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मेनहेटन में एक प्रकार का चिन्ह जो वाहनों को सुरक्षित चलाने हेतु कह रहा है। सड़क यातायात सुरक्षा एक प्रकार का विधि या उपाय है जिससे सड़क दुर्घटना में लोगों को चोट लगने और उससे मौत होने आदि घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाता है। सड़क का उपयोग करने वाले सभी लोग जिसमें पैदल चलने वाले, साइकल, गाड़ी चालक या सार्वजनिक यातायात साधनों का उपयोग करने वाले शामिल हैं। सड़क यातायात सुरक्षा हेतु घटनाओं को देख कर रणनीति बनाई जाती है। वर्तमान में सड़क के आस पास के माहौल को देख कर वाहन की गति आदि तय किया जाता है।[1] कारण[संपादित करें]एक पर्वत चोटी पर वर्ष 1920 में वाहनों को गिरने से बचाने हेतु किए इंतेजाम विश्व में सड़क यातायात में मौत या जख्मी होना कुछ बहुत बड़ी परेशानियों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष 10 लाख से अधिक लोग सड़क हादसों के शिकार व्यक्ति की मौत हो जाती है। इस संगठन के द्वारा एक जानकारी वर्ष 2004 में प्रकाशित की गई। जिसके अनुसार लगभग 12 लाख लोगों की मृत्यु और 5 करोड़ लोग इसके कारण इस वर्ष घायल हुए हैं। इसमें से सबसे अधिक मौतें 10 से 19 वर्ष के लोगों के हुए हैं। इस जानकारी के अनुसार अधिक विकासशील देशों में यह समस्या और भी अधिक खतरनाक है। सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
भारत में सड़क दुर्घटनाएँ: एक अवलोकन- यूपीएससी, आईएएस, सिविल सेवा और राज्य पीसीएस परीक्षाओं के लिए समसामयिकीचर्चा का करणहाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने वैश्विक सड़क सुरक्षा सप्ताह (6-12 मई) के दौरान एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसमें कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं में प्रति वर्ष 1.35 मिलियन से अधिक मौतें होती हैं एवं 50 मिलियन से अधिक लोगों को गंभीर शारीरिक चोटें आती हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि विश्व में प्रत्येक 23 सेकेंड में सड़क दुर्घटना के कारण एक मौत होती है। रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की स्थितिआज हमारे देश में सबसे ज्यादा लोगों की मौतें किसी बीमारी के बजाय, सड़क हादसों में हो रही है। आधुनिक युग में सड़क दुर्घटना एक आम-सी बात हो गयी है। वास्तव में वाहनों की बढ़ती संख्या और सड़क सुरक्षा आज भारत के लिए एक बड़ी समस्या है। सड़क परिवहन मंत्रलय द्वारा हाल ही में सड़क हादसों से सम्बंधित रिपोर्ट जारी की गई। इस रिपोर्ट में देश में सड़क हादसों के बारे में जानकारी दी गई जो निम्नलिखित हैं-
सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणसड़क यातायात से होने वाली अवांछनीय घटना एवं उनसे होने वाली हानि सड़क दुर्घटना कहलाती है। सड़क पर होने वाली दुर्घटनाएँ ऐसे ही नहीं होती हैं बल्कि उसके मूल में कोई न कोई कारण होता है। इन कारणों को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत समझा जा सकता हैं-
सरकारी प्रयाससड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्याओं को लेकर सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को निम्नलिखित बिन्दुओं के अंतर्गत देखा जा सकता है-
मोटर वाहन संशोधन विधेयक, 2017मोटर वाहन संशोधन विधेयक, 2017 को 10 अप्रैल 2017 को लोकसभा में पारित किया जा चुका है लेकिन इसे राज्य सभा में पारित होना बाकि है। मोटर वाहन अधिनियम को 1988 में पहली बार बनाया गया था। मोटर वाहन अधिनियम, 2017 की मुख्य विशेषताएँ
अन्य प्रयास
संयुक्त राष्ट्र के द्वारा किया गया प्रयास2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सड़क दुर्घटना के कारण चोट लगने और दुनिया भर में होने वाली मौतों की तेजी से बढ़ती संख्या को देखते हुए वर्ष 2011-2020 के लिये सड़क सुरक्षा कार्यवाही की घोषणा की जिसका उदेश्य इस अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में 50 प्रतिशत की कमी लाना है। इसके लिए पाँच क्षेत्रें पर ध्यान दिया गया है-
आगे की राहनिष्कर्षतः कहा जा सकता है कि बढ़ते शहरीकरण और बढ़ते सड़क यातायात के बीच आज दुनिया में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक लोग मारे जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार विश्व में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लाखों लोगों की मौतें होती हैं और मरने वालों में विशेष रूप से गरीब देशों के लोगों की संख्या अधिक है। बावजूद इसके विश्व में केवल 28 देशों में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर समग्र कानून लागू किये गए हैं। विश्व की कुल जनसंख्या का केवल 7 प्रतिशत हिस्सा इनके दायरे में आता है। इससे स्पष्ट है कि सड़क दुर्घटनाओं और उनसे मरने वालों की संख्या को देखते हुए सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के मामले में अभी भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। इस संदर्भ में कुछ सुझावों को अमल में लाया जा सकता है-
सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-3
Important Current Affair Articles in English© www.dhyeyaias.in << मुख्य पृष्ठ पर वापस जाने के लिये यहां क्लिक करेंसड़क दुर्घटना को दूर करने के लिए क्या क्या उपाय हो सकते हैं?दुर्घटनाओं से बचने के 10 आसान उपाय, आप भी आजमाएं.... हनुमान मंदिर में मिट्टी के दीये में चमेली के तेल का दीपक जलाएं।. पक्षियों को लाल मसूर खिलाएं।. हनुमान मंदिर से कलाई पर मौली बंधवाएं।. हनुमानजी के मंदिर में गुड़-चने का प्रसाद बांटें।. नींबू पर सिंदूर लगाकर चौराहे पर फेंक दें।. विधवा महिलाओं की इच्छा अनुसार मिठाई बांटें।. दुर्घटनाओं से बचने के लिए क्या करना चाहिए?घर के वास्तु का प्रत्यक्ष प्रभाव उस घर के सदस्यों के दैनिक जीवन पर पड़ता है। घर से बाहर निकलने पर कई बार हमारे साथ कुछ ऐसी दुर्घटनाएं हो जाती हैं, जिसमें हमारी कोई गलती नहीं होती।
सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण क्या है?सड़क दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में चालक की लापरवाही, यातायात नियमों का उल्लंघन या उसकी ठीक जानकारी न होना, चालक द्वारा नशा करना, पैदल चलने वालों की लापरवाही आदि का समावेश है। इसके अलावा यातायात विभाग भी इसमें समान रूप से जिम्मेदार है।
सड़क दुर्घटना के ब्यक्ति को पाने पर आपकी क्या जिम्मेदारी है?आपके सामने सड़क दुर्घटना होने पर वहां से भागने की बजाय दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मदद करें, उससे संबंधित सभी प्रकार के दस्तावेज तैयार करें, प्राथमिक चिकित्सा देकर पुलिस को इसके बारे में सूचित करें।
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