[{"displayPrice":"₹629.00","priceAmount":629.00,"currencySymbol":"₹","integerValue":"629","decimalSeparator":".","fractionalValue":"00","symbolPosition":"left","hasSpace":false,"showFractionalPartIfEmpty":false,"offerListingId":"S67UvV2qaREufaEM9E1H%2Bcsxr%2BxPG4KN%2BR3tX4hthv736tKgyNBu2ogC9W%2BNQTx2YHuKxBW4iVIM1bf59WK3rMXgLEnJ%2B6L1gdg1jwIX5u7haiyUlT3D33mwtGQpUTqOGnF%2Fnau2T9H66EqhleylBTQ8YHIrgOMJTetIn9LmQIDZzZwaX9KQrq0jSl%2FqVVG4","locale":"hi-IN","buyingOptionType":"NEW"}] Show ₹₹629.00 () चुने हुए विकल्प शामिल हैं. प्रारंभिक मासिक भुगतान और चुने हुए विकल्प शामिल हैं. विवरण चेकआउट पर दिखाई गई शिपिंग लागत, डिलीवरी की तारीख और ऑर्डर की कुल राशि (टैक्स सहित). आपके द्वारा चुने गए एन्हांसमेंट्स इस विक्रेता के लिए उपलब्ध नहीं हैं. विवरण अपनी खरीद में निम्नलिखित एन्हांसमेंट्स जोड़ने के लिए, एक अलग विक्रेता चुनें. %cardName% ${cardName} आपके द्वारा चुने गए विक्रेता के लिए उपलब्ध नहीं है ${cardName} ${maxQuantity} से ज़्यादा मात्राओं के लिए उपलब्ध नहीं है. पाइल्स, फिशर्स और फिस्टुला के सन्दर्भ और उपचार
परिचय: इन विकारों के बारे में सामान्य बात यह है कि ये सभी गुदा विकृति हैं। गुदा अंतिम छिद्र है जिसमें से मल उत्सर्जित होता है। यह 4-5 सेमी लंबा होता है। गुदा के टर्मिनल हिस्से में संवेदनशील नर्व होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं से घिरे होते हैं। मध्य भाग में कई गुदा ग्रंथियाँ होती हैं। अब जब हम गुदा के संरचना से अवगत हो चुके हैं, तो आइए इस से संबंधित विभिन्न विकारों पर ध्यान दें। पाइल्स क्या हैं ? पाइल्स – जिसे बवासीर भी कहा जाता है, गुदा के टर्मिनल हिस्से में सूजन वाली नसें हैं।
फिशर क्या है ? फिशर – यह गुदा के चारों ओर एक कट या दरार है जो बहुत दर्दनाक होता है।
फिस्टुला क्या है ? फिस्टुला – गुदा के मध्य भाग में गुदा ग्रंथियां होती हैं, जिनमें संक्रमण हो जाती हैं जिससे और गुदा पे फोड़ा हो जाता है, जिससे मवाद निकलने लगता है। फिस्टुला संक्रमित ग्रंथि को फोड़ा से जोड़ने वाला मार्ग है।
ये सभी एक दूसरे से कैसे अलग हैं?
रेक्टल रक्तस्राव अपने आप में एक ध्यान देने योग्य लक्षण है औरइस संबंध में चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए। उपरोक्त सभी स्थितियों में व्यक्तिगत और चिकित्सा देखभाल से लाभकारी परिणाम मिलता है। स्थिति को अनदेखा करने से जटिलताएं बढ़ सकती हैं। बहुत से लोग इसके वजह से परेशानी का सामना कर रहे हैं। यह किसी अन्य रोग की तरह हीं एक और रोग है और किसी भी तरह के चिकित्सीय सलाह लेने से ना झिझकें। डॉ. अमित गोयल, कंसलटेंट – यूरोलोजि, नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम You may also likeबवासीर में कौन सी ट्यूब लगानी चाहिए?एनोवेट क्रीम एक कॉम्बिनेशन दवा है जिसका इस्तेमाल बवासीर (बवासीर) के इलाज के लिए किया जाता है. यह एनल हिस्से में समस्या से पीड़ित लोगों में मल के गुजरने से जुड़े दर्द, सूजन, खुजली और परेशानी से राहत देता है.
बवासीर में खुजली हो तो क्या लगाएं?पाइल्स का दर्द हर किसी के लिए एक जैसा हो, ये जरूरी नहीं. रेक्टल एरिया में दर्द, खुजली और जलन, सूजन और संक्रमण इसके सामान्य लक्षण हैं. पाइल्स का इलाज संभव है लेकिन लोग झिझक में इलाज से बचते हैं पर आप चाहें तो घरेलू उपायों की मदद से इसे ठीक कर सकते हैं.
बवासीर को जड़ से मिटाने के लिए क्या करना चाहिए?अगर आप नियमित रूप से देसी घी का सेवन करते हैं तो कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए देसी घी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें और बवासीर वाली जगह पर नियमित तौर पर लगाने से कुछ ही दिनों में बवासीर की समस्या गायब हो जाएगी.
बवासीर की एलोपैथिक दवा क्या है?Mahacal. बवासीर रोग होने पर इस दवा का प्रयोग किया जाता है। इसकी अलावा वैरिकोज वेन्स (Varicose veins), शरीर में न्यूट्रिएंट्स (Nutrients) और विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए भी Mahacal का प्रयोग किया जाता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर के इजाजत बगैर इस दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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