The Uttar Pradesh Public Service Commission conducts the Uttar Pradesh Combined State/Upper Subordinate Exam (UPPSC). UPPCS… Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission (UPSSSC) द्वारा आयोजित UP राजस्व लेखपाल Mains exam का आयोजन… MPPSC
(Madhya Pradesh Public Service Commission) द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination) – 2022 का हल … Uttar Pradesh लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा UP PCS Prelims Exam का आयोजन 12 June 2021 को दो पालियों… संघ लोक सेवा आयोग UPSC (Union Public Service Commission) द्वारा आयोजित Civil Services Prelims Exam (Paper 1),… हिमाचल प्रदेश की प्रमुख नदियाँ, सहायक नदियाँ, प्राचीन नाम, उद्गम स्थल, लम्बाई, (Rivers of Himachal Pradesh, Tributary, Old Name, Origin, Length) हिमाचल प्रदेश में बहने वाली बहुत सारी नदियाँ है परन्तु ये 5 नदियाँ ऐसी है जिनका हमारे हिमाचल प्रदेश में बहुत महत्व है इन नदियों को दो तंत्र में बांटा गया है “सिंधु नदी तंत्र” और “गंगा नदी तंत्र” सिंधु नदी तंत्र में सतलुज, रावी, चिनाव, व्यास और गंगा नदी तंत्र में यमुना नदी आती है हिमाचल प्रदेश की प्रमुख नदियाँ
सतलुज नदी(Satluj River)सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश की सबसे लम्बी नदी है। इसकी लम्बाई 1448 किलोमीटर है। सतलुज नदी को प्राचीन नाम से वेदो में “सुतुद्रि” और संस्कृत में “शतद्” नाम से जाना जाता है सतलुज नदी तिब्बत के मानसरोवर (रकस झील) से निकलती है यह नदी शिपकी दर्रे किन्नौर से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है किन्नौर को छोड़ कर शिमला जिले के छोहरा मे प्रवेश करती है और सतलुज नदी भाखड़ा गाँव को छोड़ कर पंजाब के नंगल प्रवेश करती है सतलुज की सहायक नदियाँ
व्यास नदी(Beas River)व्यास नदी को प्राचीन नाम से वेदो में “अरजकिया” और संस्कृत में “विपाशा ” नाम से जाना जाता है व्यास नदी पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला से होते हुई रोहतांग दर्रे (भृगु तुंग) से निकलती है इस नदी की कुल लम्बाई 460 किलोमीटर है व्यास नदी बजौरा से मण्डी में तथा संधोल से काँगड़ा में परवेश करती है व्यास नदी की सहायक नदियाँव्यास की सहायक नदियाँ 3 जिलों से होकर गुजरती है कुल्लू जिले में व्यास की सहायक नदियाँ
मण्डी जिले में व्यास की सहायक नदियाँ
काँगड़ा जिले में व्यास की सहायक नदियाँ
रावी नदी(Ravi River)रावी नदी को प्राचीन नाम से वेदो में “पुरूशानी” और संस्कृत में “इरावती ” नाम से जाना जाता है यह नदी धौलाधार पर्वत श्रृंखला के बड़ा बगांल (काँगड़ा) से निकलती है रावी नदी चम्बा के खैरी स्थान से हिमाचल से निकलकर जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करती है रावी नदी की कुल लंबाई 720 किलोमीटर है हिमाचल प्रदेश में इसकी कुल लंबाई 158 किलोमीटर है रावी नदी की सहायक नदियाँस्यूल नदी: सघणी खड़्ड, भिद्रोह खड़्ड और जुवांस खड़्ड के सगम से स्यूल नदी का निर्माण होता है बैरा खड़्ड के मिलने से स्यूल नदी विशाल रूप धारण कर लेती है स्यूल नदी लोअर चुराह के ‘चौहड़ा’ नामक स्थान पर रावी नदी में मिलती है बड़हल, ओबड़ी, तुन्डाह, साल, बैरा खड़्ड रावी की सहायक है चिनाब नदी(Chenab River)चिनाब नदी का वैदिक नाम असीकनी है चिनाब नदी बृहत् हिमालय पर्वत श्रृंखला के बारालाचा दर्रे के समीप से निकलती है चिनाब नदी दो नदियों के मिलने से बनती है चन्द्रा और भागा चन्द्रा नदी चन्द्रताल और भागा नदी सूरज ताल से निकलती है इसलिए इस नदी को चंद्रभागा नाम से भी जाना जाता है इसका जल ग्रहण क्षेत्र 7500 वर्ग किलोमीटर है चिनाब नदी की कुल लंबाई 1200 किलोमीटर है जबकि हिमाचल में यह 122 किमी है पानी के घनत्व के हिसाब से चिनाब हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी नदी है चिनाब नदी की सहायक नदियाँ
यमुना नदी(Yamuna River)यमुना नदी का प्राचीन नाम कालिंदी है यमुना नदी उत्तराखंड के कलिन्द पर्वत यमुनोत्री से निकलती है यमुना नदी उत्तराखंड के गढ़वाल से होते हुऐ हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के खोदरी माजरी गाँव में प्रवेश करती है और ताजेवाला में हिमाचल प्रदेश से निकलकर हरियाणा में बहती है यमुना नदी की कुल लंबाई 1525 किमी है यमुना नदी की सहायक नदियाँ
FAQQ: हिमाचल प्रदेश से होकर बहने वाली नदियाँ कौन सी हैं?Ans: सतलुज, रावी, व्यास, चिनाब, यमुना ये प्रमुख पांच नदियाँ हिमाचल प्रदेश से होकर बहती है Q: हिमाचल प्रदेश की सबसे लंबी नदी कौन सी है?Ans: हिमाचल प्रदेश की सबसे लम्बी नदी सतलुज है Q: हिमाचल प्रदेश की किस नदी को स्थानीय लोग दुख की नदी कहते हैं?Ans: हिमाचल प्रदेश की स्वा नदी को दुख की नदी कहते है Q: भरमौर क्षेत्र में बहने वाली मुख्य नदी कौन सी है?Ans: रावी नदी भरमौर क्षेत्र में बहने वाली मुख्य नदी है अन्य पढ़े:–
कौन सी नदिया हिमाचल प्रदेश के पर्वतों से निकलती है?चिनाब नदी (Chenab river):
इसका उदगम् बृहत् हिमालय पर्वत श्रृंखला के 'वारालाचा' दरें (4891 मी.) की ऊँचाई से होता है। चिनाव नदी चन्द्रा और भागा दो नदियों के संगम से बनती है। चन्द्रा नदी चन्द्रताल तथा भागा नदी सूरज ताल से निकलती है।
हिमालय पर्वत से कितनी नदियां निकलती है?हिमालय की तीन नदियां सिंधु, सतलज, एवं ब्रह्मपुत्र हिमालय की उत्पत्ति से पहले भी यहां बहती थी। तीनों नदियां मानसरोवर झील से निकलती हैं। यह तीनों नदियां हिमालय के उत्थान से पहले तिब्बत के मानसरोवर झील से निकलती थी तथा टेथिस सागर में गिरती थी।
हिमालय से निकलने वाली नदियां कौन कौन सी है?नदियों के देश कहे जाने वाले भारत में मुख्यतः हिमालय से निकलने वाली नदियाँ(सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र), प्रायद्वीपीय नदी(नर्मदा, कावेरी, महानदी) प्रणाली है।
हिमाचल प्रदेश से कितनी नदियां निकलती हैं?हिमाचल प्रदेश मुख्यतः 5 नदियों का प्रदेश है । सतलुज , चिनाब , रावी , व्यास , यमुना ।
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