प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षण का सर्वाधिक महत्व क्या है? - praathamik star par ganit shikshan ka sarvaadhik mahatv kya hai?

प्रश्‍न 1 – गणित सभ्‍यता और संस्‍कृति का दर्पण है। यह कथन किसने कहा -

(a) बेकन

(b) हॉग्‍बेन

(c)  लॉक

(d) डटन

उत्‍तर – हॉग्‍बेन ।

प्रश्‍न 2 – प्राथमिक स्‍तर पर गणित का क्‍या महत्‍व है।

(a) सांस्‍कृतिक

(b) सामाजिक

(c)  धार्मिक

(d) मानसिक

उत्‍तर – मानसिक ।

प्रश्‍न 3 – उपलब्धि परीक्षण व नैदानिक परीक्षण में अन्‍तर है।

(a) उद्देश्‍यों का

(b) प्रकृति का

(c)  कठिनाई स्‍तर का

(d) कोई नहीं

उत्‍तर – उद्देश्‍यों का ।

प्रश्‍न 4 – मनुष्‍य के जीवन की गतिविधियों में गणित का सार्वाधिक उपयोग होता है, वह है।

(a) सांस्‍कृतिक

(b) मनो‍वैज्ञानिक

(c)  सामाजिक और आर्थिक

(d) आर्थिक

उत्‍तर – सामाजिक और आर्थिक ।

प्रश्‍न 5 – कौन सा कार्य अध्‍यापक से संबंधित नही है।

(a) योजना

(b) मार्ग दर्शन

(c)  शिक्षण

(d) बजट बनाना

उत्‍तर – बजट बनाना ।

प्रश्‍न 6 – सर्वाधिक प्रभावशाली शिक्षण सामग्री है।

(a) अप्रे‍क्षेपित

(b) प्रत्‍यक्ष अनुभव

(c)  प्रेक्षेपित

(d) इनमें से कोई नही

उत्‍तर – प्रत्‍यक्ष अनुभव ।

प्रश्‍न 7 – वस्‍तुनिष्‍ठ परीक्षण की सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण विशेषता है।

(a) विश्‍वसनियता

(b) वैधता

(c)  वस्‍तुनिष्‍टता

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – उपर्युक्‍त सभी ।

प्रश्‍न 8 – गणित सभी विज्ञानों का द्वार एवं कुंजी है। यह शब्‍द किसने कहा ।

(a) रोजर बेकर ने

(b) हैमिल्‍टन ने

(c)  प्‍लेटो ने

(d) बट्रैन्‍ड रसैल ने

उत्‍तर – रोजर बेकर ने ।

प्रश्‍न 9 – गणित के अध्‍ययन से एक बच्‍चे में किस गुण का विकास होता है।

(a) आत्‍मविश्‍वास

(b) तार्किक सोच

(c)  विश्‍लेषिक सोच

(d) इनमें से सभी

उत्‍तर – इनमें से सभी ।

प्रश्‍न 10 – प्राथमिक स्‍तर पर गणित का महत्‍व है।

(a) सांस्‍कृतिक

(b) मानसिक

(c)  व्‍यावहारिक

(d) आध्‍यात्मिक

उत्‍तर – व्‍यावहारिक ।

प्रश्‍न 11 – सामान्‍य से विशिष्‍ठ का सिद्धांत निम्‍न में से किसमें प्रयोग होता है।

(a) आगम विधि

(b) निगम विधि

(c)  संश्‍लेषण विधि

(d) विश्‍लेषण विधि

उत्‍तर – निगम विधि ।

प्रश्‍न 12 – गणित में किस विधि में हम प्राय: सूत्र तथा नियमों की सहायता लेते है।

(a) संश्‍लेषण

(b) विश्‍लेषण

(c)  आगम

(d) निगमन

उत्‍तर – निगमन ।

प्रश्‍न 13 – छोटी कक्षाओं में गणित विषय में रूचि उत्‍पन्‍न करने के लिए पढ़ाने का तरीका होना चाहिए

(a) मनोरंजक एवं खेल संबंधी

(b) रटने का

(c)  आगम का

(d) निगम का

उत्‍तर – मनोरंजक एवं खेल संबंधी ।

प्रश्‍न 14 – निम्‍न में से किसमें गणित वि‍षय का प्रयोग स्‍पष्‍ट रूप से नही हो रहा है।

