हमारे mind में कई बार एक सवाल आता है कि प्यार का मतलब क्या होता है लेकिन,असल में हमको इसका जवाब नही मिल पाता है तो आज इसका जवाब हम आपको इस article के माध्यम से देने जा रहे है,तो इस article को पूरा पढ़े। Show तो हम सबसे पहले जानने की कोशिश करते है कि असल में इस प्यार का मतलब क्या होता है? तो इसका मतलब होता है “परम” कि जिससे ऊपर और कुछ भी न हो। हम जिस इंसान से प्यार करते है अगर उसको बैठकर सुनते है या फिर उसके होने को महसूस करते है तो हम प्यार को महसूस कर रहे होते है। प्यार को असल में जानने के लिए हमें सामने वाले को खुद की जगह पर रखकर महूसस करना होगा प्यार वो होता है जो इंसान का सच से सामना करवाता है। जब भी कभी प्यार और रिलेशन की बात आती है तो हम इन दोनों को एक ही समझ लेते है, हमारी ये सोच होती है कि जहाँ रिलेशन होता है वहाँ प्यार भी होता है जबकि असल में ऐसा नहीं होता है
असल में प्यार का क्या मतलब होता है ?जब हमारे साथ किसी का रिलेशन होता है अगर हम उसके बिना कुछ बोले उसको समझ पाए और वो हमारे कुछ बिना बोले हमको समझ पाये तो वो प्यार का असल मतलब होता है प्यार वो नहीं होता है जो कि हर समय आपको मीठे-मीठे ख्वाब दिखाये। प्यार वो होता है जिसके कंधे पर सर-भर रखने से हमें सुकून मिलता हो, हम जब अपने प्यार के साथ होते है तो वो वक्त हमें बहुत ही सुनहरा नजर आने लगता है
प्यार को अनुभव करने का तरीका क्या है ?जब भी हम प्यार को अनुभव करने की कोशिश करते है तो वो प्यार नहीं होता है क्योकि कोशिश से कभी प्यार नहीं होता है, प्यार को हम सिर्फ महूसस कर सकते है जब हम किसी इंसान के साथ होते है तो हम सिर्फ उसके होने को ही महूसस कर सकते है, हम प्यार को शब्दो में ब्यान नहीं कर सकते है इसको बस अनुभव ही किया जा सकता है, हमारा जिसके भी साथ रिलेशन है उसकी देखभाल करना,एक-दूसरे का आदर करना,एक-दूसरे का हर समय पर साथ देना ही सच्चा प्यार होता है जीवन में हर इंसान को कभी-न-कभी किसी-न-किसी के साथ प्यार जरूर होता है, इस दुनिया में हर चीज़ बदलती है लेकिन प्यार कभी न बदलने वाला होता है, प्यार कभी भी किसी का मोहताज नहीं होता है ये हमेशा से ही आजाद है, इस प्यार पर तो पूरी ही दुनिया टिकी हुई है अगर हम आस-पास देखते है तो सिर्फ प्यार ही प्यार नजर आता है ये जो प्यार होता है इसको अनुभव करने के लिए हमको रुकना आना चाहिए जिससे की हम सामने वाले को महसूस कर सकते है अगर आप किसी इंसान को ऐसे देखते हो जिसके आगे सबकुछ कम लगने लगे तो आप असल में प्यार का अनुभव कर रहे होते हो जब सच्चा प्यार होता है तो क्या होता है?जो इंसान आपस में सच्चा प्यार करते है वो बिना किसी स्वार्थ के या किसी मतलब के एक साथ रह सकते है तो वो सच्चा प्यार होता है, सच्चा प्यार वो होता है की अगर एक इंसान किसी वजह से अंदर से टूट रहा है तो दूसरा उसको सभांल सके तो वो सच्चा प्यार होता है, जब हमारा विश्वास सामने वाले के लिए हद से भी ज्यादा बढ़ जाता है की हम बिना कुछ सोचे अगर उस पर विश्वास कर सकते है तो वहाँ प्यार होता है सामने वाले इंसान को अगर हम खुद में देख सकते है तो वो प्यार है, जब हम अपनी ख़ुशी को भुलाकर सामने वाले की ख़ुशी में एक हो जाते है तो वो प्यार ही होता है, सामने वाले के हर सुख-दुःख में जब हम उसके साथ होते है तो वो रिलेशन कमाल का होता है प्यार का सही अर्थ क्या है ?