Monsoon Diet बारिश के मौसम के दौरान सेहत की देखभाल और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब COVID-19 पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। तो आइए जानें कि बारिश के मौसम में क्या खाना चाहिए और किन चीज़ों से दूरी बनानी चाहिए? Show नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Monsoon Diet: मॉनसूम हमें गर्मी की चिलचिलाती धूप से राहत दिलाता है। बारिश का मौसम आते ही हम सभी फ्रेश और खुश महसूस करते हैं। लेकिन बारिश खुशहाली लाने के साथ कई बीमारियां भी साथ लाती है। खाने से होने वाले संक्रमण से लेकर मच्छर से होने वाली बीमारियों तक, बारिश का मौसम कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। इस मौसम में स्वस्थ रहने के साथ अपने इम्यून सिस्टम को भी मज़बूती देना चाहिए। इसके लिए संतुलित आहार अहम भूमिका निभा सकता है। बारिश के मौसम के दौरान सेहत की देखभाल और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, जब COVID-19 पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। तो आइए जानें कि बारिश के मौसम में क्या खाना चाहिए और किन चीज़ों से दूरी बनानी चाहिए? मसालेदार और ऑयली फूड खाने से बचें बारिश के मौसम में हम सभी को पकोड़े और समोले खाने में मज़ा आता है, लेकिन इस मौसम में ज़्यादा मसालेदार या ऑयली खाना खाने से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है। बारिश के मौसम में पेट से जुड़ी बीमारियां आसानी से हो जाती हैं, क्योंकि उमस हमारे मेटाबॉलिज़्म को धीमा करती हैं। ताज़ा पका हुआ खाना ही खाएं यूं तो सलाद खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन मॉनसून में कच्ची सब्ज़ियां खाना सेहत से जुड़ी तकलीफों को न्योता देने के बराबर है। कुछ सब्जि़यों में गंदगी के कारण बहुत अधिक मात्रा में रोगाणु होते हैं, जिससे जठरांत्र संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। बेहतर है इस मौसम में पका हुआ ताज़ा खाना ही खाएं। सी-फूड खाने से भी बचें। हरी पत्तेदार सब्ज़ियां न खाएं हरी पत्तेदाक सब्ज़ियां पोषण तत्वों से भरपूर होती हैं, इसलिए इन्हें रोज़ाना खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन बारिश के मौसम में, बेहतर है कि इन्हें डाइट में शामिल न किया जाए। इस मौसम में उमस बढ़ने की वजह से हरी पत्तेदार सब्ज़ियां जल्दी ख़राब हो जाती हैं। इसके अलावा मौसम की नमी की वजह से पौधे में कीटाणुओं के लिए एक आदर्श प्रजनन स्थल बन जाते हैं। इसलिए इस मौसम में पालक, पत्ता गोभी और फूल गोभी जैसी सब्ज़ियां नहीं खानी चाहिए। मसाला चाय पिएं मॉनसून में होने वाली उमस और पसीने की वजह से हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसे पूरा करने के लिए पानी और तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाना चाहिए। साथ ही आप मसाला चाय का आनंद भी ले सकते हैं। मसाला चाय में दालचीनी, तुलसी, अदरक, इलाइची जैसी चीज़ों का इस्तेमाल ज़रूर करें, ताकि संक्रमण से बचे रहें। साफ पानी पिएं कई लोग किचन के नल या बोरवेल से सीधे पानी पी लेते हैं। उन्हें इस बात का अहसास नहीं होता कि बारिश के मौसम में पानी कीटाणुओं से आसानी से संक्रमित हो जाता है। यह दूषित पानी पीने से पेट से जुड़े इंफेक्शन, दस्त या टाइफॉइड होने का ख़तरा रहता है। मसालों का इस्तेमाल करें मसाले एंटी-सेप्टिक और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। अपनी डाइट में हल्दी, काली मिर्च और लॉन्ग जैसे मसाले शामिल करने से आप संक्रमणों से बचे रहेंगे। साथ ही ज़ुकाम और खांसी का जोखिम भी कम होगा। Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। Edited By: Ruhee Parvez
वसंत ऋतु (Spring) चैत्र-वैशाख ग्रीष्म ऋतु (Summer) वर्षा ऋतु (Monsoon) शरद ऋतु (Autumn) हेमंत ऋतु (Winter) शिशिर ऋतु
(Cold) क्या हैं कफ, पित्त और वात दोष अच्छा खाना, खराब खाना ज्यादातर ऋतुओं में फायदेमंद भोजन ज्यादातर ऋतुओं में
नुकसानदेह भोजन दही का सेवन करें 6 तरह के आहार दिसंबर-जनवरी क्या न
करें जनवरी-फरवरी क्या न करें फरवरी-मार्च क्या न करें मार्च-अप्रैल क्या न करें अप्रैल-मई क्या
न करें क्या न करें जून-जुलाई क्या न करें - खट्टे (नीबू, संतरा), नमकीन या कड़वे (लहसुन, सौंठ, प्याज़, मूली आदि) खाने का सेवन न करें। जुलाई-अगस्त
क्या न करें अगस्त-सितंबर क्या न करें सितंबर-अक्टूबर क्या न करें अक्टूबर-नवंबर क्या न करें नवंबर-दिसंबर क्या न करें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें आयुर्वेद के अनुसार किस महीने में क्या खाना चाहिए?किस माह में क्या खाएं-
।। चैत चना, बैसाखे बेल, जैठे शयन, आषाढ़े खेल, सावन हर्रे, भादो तिल। कुवार मास गुड़ सेवै नित, कार्तिक मूल, अगहन तेल, पूस करे दूध से मेल। माघ मास घी-खिचड़ी खाय, फागुन उठ नित प्रात नहाय।।
किस ऋतु में क्या खाना चाहिए?किस ऋतु में क्या खाएँ?. ग्रीष्म ऋतु (जून से जुलाई) पुराना गेहूँ, जौ, सत्तू, भात, खीर, दूध ठंडे पदार्थ, कच्चे आम का पना, बथुआ, करेला, परवल, ककड़ी, तरबूज आदि का सेवन वाँछनीय है। ... . वर्षा ऋतु (अगस्त से सिम्बर) पुराने चावल, पुराना गेहूँ, खीर, दही, खिचड़ी, व हल्के पदार्थों का सेवन करना चाहिए। ... . शरद ऋतु (अक्टूबर से नवम्बर) ND.. कौन से महीने में करेला नहीं खाना चाहिए?आश्विन में इसका करें परहेज
यह माह अंग्रेजी माह के अनुसार सिंतबर-अक्टूबर के बीच आता है। इस माह में करेला खाना मना है। इस माह में नित्य गुड़ खाना चाहिए।
कौन से मौसम में क्या नहीं खाना चाहिए?बारिश के मौसम में दूध, दही, पनीर, छाछ आदि डेयरी प्रोडक्ट्स न खाने की सलाह दी जाती है. इस मौसम में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, ऐसे में ये चीजें आसानी से डाइजेस्ट नहीं हो पातीं. वहीं कफ से जुड़ी समस्याएं बढ़ने का रिस्क ज्यादा होता है. इस कारण मॉनसून में डेयरी प्रोडक्ट्स न लेने की सलाह दी जाती है.
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