(a) लाभ हानि

(b) साइकिल चलाना

(c)  सब्जियां खरीदना

(d) उधार लेना

उत्‍तर – साइकिल चलाना ।

प्रश्‍न 15 – यदि एक विद्यार्थी गणित विषय कई बार अनुत्‍तीर्ण हो जाता है तो यह जानने के लिए की गणित की किस विशेष शाखा में वह कमजोर है, निम्‍न में से कौन सी विधि प्रयोग में लेगे । 

(a) लिखित कार्य

(b) मौखिक कार्य

(c)  निदानात्‍मक तरीका

(d) उपचारात्‍मक तरीका

उत्‍तर – निदानात्‍मक तरीका ।

प्रश्‍न 16 – छात्र गणितीय गणना में गति प्राप्‍त कर सकते है।

(a) चर्चा या वादविवाद द्वारा

(b) मौखिक कार्य द्वारा

(c)  लिखित कार्य द्वारा

(d) अभ्‍यास द्वार

उत्‍तर – अभ्‍यास द्वारा ।

प्रश्‍न 17 – आर्यभट्ट का समाज में योगदान बालक जान रहा है, यह किस उद्देश्‍य की पूर्ति कर रहा है।

(a) अवबोध

(b) अभिवृत्ति

(c)  अभिरूचि

(d) व्‍यक्तित्‍व

उत्‍तर – अभिरूचि ।

प्रश्‍न 18 – ताश के पत्‍तों में छिपे अंको के खेल को छात्र अपनी विचारधारा के अनुसार अभिव्‍यक्‍त कर रहा है। वह किस कारण से सम्‍बन्धित है।

(a) व्‍यक्तित्‍व

(b) ज्ञानोपयोग

(c)  कौशल

(d) अवबोध

उत्‍तर – व्‍यक्तित्‍व ।

प्रश्‍न 19 – सम विषम संख्‍यओं को बालक सारणीवद्ध कर रहा है, वह किस उद्देश्‍य की प्राप्ति कर र‍हा है।

(a) ज्ञानोपयोग

(b) कौशल

(c)  अवबोध

(d) व्‍यक्तित्‍व

उत्‍तर – कौशल ।

प्रश्‍न 20 – गणित विषय के लिए पुरतन स्‍त्रोत के रूप में कौन सा ग्रंथ उपयोगी होगा ।

(a) सामवेद

(b) ऋग्‍वेद

(c)  अथर्ववेद

(d) यजुर्वेद

उत्‍तर – ऋग्‍वेद ।

प्रश्‍न 21 – माध्‍यमिक स्‍तर पर अंकगणित शिक्षण विधि है।

(a) प्रायोगिक विधि

(b) विश्‍लेषण व संश्‍लेषण विधि

(c)  आगमन निगमन विधि

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – आगमन निगमन विधि ।

प्रश्‍न 22 – हासिल का या हाथ का लगा, सम्‍प्रत्‍यय को गणित में सर्वप्रथम देने वाला कौन था ।

(a) भास्‍कर

(b) ब्रम्‍हगुप्‍त

(c)  आर्यभट्ट

(d) श्रीधर

उत्‍तर – श्रीधर ।

प्रश्‍न 23 – छात्र वृत्‍त तथा गोले में तुलना करता है, वह किस उद्देश्‍य की पूर्ति करता है।

(a) ज्ञान

(b) अवबोध

(c)  कौशल

(d) ज्ञानोपयोग

उत्‍तर – अवबोध ।

प्रश्‍न 24 – एक अध्‍यापक गणित शिक्षण में अवरोही क्रम का अनुसरण कर रहा है वह किस विधि से प्रेरित है।

(a) प्रयोगशाला विधि

(b) आगमन विधि

(c)  संश्‍लेषण विधि

(d) निगमन विधि

उत्‍तर – निगमन विधि ।

प्रश्‍न 25 – प्रयोगशाला विधि किस विधि का विस्‍तृत रूप है।

(a) इकाई विधि

(b) निगमन विधि

(c)  संश्‍लेषण विधि

(d) आगमन विधि

उत्‍तर – आगमन विधि ।

प्रश्‍न 26 – किसी खेल के क्षेत्रफल का ज्ञान कराने में सहायक विधि होगी ।

(a) आगमन विधि

(b) निगमन विधि

(c)  क्रिया विधि

(d) प्रदर्शन विधि

उत्‍तर – क्रिया विधि ।

प्रश्‍न 27 – किसी वृत्‍त की परिधि व व्‍यास में सम्‍बन्‍ध स्‍थापित करना इसमें कौन सी विधि सहायक होगी ।

