शैल किसे कहते है ? , शैल के प्रकार :: आज Hindivaani आपको एक महत्वपूर्ण टॉपिक पर आज चर्चा करेंगे। इसके अंतर्गत हम आपको विस्तृत रूप से शैल किसे कहते है या शैल क्या है , शैल के प्रकार आदि की जानकारी प्रदान करेंगे। Show
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शैल किसे कहते है ? , शैल के प्रकारशैल किसे कहते है ? , शैल के प्रकारशैल किसे कहते है ?भूपर्पटी की संरचना जिन तत्वों से हुई है।उन्हें शैल या चट्टान कहते हैं।यह अनेक खनिज एवं लवणों लवणों का मिश्रण होती हैं।इस प्रकार भूपर्पटी का निर्माण विभिन्न प्रकार की सालों सालों से हुआ है शैलो की रचना में फेलस्पार, क्वार्ट्ज,अभ्रक के सिलिकेट खनिजों का अधिक मिलता है मिलता है। शैल की परिभाषाशैल की परिभाषा निम्नलिखित हैं। आर्थर होम्स के अनुसार शैल की परिभाषा
शैल के प्रकारउत्पत्ति के आधार पर शैल के तीन प्रकार होते है।
आग्नेय शैल –जो चट्टाने गर्म हवा पिघले चट्टानी पिघले हवा पिघले चट्टानी पिघले चट्टानी पदार्थों के ठंडे होने से ठोस हो गई हैं।आग्नेय शैल कहलाती हैं। भू पृष्ठ पर पाई जाने वाली शैलो में आग्नेय शैल प्राचीनतम शैले हैं।इन शैलो को प्राथमिक सेल भी कहा जाता है।क्योंकि अन्य शैलो की उत्पत्ति इन्हीं के कारण होती है। भूगर्भ का तरल एवं तप्त मैग्मा या लावा भूपृष्ठ पर पहुंचकर ठंडा होने से रवेदार कणों के रूप में जमकर आग्नेय शैल का रूप धारण करता है। आग्नेय शैल के उत्तम उदाहरण बैसाल्ट और ग्रेनाइट हैं। अवसादी शैल –अवसादी शैलो का निर्माण तलछट के जमाव से होता है। जिसका जमाव सागरों एवं झीलों की तली में होता है। अवसादो में बजरी, बालू ,चूना ,कीचड़ ,गाद और चिकनी मिट्टी के कण मिले रहते हैं। इसका निक्षेपण कणों के आधार और भार के अनुरूप होता है। अर्थात भारी कण नीचे की ओर तथा हल्के कण ऊपर की ओर निक्षेपित हो जाते हैं। अवसाद की परतों से नीचे होने के कारण ही इन्हें परतदार शैल भी कहा जाता है। भू पृष्ठ पर अवसादी शैलो का विस्तार सबसे अधिक मिलता है।चूना पत्थर और बलुआ पत्थर अवसादी शैल के प्रमुख उदाहरण है कायान्तरित शैल –कायांतरण शब्द अँग्रेजी भाषा के मेटामॉरफिक शब्द का हिंदी अनुवाद हैं। इन शैलो का निर्माणा आग्नेय एवं परत दार शैलो के रूप परिवर्तन के कारण होता है।इसलिए इन्हें कायांतरित शैल या रूपांतरित शैल कहा जाता है। कभी-कभी कायांतरित शैल का पुनः कायांतरण हो जाता है। कायांतरण के समय मूल सेल की प्रकृति बदल जाती है इस प्रक्रिया में पुराने खनिज नया रूप धारण कर लेते हैं। जिससे नवीन खनिजों का निर्माण हो जाता है। शैलो में रवे बन जाते हैं।तथा पूर्व निर्मित रवो का रूप भी बदल सकता है संगमरमर महत्वपूर्ण कायांतरित शैल है ।जिसकी रचना चूना पत्थर के कायांतरण से हुई है ।