खून के थक्के जमने से क्या होता है? - khoon ke thakke jamane se kya hota hai?

Health Care: शरीर में खून के थक्के जमना बेहद गंभीर हो सकता है। इसे हम ब्लड क्लॉटिंग भी कहते हैं। खून के थक्के कई तरह के होते हैं। ज्यादातर खून के थक्के पैर के नीचे की तरफ दिखाई देते हैं। रक्त के थक्के आपके हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क और पेट के क्षेत्रों में भी बन सकते हैं।

खून का थक्का जमना कोरोना के दुष्प्रभावों में से एक है। एक पोस्ट-कोरोनावायरस स्टडी में पाया गया कि जो रोगी वायरस से संक्रमित थे, उनमें लगभग एक साल बाद खून के थक्के विकसित हुए। इस वजह से मरीजों में दूसरी बीमारियों का भी खतरा देखा गया। खून के थक्कों की अवधि के दौरान, आपका शरीर कई लक्षण दिखाता है। इसलिए अगर आप इन लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं तो यह खतरा बढ़ने की संभावना है। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने से आपको सही इलाज मिलने में मदद मिलेगी।

चोट लगने या कट जाने पर खून का थक्का बनना जरूरी होता है क्योंकि यह शरीर से अत्यधिक ब्लीडिंग को रोकता है, लेकिन जब यह शरीर के अंदर की नसों में थक्का जमा होने लगता है तो यह खतरनाक हो जाता है। नसों में खून का थक्का बनना खतरनाक होता है। इसके कारण हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक हो सकता है।

खून के थक्के बनने के मुख्य लक्षण

  1. त्वचा के रंग में बदलाव: खून के थक्के हाथों और पैरों की नसों को ब्लॉक कर देते हैं और आपकी त्वचा का रंग बदलने लगता है।
  2. सूजन: एक रक्त का थक्का आपके ब्लड सर्कुसलेशन को रोकता है। इससे ब्लड के इकट्ठा होने और कोशिकाओं में सूजन आने की संभावना रहती है। आपके हाथ या पेट में खून का थक्का बन सकता है । ऐसे में हर 3 में से एक व्यक्ति को शरीर के विभिन्न हिस्सों में सूजन की शिकायत होती है
  3. छाती में दर्द: अगर आपको दर्द हो रहा है, तो इसका मतलब है कि आपके शरीर में बना खून का थक्का टूट गया है। ऐसे समय में हार्ट अटैक भी आ सकता है।
  4. सांस लेने में दिक्क्त: अगर आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो यह फेफड़ों या दिल में रक्त के थक्के का संकेत हो सकता है। यह आपकी हृदय गति को बढ़ा सकता है। आप बेहोश भी हो सकते हैं। यह लक्षण बहुत ही गंभीर होता है।
  5. लगातार खांसी आना: लगातार खांसी आना भी शरीर में खून के थक्के जमने का संकेत है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आपको सीने में चोट लगी है या खांसी में खून आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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    नई दिल्ली। Blood Clots: खून का थक्का जमने की समस्या किसी को भी हो सकती है। ब्लड क्लॉट यानि खून का थक्का होने पर खून तरल पदार्थ से एक जेल में बदलने लगता है जिसका स्वरूप एक थक्के जैसा होता है। इसे थ्रोम्बोसिस भी कहते हैं। चोट या कहीं कट लग जाने की स्थिति में ब्लड क्लॉटिंग जरूरी होती है क्योंकि ये शरीर से ज्यादा खून निकलने से रोकता है, लेकिन जब ये क्लॉटिंग शरीर के अंदर नसों में होने लगती है तो खतरनाक बन जाती है। इस तरह का खून का थक्का हमेशा ही अपने आप या प्राकृतिक रूप से घुलकर वापस खून में परिवर्तित नहीं होता। इस तरह की स्थिति बेहद खतरनाक और कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है।

    अगर आपके शरीर में भी दिख रहें हैं ये लक्षण तो आप हो सकते हैं हार्ट अटैक के शिकार

    खून का थक्का जमने से संबंधित विकार 2 तरह का होता है। पहला- जिसमें लगातार खून बहना जारी रहता है और खून का थक्का नहीं जमता और दूसरा- अप्रत्याशित तरीके से खून का थक्का जमना या थ्रॉम्बोसिस की समस्या जो आपकी नसों या धमनियों में हो सकती है। खून का थक्का पूर्ण रूप से आपकी रक्त वाहिकाओं को ब्लॉक कर सकता है, जिसके कारण शरीर में गंभीर परेशानियां खड़ी हो सकती है। ब्रेन में हुई ब्लड क्लॉटिंग को स्ट्रोक भी कहते हैं। ब्रेन की ब्लड क्लॉटिंग की वजह से अचानक और तेज सिरदर्द हो सकता है।