(a) संश्‍लेषण विधि

(b) प्रयोगात्मक विधि

(c)  आगमन विधि

(d) प्रदर्शन विधि

उत्‍तर – प्रयोगात्‍मक विधि ।

प्रश्‍न 28 – गणित विषय की पाठ्यपुस्‍तकें किस विधि पर आधारित होकर लिखी जाती है।

(a) संश्‍लेषण

(b) प्रयोगात्‍मक

(c)  आगमन

(d) प्रदर्शन

उत्‍तर – संश्‍लेषण ।

प्रश्‍न 29 – इकाई उपागम किस शिक्षाविद् ने दिया ।

(a) एचीसन ने

(b) रॉबर्ट बुश ने

(c)  एलन ने

(d) मोरिसन ने

उत्‍तर – मोरिसन ने ।

प्रश्‍न 30 – नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए ब्रेल लिपि का प्रतिपादन किसने किया ।

(a) रॉबर्ट ब्रेल ने

(b) फ्रेड ब्रेल ने

(c)  लुई ब्रेल ने

(d) तीनों सही

उत्‍तर – लुई ब्रेल ने ।

प्रश्‍न 31 – जेकब एल. मॉरेनो का सम्‍बन्‍ध किस विधि से है।

(a) प्रश्‍नोत्‍तर विधि

(b) सूक्ष्‍म शिक्षण विधि

(c)  समाजमिति विधि

(d) व्‍यक्ति अध्‍ययन विधि

उत्‍तर – समाजमिति विधि ।

प्रश्‍न 32 – समस्‍या समाधान विधि का सोपान है।

(a) सूचनाओं का संगहण

(b) समस्‍या की प्रकृति निर्धारण

(c)  निष्‍कर्ष निकालना

(d) ऑकड़ो को संगठित करना

उत्‍तर – निष्‍कर्ष निकालना ।

प्रश्‍न 33 – गणित में दृश्‍य श्रव्‍य सामग्री का प्रयोग किया जाता है।

(a) बालकों को लुभाने के लिए

(b) बालकों को विषय से परे ले जाने के लिए

(c)  बालकों की रूचि जागृत करने के लिए

(d) बालकों के मनोरंजन के लिए

उत्‍तर – बालकों की रूचि जागृत करने के लिए ।

प्रश्‍न 34 – गणित विषय की विशेषता है।

(a) तर्कपूर्णता

(b) परिणामों की निश्चितता

(c)  शुद्धता

(d) सभी

उत्‍तर – सभी ।

प्रश्‍न 35 – चिंता, बोध, तर्कशक्ति, विश्‍लेषण की क्षमता बढ़ाने वाला विषय है।

(a) गणित

(b) समाज विज्ञान

(c)  भूगोल

(d) भाषा

उत्‍तर – गणित।

प्रश्‍न 36 – गणितीय निष्‍कर्ष सर्वमान्‍य होते है क्‍योकि

(a) ये सबके विचारों का आदर करते है।

(b) ये तर्क पर आधारित है।

(c)  ये परिस्थिति के अनुकूल होते है।

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – ये तर्क पर आधारित है।

प्रश्‍न 37 – शिक्षण उद्देश्‍यों का क्रमिक वर्गीकरण किया गया है।

(a) बेकन द्वारा

(b) शूल्‍टन द्वारा

(c)  कॉमेर द्वारा

(d) ब्‍लूम द्वारा

उत्‍तर – ब्‍लूम द्वारा ।

प्रश्‍न 38 – ज्ञान सम्‍बन्‍धी प्राप्‍य उद्देश्‍य के अन्‍तर्गत निम्‍नलिखित में से कौन सा कथन सही है।

