लेफ्टिनेंट का क्या काम होता है? - lephtinent ka kya kaam hota hai?

देश की रक्षा के लिए भारत में भारतीय सैनिकों की भर्ती की जाती है, जो हर समय देश की रक्षा के लिए दुश्मनों का सामना करने के लिए तैयार रहते है | भारतीय सेना में लोगों को कई पदों पर नियुक्ति की जाती है, क्योंकि भारतीय सेना के अंतर्गत कई पद आते है, जिसमें लोगों की नियुक्ति की जाती है, जिस प्रकार किसी कंपनी में अलग-अलग रैंक के अधिकारी, कर्मचारी कार्य करते है, उसी प्रकार भारतीय सेना में पद के अनुसार सभी सैन्यकर्मियों की एक अलग पहचान होती है |

इसी तरह भारतीय सेना में एक  Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) का पद होता है | यह एक ऐसा पद होता है, जिसे प्राप्त करने के लिए लोगों को कठिन कठिन से परिश्रम करना होता है, जिसके बाद ही लोग इस पद को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर पाते है | इसलिए यदि आपको  Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) के विषय में अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है और आप इसके विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको  Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) क्या है, कैसे बने – योग्यता, वेतन, तैयारी कैसे करे | इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है | 

सेना में भर्ती कैसे होती है

Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) के बारे में

  • Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) के बारे में
  • Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) बनने के लिए योग्यता 
  • आयु सीमा 
  • न्यूनतम शारीरिक मानदंड
  • जरूरी सूचनाएं
  • वेतनमान
  • तरक्की का क्रम
    • पद वेतन मान

यह पद भारतीय थल सेना का पद होता है | इस पद में ट्रेनिंग के जरिए चयनित उम्मीदवारों को लेफ्टिनेंट की रैंक पर परमानेंट कमिशन प्रदान किया जाता है | इस कोर्स के लिए केवल अविवाहित पुरुष उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते हैं।  

Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) बनने के लिए योग्यता 

इस पद पर आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/स्कूल से न्यूनतम 70 फीसदी अंकों के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषयों से 12वीं की परीक्षा में सफलता परैत करना आवश्यक होता है | 

एलएसी या वास्तविक नियंत्रण रेखा क्या है

आयु सीमा 

इस पद के लिए अभ्यर्थी की आयु सीमा साढ़े सोलह साल से कम नहीं होनी चाहिए और साढ़े उन्नीस साल से अधिक नहीं होनी चाहिए ।

न्यूनतम शारीरिक मानदंड

  • कद : 157.5 सेंटीमीटर
  • वजन : सही अनुपात में हो। 
  • सीना : कद के हिसाब से सही अनुपात में हो। फुलाने पर 5 सेंटीमीटर अधिक हो। 

जरूरी सूचनाएं

  • पदों की संख्या आवश्यकतानुसार घटाई या बढ़ाई जा सकती है।
  • 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों का आकलन संबंधित राज्य बोर्ड में लागू अंक व्यवस्था के आधार पर किया जाता है | 
  • चार वर्षीय इस कोर्स को पूरा करने के बाद चयनित उम्मीदवारों को लेफ्टिनेंट की रैंक पर परमानेंट कमिशन प्रदान किया जाने लगता है | 
  • एसएसबी इंटरव्यू के लिए कॉल लेटर ई-मेल या एसएमएस के माध्यम से माना जाता है |

एनसीसी या राष्ट्रीय कैडेट कोर क्या है

वेतनमान

तीन साल की ट्रेनिंग के दौरान कैडेट को हर महीने 56,100 रुपये की स्टाइपेंड प्रदान किया जाता है और चौथे साल की ट्रेनिंग पूरी होने पर लेफ्टिनेंट रैंक का ग्रेड पे प्रदान किया जाता है | 

तरक्की का क्रम

पद वेतन मान

  1. लेफ्टिनेंट             56,100 से 1,77,500 रुपये
  2. कैप्टन           61,300 से 1,93,900 रुपये
  3. मेजर             69,400 से 2, 07,200 रुपये
  4. लेफ्टिनेंट कर्नल       1,21,200 से 2,12,400 रुपये
  5. कर्नल           1,30,600 से 2,15,900 रुपये
  6. बिग्रेडियर           1,39,600 से 2,17,600 रुपये
  7. मेजर जनरल           1,44,200 से 2,18,200 रुपये
  8. लेफ्टिनेंट जनरल     1,82,200 से 2,24,100 रुपये
  9. ऊपरी रैंक         2,25,000 (फिक्स)

