ऑपरेशन के टांके में दर्द हो तो क्या करें? - opareshan ke taanke mein dard ho to kya karen?

इसे सुनेंरोकेंटांके पकने की मुख्य वजह संक्रमण है। यह अस्पताल में गंदगी, सर्जरी के दौरान औजार की साफ-सफाई में कमी या उसकी मैटल की गुणवत्ता अच्छी न होने या ठीक तरह से सफाई न होने, सर्जरी के बाद किसी बीमार व्यक्ति या जगह के संपर्क में आने आदि से हो सकता है।

आँख के ऑपरेशन के बाद कितने दिनों का आराम आवश्यक है?

इसे सुनेंरोकें- यह सर्जरी एनेस्थीसिया के बाद ही होती है इसलिए इसमें बहुत दर्द नहीं होता है। – एक आंख में 10 से 15 मिनट तक का वक्त लगता है। – चूंकि इलाज पूरी तरह से लेजर किरणों से होता है इसलिए किसी तरह का चीरा नहीं लगता है। – सर्जरी के बाद कई बार दो से तीन दिनों तक अस्पताल में पूरा आराम करना होता है।

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ऑपरेशन से कितने बच्चे पैदा हो सकते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइसे वजाइनल बर्थ आफ्टर सिजेरियन कहते हैं। सिजेरियन डिलीवरी में पेट और गर्भाशय पर बड़ा कट लगाकर सर्जरी कर के बच्‍चा निकाला जाता है। सिजेरियन के बाद 10 में से 7 महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी सफल होती है।

महिला नसबंदी के बाद क्या क्या सावधानी रखनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रक्रिया का कोई जोखिम कारक नहीं है लेकिन फिर भी सर्जरी की वजह से कुछ समस्‍याएं आ सकती हैं, जैसे कि पेट में बहुत तेज दर्द होना, टांके वाली जगह से खून आना, योनि से डिस्‍चार्ज होना, बुखार, सांस लेने में दिक्‍कत आदि।

टांके पक जाने पर क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंटांकों को सूखा रखें (Keeping stitches dry) एक बाथटब में खड़े होकर अपने शरीर को एक कपड़े की मदद से साफ करें और अपने टांकों का बचाव करें। शरीर को साफ करने के बाद हल्के हाथ से दबाते हुए तौलिये की मदद से टांके को सूखा लें। भले ही घाव का क्षेत्र गीला न हो, लेकिन ध्यान रखें कि घाव का हिस्सा पूरी तरह से सूख जाना चाहिए।

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डिलीवरी के कितने दिन बाद ठंडा पानी पीना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंजब तक आपका शरीर नियमित रूप से ठंडा पेय पीने के बाद बीमार पड़ने का आदी नहीं है, तब तक डिलीवरी के बाद ठंडा पानी आपके ठीक होने की प्रक्रिया को धीमा नहीं करेगा। अगर आपको कभी भी ठंडा पानी पीने के बाद कोई समस्या नहीं हुई है, तो आपके रिकवरी पीरियड के दौरान इसे पीने से कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

आंख के ऑपरेशन के बाद क्या खाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंसिट्रस फूड- सिट्रस फूड यानि खट्टे फल भी आंखों के लिए फायदेमंद है. सिट्रस फूड में विटामिन सी होता है. साथ ही इसमें कुछ ऐसे एलीमेंट्स भी मौजूद होते हैं जो हमारी आंखों के पर्दों को हेल्दी रखते हैं. रोजाना कम से कम दो से तीन सिट्रस फूड खाने चाहिए.

नॉर्मल डिलीवरी के मुकाबले सिजेरियन ऑपरेशन के बाद रिकवर होने में ज्‍यादा समय लगता है। सी-सेक्‍शन के बाद पूरी तरह से ठीक होने में 4 से 6 हफ्ते का समय लगता है लेकिन कुछ महिलाओं को इसमें ज्‍यादा समय लग सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी में पेट पर टांका लगाकर बच्‍चे को बाहर निकाला जाता है। इस टांके वाली जगह पर संक्रमण होने का खतरा रहता है जिससे बचने के लिए महिलाओं को एंटीबायोटिक दी जाती हैं। सिजेरियन डिलीवरी करवाने वाली लगभग 6 से 11 फीसदी महिलाओं में इंफेक्‍शन का खतरा रहता है।

डिलीवरी के बाद इंफेक्‍शन के कारण
बैक्‍टीरिया सी-सेक्‍शन के घाव या टांके वाली जगह पर पहुंच और फैल सकता है। इससे पेट में या गर्भाशय में संक्रमण हो सकता है। बैक्‍टीरियम स्‍टैफिलोकोकस ऑरियस सी-सेक्‍शन के घाव पर इंफेक्‍शन करने का सबसे आम कारण है।
अगर अचानक से सिजेरियन ऑपरेशन करना पड़ जाए तो इंफेक्‍शन का खतरा और भी बढ़ जाता है क्‍योंकि डॉक्‍टरों और गर्भवती महिला को इसके लिए तैयारी में ज्‍यादा समय नहीं मिल पाता है।

