निम्नलिखित में से कौन सा कंप्यूटर का वह भाग है जिसे हम देख और छू सकते हैं? - nimnalikhit mein se kaun sa kampyootar ka vah bhaag hai jise ham dekh aur chhoo sakate hain?

निम्नलिखित में से कौन सा एक सर्किट बोर्ड है जो सीपीयू, रैम और अन्य सभी कंप्यूटर हार्डवेयर घटकों के बीच संचार की अनुमति देता है?

  1. मदरबोर्ड 
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  3. सिस्टम सॉफ्टवेयर 
  4. सीपीयू

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Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : मदरबोर्ड 

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General Awareness Chapter Test 1

15 Questions 15 Marks 15 Mins

सही उत्तर मदरबोर्ड है। 

निम्नलिखित में से कौन सा कंप्यूटर का वह भाग है जिसे हम देख और छू सकते हैं? - nimnalikhit mein se kaun sa kampyootar ka vah bhaag hai jise ham dekh aur chhoo sakate hain?
Key Points

  • मदरबोर्ड सीपीयू, रैम और अन्य सभी कंप्यूटर हार्डवेयर घटकों के बीच संचार की अनुमति देता है।
  • मदरबोर्ड (जिसे मेनबोर्ड, मेन सर्किट बोर्ड, सिस्टम बोर्ड, बेसबोर्ड, प्लानर बोर्ड, लॉजिक बोर्ड या मोबो) भी कहा जाता है, सामान्य प्रयोजन के कंप्यूटर और अन्य विस्तार योग्य प्रणालियों में मेन प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) है।
  • यह एक सिस्टम के कई महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक घटकों, जैसे सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) और मेमोरी के बीच संचार को बनाए रखता है और अनुमति देता है, और अन्य बाह्य उपकरणों के लिए कनेक्टर प्रदान करता है।

निम्नलिखित में से कौन सा कंप्यूटर का वह भाग है जिसे हम देख और छू सकते हैं? - nimnalikhit mein se kaun sa kampyootar ka vah bhaag hai jise ham dekh aur chhoo sakate hain?
Additional Information

  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है जो एक विशिष्ट व्यक्तिगत, शैक्षिक और व्यावसायिक कार्य करता है।
  • सिस्टम सॉफ्टवेयर एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसे कंप्यूटर के हार्डवेयर और एप्लिकेशन प्रोग्राम को चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
  • सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू), जिसे सेंट्रल प्रोसेसर भी कहा जाता है, मुख्य प्रोसेसर या सिर्फ प्रोसेसर इलेक्ट्रॉनिक सर्किटरी है जो कंप्यूटर प्रोग्राम सहित निर्देशों को निष्पादित करता है।

Latest DDA Patwari Updates

Last updated on Sep 22, 2022

The Delhi Development Authority (DDA) is expected to release the official notification for the DDA Patwari 2022 soon. A total of 48 vacancies are expected to be released for the recruitment process. The selection process consists of two stages - Prelims and Skill Test. Candidates can refer to the DDA Patwari Previous Year Papers to increase their chances of selection for the Patwari post. With an expected salary range between Rs. 5200 to Rs. 20,200, it is a golden opportunity for government exam aspirants.

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कम्प्यूटर क्या है ?

What is Computer ?

कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रानिक मशीन है, जो डाटा तथा निर्देशों को इनपुट के रूप में ग्रहण करता है, निर्देशों के अनुरूप उनका विश्लेषण करता है तथा आवश्यक परिणामों को निश्चित प्रारूप में आउटपुट करता है। यह डाटा, निर्देश (साफ्टवेयर) तथा परिणामों को store भी करता है ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। यह डाटा के भंडारण (storage) तथा तीव्र गति और त्रुटि रहित ढंग से उसके विश्लेषण का कार्य करता है।

Definition परिभाषा

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार, “कम्प्यूटर एक स्वचालित इलेक्ट्रानिक मशीन है, जो अनेक प्रकार की तर्कपूर्ण गणनाओं के लिए प्रयोग किया जाता है

कंप्यूटर का परिभाषा हिंदी में 

” कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रानिक मशीन है जो इनपुट के रूप में डाटा स्वीकार करता है, दिए गए निर्देशों के अनुरूप डाटा को प्रोसेस कर उसे सूचना में बदलता है, डाटा तथा सूचना को भविष्य में प्रयोग के लिए स्टोर करता है तथा प्रोसेस किए गए परिणामों को आवश्यकतानुसार आउटपुट के रूप में निर्गत करता है।

