पर्यावरण के लिए पक्षियों का क्या महत्व है? - paryaavaran ke lie pakshiyon ka kya mahatv hai?

Pashu Pakshi Sanrakshan Essay In Hindi: आज हम पशु पक्षी संरक्षण पर निबंध लिखने जा रहे हैं। यह निबंध पशु पक्षियों के जीवन को किस प्रकार बचाया जा सकता है, लोग पशु पक्षियों को अपने व्यापार का आधार बना रहे है, उनके हमारे जीवन में क्या लाभ हैं, क्या क्या हानियां हैं, इन सभी के बारे में आज हम एक निबंध के माध्यम से जानकारी देंगे।

पर्यावरण के लिए पक्षियों का क्या महत्व है? - paryaavaran ke lie pakshiyon ka kya mahatv hai?

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    • पशु पक्षी संरक्षण पर निबंध (250 शब्द)
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    • अंतिम शब्द

पशु पक्षी संरक्षण पर निबंध (250 शब्द)

मनुष्य की तरह पृथ्वी पर पशु पक्षियों का जीवन भी प्रकृति की ही देन है। धरती पर जितना अधिकार पशु पक्षियों का होता है, उतना ही मनुष्य का होता है। लेकिन आज मनुष्य ने पशु पक्षियों का जीवन पर एक संकट की तरह मंडरा रहे हैं क्योंकि हमारे देश में अधिक जनसंख्या बढ़ रही है। इस वजह से लोग वनों को काट रहे हैं।

पशु पक्षियों का घर और उनका जीवन वनों में ही मिलता हैं। बढ़ती जनसंख्या के कारण मनुष्य वनों का विनाश करते जा रहे हैं। जिससे पशु पक्षी बेघर हो रहे है क्योंकि मनुष्य पशु पक्षियों के लिए संकट की तरह बन गया है। वही उनके घर को छीने जा रहा है। कुछ लोग तो पशु पक्षियों को बंधक बनाकर उनको अपने मनोरंजन के लिए व्यापार के लिए भी काम में लेते हैं।

आज हमारे देश में पशु पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होती जा रही हैं। सभी लोगों को जागरूक ऊपर पशु पक्षियों का संरक्षण करना बहुत आवश्यक है। लोग अपने घरों में मनोरंजन के लिए, पशु पक्षियों को पिंजरे में कैद कर लेते हैं। सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए यह सब चीजें बहुत गलत है।

जिस प्रकार सर्कस में जानवरों को पिंजरे में कैद कर लिया जाता है। मांसाहार के लिए भी लोग जानवरों को काट काट कर खाए जा रहे हैं। इससे हमारे पशु पक्षियों का जीवन बहुत संकट में है, और ऐसा लगता है कि धीरे-धीरे यह पशु पक्षियों की सभी प्रजातियां विलुप्त हो जाएगी। अगर मनुष्य इसी प्रकार से पशु और पक्षियों को मारने के लिए व्यापार के लिए मनोरंजन के लिए लगा रहा था, तो सब पशु पक्षियों का जीवन संकट में हो जाएगा।

पशु पक्षी संरक्षण पर निबंध (1200 शब्द)

प्रस्तावना

पशु और पक्षी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण स्थान है। जिनकी अहमियत मनुष्य की तरह इस धरती पर होती है। जितना अधिकार इस धरती पर हमारा है, उतना ही अधिकार पशु पक्षियों का होता है। पशु पक्षियों के बिना हमारी धरती बिल्कुल भी सुंदर नहीं दिखती है क्योंकि पशु पक्षियों के बिना हम बहुत से ऐसे कार्य हैं जो नहीं कर सकते। सरकार के द्वारा पशु पक्षियों को बचाने के तथा लोगों को जागरूक करने का कार्य करना चाहिए क्योंकि आजकल लोग अधिक संख्या में पशु पक्षियों को मारकर खा रहे हैं उनको बेच रहे हैं। इन सभी चीजों के लिए सरकार के साथ-साथ पूरे देश को जागरूक होना चाहिए।

पशुओं का महत्व

हमारे यहां पर पशुओं का बहुत महत्व है। कई पशु तो देवताओं के रूप में भी पूजे जाते हैं। जिनमें से प्रमुख गाय है। हिंदू धर्म के अनुसार गाय में सभी देवी देवताओं का निवास स्थान माना जाता है। गाय हमें दूध देती है तथा इसको पूजनीय भी कहा जाता है। इसके अलावा नागों को भी देवता के रूप में पूजा जाता है। नागपंचमी के त्यौहार के दिन इनकी पूजा की जाती है। सभी पशु किसी ना किसी रूप में हमारी मदद ही करते हैं। इन से हमें दूध प्राप्त होता है कि धन के रूप में गोबर मिलता है। जिससे हम पूजा पाठ कर्म में शामिल करते हैं।