सही मायने में प्यार का अर्थ बस वही इंसान समझ सकता है जिसने कभी प्यार किया है वो ही उसको जान सकता है, प्यार को अगर कभी किसी ने महसूस किया है तो वो ही उस महसूस करने को शब्दो के माध्यम से ब्यान कर सकता है, वास्तव में प्यार एक एहसास है जो की कभी भी किसी को किसी के भी साथ हो सकता है जब हमें प्यार होता है तो वो प्यार कब हमारे जीवन में रंग भर देता है हमें पता भी नहीं चलता है, प्यार हमेशा कई रूपों में होता सबसे पहले हमारे अंदर फीलिंग पैदा होती है और फिर वो फीलिंग लगाव में बदल जाती हैप्यार हमेशा कई रूपों में होता सबसे पहले हमारे अंदर फीलिंग पैदा होती है और फिर वो फीलिंग लगाव में बदल जाती है, जब हमारा लगाव किसी के साथ बढ़ता जाता है तो वो लगाव ही प्यार में बदल जाता है जब हम प्यार में होते है तो हमारा विश्वास सामने वाले के लिए बढ़ता ही जाता है जिसके साथ प्यार और भी गहरा होता जाता है, अगर हमारा विश्वास सामने वाले के लिए बढ़ता जाता है तो वो हम पर पूरी तरह से विश्वास कर प्यार करता है, जब विश्वास के साथ प्यार होता है तो वो फीलिंग कमाल की होती है, हमें जब प्यार का मतलब क्या होता है समझ आने लगता है तो वह से हम आराम से बिना किसी प्रयास के सामने वाले के साथ रह सकते है, जब ये सब होने लगता है तो लाइफ कमाल की होने लगती है यह भी पढ़े – प्यार क्या है ? सच्चा प्यार क्या है | प्यार कैसे होता है Conclusionहमारे लिए एक समय ऐसा आता है जब हमें ये जानना बहुत जरुरी होता है कि प्यार का मतलब क्या होता है क्योकी प्यार ही हमारे जीवन में अनेको रंग भरता है हमें जब हमारी किसी के लिए ऐसी नजर हो जाती है तो हमें पता लगता है की ये प्यार क्यों होता हैऔर वो ही सच्चे प्यार का मतलब होता है. लाइफ में जान-बूझकर कभी भी प्यार किया नहीं जा सकता है बस यह तो हो जाता है। ये कैसे होता है किसी को आज तक पता नहीं चला। कहा जाता है कि मानव जीवन का सबसे मधुर एहसास का नाम प्यार है।आप हमको कमेंट करके बताये कि इस पर आपकी क्या राय है ?
मैं इस ब्लॉग का संस्थापक और एक पेशेवर ब्लॉगर और वेब डेवलपर हूं। यहाँ पर मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करता हूं। प्यार का पूरा अर्थ क्या है?प्यार या प्रेम एक एहसास है। जो दिमाग से नहीं दिल से होता है प्यार अनेक भावनाओं जिनमें अलग अलग विचारो का समावेश होता है। प्रेम स्नेह से लेकर खुशी की ओर धीरे धीरे अग्रसर करता है। ये एक मज़बूत आकर्षण और निजी जुड़ाव की भावना जो सब भूलकर उसके साथ जाने को प्रेरित करती है।
प्यार का दूसरा नाम क्या है?प्यार का दूसरा नाम त्याग और समर्पण है। प्यार को जंग क्यों कहते हैं ?
सच्चे प्यार की पहचान क्या है?सच्चे प्यार में समर्पण की भावना होती है। जो सच्चा प्यार करते हैं, वे पार्टनर के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। पार्टनर की खुशी के लिए वे कोई भी तकलीफ उठाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। वहीं, जो लोग मतलब से रिश्ता रखते हैं, उनके लिए त्याग की भावना कोई मायने नहीं रखती।
प्यार में तड़प क्यों होती है?प्रोफेसर डरबिन ने कहा कि आम तौर पर लोग सोचते हैं कि प्यार दिल से जुड़ी चीज है, लेकिन कोई भी फीलिंग दिमाग में महसूस होती है। उनका कहना था कि साथी से मिलने की चाहत जब पैदा होती है, तो दिमाग की कुछ ग्रंथियां खास तौर पर सक्रिय हो जाती हैं। मिलने की स्थिति में डोपामाइन का स्तर बढ़ जाता है। इससे सुखद अनुभूति होती है।
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