Components of computer System 

कम्प्यूटर का प्रत्येक Parts या तो हाईवेयर है या साफ्टवेयर। किसी भी कम्प्यूटर सिस्टम को मुख्यतः तीन भागो में बांटा जा सकता है-

  1. – हार्डवेयर 
  2. – साफ्टवेयर
  3. – डाटा 

हार्डवेयर (Hardware) : कम्प्यूटर मशीन का वह भाग जिसे हम देख और छू (Touch) कर महसूस कर सकते हैं। जैसे-की-बोर्ड, माउस, मॉनीटर, सीपीयु प्रिंटर, हार्ड डिस्क ड्राइव, मदरबोर्ड, प्रोसेसर, स्पीकर आदि।

साफ्टवेयर (Software) : अनुदेशों और प्रोग्रामों का समूह जो कम्प्यूटर को यह बतलाता है कि उसे क्या और कैसे करना है, साफ्टवेयर कहलाता है। कम्प्यूटर का हार्डवेयर, साफ्टवेयर के अनुदेशों के अनुसार ही काम करता है। एक ही हार्डवेयर अलग अलग साफ्टवेयर निर्देशों के आधार पर अलग-अलग कार्य कर सकता है। साफ्टवेयर को हम छु नहीं सकते और न ही देख सकते हैं। इस प्रकार, हार्डवेयर यदि कम्प्यूटर का शरीर है तो साफ्टवेयर उसकी आत्मा है।

डाटा (Data) : डाटा कच्चे तथ्यों (raw facts) और सूचनाओं का अव्यवस्थित संकलन है जिससे कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।

डाटा को दो प्रकार में विभाजित किया जा सकता है-

(i) संख्यात्मक डाटा (Numerical data) : यह अंको से बना डाटा है जिसमें 0,1, 2……..9 तक अंकों का प्रयोग किया जाता है। इस तरह के डाटा पर हम अंकगणितीय क्रियाएं कर सकता हैं। जैसे-विद्यार्थियों का प्राप्तांक. कर्मचारियों का वेतन आदि।

(ii) चिह्नात्मक डाटा (Alpha numeric data) : इसमें अक्षरों, अंकों तथा चिह्नों का प्रयोग किया जाता है। इसमें अंकगणितीय क्रियाएं नहीं की जा सकती, पर इनकी तुलना की जा सकता जैसे- कर्मचारियों का पता।

सूचना (Information): डाटा का उपयोगिता के आधार पर किये गये विश्लेषण और संकलन के बाद प्राप्त तथ्यों को सुचना कहते हैं। इस प्रकार, डाटा अव्यवस्थित तथ्य है जबकि सूचना व्यवस्थित डाटा है जो प्रयोग करने वालों के लिए उपयोगी होता है.

सूचना प्राप्ति (Information Retrieval) : आवश्यकता सूचना को पुनः प्राप्त करने की विधि सूचना प्राप्ति कहलाता है.

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) : डाटा का उपयोगिता के आधार पर किया जाने वाला विश्लेषण डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।

इलेक्ट्रानिक डाटा प्रोसेसिंग (Electronic Data Processing) : इलेक्ट्रानिक विधि से डाटा का विश्लेषण इलेक्ट्रानिक डाटा प्रोसेसिंग कहलाता है।

अनुदेश (Instruction) : कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए दिए गए आदेशों को अनुदेश कहा जाता है। प्रोग्राम (Program) : कम्प्यूटर को दिए जाने वाले अनुदेशों के समूह को प्रोग्राम कहा जाता है।

साफ्टवेयर (Software) : प्रोग्रामों के समुच्चय को, जो कम्प्यूटर के विभिन्न कार्यों के सफल क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायी होता है, साफ्टवेयर कहा जाता है।

कम्प्यूटर की विशेषता (Characteristics of Computer) 