पक्षियों का मनुष्य के जीवन में महत्व

जितना पशुओं का हमारे जीवन में महत्व होता है, उतना ही पक्षियों का भी महत्व होता है। कई पक्षी देवताओं के समान पूजनीय माने जाते हैं, जिनमें से तोता,गरुड़, कौआ,कोयल आदि प्रमुख है। मछलियां होती है, उन को दाना डालने से बहुत पुण्य का अनुभव होता है। चिड़िया और चीटियों को दाना डालने से भी हिंदू धर्म के अनुसार बहुत पुण्य मिलता है।

पशु पक्षियों के द्वारा मनुष्य जीवन में होने वाले लाभ

मनुष्य के जीवन में पशु पक्षियों के द्वारा बहुत से लाभ प्राप्त किए जाते हैं, आइए जानते हैं कुछ लाभ के बारे में-

  • सबसे बड़ी बात पशु पक्षियों की यह होती है कि यह हमसे किसी भी कारण से नाराज नहीं होते। अगर प्यार से इनके सर पर हाथ फेर दिया जाए तो यह अपनी नाराजगी को भूल जाते हैं। आज हमारे देश की दुर्दशा यही है कि इंसान तो पशु बन रहा है और पशु इंसान क्योंकि इंसान को रुकने के बाद हम नहीं मना सकते लेकिन जानवर बहुत समझदार है। प्यार के सर पर हाथ फेरने के बाद में वो मान जाता है।
  • पशुओं के द्वारा हमें दूध प्राप्त होता है, जिसको हम सभी मनुष्य पीकर सुख का अनुभव प्राप्त करते हैं। इनके दूध से ही मक्खन पनीर मिठाईयां आदि बनाई जाती हैं।
  • गाय को हमारे देश में पूजनीय माना जाता है। गाय का मूत्र व गोबर भगवान के पूजा पाठ के कामों में भी इन को शामिल किया जाता है।
  • भैंस,बकरी, गाय के जानवरों के गोबर को इकट्ठा करके घर सामग्री के रूप में भी प्रयोग में लिया जाता है।
  • इन सभी पशुओं के दूध को मनुष्य उपयोग में लेता है। उसको व्यापार के कामों में लगा कर,आमदनी को प्राप्त करता है। उनकी आंखों के सामने जानवरों के बछड़ों को दूध नहीं मिल पाता, लेकिन फिर भी वह कुछ नहीं कर पाते, और मनुष्य उनके दूध को बेच देता है।
  • बैल और भैंसों को बोझा ढोने सामान को इधर से उधर ले जाने कुए से पानी खींचने पहले के समय में तो खेतों को जोतने के कार्य भी बैलों के द्वारा की जा सके।
  • ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है। रेगिस्तान में कोई भी जानवर नहीं चल सकता। केवल ऊँट रेगिस्तान में सवारियों को इधर से उधर ले जाता है, सामान को भी लेकर जाता है। ऊंट का प्रयोग भारतीय सेना में भी किया जाता है।

मनुष्य के द्वारा पशु पक्षियों की खतरा

आज पशु पक्षियों का जीवन बहुत खतरे में आ गया है क्योंकि मनुष्य ही पशु पक्षियों के जीवन का भक्षक बन गया है बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण वनों का विनाश हो रहा है, इनकी वजह से पशु-पक्षी भी इन सभी का शिकार होते जा रहे हैं और धीरे-धीरे बहुत से पशु पक्षियों की प्रजातियां तो बिल्कुल विलुप्त सी हो गई है। मनुष्य अपने मनोरंजन के लिए भी पशु पक्षियों का शिकार करता है।

पहले के समय में तो जानवरों के रहने के लिए जंगल हुआ करते थे और जंगल पूरी तरह सुरक्षित है लेकिन बढ़ती हुई जनसंख्या को देखते हुए वनों की कटाई दिन-प्रतिदिन की जा रही है इनकी रहने खाने की जगह को इंसान ने अपना खुद का जगह घर बना लिया हैजिसकी वजह से इन जानवरों के लिए उचित रहने को स्थान नहीं मिल पा रहा है।

पशु पक्षियों के बचाव के लिए उठाए गए प्रमुख कदम

पशु पक्षियों का जीवन बचाने के लिए हम सभी को मिलकर उसमें महत्वपूर्ण योगदान करना होगा –

