प्रश्न 6: पुष्टि हेतु कारण दें: Show (a) जल कमरे के ताप पर द्रव है। उत्तर: कमरे के ताप पर जल के कणों की गतिज ऊर्जा इतनी कम होती है कि वे एक दूसरे के साथ बने रहते हैं और उनमें बहाव भी रहता है। इसलिए जल कमरे के ताप पर द्रव है। (b) लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है। उत्तर: कमरे के ताप पर लोहे के कणों के बीच आकर्षण बल अत्यधिक रहता है और उनके बीच का रिक्त स्थान नगण्य रहता है। इसलिए लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है। प्रश्न 7: 273 K पर बर्फ को ठंडा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठंडा करने पर शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है? उत्तर: 273 K तापमान पर बर्फ पिघलकर जल में बदलने लगता है। इस प्रक्रिया में बर्फ ऊष्मा अवशोषित करता है। ऐसा जल के साथ नहीं होता है। इसलिए इस तापमान पर जल की तुलना में बर्फ शीतलता का अधिक प्रभाव देता है। प्रश्न 8: उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है? उत्तर: उबलते हुए पानी की तुलना में भाप के पास अधिक प्रसुप्त ऊष्मा होती है। इसलिए जल की तुलना में भाप से जलने की तीव्रता अधिक महसूस होती है। प्रश्न 9: निम्नलिखित चित्र के लिए A, B, C, D, E तथा F की अवस्था परिवर्तन को नामांकित करें: उत्तर: (A) संगलन, (B) वाष्पीकरण, (C) द्रवीकरण, (D) हिमीकरण, (E & F) ऊर्ध्वपातन Vivek Singh3 months ago लोहे की अलमारी मूल रूप से लोहे से बनी अलमारी या शेल्फ है।इसका गलनांक और क्वथनांक बिंदु कमरे के तापमान से ऊपर है। यह निम्नलिखित कारणों की वजह से कमरे के तापमान पर ठोस है: इसका एक निश्चित आकार और आयतन है। इसका गलनांक और क्वथनांक बिंदु कमरे के तापमान से ऊपर है। लोहे की अलमारी कमरे के तापमान पर ठोस क्यों होती है?Solution : लोहे की अलमारी एक ठोस है क्योंकि इसका आकार निश्चित होता है। यह प्रवाहित नहीं होती। अर्थात्, यह दृढ़ है।
लोहा ठोस क्यों होता है?इनके गलनांक और क्वथनांक उच्च होते हैं। चूँकि इसमें आयन गमन के लिए स्वतंत्र नहीं होते, अतः ये ठोस अवस्था में विद्युतरोधी होते हैं।
जल कमरे के ताप पर द्रव क्यों होता है?Solution : (a) कमरे के ताप पर जल का स्थिर आयतन होता है किन्तु स्थिर आकृति नहीं होती। ये द्रव के दो गुण हैं। अत: जल कमरे के ताप पर द्रव है।
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