(i) गति (Speed) : कम्प्यूटर एक सेकेण्ड में लाखों गणनाएं कर सकता है। किसी मनुष्य द्वारा पूरे साल में किए जाने वाले कार्य को कम्प्यूटर कुछ ही सेकेण्ड में कर सकता है। कम्प्यूटर प्रोसेसर के स्पीड को हल (Hz) में मापते हैं। वर्तमान समय में कम्प्यूटर नैनो सेकेण्ड (10 Sec) में गणनाएं कर सकता है। कम्प्यूटर की गति को एक सेकेण्ड में प्रोसेस किए गए निर्देशों की संख्या के आधार पर मापा जाता है। वर्तमान में कम्प्यूटर एक सेकेण्ड में दस लाख (Million) से भी अधिक निर्देशों को प्रोसेस कर सकता है। अतः प्रकम्प्यूटर की गति को MIPS (Million Instructions Per Second) में मापा जाता है।

(ii) स्वचालित (Automatic) : कम्प्यूटर एक स्वचालित मशीन है जिसमें गणना के दौरान मानवीय हस्तक्षेप की संभावना नगण्य रहती है। हालांकि कम्प्यूटर को कार्य करने के लिए निर्देश मनुष्य द्वारा ही दिए जाते हैं, पर एक बार आदेश दिये जाने के बाद वह बिना रुके कार्य कर सकता है।

 (iii) त्रुटि रहित कार्य (Accuracy) : कम्प्यूटर की गणनाएं लगभग त्रुटिरहित होती हैं। गणना के दौरान अगर कोई त्रुटि (error) पायी भी जाती है तो वह प्रोग्राम या डाटा में मानवीय गलतियों के कारण होती है। अगर डाटा और प्रोग्राम सही हैं तो कम्प्यूटर हमेशा सही परिणाम ही देता है। कभी-कभी वायरस (Virus) के कारण भी कम्प्यूटर में त्रुटियां आ जाती हैं।

(iv) स्थायी भंडारण क्षमता (Permanent Storage): कम्प्यूटर में प्रयुक्त मेमोरी को डाटा, सूचना और निर्देशों के स्थायी भंडारण के लिए प्रयोग किया जाता है। चूंकि कम्प्यूटर में सूचनाएं इलेक्ट्रानिक तरीके से संग्रहित की जाती हैं, अतः सूचना के समाप्त या नष्ट होने की संभावना कम रहती है।

(v) विशाल भंडारण क्षमता (Large Storage Capacity) : कम्प्यूटर के बाह्य (external) तथा आंतरिक (internal) संग्रहण माध्यमों (हार्ड डिस्क, फ्लापी डिस्क, मैग्नेटिक टेप, सीडी रॉम) में असीमित डाटा और सूचनाओं का संग्रहण किया जा सकता है। कम्प्यूटर में सूचनाएं कम स्थान घेरती हैं, अतः इसकी भंडारण क्षमता विशाल और असीमित है।

(vi) भंडारित सूचना को तीव्रगति से प्राप्त करना (Fast retrieval) : कम्प्यूटर प्रयोग द्वारा कुछ ही सेकेण्ड में भंडारित सूचना में से आवश्यक सूचना को प्राप्त किया जा सकता है। रैम (RAM-Random Access Memory) के प्रयोग से यह काम और भी सरल हो गया है।

(vii) जल्द निर्णय लेने की क्षमता (Quick decision) : कम्प्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण कर पूर्व में दिये गये निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की क्षमता रखता है।

(viii) विविधता (Versatility) : कम्प्यूटर की सहायता से विभिन्न प्रकार के कार्य संपन्न किये जा सकते हैं। आधुनिक कम्प्यूटरों में अलग-अलग तरह के कार्य एक साथ करने की क्षमता है।

(ix) पुनरावृत्ति (Repetition) : कम्प्यूटर को आदेश देकर एक ही तरह के कार्य बार-बार समान विश्वसनीयता और तीव्रता से कराये जा सकते हैं।

(x) स्फूर्ति (Agility) : कम्प्यूटर एक मशीन होने के कारण मानवीय दोषों से रहित है। इसे थकान तथा बोरियत महसूस नहीं होती है और हर बार समान क्षमता से कार्य करता है।

(xi) गोपनीयता (Secrecy) : पासवर्ड (Password) के प्रयोग द्वारा कम्प्यूटर के कार्य को गोपनीय बनाया जा सकता है। पासवर्ड के प्रयोग से कम्प्यूटर में रखे डाटा और कार्यक्रमों को केवल पासवर्ड जानने वाला व्यक्ति ही देख या बदल सकता है।

(xii) कार्य की एक रूपता (Uniformity of work) : बार-बार तथा लगातार एक ही कार्य करने के बावजूद कम्प्यूटर के कार्य की गुणवत्ता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

