस्या हो सकती है। (और पढ़ें - लैब टेस्ट) कैल्शियम ब्लड टेस्ट के बाद - After Calcium Blood Test in Hindiकैल्शियम ब्लड टेस्ट के बाद क्या किया जाता है? टेस्ट के लिए सैंपल लेने के बाद सुई निकाली जाती है, और उस जगह पर बैंडेज या रूई का टुकड़ा रख दिया जाता है, ताकि खून बहने से रोकथाम की जा सके। खून निकलने से थोड़ी सी चुभन महसूस होती है और बाद में हल्का नीला पड़ सकता है। (और पढ़ें - चोट का इलाज) कैल्शियम ब्लड टेस्ट के क्या जोखिम होते हैं - What are the risks of Calcium Blood Test in Hindiकैल्शिमय ब्लड टेस्ट के क्या जोखिम हो सकते हैं? कैल्शियम ब्लड टेस्ट से बहुत ही मामूली जोखिम जुड़े हैं। हर व्यक्ति की नसें व धमनियां दूसरे व्यक्ति से आकार में अलग हो सकती है, यहां तक की शरीर के एक तरफ से दूसरे तरफ की नसों व धमनियों का आकार अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों के लिए खून का सैंपल देना, अन्य लोगों के मुकाबले कठिन हो सकता है। खून के सैंपल लेने से जुड़े अन्य जोखिम मामूली हो सकते हैं, जिनमें निम्न शामिल हो सकते हैं -
(और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें) कैल्शियम ब्लड टेस्ट के परिणाम और नॉर्मल रेंज - Calcium Blood Test Result and Normal Range in Hindiनॉर्मल रिजल्ट : कैल्शियम ब्लड टेस्ट की नॉर्मल रेंज इस प्रकार हैं -
एबनॉर्मल रिजल्ट : हाइपरकैल्शीमिया में ब्लड कैल्शियम के निम्न रिजल्ट आ सकते हैं -
खून में कैल्शियम का स्तर सामान्य से अधिक होना, स्वास्थ्य संबंधी कई स्थितियों के कारण हो सकता है। इसके सामान्य कारण निम्न हैं :
खून में कैल्शियम का स्तर सामान्य से निम्न करने वाले कारण निम्न हो सकते हैं:
अगर आपके खून में कैल्शियम का स्तर बहुत कम या ज्यादा है, तो इसका कारण ढूंढने के लिए डॉक्टर निम्न में से किसी एक टेस्ट का सुझाव दे सकते हैं।
कैल्शियम ब्लड टेस्ट कब करवाना चाहिए - When to get Calcium Blood Test in Hindiकैल्शियम ब्लड टेस्ट कब करवाना चाहिए? कैल्शियम टेस्ट, एक परीक्षण के रूप में किया जाता है, अगर आप डॉक्टर के पास कुछ ऐसे लक्षण लेकर जाते हैं, जो निम्न बीमारियों के संकेत देते हैं -
अगर आपको निम्न समस्या है तो भी डॉक्टर कैल्शियम ब्लड टेस्ट करवाने का अनुरोध कर सकते हैं -
कैल्शियम का उच्च स्तर होने के निम्न लक्षण हो सकते हैं:
कैल्शियम का निम्न स्तर होने के निम्न लक्षण हो सकते हैं:
कैल्शियम ब्लड टेस्ट से जुड़े सवाल और जवाबसवाल लगभग 3 साल पहलेमेरे अंकल ने कैल्शियम ब्लड टेस्ट करवाया था जिसमें कैल्शियम लेवल 14-15 है। हमे लगा कि पैराथायरायड ग्रंथि ठीक से कार्य नहीं कर रही है लेकिन पीएचटी (पैराथायरायड हार्मोन) लेवल 2.5 से कम आया है। हमें क्या करना चाहिए?Dr. Ram Saini MD, MBBS , सामान्य चिकित्साअगर पैराथायरायड हार्मोन लेवल 2.5 है और कैल्शियम लेवल इतना ज्यादा है तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है जिसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस तरह के पेशेंट में कैंसर होने की अधिक संभावना होती है। बिना कोई देरी किए डॉक्टर को दिखाएं। सवाल लगभग 3 साल पहलेमैंने अपने कुछ टेस्ट करवाए थे जिसकी रिपोर्ट में कैल्शियम 13.56, यूरिक एसिड 7.40, फास्फोरस 2.35, सोडियम 135 आया है। डॉक्टर ने मुझे पैराथायरायड हार्मोन टेस्ट करवाने के लिए कहा है। मैं जानना चाहता हूं, इसमें कोई घबराने वाली बात तो नहीं है? डॉक्टर ने मुझे इस टेस्ट के लिए क्यों कहा है?कैल्शियम लेवल ज्यादा हो तो इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है। इसका मतलब सिर्फ यह है कि हड्डियों में कैल्शियम की कमी है। कैल्शियम युक्त आहार लें। अगर आपको इसके अलावा कोई और प्रॉब्लम नहीं है तो चिंता न करें। रोजाना दूध पिएं, आपको पैराथायरायड हार्मोन टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं है। सवाल लगभग 3 साल पहलेमैंने अपना कैल्शियम ब्लड टेस्ट करवाया था जिसकी रिपोर्ट में कैल्शियम लेवल बहुत ज्यादा आया है। क्या मुझे कैंसर हो सकता है? कैंसर और हाई लेवल कैल्शियम में क्या संबंध है?Dr. Ram Saini MD, MBBS , सामान्य चिकित्साकैंसर कई तरीकों से खून में कैल्शियम की मात्रा बढ़ा सकता है। कैंसर-संबंधी हाइपर्कैल्सीमिया के कारणों में हड्डी से संबंधी कैंसर, जैसे मल्टीपल माइलोमा या ल्यूकेमिया या कैंसर जो हड्डी तक फैल गया हो हड्डी टूटने का खतरा हो। इसकी वजह से अत्यधिक मात्रा में ब्लड में कैल्शियम रिलीज होने लगता है। सवाल लगभग 3 साल पहलेमैंने अपना कैल्शियम ब्लड टेस्ट करवाया था जिसमे कैल्शियम लेवल ज्यादा है, शरीर में कैल्शियम ज्यादा कैसे होता है?हाइपर्कैल्सीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड में कैल्शियम लेवल नॉर्मल से ज्यादा हो जाता है। ब्लड में ज्यादा कैल्शियम आपकी हड्डियों को कमजोर कर सकता है, किडनी स्टोन कर सकता है और आपके हृदय एवं मस्तिष्क के कार्यों में बाधा ला सकता है। आमतौर पर, हाइपर्कैल्सीमिया पैराथायरायड ग्रंथि के अधिक सक्रिय होने का कारण होता है। संदर्भ
सम्बंधित लेखडॉक्टर से अपना सवाल पूछें और 10 मिनट में जवाब पाएँ कैल्शियम की जांच कितने रुपए की होती है?दूध, दही, पनीर आदि में अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है।
कैल्शियम के लिए कौन सा टेस्ट होता है?कैल्शियम ब्लड टेस्ट, खून में कैल्शियम की मात्रा को मापता है। कैल्शियम शरीर के सबसे महत्वपूर्ण खनिजों (Minerals) में से एक होता है, जो हड्डियों और दांतों को स्वस्थ व मजबूत बनाता है। तंत्रिकाओं, मांसपेशियों और दिल के ठीक से कार्य करने के लिए भी कैल्शियम आवश्यक होता है।
कैल्शियम की जांच कैसे की जाती है?कैल्शियम की कमी का पता लगाने के लिए खून की जांच करवाएं और डॉक्टर द्वारा लिखें गए अन्य लैब टेस्ट करवाएं।
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