मेष दैनिक राशिफल आपको अपने नियमित कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। यदि आपकी राशि मेष है, या यूँ कहें कि आप मेष राशि के जातक हैं, तो आपको इस मेष राशिफल के द्वारा आपकी ज़िन्दगी से जुड़ी किसी भी घटना के होने से पहले निर्देशित किया जाएगा, जिससे आप किसी तरह की परेशानी में न फसें और अपनी असफलता को सफलता में बदल सकें। क्यूंकि यदि हमें किसी भी बुरे घटना के बारे में कोई जानकारी हो जाये, तो शायद हम खुद को पहले ही सावधान कर सकते हैं ताकि उस घटना के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। मेष राशिफल का विश्लेषण करने के लिए पहले मेष राशि के बारे में समझें: Show
मेष राशिफल 2023 यहाँ पढ़ें मेष राशि चिन्हराशि चक्र की पहली राशि मेष है, जिसकी वजह से इस राशि के जातक शिशु की तरह मासूम होते हैं। इस राशि का चिन्ह “मेढ़ा” होता हैं, जो बेहद निडर और साहसी होता है। ये लोग अपना जीवन अपनी शर्तों पर जीते हैं और अपनी विचारधारा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं। राशि चक्र का यह पहला बिन्दु हर वर्ष लगभग 50 सेकेण्ड की गति से पीछे खिसकता जाता है। इस बिन्दु की बक्र गति ने ज्योतिषीय गणना में दो प्रकार की पद्धतियों को जन्म दिया है। इस बिन्दु को स्थिर मानकर भारतीय ज्योतिषी अपनी गणना करते हैं। जिसे निरयण पद्धति कहा जाता है और पश्चिम के ज्योतिषी इसमे अयनांश जोडकर 'सायन' पद्धति अपनाते हैं लेकिन हमें भारतीय ज्योतिष के आधार पर ही गणना करनी चाहिये। मेष राशि पूर्व दिशा की द्योतक है, और इसका स्वामी ’मंगल’ ग्रह होता है। मेष राशि चिह्न के तहत इस राशि में जन्में जातक जीवन की नई उर्जा से भरे हुए होते हैं। ये लोग आवेगी और आत्मकेन्द्रित होते हैं। मेष- शारीरिक बनावट
मेष- व्यक्तित्व
मेष- रुचियाँ/शौकमेष राशि के लोगों की वैसे क्षेत्रों में अधिक रूचि होती है, जिनमें आसानी से धन मिल सकता हो जैसे- लॉटरी, जुआ आदि।इस राशि के जातक का अनुमान जुआ, लॉटरी और घुड़दौड़ जैसी चीज़ों में बहुत सटीक बैठता है और अधिकांश तौर पर ये लोग जीतते भी हैं। मेष राशि वाले उन क्षेत्रों में रुचि लेते हैं, जिसमें वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सके। ऐसे लोगों का नृत्य, अभिनय आदि जैसे क्षेत्रों में अधिक झुकाव रहता है। कपड़े, फर्निचर और पुस्तकालय आदि कार्यों में भी ये लोग खासा रूचि रखते हैं। मेष- कमियां
मेष- शिक्षा एवं व्यवसायमेष राशि के अधिकांशतः जातक शिक्षित होते हैं। चूंकि मेष का संबंध मस्तिष्क से होता है इसीलिए ये लोग शिक्षा के क्षेत्र में काफी सफल होते हैं। इस राशि के जातक मेडीकल, इन्जीनियरिंग, राजनीति शास्त्र, रसायन शास्त्र जैसे विषयों का चुनाव करें तो उन्हें विशेष सफलता प्राप्त होती है। मेष राशि के लोग यदि विद्युत, खनिज, कोयला, खनिज तेल, सीमेंट, मेडिकल स्टोर, आतिशबाजी, जमीन-जायदाद, पहलवानी, खेल-कूद, रंग-व्यवसाय, घड़ियां, कैमिस्ट, रेडियो, तम्बाकू आदि जैसे क्षेत्रों में व्यवसाय करते हैं तो वे अधिक मुनाफ़ा प्राप्त कर उस व्यवसाय को सफलतापूर्ण चला सकते हैं। मेष राशि के जातक व्यवसाय में साझीदारी कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन राशि वाले लोगों के साथ कर सकते हैं। इस राशि की स्त्रियां भी व्यवसाय के क्षेत्र में काफी सफलता प्राप्त करती हैं। मेष- प्रेम संबंध
मेष- विवाह और दांपत्य जीवनमेष राशि के पुरुष अपनी पत्नी को हमेशा अधिक सक्रिय और आकर्षक देखना चाहते हैं। ऐसे लोग प्रेम का आश्वासन चाहते हैं। मेष राशि से संबंध रखने वाला पुरुष हो या फिर स्त्री, इन्हें अकेला रहना बिलकुल पसंद नहीं होता है। सूर्य, मंगल और शुक्र का योग इस राशि वालों को सेक्स के विषय में आदर्शवादी बना देता है। इस राशि के जातकों के दाम्पत्य जीवन में गृह कलह रहती है और जीवनसाथी से संबंध अच्छे नहीं होते हैं। मेष राशि के पति-पत्नी में प्रायः असीम प्रेम देखने को मिलता है, लेकिन इनके बीच गृहकलह भी उतना ही ज्यादा होता है। मेष- घर-परिवारमेष राशि वाले लोगों को अपने परिवार से प्रेम और आदर मिलता है। इन्हें अपने परिवार, आस-पड़ोस और अपने समाज में भी आदर से देखा जाता है। इस राशि के जातक के प्रशंसक हर जगह होते हैं। मेष राशि वालों में नेतृत्व का गुण होता है जिसकी वजह से उनके परिवार के लोंग उसकी इच्छाओं का आदर और समर्थन करते हैं। ये लोग अपनी संतानों को बहुत प्यार करते हैं। मेष- इष्ट मित्र