(xiii) विश्वसनीयता (Reliability) : कम्प्यूटर प्रोसेस के पश्चात् सही व भरोसेमंद परिणाम देता है तथा गलती की संभावना नगण्य होती है।

(xiv) कागज के प्रयोग में कमी (Paperless Work): कम्प्यूटर के सही प्रयोग से कागज की खपत में कमी की जा सकती है जिससे पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलती है।

कम्प्यूटर की सीमाएं (Limitations of the Computer) 

(i) बुद्धिहीन (No mind) : कम्प्यूटर में स्वयं की सोचने और निर्णय लेने की क्षमता नहीं होती। यह केवल दिये गये दिशा- निर्देशों के अंदर ही कार्य कर सकता है।

(ii) खर्चीला (Expensive) : कम्प्यूटर के हार्डवेयर तथा साफ्टवेयर काफी महंगे होते हैं तथा इन्हें समय-समय पर आवश्यकतानुसार परिवर्तित भी करना पड़ता है।

(iii) वायरस का खतरा (Immune to virus) : कम्प्यूटर में वायरस का खतरा बना रहता है जो सचना और निर्देशों को दूषित या समाप्त कर सकता है। ये वायरस कम्प्यूटर की भंडारण क्षमता को भी प्रभावित करते हैं। हालांकि एंटीवायरस साफ्टवेयर (Antivirus Software) का प्रयोग कर इससे बचा जा सकता है।

(iv) विद्युत पर निर्भरता (Depends on Electricity) : कम्प्यूटर अपने कार्य के लिए विद्यत पर निर्भर करता है तथा इसके अभाव में कोई भी कार्य संपन्न कर पाने में सक्षम नहीं है।

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग (Applications of Computer) 

कम्प्यूटर का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है। वर्तमान में, शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जहां कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। निम्नलिखित क्षेत्रों में कम्प्यूटर का विभिन्न अनुप्रयोग किया जा रहा है :-

(i) डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) : बड़े और विशाल सांख्यिकीय डाटा से सूचना तैयार करने में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है। जनगणना, सांख्यिकीय विश्लेषण, परीक्षाओं के परिणाम आदि में इसका प्रयोग किया जा रहा है।

(ii) सूचनाओं का आदान-प्रदान (Exchange of Information) : भंडारण की विभिन्न पद्धतियों के विकास और कम स्थान घेरने के कारण ये सूचनाओं के आदान-प्रदान के बेहतर माध्यम साबित हो रहे हैं। इंटरनेट (Internet) के विकास ने तो इसे ‘सूचना का राजमार्ग’ (Information Highway) बना दिया है।

(iii) शिक्षा (Education) : मल्टीमीडिया (Multimedia) के विकास और कम्प्यूटर आधारित शिक्षा ने इसे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बना दिया है। डिजिटल लाइब्रेरी ने पुस्तकों की सर्वसुलभता सुनिश्चित की है।

(iv) वैज्ञानिक अनुसंधान (Scientific Research) : विज्ञान के अनेक जटिल रहस्यों को सुलझाने में कम्प्यूटर की सहायता ली जा रही है। कम्प्यूटर में परिस्थितियों का उचित आकलन भी संभव हो पाता है।

(v) रेलवे और वायुयान आरक्षण (Railway and Airlines Reservation) : कम्प्यूटर की सहायता से किसी भी स्थान से अन्य स्थानों के रेलवे और वायुयान के टिकट लिये जा सकते हैं तथा इसमें गलती की संभावना भी नगण्य है।

(vi) बैंक (Bank) : कम्प्यूटर के अनुप्रयोग ने बैकिंग क्षेत्र में क्रांति ला दी है। एटीएम (ATM-Automatic Teller Machine) तथा ऑनलाइन बैंकिंग, चेक के भुगतान, इ.सी.एस. (Electronic Clearing Service), रुपया गिनना तथा पासबुक इंट्री में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।                    

(vii) चिकित्सा (Medicine) : शरीर के अंदर के रोगों का पता लगाने, उनका विश्लेषण और निदान में कम्प्यूटर का विस्तत प्रयोग हो रहा है। सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे तथा विभिन्न जाँच में कम्प्यूटर का प्रयोग हो रहा है।

(viii) रक्षा (Defence) : रक्षा अनुसंधान, वायुयान नियंत्रण, मिसाइल, रडार आदि में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।