(a) गणितीय प्रत्‍ययों का सही अनुप्रयोग

(b) गणितीय चिन्‍ह ठीक ठीक पहचानना

(c)  गणित के विकास की जानकारी में रूचि होना

(d) गणितीय सिद्धान्‍त की सही समझ

उत्‍तर – गणितीय सिद्धान्‍तों की सही समझ ।

प्रश्‍न 39 – ब्‍लूम टेक्‍सोनॉमी का अंग नही है।

(a) समझ

(b) बुद्धि

(c)  प्रयोग

(d) ज्ञान

उत्‍तर – बुद्धि ।

प्रश्‍न 40 – बीजगणित यथा‍र्थ में है।

(a) अंकगणित

(b) रेखागणित

(c)  सामान्‍यीकृत अंकगणित

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – सामान्‍यीकृत अंकगणित ।

प्रश्‍न 41 – गणित की सभी शाखाओं में प्राचीनतम कौन  सी है।

(a) रेखागणित

(b) अंकगणित

(c)  सांख्यिकी

(d) बीजगणित

उत्‍तर – सांख्यिकी ।

प्रश्‍न 42 – रेखागणित में प्रयोगिक स्‍तर पर प्रयुक्‍त होने वाली शिक्षण विधि है।

(a) आगमन विधि

(b) निगमन विधि

(c)  प्रदर्शन विधि

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – प्रदर्शन विधि ।

प्रश्‍न 43 – एक अच्‍छी मूल्‍यांकन विधि वह है जिसमें देखा जाए ।

(a) बालक के व्‍यवहार में परिवर्तन करने की विधि

(b) शिक्षण हेतु अपनाई गई विधि

(c)  पाठयवस्‍तु से सम्‍बन्धित विधि

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – बालक के व्‍यवहार में परिवर्तन करने की विधि ।

प्रश्‍न 44 – अनुप्रयोग सम्‍बन्‍धी प्राप्‍य उद्देश्‍य की प्राप्ति होती है, जब छात्र -

(a) सम्‍बन्धित प्रत्‍ययों में भिन्‍नता बताता है

(b) गणितीय अवधारणा की व्‍याख्‍या कर सकता है

(c)  समस्‍या हल करने की उपयुक्‍त विधि चुनता है

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – समस्‍या हल करने की उपयुक्‍त विधि चुनता है।

प्रश्‍न 45 – शिक्षण प्रक्रिया का अंतिम सोपान है।

(a) मूल्‍यांकन

(b) उद्देश्‍य

(c)  अधिगम

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – मूल्‍यांकन ।

प्रश्‍न 46 – पाठ योजना का भाग नही होते है।

(a) प्राप्‍य उद्देश्‍य

(b) पाठ प्रस्‍तुति योजना

(c)  शिक्षा के उद्देश्‍य

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – शिक्षा के उद्देश्‍य ।

प्रश्‍न 47 – गणित के मानसिक सिद्धान्‍त के जन्‍मदाता है।

(a) प्‍लेटो

(b) आर्यभट्ट

(c)  न्‍यूटन

(d) सी. वी. रमन

उत्‍तर – प्‍लेटो ।

प्रश्‍न 48 – खोजविधि का प्रतिपादन किसने किया था ।

(a) प्रो. ऑर्मस्‍ट्रांग

(b) किलपैट्रिक

(c)  डयूवी

(d) स्किनर

उत्‍तर – प्रो. ऑर्मस्‍ट्रांग ।

प्रश्‍न 49 – निगमन विधि का उपयोग है।

(a) मानसिक क्षमता बढ़ाना

(b) वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना

(c)  सूत्र की स्‍थापना करना

(d) सूत्र का प्रयोग करना

उत्‍तर – सूत्र का प्रयोग करना ।

प्रश्‍न 50 – सामान्‍य से विशिष्‍ट की ओर शिक्षण सूत्र पर आधारति विधि है।

(a) आगमन विधि

(b) निगमन विधि

(c)  आगमन – निगमन विधि

(d) विश्‍लेषण विधि

उत्‍तर – निगमन विधि ।

प्रश्‍न 51 – विशिष्‍ट से सामान्‍य तथा स्‍थूल से सूक्ष्‍म की आरे शिक्षण सूत्र पर आधारित विधि है।

