मीटर और वोल्टमीटर में क्या अंतर है? - meetar aur voltameetar mein kya antar hai?

अमीटर और वोल्टमीटर में अंतर/ameter aur voltmeter mein antar

अमीटर - अमीटर किसी भी इलेक्ट्रिक सर्किट में इलेक्ट्रिक करंट को  मापने में काम आता है।

अथवा 

अमीटर एक ऐसी युक्ति है जिसका उपयोग किसी भी परिपथ में प्रवाहित धारा का मान ज्ञात करने या मापने में किया जाता है।

वोल्टमीटर - वोल्टमीटर एक ऐसी युक्ति है जो परिपथ के किन्हीं दो बिंदुओं के बीच के विभव के अंतर को मापने के लिए किया जाता है।

अमीटर और वोल्टमीटर में निम्न अंतर है - 

अमीटर

वोल्टमीटर

1. इसकी सहायता से विद्युत परिवर्तन प्रवाहित होने वाली धारा को मापा जा सकता है।

इसकी सहायता से विद्युत परिपथ में किन्हीं दो बिंदुओं के बीच के विभवांतर को मापा जा सकता है।

2. इसकी कुंडली के साथ समांतर क्रम में अल्प प्रतिरोध का शण्ट जुड़ा होता है।

इसकी कुंडली के साथ श्रेणी क्रम में उच्च प्रतिरोध का तार जुड़ा होता है।

3. इसे विद्युत परिपथ में सदैव श्रेणी क्रम में जोड़ा जाता है।

इसे विद्युत परिपथ में सदैव समांतर क्रम में जोड़ा जाता है।

4. इसका प्रतिरोध बहुत ही कम होता है तथा एक आदर्श अमीटर का प्रतिरोध शून्य होता है।

इसका प्रतिरोध अधिक होता है तथा एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत होता है।

Answered Nov 2, 2021 by AnjaliYadav (79.2k Points)

ऐमीटर एवं वोल्टमीटर में निम्नलिखित अंतर है -

1. ऐमीटर धारा मापता है, जबकि वोल्टमीटर विभवांतर मापता है।

2. ऐमीटर का प्रातिरोध कम होता है, जबकि वोल्टमीटर का प्रतिरोध अधिक होता है।

3. ऐमीटर श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है, जबकि वोल्टमीटर समांतर क्रम में जोड़ा जाता है।

Answered Nov 13, 2021 by Swati (7.8k Points)

ऐमीटर एवं वोल्टमीटर में कुछ अंतर निम्नांकित हैं (Some Differences are Given Below Between Ammeter and Voltmeter) :

1. ऐमीटर परिपथ से होकर प्रवाहित हो रही विद्युत-धारा मापने के काम आता है, जबकि वोल्टमीटर परिपथ के दो बिंदुओं के बीच विभवांतर मापने के काम आता है।

2. ऐमीटर चालक के श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है जिससे होकर प्रवाहित विद्युत-धारा मापी जाती है, जबकि वोल्टमीटर चालक के समांतरक्रम में जोड़ा जाता है, जिसके आड़े विभवांतर मापा जाता है।

3. ऐमीटर का प्रतिरोध बहुत कम होता है, जबकि वोल्टमीटर का प्रतिरोध बहुत अधिक होता है।

दोस्तों को प्रश्न में दिया हुआ है कि अमीटर और वोल्टमीटर में क्या अंतर है तथा एक दूसरे को किस प्रकार बदला चाहता है तो हम जान लेते हैं कि अमीटर और वोल्टमीटर है वह बनता किस्से है और उन दोनों में समानता है क्या है तो अमीटर और वोल्टमीटर दोनों ही गैल्वेनोमीटर से बनते हैं अगले मीटर क्या होता है ऐसा व्यक्ति जिसके दोनों सिरों पर अगर विभांतर में लगा दूं विद्युत का स्त्रोत लगा दो या फिर उसमें से धारा प्रवाहित करूं तो उसमें धारा प्रवाहित होने पर क्या होगा कुंडली अगर मैं धारा प्रवाहित करो तो उसके अंदर एक कुंडली होती है कुंडली के मध्य क्या होता है एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है और उस चुंबकीय क्षेत्र में क्या होता है एक तू ही रहती है जो जो चुंबकीय फ्लक्स का मान बढ़ने पर क्या करती है विक्षेपित करती है मान बढ़ने का पेपर को कम ज्यादा विक्षेपित करके हमको बताती है कि फ्लक्स का मान कितना है जिससे हम क्या निकाल सकते हैं बहने वाली धारा का मान निकाल सकते धारा अधिक होगा तो चुंबकीय