(ix) अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी (Space Technology) : कम्प्यूटर के तीव्र गणना क्षमता के कारण ही ग्रहों, उपग्रहों और अंतरिक्ष की घटनाओं का सूक्ष्म अध्ययन किया जा सकता है। कृत्रिम उपग्रहों मे भी कम्प्यूटर का विशेष प्रयोग हो रहा है।

(x) संचार (Communication) : आधुनिक संचार व्यवस्था कम्प्यूटर के प्रयोग के बिना संभव नहीं है। टेलीफोन और इंटरनेट ने संचार क्रांति को जन्म दिया है। तंतु प्रकाशिकी संचरण (Fibreoptic communication) में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है। 

(xi) उद्योग व व्यापार (Industry & Business) : उद्योगों में कम्प्यूटर के प्रयोग से बेहतर गुणवत्ता वाले वस्तुओं का उत्पादन संभव हो पाया है। व्यापार में कार्यों और स्टाक का लेखा-जोखा रखने में कम्प्यूटर सहयोगी सिद्ध हुआ है।

(xii) मनोरंजन (Recreation) : सिनेमा, टेलीविजन के कार्यक्रम, वीडियो गेम में कम्प्यूटर का उपयोग कर प्रभावी मनोरंजन प्रस्तुत किया जा रहा है। मल्टीमीडिया के प्रयोग ने कम्प्यूटर को मनोरंजन का उत्तम साधन बना दिया है।

(xiii) प्रकाशन (Publishing) : प्रकाशन और छपाई में कम्प्यूटर का प्रयोग इसे सुविधाजनक तथा आकर्षक बनाता है। रेखाचित्रों और ग्राफ का निर्माण अब सुविधाजनक हो गया है।

(xiv) प्रशासन (Administration): प्रशासन में पारदर्शिता लाने, सरकार के कार्यों को जनता तक पहंचाने तथा विभिन्न प्रशासनिक तंत्रों में बेहतर तालमेल के लिए ई-प्रशासन (e-governance) का। उपयोग कम्प्यूटर की सहायता से ही संभव हो पाया है।

(xv) डिजिटल पुस्तकालय (Digital Library): पुस्तकों का अंकीय स्वरूप प्रदान कर उन्हें अत्यंत कम स्थान में अधिक समय के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है। इसे इंटरनेट से जोड़ देने पर किसी भी स्थान से पुस्तकालय में संग्रहित सूचना को प्राप्त किया जा सकता है।

➢    आजकल शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र होगा, जिसमें कम्प्यूटर का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। पर्यावरण, पुस्तकालय, यातायात, पलिस प्रशासन, मौसम विज्ञान, संगीत, चित्रकला, ज्योतिष, इंजिनियरिंग डिजाइन आदि अनेक क्षेत्रों में कम्प्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है।

कम्प्यूटर के अनुप्रयोग के प्रभाव (Impact of Computerisation) 

(i) समय की बचत : चूंकि कम्प्यूटर के कार्य करने की गति अत्यंत तीव्र है, अतः मनुष्य द्वारा एक साल में पूरा किए जाने वाले कार्यों को कम्प्यूटर की सहायता से कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है।

(ii) त्रुटि रहित कार्य : कम्प्यूटर के प्रयोग से कार्य में त्रुटि (error) की संभावना नगण्य हो जाती है। जो त्रुटि होती भी है, वह गलत डाटा या गलत प्रोग्राम का परिणाम है जिसे पहचान कर सही किया जा सकता है।

(iii) कार्य की गुणवत्ता : चूंकि कम्प्यूटर हर बार समान गुणवत्ता से कार्य करता है, अतः बार-बार एक ही कार्य को करने के पश्चात् भी उत्पाद की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं होता है।

(iv) कागज की बचत : डाटा संग्रहण के इलेक्ट्रानिक विधियों के उपयोग और उनकी विशाल भंडारण क्षमता के कारण कम्प्यूटर के प्रयोग से कागज की बचत संभव हो पाती है।

(v) बेरोजगारी : यह कम्प्यूटर के विस्तृत अनुप्रयोग का एक नकारात्मक प्रभाव है। एक कम्प्यूटर द्वारा सैकड़ों लोगों का कार्य किया जा सकता है जिससे लोगों की जीविका पर प्रभाव पड़ता है। परन्तु वैकल्पिक व्यवस्था और समुचित विकास द्वारा इस पर काबू पाया जा सकता है। दूसरी तरफ, कम्प्यूटर से संबंधित क्षेत्रों में रोजगार का सृजन भी किया जा सकता है।

