पता है कि कैसे गर्भपात हिंदी में पूरा या अधूरा है? - pata hai ki kaise garbhapaat hindee mein poora ya adhoora hai?

गर्भावस्था हर महिला के लिए बेहतरीन पल होता है, लेकिन कुछ महिलाओं को अनचाही गर्भावस्था का सामना करना पड़ता है. ऐसे में वे गर्भपात करवाने का सोचती हैं. गर्भपात कई बार आसानी से हो जाता है, तो कुछ महिलाओं को जोखिम का सामना करना पड़ता है. गर्भपात की दवा लेने के बाद अक्सर महिलाओं के मन में सवाल रहता है कि गर्भपात पूरा हो गया है या नहीं, इसका पता कैसे चल सकता है?

आज के इस लेख में हम जानेंगे कि गर्भपात के होने पर कौन-कौन से लक्षण महसूस हो सकते हैं -

(और पढ़ें - गर्भपात के कितने दिन बाद सेक्स करें?)

  1. गर्भपात पूरा होने के लक्षण
    • ऐंठन व ब्लीडिंग
    • थक्के निकलना
    • प्रेगनेंसी के लक्षण दूर होना
    • पीरियड्स शुरू होना
  2. ये स्थितियां बताती हैं गर्भपात नहीं हुआ है
  3. मेडिकल गर्भपात के बाद रखें इन बातों का ध्यान
  4. सारांश

कैसे पता करें कि गर्भपात पूरा हो गया है? के डॉक्टर

पता है कि कैसे गर्भपात हिंदी में पूरा या अधूरा है? - pata hai ki kaise garbhapaat hindee mein poora ya adhoora hai?

गर्भपात पूरा होने के लक्षण

गर्भपात की गोली दो अलग-अलग खुराक में दी जाती है. प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर 1 से 2 दिन लगते हैं. मिफेप्रिस्टोन पहली गोली है, यह प्रोजेस्टेरोन नामक गर्भावस्था हार्मोन को अवरुद्ध करती है. इससे गर्भाशय की परत टूट जाती है और भ्रूण का विकास रुक जाता है. दूसरी दवा मिसोप्रोस्टोल है, यह योनि के माध्यम से भ्रूण को बाहर निकालने में मदद करती है. दोनों गोलियां लेने के बाद आपको कुछ हफ्तों तक लक्षण महसूस हो सकते हैं. गर्भपात के लक्षण निम्न हैं -

ऐंठन व ब्लीडिंग

अधिकतर महिलाओं को मिसप्रोस्टोल लेने के कुछ घंटे बाद ऐंठन और ब्लीडिंग हो सकती है. यह गर्भपात का संकेत होता है. जब ब्लीडिंग होती है, तो भ्रूण के टिश्यू शरीर से बाहर निकल रहे होते हैं. इसके बाद गर्भाशय के सामान्य आकार में वापस आने पर ऐंठन महसूस हो सकती है. 

(और पढ़ें - गर्भपात के बाद जरूरी देखभाल)

थक्के निकलना

प्रेगनेंसी के लक्षण दूर होना

पीरियड्स शुरू होना

गर्भपात होने के बाद महिला को दोबारा पीरियड्स हो जाते हैं. वह 3 सप्ताह बाद ओवुलेट करना शुरू कर सकती है. इसका मतलब है कि वह फिर से गर्भवती हो सकती है. अगर गर्भपात के तुरंत बाद प्रेगनेंसी टेस्ट फिर से पॉजिटिव आता है, तो घबराएं नहीं. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि गर्भावस्था के हार्मोन शरीर से बाहर निकलने में कुछ समय ले सकते हैं. इसलिए, नेगेटिव प्रेगनेंसी के लिए गर्भपात के बाद 3-4 दिन का इंतजार करें.

(और पढ़ें - गर्भपात के बाद घरेलू उपचार)

ये स्थितियां बताती हैं गर्भपात नहीं हुआ है

कुछ लक्षण ऐसे होते हैं, जो बताते हैं कि अभी गर्भपात पूरा नहीं है. ये लक्षण कुछ प्रकार से हो सकते हैं -

  • मिसोप्रोस्टोल दवा लेने के 1-4 घंटे बाद ब्लीडिंग शुरू हो जानी चाहिए. कभी-कभी इसमें 24 से 72 घंटे भी तक लग सकते हैं. अगर 72 घंटों के बाद भी ब्लीडिंग नहीं होती है, तो इसका मतलब है गर्भपात नहीं हुआ है.
  • गर्भपात की दवा लेने के लगभग 4 से 6 सप्ताह बाद पीरियड्स शुरू नहीं होना. अगर ऐसा होता है, तो तुंरत डॉक्टर से मिलें.