जो सोई होगी वह अधिक विक्षेपित होगी धारा काम होगा तो विक्षेपन होगा उसका कम की ओर होगा ठीक है दोस्तों तो गैलेना मीटर जो है दोनों में लगा होता है अब हम चाहेंगे कि अगर हम धारा नाते तो धारा का मान हमको बिना धारा परिवर्तित किए मिले अगर मैं धारणा को यहां आई आ रहा है और जाने वाली धारा का मान जो है वह आई दशमालो तू गैल्वेनोमीटर में कुंडली है जिसका कुछ ना कुछ प्रतिरोध होगा तो प्रतिरोध से धारा क्या होगा परिवर्तित हो जाएगी आईसीआई डेथ हो जाएगी और हमको सही-सही धारा का मान नहीं मिलेगा तो हम चाहेंगे कि धारा जो है वह अधिक प्रतिरोध से ना होकर निम्न प्रतिरोध से जाए ताकि धारा जो है वह उसके मन में ज्यादा परिवर्तन ना हो और हम को धारा का मान सही प्राप्त हो ठीक है दोस्तों तो हम क्या करते हैं कि समांतर क्रम में एक निम्न प्रतिरोध की युक्ति लगा देते हैं जिसको हम बोलते हैं तो अधिकतम धारा दर्शन सेव कर चली जाती है और बच्ची विधारा आई एम

एवं मीटर से होकर जाती है और हम को बताती है की कितनी धारा इसमें से बहकर गई इस तरीके से धारा के मान में कम से कम परिवर्तन किए लगभग न्यूनतम परिवर्तन जो है नगर में परिवर्तन किए बिना परिवर्तन किए हम को धारा का मान यह मीटर जो है गैलेना मीटर 1 मीटर में बताते अगर इसके समांतर क्रम में हम सेंट लगा दे तो अब विभवमापी पर क्या होता है वोल्टमीटर पर क्या होता है हमको विभिन्न अपना होता है तू विभव नापने के लिए क्या करते इसको हम परिपथ में समांतर क्रम में लगाते हैं जो 1 दिन में तारे उदासीनता ने उनके बीच में लगाया जाता है ताकि हम इस के बीच का विमान आप सके तो हम चाहेंगे कि इसके बीच का जो प्रतिरोध हो प्रतिरोध क्या हो अधिकतम हो ठीक है दोस्तों प्रतिरोध अधिकतम होने से क्या होगा इस मीटर में भरकर जाने वाली धारा का मान न्यूनतम होगा और न्यूनतम धारा में हमको विभव में परिवर्तन जो मिलेगा वह नगर ने रहेगा और हम सही सही विभाग का नाप ले सकेंगे वी बराबर लगभग लगभग विदेश रहेगा वी

क्या है इसकी विभवांतर है इन दोनों तारों के बीच विभांतर अगर मीटर मैंने नहीं लगाया वीडियोस क्या है मीटर लगाने के बाद कोई मंत्र है तो दोनों के बीच का परिवर्तन बहुत कम रहेगा और हमको विभव का सही सही मिल जाएगा दोस्तों ठीक है तो फिर इन दोनों में अंतर क्या है आप देख सकते हैं कि एक में हम धारणा पर एक में विवान अप्रैल को मैंने किस में लगाया है श्रेणी क्रम में हर एक को मैंने किस में लगाया है समांतर क्रम में किस में परिपथ में समांतर क्रम में और एक में मैंने जो प्रतिरोध जुड़ा हुआ है उसको सेंट बोला है और इसको किसने लगाए हैं समांतर क्रम में अभिमान तर में हमको प्रतिरोध बढ़ाना है तो हम प्रतिरोध किस में लगाएंगे श्रेणी क्रम में क्योंकि श्रेणी क्रम में प्रतिरोध बढ़ता है तो हम श्रेणी क्रम में एक प्रतिरोध लगाएंगे जिस को शांत नहीं गुणांक बोलते हैं ठीक है दोस्तों इसको अंग्रेजी में मल्टीप्लेयर बोला जाता है ताकि हम प्रतिरोध का मान बढ़ा सके बहने वाली धारा का मान काटा सके ताकि विभव जो है वह हमको निम्न परिवर्तन का प्राप्त हो और हम उसकी मां