बलुआ पत्थर का कायांतरण क्वार्टजाइट में होता है। आशा हैं कि हमारे द्वारा दी गयी शैल किसे कहते है ? , शैल के प्रकार की जानकारी आपको पसन्द आयी होगी। यदि आपको शैल किसे कहते है ? , शैल के प्रकार आपको पसन्द आयी हो तो इसे अपने दोस्तो से जरूर शेयर करे। (ii) भूपृष्ठीय शैलों में प्रमुख प्रकार की शैलों की प्रकृति एवं उनकी उत्पत्ति की पद्धति का वर्णन करें। आप उनमें अंतर स्थापित कैसे करेंगे? उत्तर- पृथ्वी का धरातल शैलों से बना है। शैलों या चट्टानों का निर्माण एक या एक से अधिक खनिजों से मिलकर होता है। शैल कठोर या नरम तथा विभिन्न रंगों की हो सकती है। जैसे- ग्रेनाइट, संगमरमर आदि। पृथ्वी की ऊपरी परत या भू-पटल (क्रस्ट) में मिलने वाले पदार्थ चाहे वे ग्रेनाइट तथा बालुका पत्थर की भांति कठोर प्रकृति के हो या चाक या रेत की भांति कोमल; चाक एवं लाइमस्टोन की भांति प्रवेश्य हों या स्लेट की भांति अप्रवेश्य हों, चट्टान अथवा शैल (रॉक) कहे जाते हैं। इनकी रचना विभिन्न प्रकार के खनिजों का सम्मिश्रण हैं। चट्टान कई बार केवल एक ही खनिज द्वारा निर्मित होती है, किन्तु सामान्यतः यह दो या अधिक खनिजों का योग होती हैं। पृथ्वी की पपड़ी या भू-पृष्ठ का निर्माण लगभग २,००० खनिजों से हुआ है, परन्तु मुख्य रूप से केवल २० खनिज ही भू-पटल निर्माण की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। भू-पटल की संरचना में ऑक्सीजन ४६.६%, सिलिकन २७.७%, एल्यूमिनियम ८.१ %, लोहा ५%, कैल्सियम ३.६%, सोडियम २.८%, पौटैशियम २.६% तथा मैग्नेशियम २.१% भाग का निर्माण करते हैं। प्रकारचट्टान मुख्यतः आग्नेय अवसादी एवं कायांतरित तीन प्रकार के होते हैं। आग्नेय चट्टानें पृथ्वी के तप्त, पिघले मैग्मा के ठंडा होकर ठोस हो जाने से निर्मित होती हैं। हमारी पृथ्वी प्रारम्भ में गर्म एवं पिघली अवस्था में थी। अतः पृथ्वी के ऊपरी आवरण के ठंडा होने से पृथ्वी पर सर्वप्रथम आग्नेय चट्टानें ही बनीं। इसी से आग्नेय चट्टानों को प्रारम्भिक चट्टानें भी कहते हैं।[1] स्थिति के आधार पर ये अन्तर्निर्मित या बहिनिर्मित प्रकार की होती हैं। सूर्य-ताप, वर्षा, पाला आदि द्वारा चूर्ण किए गये पदार्थों को नदी या हिमनदी बहाकर अथवा हवा उड़ाकर किसी झील, समुद्र या अन्य निचले भागों में परत के ऊपर परत जमा कर देती हैं। इन जमा किए गये पदार्थों को 'अवसाद' तथा इनसे निर्मित चट्टानों को अवसादी चट्टानें कहते हैं। चूँकि इन चट्टानों में परते पायी जाती हैं अतः इन्हें परतदार चट्टानें भी कहते हैं। पृथ्वी के आन्तरिक ताप, दबाव अथवा दोनों के प्रभाव से आग्नेय, अवसादी अथवा अन्य परिवर्तित चट्टानों के मूल रूप में परिवर्तन हो जाने से बनने वाली चट्टानों को परिवर्तित या रूपान्तरित चट्टान कहते हैं। बेसाल्टबेसाल्ट एक ज्वालामुखी चट्टान होती