एनडीए (NDA) कैसे ज्वाइन करे

यहाँ पर हमने आपको  Lieutenant General (लेफ्टिनेंट जनरल) के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि इस जानकारी से संतुष्ट है, या फिर इससे समबन्धित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करके अपना सुझाव दे सकते है, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही उत्तर दिया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |

एसएससी CHSL परीक्षा तैयारी कैसे करे ?

एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला Published by: देवेश शर्मा Updated Thu, 01 Sep 2022 08:49 PM IST

Become a Lieutenant in Indian Army: भारतीय सेना दुनिया दूसरी सबसे बड़ी और चौथी सबसे मजबूत एवं ताकतवर सेना है। भारतीय सेना (Indian Army) की नौकरी करना और सेना में भर्ती होना प्रतिष्ठा का विषय माना जाता है। भारत में सेना में काम करना न केवल गर्व की बात मानी जाती है बल्कि युवा इसे देश की सेवा से जोड़कर देखते हैं। मूल रूप से, भारतीय सेना के लिए काम करने वाले अधिकारियों को कमीशन और गैर-कमीशन अधिकारियों में विभाजित किया जाता है। भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (Lieutenant) अधिकारी कमीशन अधिकारियों की श्रेणी में आते हैं। 

तय समय-सीमा में वेतन वृद्धि और पदोन्नति भी

एक लेफ्टिनेंट भारतीय सेना (Lieutenant in Indian Army) में सबसे कम रैंक वाला या कहे तो शुरुआती रैंकिंग वाला अधिकारी होता है। एक लेफ्टिनेंट 40 से 60 अधीनस्थ या सैनिकों की एक इकाई का प्रभारी होता है जो सीधे उसे रिपोर्ट करते हैं। साथ ही, जो लोग लेफ्टिनेंट के रूप में काम कर रहे हैं, उन्हें न केवल अच्छा वेतन बल्कि स्वास्थ्य बीमा, आवास, परिवहन छूट, पीएफ, और कई अन्य जैसे आकर्षक भत्ते भी दिए जाते हैं। इसके अलावा तय समय-सीमा में वेतन वृद्धि और पदोन्नति भी मिलती है। तो आइए जानते हैं कि भारतीय सेना में कैसे बन सकते हैं लेफ्टिनेंट ऑफिसर और क्या होती हैं सैलरी, रैंक और पदोन्नति प्रक्रिया। 
 

Lieutenant in Indian Army: भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने के पांच तरीके

भारतीय युवा कक्षा 10+2 और स्नातक के बाद निम्नलिखित पांच तरीकों से भारतीय सेना में भर्ती हो सकते हैं और बतौर लेफ्टिनेंट शुरुआती नियुक्ति पा सकते हैं।
 

  1.                          
            
    
                             
            यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग की एनडीए परीक्षा के लिए पंजीकरण करें और क्वालीफाई करके सेना में शामिल हों और प्रशिक्षण पूरा करें।
  2.                          
            
    
                             
            इंजीनियरिंग छात्रों के लिए विश्वविद्यालय प्रवेश योजना यानी यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के तहत सेना में शामिल होने का मौका रहता है। 
  3.                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट बनने के लिए युवा स्नातक अंतिम वर्ष के दौरान संघ लोक सेवा आयोग की यूपीएससी सीडीएस परीक्षा में शामिल हों और एग्जाम क्वालीफाई करके प्रशिक्षण पूरा करें। 
  4.                          
            
    
                             
            10+2 के दौरान साइंस बैकग्राउंड से जुड़े उम्मीदवार इंडियन आर्मी टीजीसी यानी टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स पूरा करके भी लेफ्टिनेंट के तौर पर नियुक्ति पा सकते हैं। 
  5.                          
            
    
                             
            वहीं, इन सब के अलावा भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने के लिए तकनीकी प्रवेश योजना भी एक जरिया है। 