मेष - स्वास्थ्यमेष राशि के जातक स्वस्थ शरीर के स्वामी होते हैं। यदि ये दुर्घटनाओं से बचते रहें, तो बीमारी भी इन्हें ज्यादा परेशान नहीं कर पाती है। बचपन से ही इन्हें शरीर में फोड़े-फुंसी, जलना-कटना आदि जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मेष राशि का प्रभाव मस्तिष्क पर रहता है। इसीलिए इन्हें मानसिक अशांति भोगनी पड़ती है। मेष राशि वाले लोगों को आराम की काफ़ी जरूरत रहती है। इनके लिए प्रातःकाल भ्रमण करना अच्छा रहता है। इस राशि के लोगों को गरम चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। मेष राशि के लोगों में नेत्र से जुड़ी समस्या भी देखने को मिलती है। इन्हें सिरदर्द रहता है और ऑपरेशन का योग भी होता है। मेष राशि वाले लोगों को अपने रक्त की शुद्धता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अधिकांश रोग इन्हें रक्त की अशुद्धि के कारण होती है। इस राशि के जातक को रक्त शुद्धि के लिए प्रातःकाल उठते ही पानी, दोपहर में छाछ तथा रात्रि में दूध पीना लाभकारी होगा। मेष- भाग्यशाली अंक9 का अंक मेष राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली होता है। इसीलिए 9 अंक की श्रृंखला 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72...इनके लिए शुभ होती है। मेष- भाग्यशाली रंगअगर रंग की बात करें तो मेष राशि वालों के लिए लाल और सफेद रंग भाग्यशाली रंग होता है। इन रंगीन के वस्त्र पहनने से इन्हें मानसिक शांति मिलती है। मेष राशि वाले लोगों के लिए जेब में हमेशा लाल रूमाल रखना बहुत फायदेमंद होता है। मेष - भाग्यशाली दिनमेष राशि का “मंगल” ग्रह से बहुत ही निकट संबंध होता है, इसीलिए मंगलवार इस राशि के जातकों का भाग्यशाली दिन होता है। इसके साथ ही गुरुवार एवं रविवार भी इनके लिए शुभ दिन होते हैं। मेष राशि वाले लोगों के लिए शुक्रवार का दिन अशुभ रहता है। मेष - भाग्यशाली रत्नमेष राशि वाले लोगों के लिए “मूंगा” भाग्यशाली रत्न होता है। इसीलिए मंगल खराब रहने पर इन्हें मूंगा पहनना चाहिए। आप इस रत्न को तांबे की धातु में लगाकर पहन सकते हैं। मेष राशि वाले यदि मूंगा को मंगलवार के दिन अनामिका अंगुली में धारण करें तो यह अधिक लाभप्रद रहता है। रत्न के अलावा अन्य उपाय के रूप में आप मंगलवार को उपवास रख सकते हैं। कहीं-कहीं पर ज्योतिष विधा के अनुसार मेष राशि वाले जातकों के लिए भाग्यशाली रत्न माणिक्य व हीरा बताया जाता है। ऊपर हमने मेष राशिफल और मेष राशि के जातकों से जुड़ी शारीरिक बनावट, व्यक्तित्व, शौक, कमियां, खूबियां, परिवार, प्रेम संबंध जैसे सभी पहलुओं को अच्छे से जाना। आशा करते हैं कि एस्ट्रोसेज द्वारा दी गयी जानकारी आपको मेष राशि के लोगों को समझने में मददगार सिद्ध होगी। मेष राशि में कौन सा ग्रह खराब चल रहा है?अग्नि तत्व प्रधान मेष राशि के कारक ग्रह मंगल, सूर्य और गुरु हैं। इस राशि का स्वामी मंगल है। मेष लग्न की बाधक राशि कुंभ तथा बाधक ग्रह शनि है।
मेष राशि का शत्रु कौन सा ग्रह है?मेष के दुश्मन- कर्क और वृश्चिक सबसे खराब
मेष राशि में कौन से ग्रह की दशा चल रही है?मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल होता है। ये ग्रह जातक के जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक माना गया है।
मेष राशि का कमजोरी क्या है?मेष राशि का जातक स्वयं को अधिक विज्ञ समझता है, पर धर्म एवं व्यक्तिगत क्षमताओं के प्रति शंकालु रहता है। अपने गुप्त भेदों के प्रकट हो जाने का डर उसे हर समय सताता रहता है। इन्हें क्रोध शीघ्र ही आ जाता है तथा अपमान सहन नहीं कर सकते हैं। घर में किसी एक व्यक्ति से खटपट अवश्य चला करती है।
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