(और पढ़ें - एबॉर्शन के कितने दिन बाद पीरियड आते हैं?)

मेडिकल गर्भपात के बाद रखें इन बातों का ध्यान

गर्भपात की दवा लेने के बाद महिला को कुछ बातों की ओर जरूर ध्यान देना चाहिए -

  • दवाई लेने के बाद उल्टी, दस्त, सिरदर्द, थकान और बुखार महसूस हो सकता है. इस दौरान खुद का पूरा ख्याल रखें.
  • गर्भपात के दौरान ऐंठन महसूस हो सकती है, ऐसे में गर्म सिकाई कर सकते हैं. इससे दर्द से राहत मिलेगी.
  • तेज दर्द होने पर डॉक्टर से पूछकर पेन किलर ले सकते हैं. इसके लिए इबूप्रोफेन लें और एस्पिरिन से बचें.
  • अगर गर्भपात की दवा लेने के बाद अधिक रक्तस्त्राव है, तो इस स्थिति में बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें.

(और पढ़ें - एबॉर्शन के बाद कब हो सकती हैं गर्भवती?)

सारांश

गर्भपात की गोली अधिक प्रभावी होती है, लेकिन गर्भावस्था की अवधि अधिक होने पर इसकी प्रभावशीलता कम हो जाती है. गर्भपात की दवा लेने के 2-5 घंटे बाद हैवी ब्लीडिंग शुरू हो जाती है और 24 घंटे के बाद यह धीमी हो जाती है. जैसे ही गर्भपात पूरा हो जाता है, ब्लीडिंग हल्की हो जाती है और दर्द कम हो जाता है. साथ ही बुखार या मतली जैसे लक्षण भी गायब हो जाते हैं.

(और पढ़ें - बार-बार अबॉर्शन कराने के नुकसान)

शहर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट खोजें

  1. पुणे के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  2. मुंबई के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  3. गाज़ियाबाद के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  4. ग्वालियर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  5. चेन्नई के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  6. कोल्हापुर के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  7. बिलासपुर (हि.प्र.) के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  8. वाराणसी के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  9. पटियाला के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट
  10. रायगढ़ (महाराष्ट्र) के ऑब्स्टट्रिशन एंड गयनेकोलॉजिस्ट

पता है कि कैसे गर्भपात हिंदी में पूरा या अधूरा है? - pata hai ki kaise garbhapaat hindee mein poora ya adhoora hai?

कैसे पता करें कि गर्भपात पूरा हो गया है? के डॉक्टर

सम्बंधित लेख

गर्भपात पूरा हुआ या अधूरा कैसे पता करें?

निदान अल्ट्रासाउंड से होता है। पूर्ण गर्भपात – पेट में तेज दर्द होना और भारी रक्तस्राव होना पूर्ण गर्भपात के लक्षण हो सकते हैं। इसमें गर्भाशय से भ्रूण पूरी तरह से बाहर आ जाता है। अपरिहार्य गर्भपात – इसमें रक्तस्राव होता रहता है और गर्भाशय ग्रीवा खुल जाती हैए जिससे भ्रूण बाहर आ जाता है।

कैसे पता करें कि बच्चा गिर गया?

ज्यादातर महिलाओं के मासिक चक्र 28-32 दिनों के होते हैं, हालांकि इससे कुछ दिन कम-ज्यादा को सामान्य अवधि के रूप में ही माना जाता है। आमतौर पर अंतिम पीरियड के पहले दिन के बाद 14वें दिन के आसपास अंडोत्सर्ग (ओव्युलेशन) होता है।

गर्भपात के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए?

उन्होंने बताया कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाईज़ेशन के मौजूदा नियमों में सुझाव है कि अगर किसी महिला का गर्भपात हो गया हो तो उसे दूसरी बार गर्भवती होने के लिए कम से कम छह महीने का इंतज़ार करना चाहिए.

गर्भपात कितने दिन तक होता है?

अपने आंकड़ों के आधार पर वे कहते हैं कि गर्भपात के तीन महीने के भीतर ही महिलाएं आसानी से दोबारा गर्भ धारण कर सकती हैं.