अगर किसी को ठंड या बुखार जैसा लग रहा है तो उस समय न तो नहाने का मन करता है और न ही कुछ खाने का मन होता है। लेकिन अगर हल्का बुखार हो रहा है तो इसे दूर करने के लिए आप नहा कर अपने शरीर का तापमान कम कर सकते हैं। साथ ही खाने पर भी ध्यान देना होगा। हल्का-हल्का खाना खाते रहे इससे शरीर मे कमजोरी नहीं आएगी। Show ये भी पढ़ें: वायरल बुखार का रामबाण इलाज: viral bukhar ka ramban ilaj बुखार में नहाने के फायदे-हम सभी को पता है कि बुखार में शरीर का तापमान बढ़ जाता है और शरीर को ठंड लगती है। ऐसे में व्यक्ति कुछ काम नहीं कर पाता और कमजोरी महसूस करता है। अक्सर बुखार होने पर लोग कम्बल और रजाई के अंदर रहते है लेकिन ऐसा करने से शरीर का तापमान कम नहीं होता बल्कि और बढ़ जाता है क्योंकि कम्बल और रजाई के अंदर रहने से शरीर का तापमान गर्म रहता है। लेकिन अगर आपको बुखार ज्यादा नहीं है तो आप ऐसे में गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं। इससे बुखार जल्द ठीक हो जाएगा। लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि नहाने से शरीर का तापमान को कम हो जाएगा, लेकिन इसके साथ बुखार की दवा लेना जरूरी है। ये भी पढ़ें: भाप लेने के फायदे: bhap lene ke fayde बुखार में नहाने का तरीका-अगर आपको लंबे समय से बुखार है तो आपको अपने शरीर को गीले तौलिये से साफ करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर का तापमान भी कम हो जाता है। साथ ही मरीज को साफ औऱ ताज़ा भी महसूस होगा। लेकिन अगर आप अच्छा महसूस कर रहे हैं और आपका मन नहाने का कर रहा है तो आप गुनगुने पानी से स्नान कर सकते हैं। बुखार में कब नहीं नहाना चाहिए-अगर किसी का बुखार 102 डिग्री है या इससे ज्यादा हो रहा है तो ऐसे में नहाने की गलती न करें। वहीं अगर आपको चक्कर या कमजोरी महसूस हो रही है तब भी नहाने से बचना चाहिए। अगर आप नहाने जा रहे हैं और आपको हल्का बुखार है तो ऐसे में भी ठंडे पानी से नहाने की गलती न करें। हमेशा गर्म पानी का ही इस्तेमाल करें। साथ ही अपनी दवा भी समय पर लेते रहें। नोट- अगर किसी को तेज बुखार है तो ऐसे में नहाने की गलती न करें। इससे तबीयत खराब हो सकती है। ये भी पढ़ें: बुखार में क्या खाना चाहिए: bukhar mein kya khana chahiye Edited by Naina Chauhan Thank You! बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और बुखार आम बात है. ऐसे में जब सुबह-सुबह ओस के कारण मौसम बहुत ठंडा हो जाता है, तो बुखार जैसा महसूस होने लगता है. ऐसे में अक्सर शरीर का तापमान बढ़ जाता है, अधिकतर लोग इसे नजरअंदाज करके छोड़ देते है. ऐसे में शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है, इसकी वजह बुखार भी हो सकता है. बुखार होने पर बहुत परेशानियां झेलनी पड़ती है. ऐसे में खान पान का ख़ास ख्याल रखना चाहिए, ताकि आपकी सेहत और न बिगड़ जाएं. अधिकतर लोग यह नहीं जानते है कि बुखार होने पर क्या खाना चाहिए और किस चीज का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए. जानिए बुखार आने पर किन बातों का रखें ख़ास ख्याल और कौन से उपाय तुरंत करें ताकि बुखार कम हो जाए. बुखार आने पर क्या करें? 1- बुखार आने पर थोड़े थोड़े समय पर भोजन करें और ध्यान रहें कि एकदम हल्का भोजन करें और खाने के बाद घर में टहलते रहें. बुखार आने पर क्या नहीं करना चाहिए? News Reels 1- नहाना नहीं चाहिए 2- इन फलों का सेवन बिलकुल न करें 3- व्यायाम न करें 4- दही का सेवन न करें Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. ये भी पढ़ें: घुटनों के दर्द को जिंदगीभर के लिए कहें गुडबाय, अपनाएं ये 5 आसान टिप्स Check out below Health Tools- Calculate The Age Through Age Calculator क्या बुखार में स्नान करना चाहिए?अधिकतर लोग ये सोचते हैं कि बुखार आने पर ठंडे पानी से नहीं नहाना चाहिए, इसलिए लोग गरम पानी से नहा लेते हैं, ताकि फ्रेश महसूस करें. अक्सर लोगों को ऐसा लगता है कि गरम पानी से नहाने से सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा परंतु यही सबसे बड़ी गलती मानी जाती है. ऐसे में ध्यान रखें कि आप ठंडे या गरम किसी भी पानी से न नहाएं.
बुखार में क्या नहीं करना चाहिए?चीनी और प्रोसेस्ड फूड शरीर में हिस्टामाइन प्रोडक्शन का कारण बनते हैं, जिससे हे फीवर के लक्षण और अधिक बढ़ सकते हैं. इसलिए मीठे का सेवन काफी कम करें या फिर बंद कर दें.
क्या बुखार में गर्म पानी पीना चाहिए?अगर आपको बुखार हो रहा है तो सबसे पहले गरम पानी पिएं. गर्मी में शरीर को हाइड्रेट रखना भी जरूरी है. इसलिए गरम पानी पीते रहें. इससे गले में खांसी और खराश में भी आराम मिलेगा और जुकाम में राहत मिलेगी.
क्या बुखार में दूध पी सकते हैं?अगर लूज मोशन नहीं हैं तो डाइट में दूध भी शामिल कर सकते हैं। अगर आपको जुकाम नहीं है तो आप दही भी खा सकते हैं। पर ध्यान रखें कि आप दही को सुबह ही खाएं। टाइफाइड की वजह से शरीर में पोषक तत्त्वों की कमी हो जाती है।
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