है। यह चट्टान काले भूरे रंग की होती है। यह चट्टान सूक्ष्म कणों से बनी होती है। इस प्रकार की चट्टान मेंटल के पिघलने की वजह से बनती है। इसका प्रयोग मूर्तियाँ बनाने में होता है। बसाल्ट एक ज्वालामुखी चट्टान है यह चट्टानें गुलाबी भूरे रंग की होती हैं। यह बहुत ही कठोर होती हैं, और इनका प्रयोग निर्माण कार्य में बहुत अधिक मात्रा में होता है। इन्हें हिन्दी में कणाश्म भी कहते हैं। सॅडिमॅन्टरी
शैलों का आर्थिक महत्वमनुष्य पृथ्वी तल पर विविध क्रियाकलाप लम्बे समय से कर रहा है। समय और तकनीकी विकास के साथ वह शैलों और खनिजों का विविध उपयोग करता रहा है। वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान जैसे-जैसे बढ़ता गया वैसे-वैसे मनुष्य की सुख-सुविधाओं के लिए शैलों और खनिजों की उपयोगिता बढ़ती गई। शैल और खनिज आर्थिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। ये सभी प्रकार की धातुओं, मूल्यवान पत्थर, उद्योगों के लिए माल और ईंधन के स्रोत हैं। शैलों के महत्व के संबंध में संक्षिप्त जानकारी नीचे दी गई है:
सन्दर्भटीका टिप्पणीक. ...rocks are the books of earth's history and fossils are the pages: S. W. Woolridge & R. S. Morgan 1959. शैल एवं खनिज में क्या अंतर है?शैल या चट्टानें – एक या एक से अधिक खनिजों का मिश्रण जो स्थलमंडल का निर्माण करता है। खनिज– भूपर्पटी से प्राप्त वह पदार्थ जिसमें चट्टानों के विपरीत साधारणतया एक विशेष प्रकार की रासायनिक संरचना होती है। आग्नेय चट्टानें — मैग्मा और लावा के ठंडे और तोस होने से बनी चट्टानें आग्नेय चट्टानें होती हैं।
शैल क्या है परिभाषा?पृथ्वी की ऊपरी परत या भू-पटल (क्रस्ट) में मिलने वाले पदार्थ चाहे वे ग्रेनाइट तथा बालुका पत्थर की भांति कठोर प्रकृति के हो या चाक या रेत की भांति कोमल; चाक एवं लाइमस्टोन की भांति प्रवेश्य हों या स्लेट की भांति अप्रवेश्य हों, चट्टान अथवा शैल (रॉक) कहे जाते हैं।
शैल किसे कहते हैं शैल कितने प्रकार के होते हैं?पृथ्वी की पर्पटी बनाने वाले खनिज पदार्थ के किसी भी प्राकृतिक पिंड को शैल कहते हैं । शैल विभिन्न रंग, आकार एवं गठन की हो सकती हैं। मुख्य रूप से शैल तीन प्रकार की होती हैं - आग्नेय ( इग्नियस ) शैल, अवसादी (सेडिमेंट्री) शैल एवं कायांतरित ( मेटामोरफ़िक ) शैल।
शैल का निर्माण कैसे होता है?बर्लिभेदी आग्नेय शैल का निर्माण – जब पृथ्वी पर ज्वालामुखी का उदगार होता है तब आग की तरह लाल द्रवित मैग्मा पृथ्वी के आंतरिक भाग से निकलकर सतह पर आता है। जब द्रवित लावा पृथ्वी की सतह पर आता है, तो यह तेजी से ठंडा होकर ठोस बन जाता है। पर्पटी पर इस प्रकार । से बने शैल को बर्लिभेदी आग्नेय शैल कहते हैं।
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