सब्सक्राइब करे youtube चैनल Show Mahalwari System in hindi was introduced by महालवाड़ी राजस्व व्यवस्था क्या है | महालवाड़ी व्यवस्था किसने लागू किया ? धन का बहिर्गमन (drain of Wealth) महालवाड़ी व्यवस्था से क्या समझते हो?महालवाड़ी व्यवस्था, ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा सन १८२२ में उत्तर प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश में लागू की गयी भू-राजस्व की प्रणाली थी। यह भू राजस्व भारत के 30% भूभाग पर लागू किया गया। इसके पहले कम्पनी बंगाल में स्थायी बन्दोबस्त (सन १७९३ ई में) तथा बम्बई, मद्रास आदि में रैयतवाड़ी (सन १८२० में ) लागू कर चुकी थी।
महालवाड़ी व्यवस्था के जनक कौन है?लॉर्ड विलियम बेंटिक ने भारत में भू-राजस्व की महालवाड़ी व्यवस्था की शुरुआत की। वे भारत के गवर्नर-जनरल (1828-35) थे और 1833 में पेश किए गए थे।
महालवाड़ी व्यवस्था क्या थी इसके गुण और दोष?महालवाड़ी भू-राजस्व प्रणाली के गुण-दोष :
इस प्रणाली में यद्यपि भू-राजस्व की राशि को न्यायोचित आधार देने की घोषणा की गई किन्तु कलेक्टरों द्वारा भू-राजस्व निर्धारण का कोई ऐसा आधार प्रयोग में नहीं लाया गया जिससे कृषकों को राहत मिल सके। फलतः 83% भू-राजस्व की दर से जमींदार तथा कृषक दोनों निर्धन होते गये।
स्थाई बंदोबस्त और महालवाड़ी व्यवस्था में क्या अंतर है?स्थाई बंदोबस्ती में राज्य वित्त करने का अधिकार जमींदार को दिया गया था, जबकि महालवाड़ी व्यवस्था में राजस्व जमा करने की जवाबदेही गाव के मुखिय को सौंप दिया गया था। इसके साथ ही स्थाई बंदोबस्ती का क्षेत्र बंगाल बिहार और ओडिशा था जबकि महालवाड़ी का क्षेत्र उत्तर प्रदेश महा प्रांत और पंजाब था।
|