Question 1. Answer: (c) भूल हो जो रूखा-सूखा भोजन भी स्वादिष्ट लगने लगता
है Question 2. Answer: (a) उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी Question 3. Answer: (c) प्याज कूटकर उसे तलकर बनाई गई सब्जी Question 4. Answer: (b) श्मशान Question 5. Answer: (a) परिश्रमी होना Question 6. Answer: (a) विद्यासागर नाटियाल Question 7. Answer: (d) विस्थापन की समस्या Question 8. Answer: (b) यह एक मात्र महिला थी जो शहर में लाल माटी देने का काम करती थी Question 9. Answer: (d) टिहरी Question 10. Answer: (b) लोगों के घरों में माटी पहुंचने का उसके पास इतना काम था कि वह इस ओर ध्यान ही नहीं देती बी मंजूषा से छाँटकर उचित शब्दों के द्वारा वाक्य पूर्ति कीजिए (क) शहरवासी सिर्फ माटीवाली को नहीं, उसके ………….. को भी अच्छी तरह पहचानते थे। Answer: कटर (ख) घर-घर जाकर माडी बेचने वाली एक नाटे कद की …………. माटीबाली। AnswerAnswer: एक हरिजन बुढ़िया (ग) “चाय तो बहुत अच्छा साग हो जाती है …………” AnswerAnswer: ठकुराइन जी (घ) रोटियों को देखते ही ……………….. बुड़े का। AnswerAnswer: चेहरा खिल उठेगा (ङ) उसके बुड्ढे को अब रोटी की कोई जरूरत ……………..। AnswerAnswer: नहीं रह गई थी (च) शहरवासी अपने घरों को छोड़कर ……………..। AnswerAnswer: भागने लगे हैं। उचित कथन के सामने (✓) अनचित कथन के सामने (✗) का निशान लगाइए (क) माटीवाली जमींदार की बेटी थी। AnswerAnswer: (✗) (ख) माटीवाली टिहरी शहर की रहने वाली घी। AnswerAnswer: (✓) (ग) माटीवाली का कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं था। AnswerAnswer: (✓) (घ) माटीवाली लोगों के घरों में सफेद माटी पहुंचाती है। AnswerAnswer: (✗) (छ) कंटर कनस्तर को कहते हैं। AnswerAnswer: (✓) (च) डिल्ले एक प्रकार का घास होता है। AnswerAnswer: (✗) (छ) माटीवाली ने पीतल के गिलास में चाय पी। AnswerAnswer: (✓) (ज) माटीवाली का बुइटा अपनी माटी को छोड़कर जा चुका था। AnswerAnswer: (✓) (झ) साहब ने माटीवाली से जमीन के कागज मोंगे। AnswerAnswer: (✓) (ञ) जमीन माटीवाली के नाम थी। AnswerAnswer: (✗) (ट) टिहरी बांध की चार सुरंगों को बंद कर दिया था। AnswerAnswer: (✗) माटी वाली का रोटियों का हिसाब लगाना क्या प्रदर्शित करता है?माटी वाली का रोटियों का हिसाब लगाना उसकी गरीबी, फटेहाली और आवश्यकता की मजबूरी को प्रकट करता है। माटीवाली दिनभर के अथक परिश्रम के बाद भी इतना नहीं कमा पाती थी कि जिससे वह अपना तथा अपने बूढ़े बीमार पति का पेट भर सकें। इस प्रकार की मजदूरी से उसका जीवन-निर्वाह तक कठिन हो जाता है।
माटीवाली को उस दिन कुल कितनी रोटियां मिली?माटी वाली उस दिन दो-तीन घरों में मिट्टी पहुँचाकर तीन रोटी बांधकर अपने बुड्ढे पति के लिए लायी थी. वह बुड्ढा रोज़ इसी आस में बैठा रहता था . आज वह उसके लिए प्याज भी खरीद लायी थी यह सोच कर कि कूटकर रोटी के साथ दे देगी , घर पहुंची तो पाया की बूढ़ा मर चुका है.
माटीवाली को जब घर की मालकिन से तीन रोटियां मिली तो उसने मन में क्या क्या कल्पनाएं कर ली?उसके द्वारा रोटियों का यूँ हिसाब लगाना उसकी गरीबी, मजबूरी तथा विवशता को प्रकट करता है। माटी वाली घर की मालकिन से मिली तीन रोटियाँ लेकर जा रही थी। वह मन-ही-मन आज बहुत खुश थी। घर पहुँचने पर कदमों की आहट सुनकर भी जब बुड्ढे के शरीर में हलचल न हुई तो बुढ़िया का माथा ठनका, उसने देखा कि बुड्ढा मर चुका था।
माटी िाली मालककन से एक रोटी क्यों नछपा लेती ै?माटी वाली जिस घर में मिट्टी डालने गई थी, उस घर की मालकिन ने उसे रोटी खाने के लिए दी। मालकिन के घर अंदर जाते ही उसने अपने सिर पर रखने वाला कपड़ा निकाला, उसमें से एक रोटी मोड़ कर अपने पति के लिए उस कपड़े में रख ली । मालकिन ने आने पर वह ऐसे मुँह चलाने लगी जैसे उसने एक रोटी समाप्त कर ली है।
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