  • सभी लोगों को अपने अपने घरों की छत पर या बालकोनी में छोटे-छोटे पात्रों में जल भरकर रखना होगा। इससे जो पक्षी है पानी की वजह से बेवजह मर जाते हैं, वो आपके द्वारा रखे पानी पीकर अपनी प्यास बुझा सकते हैं।
  • जानवरों के लिए भी सरकार के द्वारा या लोगों के द्वारा हर जगह छोटे छोटे से तालाब यत पानी के बड़े-बड़े बर्तन रखने चाहिए ताकि जो जानवर इधर-उधर घूमते रहते हैं, वह पानी की प्यास लगने पर स्वच्छ पानी पी सके।
  • सभी बिना बोलने वाले पशु पक्षियों के जीवन को बचाने के लिए सभी लोगों को जागरूक होना बहुत जरूरी है। पशु पक्षियों के महत्व के बारे में समझेंगे तभी हम इनके जीवन को बचा पाएंगे।
  • आज मनुष्य अपने जिन यातायात के साधनों का प्रयोग करता है, उनसे निकलने वाले हानिकारक धुएं से तथा मोबाइल फोनों के रेडिएशन से बेवजह पशु पक्षियों की मौत हो जाती है। इसीलिए इन सब का प्रयोग और इस रेडिएशन की मात्रा को बहुत कम करना अनिवार्य है।
  • सबसे अधिक मात्रा में हमें पेड़ पौधे लगाने चाहिए, क्योंकि पेड़ पौधों पर ही हमारे पशु पक्षियों का जीवन निर्भर होता है। लोगों को अधिक से अधिक जागरूक कर के वनों की कटाई को खत्म करना चाहिए, तथा अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाने चाहिए।

निष्कर्ष

पशु पक्षियों का जीवन संरक्षित करना सभी का कर्तव्य है। इसके लिए सरकार को बहुत सख्त कदम उठाने चाहिए, तथा लोगों को भी जागरूक होना चाहिए। पशु पक्षियों के महत्व को समझाने के लिए हमें डिजिटल रूप से प्रचार करना पड़े उसको करना चाहिए। जानवरों को अपने मनोरंजन का साधन ना बनाकर आजाद छोड़ देना चाहिए। पशु पक्षी सुरक्षित है तो हमारा जीवन भी अच्छा ही होगा।

अंतिम शब्द

आशा करते हैं आपको यह निबंध पशु पक्षी संरक्षण पर निबंध ( Pashu Pakshi Sanrakshan Essay In Hindi) बहुत पसंद आया होगा। अगर आपको यह निबंध पसंद आया हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में जाकर इसके लिए कमेंट जरूर करें

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पर्यावरण में पक्षियों का क्या महत्व है?

आकाश में उडते हुए ये पक्षी पर्यावरण की सफाई के बहुत बड़े प्राकृतिक साधन हैं। गिद्ध,चीलें,कौए,और इनके अतिरिक्त कई और पशु पक्षी भी हमारे लिए प्रकृति की ऐसी देन हैं जो उनके समस्त कीटों,तथा जीवों तथा प्रदूषण फैलाने वाली वस्तुओं का सफाया करते रहते हैं जो धरती पर मानव जीवन के लिए खतरा उत्पन्न कर सकते हैं।

अगर धरती पर पक्षी नहीं होता तो क्या होता?

पक्षियों के विलुप्त होने पर कई जानवरों का अस्तित्व संकट में आ जाएगा. हो सकता है कि KFC और Chick-fil-A जैसे बहुत से रेस्टोरेंट बंद हो जाए. पर्यावरण पर पड़ने वाला एक असर ये होगा कि पौधों की कई प्रजातियां भी विलुप्त हो जाएंगी. पक्षी बीजों को एक-जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं जिससे पौधे उगते हैं.

पर्यावरण से पक्षी कैसे प्रभावित होते हैं?

बहुत से पक्षी खेतों में झाड़ियों और फसल के बीच घोंसला बनाकर अंडे देते हैं। खेतों में लगाई जाने वाली आग इन अंडों के साथ ही पक्षियों को भी जलाकर नष्ट कर देती है। क्षेत्र में टटीहरी, बटेर, पेडीफील्ड, तीतर, बुलबुल आदि खेतों में नीचे जमीन पर घोंसले बनाकर अंडे देते हैं। आग में ये घोंसले व अंडे जलकर नष्ट हो जाते हैं

पक्षियों को बचाने की आवश्यकता क्यों है?

पेड़ों की संख्या कम होने से पक्षियों को न तो घोंसले बनाने के लिए जगह मिल पा रही है और न ही पर्याप्त मात्रा में भोजन-पानी मिल रहा है। पेड़ों की संख्या कम होने से बारिश भी कम होती है। जितनी अधिक हरियाली होती है, पक्षियों को पानी की जरूरत भी उतनी कम होती है।