Indian Army रैंक पदोन्नति मानदंड

भारतीय सेना में कमीशन मिलने के बाद बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने वाले अभ्यर्थी दो साल की सेवा के बाद कैप्टन के पद पर पदोन्नत होते हैं। वहीं, अगले 06 साल पूरे होने के बाद वे मेजर की रैंक पर पदोन्नत होते हैं। इसके बाद समय-समय पर निर्धारित रैंक क्रम में पदोन्नति मिलती रहती हैं। 
 

  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट : कमीशन होने पर 
  •                          
            
    
                             
            कैप्टन : 02 साल पूरे होने पर
  •                          
            
    
                             
            मेजर : 06 साल पूरे होने पर
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट कर्नल : 13 साल पूरे होने पर
  •                          
            
    
                             
            कर्नल (टीएस) : 26 साल पूरे होने पर
  •                          
            
    
                             
            कर्नल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
  •                          
            
    
                             
            ब्रिगेडियर : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
  •                          
            
    
                             
            मेजर जनरल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी स्केल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी+स्केल : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन
  •                          
            
    
                             
            वीसीओएएस/ सेना कमांडर/ लेफ्टिनेंट जनरल (एनएफएसजी) : सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन एवं चयन के आधार पर
  •                          
            
    
                             
            सीओएएस (सेना प्रमुख) : {सिर्फ अपेक्षित सेवा शर्तों की पूर्ति के अधीन एवं चयन के आधार पर होती है।}

Indian Army शुरुआती रैंक स्तर और वेतनमान

 
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट : (लेवल 10) 56,100 - 1,77,500 रुपये
  •                          
            
    
                             
            कैप्टन : (लेवल 10बी) 61,300 - 1,93,900 रुपये
  •                          
            
    
                             
            मेजर : (लेवल 11) 69,400 - 2,07,200 रुपये 
                             
            
    
                             
            
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट कर्नल : (लेवल 12ए) 1,21,200 - 2,12,400 रुपये
  •                          
            
    
                             
            कर्नल : (लेवल 13) 1,30,600 - 2,15,900 रुपये
  •                          
            
    
                             
            ब्रिगेडियर : (लेवल 13ए) 1,39,600 - 2,17,600 रुपये
  •                          
            
    
                             
            मेजर जनरल : (लेवल 14) 1,44,200 - 2,18,200 रुपये
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी स्केल : (लेवल 15) 1,82,200 - 2,24,100 रुपये
  •                          
            
    
                             
            लेफ्टिनेंट जनरल एचएजी+स्केल : (लेवल 16) 2,05,400 - 2,24,400 रुपये
  •                          
            
    
                             
            वीसीओएएस/ सेना कमांडर/ लेफ्टिनेंट जनरल (एनएफएसजी) : (लेवल 17) 2,25,000/- रुपये (फिक्स्ड)
  •                          
            
    
                             
            सीओएएस (सेना प्रमुख) : (लेवल 18) 2,50,000/- रुपये (फिक्स्ड)

लेफ्टिनेंट क्या काम करता है?

एक लेफ्टिनेंट भारतीय सेना (Lieutenant in Indian Army) में सबसे कम रैंक वाला या कहे तो शुरुआती रैंकिंग वाला अधिकारी होता है। एक लेफ्टिनेंट 40 से 60 अधीनस्थ या सैनिकों की एक इकाई का प्रभारी होता है जो सीधे उसे रिपोर्ट करते हैं।

आर्मी की सबसे बड़ी पोस्ट कौन सी है?

जनरल (General) जनरल जिसे हम सेना प्रमुख के नाम से भी जानते हैं या कमांडर इन चीफ के नाम से भी जाना जाता है। ये इंडियन आर्मी में सबसे बड़ी रैंक होती है। आप इनकी वर्दी पर एक क्रॉस्ड बैटन लगा होता है पांच बिंदुओं के स्टार के साथ एक अशोक स्तम्भ लगा हुआ होता है।

लेफ्टिनेंट कर्नल का मतलब क्या होता है?

[सं-पु.] - सेना में कर्नल से ठीक नीचे और मेजर से ऊपर वाला पद।

लेफ्टिनेंट को इंग्लिश में कैसे लिखते हैं?

A lieutenant is a junior officer in the army, navy, or air force.