(a) आगमन विधि

(b) संश्‍लेषण विधि

(c)  विश्‍लेषण विधि

(d) निगमन विधि

उत्‍तर – आगमन विधि ।

प्रश्‍न 52 – रेखागणित में कौन से आयाम को प्रमुख स्‍थान दिया जाता है।

(a) आकार

(b) विस्‍तार

(c)  स्थिति

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – उपर्युक्‍त सभी ।

प्रश्‍न 53 – गणित शिक्षण के प्रेरणात्‍मक सिद्धान्‍त के सूत्र है।

(a) सक्रियता

(b) सजीवता

(c)  उपर्युक्‍त दोनों

(d) इनमें से कोई नहीं

उत्‍तर – सजीवता ।

प्रश्‍न 54 – गणित शिक्षण के लिए पाठ योजना का निर्माण आवश्‍यक है।

(a) शिक्षक को पाठ याद होता है।

(b) विषय वस्‍तु का विकास मुख्‍यवस्थित ढंग से किया जाता है।

(c)  छात्रों की क्रमजोरियों का पता लगता है।

(d) विषय का गूढ़ अध्‍ययन कराया जा सकता है।

उत्‍तर – विषय वस्‍तु का विकास मुख्‍वस्थित ढंग से किया जाता है।

प्रश्‍न 55 – गणित वि‍षय का सबसे अधिक सम्‍बन्‍ध होता है।

(a) विज्ञान के साथ

(b) नागरिक शास्‍त्र

(c)  भूगोल

(d) समाजशास्‍त्र

उत्‍तर – विज्ञान के साथ ।

प्रश्‍न 56 – गणित के नियम व निष्‍कर्ष कैसे होते है।

(a) वस्‍तुनिष्‍ठ

(b) सार्वभौमिक

(c)  वस्‍तुनिष्‍ठ व सार्वभौमिक

(d) कोई नही

उत्‍तर – वस्‍तुनिष्‍ठ व सार्वभौमिक ।

प्रश्‍न 57 – वह उद्देश्‍य जो शिक्षक गणित पढ़ाने के बाद कक्षा में ही प्राप्‍त कर लेता है, उसे कहा जाता है।

(a) सांस्‍कृतिक उद्देश्‍य

(b) शिक्षण उद्देश्‍य

(c)  सामाजिक उद्देश्‍य

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – शिक्षण उद्देश्‍य ।

प्रश्‍न 58 – गणित शिक्षण में मूल्‍यांकन में ब्‍ल्‍यू प्रिन्‍ट है।

(a) विद्यालय की आधारशिला

(b) प्रश्‍न पत्र निर्माण की आधाशिला

(c)  शिक्षण की आधारशिला

(d) छात्रों की आधारशिला

उत्‍तर – प्रश्‍न पत्र निर्माण की आधारशिला ।

प्रश्‍न 59 – वैज्ञानिक विधि पर आधारित उपयुक्‍त विधि है। 

(a) योजना विधि

(b) निगमन विधि

(c)  अधिगम अनुभव कितने प्रभावशाली रहे

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – उपर्युक्‍त सभी ।

प्रश्‍न 60 – दैनिक पाठ योजना के निर्माण में सम्मिलित होता है।

(a) विषय वस्‍तु का चयन

(b) शिक्षण उद्देश्‍य का निर्धारण

(c)  शिक्षण विधियों का निर्माण

(d) उपर्युक्‍त सभी

उत्‍तर – उपर्युक्‍त सभी ।

प्राथमिक स्तर पर गणित शिक्षा का क्या महत्व है?

गणित की कक्षा में प्राथमिक स्तर पर छात्रों को सीखने, समस्याओं को हल करने, गणितीय जिज्ञासा को विकसित करने और समस्याओं का विश्लेषण करने और हल करने के लिए गणित का उपयोग करने में आश्वस्त होने का आनंद मिलता है। गाने, चित्र अध्ययन, खेल, पहेलियाँ, प्रश्नोत्तरी और घटनाओं का वर्णन करना चाहिए।

प्राथमिक कक्षा में गणित शिक्षण का उद्देश्य क्या है?

पहलू कक्षा के बाहर गणित शिक्षण एवं गणित शिक्षण को आनंददायी बनाने से भी परिचित हो सकेंगे ताकि विद्यार्थियों में गणित संबंधी व्याप्त भय को आसानी से दूर किया जा सके। आप शिक्षार्थी के रूप में ब्लाक 2 विषय वस्तु संवर्द्धन एवं विधियां का अध्ययन करेंगे।

प्राथमिक स्तर पर गणित सीखने के उद्देश्य कौन कौन से हैं?

यह सामग्री शिक्षकों को गणितीय सिद्धान्तों को समझने तथा व्यवहार में लागू करने का भी अवसर प्रदान करती है। संदर्भ सामग्री में वर्णित प्रत्येक विषय सैद्धान्तिक स्पष्टता के साथ-साथ उसे व्यवहार में लागू करने का तरीका सुझाता है।

गणित शिक्षण का क्या महत्व है?

गणित ऐसा विषय है जो व्यक्ति को निश्चितता सिखाता है। गणित छात्रों में दृढ़ता तथा आत्मविश्वास उत्पन्न करता है। सत्य अथवा असत्य की शुद्धि और अशुद्ध की जांच गणित के माध्यम से ही होती है। गणित छात्रों में आत्मनिर्भरता तथा आत्मविश्वास उत्पन्न करता है।