प्ले सके अब इन दोनों में अंतर तो मैंने बता दिया इंदौर को एक दूसरे में किस प्रकार बदला जाता है अब इसका प्रतिरोध क्या है हम इसको एक युक्ति बना लेते हैं मैं ऊपर चित्र में बना देता हूं अगर मैं इसमें संत को नहीं निकाल सकता मीटर में तथा इस वोल्ट मीटर में मैं जो इसी श्रेणी क्रम में गुणक लगा हुआ है उसको हम नहीं निकाल सकते यह एक युक्ति है वोल्टमीटर ठीक है दोस्तों तो इसको आ मीटर परिवर्तित करने के लिए क्या करेंगे और वोल्टमीटर को नीचे बना लेते हैं चित्र में अब जैसा कि आप देख सकते हैं वोल्टमीटर में क्या है प्रतिरोध बहुत अधिकतम है प्रतिरोध का मान अधिकतम है और हम चाहेंगे कि धर्म अपने प्रतिरोध जो है वह अधिकतम ना हो प्रतिरोध एकदम न्यूनतम हो या फिर नगर निगम शून्य के बराबर हो तो हम क्या करेंगे इसके समांतर क्रम में एक और प्रतिरोध लगा देंगे ताकि तुल्य प्रतिरोध जो है वह क्या हो जाए समांतर क्रम के प्रतिरोध और यह सिम दोनों प्रतिरोधों का जो तुल्य प्रतिरोध होगा संयोजन के बाद वह निम्न

प्रतिरोध से भी कम हो जाएगा प्रतिरोध कम होने से क्या होगा जो आने वाली धारा है आई और जाने वाली धारा है एड्रेस दोनों के मान में अंतर क्या रहेगा लगभग न्यूनतम रहेगा या नगर ने रहेगा इस तरीके से हम वोल्ट मीटर को मीटर में बदल सकते हैं ठीक है दोस्तों वोल्ट मीटर को कैसे बदलेंगे और मीटर में एंपियर मीटर में और धारामापी कि उसे ठीक है फिर तो क्या वोल्ट मीटर को मीटर में अब हमको बताना है कि अब मीटर को वोल्ट मीटर में कैसे बदलेंगे अब हम जानते हैं मीटर एक ऐसी युक्ति है जिसका प्रतिरोध निम्न है क्योंकि इसमें पहले से ही एक प्रतिरोध लगा हुआ है और वह समांतर क्रम महत्व समांतर क्रम में निम्न प्रतिरोध से भी निर्णय होगा वह तुल्य प्रतिरोध रहेगा तो हम चाहेंगे इसका प्रतिरोध जो है वह निम्न है निम्न ना रह कर क्या रहे अधिकतम रहे ताकि हमको विभांतर में उत्पन्न है जो परिवर्तन है वह न्यूनतम या फिर नजर न दिखाई दे तो इसके लिए क्या करेंगे हम श्रेणी क्रम में एक उच्च प्रतिरोध जोड़ देंगे जिसको हम क्या बोलते हैं * इस तरीके से हम क्या कर सकते हैं

इस तरीके से हम मीटर को वोल्टमीटर में परिवर्तित कर सकते हैं ठीक है दोस्तों को दिए गए प्रश्न के लिए यह दोनों हमारे उत्तर थे धन्यवाद

1 मीटर और वोल्टमीटर में क्या अंतर है?

UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Solution : अंतरबदल -(a) ऐमीटर को वोल्टमीटर में बदलने के लिए इसकी कुंडली के समान्तरक्रम में लगे हुए निम्न प्रतिरोध अर्थात शंट के तार को हटाकर कुंडली के श्रेणीक्रम में उच्च प्रतिरोध का तार जोड़ दिया जाता है और स्केल का अंशांकन वोल्ट में कर दिया जाता है

वोल्टमीटर को हिंदी में क्या कहते हैं?

VOLTMETER MEANING IN HINDI - EXACT MATCHES उदाहरण : एक थर्मोकपल तापमान को एक आउटपुट वोल्टेज में परिवर्तित कर देता है जिसे एक वोल्टमीटर द्वारा पढ़ा जा सकता है . उदाहरण : धारामापी के श्रेणीक्रम में समुचित मान का बड़ा प्रतिरोध (इसे मल्टिप्लायर) लगाकर इसे वोल्टमापी की भांति प्रयोग किया जाता है।

एमीटर से क्या मापते है?

मात्रक "एम्पीयर" हैं अर्थात धारा एम्पीयर :- धारा का अंतराष्ट्रीय को "एम्पीयर" में मापा जाता हैं । यदि किसी चालक (तार) में एक सेकण्ड में एक कूलाम आवेश प्रवाहित हो जाए, तो प्रवाहित धारा का परिमाण एक एम्पीयर होता हैं । अमीटर:- धारा मापने के यंत्र को "अमीटर" कहते हैं । इसमें बना पैमाना, एम्पीयर में दर्शाया जाता हैं ।

ए मीटर को वोल्ट मीटर में कैसे बदलें?

Solution : अमीटर में परिवर्तित करने के लीये, धारामापी की कुण्डली के समान्तर में लघु प्रतिरोध (शन्ट) लगा देते है जिसका मान अमीटर की परास पर निर्भर करता है। वोल्टमीटर में बदलने के लीये, धारामापी के श्रेणीक्रम में उच्च प्रतिरोध जोड़ देते है।