कम्प्यूटर साक्षरता (Computer Literacy)

 कम्प्यूटर साक्षरता का अर्थ है—कम्प्यूटर और उससे संबंधित तकनीक का दैनिक जीवन में उपयोग कर पाने में सक्षम होना। एक कम्प्यूटर साक्षर व्यक्ति कम्प्यूटर की कार्यक्षमता को जानता है तथा प्रतिदिन के कार्यों के लिए उसे निर्देश दे सकने में सक्षम होता है। कम्प्यूटर साक्षरता को डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) भी कहा जाता है।

एन्ड यूजर (End User) 

वह व्यक्ति जो प्रायः कम्प्यूटर का विशेषज्ञ नहीं होता, परंतु दैनिक जीवन में कम्प्यूटर और उससे संबंधित तकनीक तथा प्राप्त सूचना का उपयोग करता है, एन्ड यूजर कहलाता है। कम्प्यूटर हार्डवेयर तथा उसके एप्लिकेशन एन्ड यूजर को ध्यान में रखकर ही बनाए जाते हैं।

डिजिटल डिवाइड (Digital Divide) 

दैनिक जीवन में कम्प्यूटर का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। फिर भी विश्व के अधिकांश लोगों तक कम्प्यूटर का लाभ नहीं पहुंचा है। कम्प्यूटर तथा इससे संबंधित तकनीक का उपयोग करने वालों तथा इससे वंचित लोगों के बीच का अंतर डिजिटल डिवाइड कहलाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, विश्व में 47% लोग इंटरनेट सेवा का उपयोग करते हैं, जबकि भारत में केवल 30% लोगों तक इंटरनेट की पहुंच है। हालांकि इंटरनेट सेवा का उपयोग करने वालों की संख्या के हिसाब से भारत चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।

Some Other Facts of Computer 

➢        भारत में पहला कम्प्यूटर भारतीय सांख्यिकी संस्थान (Indian Statistical Institute) कलकत्ता में सन 1956 में स्थापित किया गया था।

➢    2 दिसंबर प्रतिवर्ष विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (Computer Literacy Day) के रूप में मनाया जाता है।

➢    भारत में कम्प्यूटर का प्रथम प्रयोग 16 अगस्त, 1986 को बंग्लुरू के प्रधान डाकघर में किया गया। जबकि भारत का प्रथम पूर्ण कम्प्यूटरीकृत डाकघर नई दिल्ली है।

➢    हर क्षेत्र में कम्प्यूटर के वृहद अनुप्रयोग के कारण आधुनिक युग को ‘कम्प्यूटर युग’ (Computer age) की संज्ञा दी जाती है तथा कम्प्यूटर आधारित सूचना तकनीक को Information Technology कहा जाता है।

➢        कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के कम्प्यूट (Compute) शब्द से हुई है जिसका अर्थ है- गणना करना। इसे हिंदी में ‘संगणक’ कहा जाता है।

 कम्प्यूटर – एक परिचय (Introduction to Computer GK MCQ QUIZZ)

 2. कम्प्यूटर निम्नलिखित में से कौन सा कार्य नहीं करता है-  (BPSc 2021)
(a) इनपुटिंग
(b) प्रोसेसिंग
(c) कंट्रोलिंग
(d) आउटपुटिंग
(e) अंडर स्टैडिंग
उत्तर –  (e)

3. वह इलेक्ट्रानिक डिवाइस जो डाटा को स्वीकार कर सकती है, डाटा प्रोसेस करती है तथा आउटपुट उत्पन्न करती है और परिणामों को भविष्य में प्रयोग के लिए स्टोर करती है, कहलाती है- (SBI (Clk) 2020)
(a) इनपुट
(b) कम्प्यूटर
(c) साफ्टवेयर
(d) हार्डवेयर
(e) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –  (b)

4. निम्नलिखित में से कौन कम्प्यूटर के गुण है-
(a) तीव्र गति
(b) त्रुटि रहित कार्य
(c) गोपनीयता
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर –  (d)

5. डाटा प्रोसेसिंग का अर्थ है- mp vyapam 2020
(a) डाटा संग्रहण
(b) डाटा को सजाना
(c) डाटा को उपयोगी बनाना
(d) उपर्युक्त सभी
Ans.(c)