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वहीं मोटापे, अनियंत्रित डायबिटीज, पहले हुई सी-सेक्‍शन डिलीवरी और सिगरेट पीने की वजह से भी ऑपरेशन के बाद भी इंफेक्‍शन का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको पेनिसिलिन एलर्जी है तो भी आपमें सी-सेक्‍शन इंफेक्‍शन का खतरा ज्‍यादा होता है। सर्जरी के कुछ दिनों बाद ही आपको इंफेक्‍शन के लक्षण और संकेत देखने को मिल सकते हैं जो कि इस प्रकार हैं :
  • टांके के आसपास वाली जगह पर लालिमा
  • इस हिस्‍से पर असामान्‍य रूप से सूजन होना
  • घाव से फ्लूइड निकलना
  • सी-सेक्‍शन के बाद गर्भाशय में इंफेक्‍शन होने पर बुखार, पेट दर्द बढ़ना, वजाइनल डिस्‍चार्ज से बदबू आने जैसे लक्षण सामने आते हैं।
किसे होता है इंफेक्‍शन का खतरा
ऐसे कई जोखिम कारक हैं जो ऑपरेशन के बाद घाव में इंफेक्‍शन का खतरा पैदा कर सकते हैं। इसमें हीमेटोमा, एम्‍नियोटिक फ्लूइड में बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन होना, प्रेग्‍नेंसी में तंबाकू लेना, बढ़ा टांका लगना, गर्भावस्‍था के दौरान उचित देखभाल ना लेना, मोटापा, कोर्टिकोस्‍टेरॉइड का इस्‍तेमाल, डायबिटीज या जेस्‍टेशनल डायबिटीज, जुड़वा बच्‍चे, पहले सिजेरियन डिलीवरी रही हो, गर्भाशय रप्‍चर होना, खून चढ़वाना, 38 मिनट से ज्‍यादा समय तक सर्जरी चलना शामिल है।

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क्‍या है इलाज
सिजेरियन डिलीवरी के बाद इंफेक्‍शन का इलाज करने के लिए डॉक्‍टर एंटीबायोटिक्‍स देते हैं। इंफेक्‍शन पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया के आधार पर ही एंटीबायोटिक दवा दी जाती है।
इंफेक्‍शन के कम गंभीर जैसे कि सेलुलाइटिस को एक या दो एंटीबायोटिक से साफ किया जाता है।
अगर घाव से फ्लूइड निकल रहा है या घाव भरने की जगह खुल रहा है तो संक्रमित फ्लूइड और फोड़े को हटाने के लिए डॉक्‍टर छोटी सी सर्जरी कर सकते हैं।
यदि घाव में मृत ऊतक हों तो डॉक्‍टर हेल्‍दी ऊतक दिखने तक उसे उतारते रहते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान डॉक्‍टर यह भी सुनिश्चित करते हैं कि उस हिस्‍से के ऊतक हेल्‍दी ही हों।
सर्जरी के बाद प्रभावित हिस्‍से पर डॉक्‍टर एंटीसेप्टिक लगाकर उस पर पट्टी बांध देते हैं।

टांके में दर्द होने पर क्या करें?

टांकों को सूखा रखें (Keeping stitches dry) एक बाथटब में खड़े होकर अपने शरीर को एक कपड़े की मदद से साफ करें और अपने टांकों का बचाव करें। शरीर को साफ करने के बाद हल्के हाथ से दबाते हुए तौलिये की मदद से टांके को सूखा लें। भले ही घाव का क्षेत्र गीला न हो, लेकिन ध्यान रखें कि घाव का हिस्सा पूरी तरह से सूख जाना चाहिए।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद टांके में कितने दिन तक दर्द रहता है?

डॉ. राजेश्वरी पवार कहती हैं, “आमतौर पर सिजेरियन स्टिचेस चार से सात दिन हील हो जाते हैं, लेकिन इन्हें पूरी तरह ठीक होने में एक महीना भी लग सकता है। ज्यादातर केसेस में महिलाओं को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन महिला यदि डायबेटिक है या बहुत ज्यादा मोटी है, तो ऐसी महिलाओं के टांके ठीक होने में ज्यादा समय लगता है।

ऑपरेशन के टांके कितने दिन में ठीक हो जाता है?

डॉक्टरों के मुताबिक 6 से 7 दिन में टांके ठीक हो जाते हैं

ऑपरेशन के टांके कैसे ठीक होते हैं?

ऑपरेशन के बाद लगभग छह सप्‍ताह के अंदर घाव पूरी तरह से ठीक होगा। इतने समय तक आपकाे थोड़ा सावधान रहने की जरूरत होती है। टांके को पूरी तरह से भरने दें ताकि कोई कठिन काम या भारी सामान उठाते समय इसमें खिंचाव न आए। शरीर को सही पोषण देकर घाव को भरने और स्‍वस्‍थ ऊतक बनाने में मदद मिल सकती है।