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    ब्लड क्लॉट के लक्षण :विभिन्न ब्लड क्लॉट के अलग-अलग लक्षण होते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि थक्का कहां बना है और इसका आकार क्या है। ब्लड क्लॉट के लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं। थ्रोबिंग या ऐंठन, दर्द, सूजन, हाथ-पैरों में लालिमा आ जाना, अचानक सांस फूलना, तेज सीने में दर्द और खांसी या खांसी में खून आना इसके लक्षण हो सकते हैं। ब्रेन की ब्लड क्लॉटिंग की वजह से अचानक और तेज सिरदर्द हो सकता है, लकवा और कई दूसरे लक्षण भी दिखाई देते हैं। पैर में खून के थक्के के कारण पैर में सूजन आ सकती है, जिससे यह दूसरे पैर से काफी बड़ा हो जाता है और यह डीवीटी का संकेत हो सकता है। यदि कोरोनरी धमनी में रक्त का थक्का बन जाता है, तो दिल के दौरे के लक्षण छाती या बाहों में जकड़न, चक्कर आना हो सकते हैं।

    ब्लड क्लॉट, खून का एक थक्का होता है जिसमें खून अपने तरल रूप की जगह जेल की तरह या अर्धठोस स्थिति में बदल जाता है। वैसे तो खून का थक्का जमना एक आवश्यक प्रक्रिया है जो आपको चोट लगने, कटने या घायल होने पर बहुत अधिक खून बहने से रोक सकती है। ब्लड क्लॉटिंग या खून का थक्का जमने से संबंधित विकार एक ऐसी परिस्थिति है जिसमें शरीर के अंदर मौजूद नसों या रक्त वाहिकाओं के अंदर ही खून का थक्का जमने लगता है। इस तरह का खून का थक्का हमेशा ही अपने आप या प्राकृतिक रूप से घुलकर वापस खून में परिवर्तित नहीं होता। इस तरह की स्थिति बेहद खतरनाक और कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती है। 

    आमतौर पर एक ऐसा रक्त का थक्का जो गतिहीन नहीं है उससे आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन इस बात की आशंका भी बनी रहती है कि यह थक्का गतिशील होकर खतरनाक बन जाए। यदि इस तरह का कोई खून का थक्का टूटकर नसों के माध्यम से हृदय, फेफड़े या ब्रेन तक पहुंच जाए तो यह इन अंगों में जाकर अटक सकता है और रक्त के प्रवाह को रोक सकता है। ऐसा होने पर आपातकालीन चिकित्सीय मदद की स्थिति बन जाती है।

    (और पढ़ें - खून बहना बंद कैसे करें)

    खून का थक्का जमने से संबंधित बीमारी एक और तरह की हो सकती है जिसमें चोट लगने या त्वचा या मांसपेशियों के कटने पर खून का थक्का नहीं जमता और लंबे समय तक लगातार खून बहना जारी रहता है। अगर अंदरूनी अंगों के अंदर बहुत देर तक ब्लीडिंग जारी रहे तो इस कारण भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति बन सकती है।

    शरीर में खून का थक्का जमने के क्या लक्षण होते हैं?

    ब्लड क्लॉटिंग के लक्षण (Blood Clot Symptoms).
    स्किन का कलर बदलना - अगर कोई थक्का आपके हाथ या पैर की नसों को बंद कर देता है, तो वह नीले या लाल रंग के दिख सकते हैं. ... .
    सूजन- जब कभी भी खून का थक्का आपके शरीर में ब्लड के फ्लो को रोकता या कम करता है तो यह कोशिकाओं में जमने लगता है जिससे इनमें सूजन आने लगती है..

    अगर खून जम जाए तो क्या करना चाहिए?

    इसके इलाज में खून को पतला करने वाली दवाई एंटीकोग्युलेन्ट (anticoagulants) और दबाव वाले स्टॉकिंग या फुट पम्प जो आपके खून के प्रवाह और किसी भी खून के थक्के को बनने से रोक सकते है, ये सभी विकल्प शामिल होंगे।

    पेट में खून जमने से क्या होता है?

    पेट में: पेट में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी। फेफड़ों में: सांस की तकलीफ, गहरी सांस लेने में दर्द और हृदय गति में वृद्धि। मस्तिष्क में: बोलने में परेशानी, दृष्टि संबंधी समस्याएं, दौरे पड़ना, शरीर में लकवा या सिरदर्द की समस्या। हृदय में: सीने में दर्द, बहुत अधिक पसीना आना, सांस की तकलीफ, बाएं हाथ में दर्द।

    रक्त का थक्का जमने से कौन सा रोग होता है?

    प्रारूप: डीप वेन थ्राम्बोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में कहीं किसी एक नस के भीतर रक्त का थक्का बन जाता है। डीप वेन थ्राम्बोसिस ज्यादातर निचले पैर या जांघ में होता है हालाँकि यह कभी-कभी शरीर के अन्य भागों में भी हो सकता है।