6. चिह्नात्मक डाटा (Alphanumeric Data) में प्रयोग किया जाता है-
(a) अंकों का
(b) अक्षरों का
(c) चिह्नों का
(d) उपर्युक्त सभी का
उत्तर –  (d)

7. इनमें से कौन कम्प्यूटर का गुण नहीं है
(a) जल्द निर्णय लेने की क्षमता
(b) गोपनीयता
(c) बुद्धिहीन
(d) विविधता
उत्तर –  (c)

8. विश्व में सर्वाधिक कम्प्यूटर वाला देश है-
(a) भारत
(b) रूस
(c) जापान
(d) सं. रा. अमेरिका
उत्तर –  (d)

9. कम्प्यूटर साक्षरता का अर्थ है
(a) कम्प्यूटर प्रोग्राम लिखना
(b) कम्प्यूटर की त्रुटि सुधारना
(c) कम्प्यूटर के कार्य क्षमता की जानकारी रखना
(d) कम्प्यूटर की कार्य प्रणाली जानना
उत्तर –  (c)

10. डाटा प्रोसेसिंग का अर्थ है-
(a) डाटा का भण्डारण
(b) डाटा का संग्रहण
(c) उपयोग के लिए सूचना प्राप्त करना
(d) सूचना का विश्लेषण
Ans.(c)

11.बैंकिंग लेन-देन में ECS का अर्थ है-            
(a) एक्सेस क्रेडिट सुपरवाइजर
(b) एक्स्ट्रा कैश स्टेट्स
(c) एक्सचेंज क्लियरिंग स्टैंडर्ड
(d) इलेक्ट्रानिक क्लियरिंग सर्विस
उत्तर –  (d)

12. कम्प्यूटर प्रोसेस द्वारा इन्फार्मेशन में परिवर्तित करता है         
(a) नंबर को
(b) डाटा को
(c) इनपुट को
(d) प्रोसेसर को
उत्तर –  (b)

13. सीएडी (C.A.D.) संक्षिप्त नाम है-            (SSC 2021)
(a) कामन एडेड डिजाइन
(b) कम्प्यूटर एडेड डिजाइन
(c) कांपलेक्स एडेड डिजाइन
(d) कम्युनिकेशन एडेड डिजाइन
उत्तर –  (b)

14. वर्ल्ड वाइड वेब या विश्व व्यापी वेब के आविष्कार के लिए किसे जाना जाता है? (SSC (CGL) 2017)
(a) सर टिम बर्नर्स ली
(b) मैक्सवेल
(c) मार्टिन कूपर
(d) एस ए फोर्ब्स
उत्तर – (a)

computer ka samanya parichay in hindi

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कंप्यूटर का वह भाग जिसे कोई छू नहीं सकता उसे क्या कहा जाता है?

कंप्यूटर (Computer) के सॉफ्टवेयर (Software) को कोई छू नहीं सकता

कंप्यूटर का कौन सा भाग हमें यह देखने देता है कि हम कंप्यूटर के साथ क्या कर रहे हैं?

मॉनिटर या डिस्प्ले (जिसे कभी-कभी विजुअल डिस्प्ले यूनिट भी कहा जाता है) कंप्यूटरों के लिए निर्मित एक इलेक्ट्रॉनिक विजुअल डिस्प्ले है। मॉनिटर में डिस्प्ले उपकरण, सर्किटरी और एक इन्क्लोज़र शामिल होता है।

निम्नलिखित में से कौन सा कंप्यूटर साथ ले जाया जा सकता है?

सही उत्तर डेस्कटॉप कंप्यूटर हैं। पोर्टेबल डिवाइस एक ऐसा उपकरण होता है जिसे आसानी से कहीं ले जाया जा सकता है। हम डेस्कटॉप कंप्यूटर कहीं भी नहीं ले जा सकते हैं, इसलिए यह एक पोर्टेबल डिवाइस नहीं है। आइपॉड, थंब्स ड्राइव, लैपटॉप पोर्टेबल डिवाइस हैं क्योंकि ये आसानी से ले जाए जा सकते हैं।

कंप्यूटर के 3 भाग कौन कौन से हैं?

सीपीयू (CPU).
अर्थमेटीक लॉजिक यूनिट (ALU).
कंट्रोल यूनिट (CU).
मेमोरी यूनिट (MU).