सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?

नेपाल का ध्वज

सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?

प्रयोगराष्ट्रीय ध्वज
सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?
अनुपातनीचेj देखें
अंगीकृतदिसम्बर 16, 1962
अभिकल्पनादो लाल रंग के त्रिकोण और नीले रंग के किनारे के साथ में अर्ध चन्द्र और सूर्य मिलाकर

सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?

प्रयोग1962 से पहले का पुराना ध्वज Vexillological symbol
सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?

नेपाल का राष्ट्रीय ध्वज विश्व का एक मात्र ऐसा ध्वज है जो चौकोर या आयताकार नहीं है जो दो त्रिकोणीय आकार को ऊपर नीचे रख कर बनाया गया है। विश्व में एक और ध्वज है जो चौकोर नही है। वह है अमेरिका के ओहाइयो का। नेपाल के राष्ट्रीय झण्डे के ऊपर वाले त्रिकोण में एक अर्ध चाँद और नीचे वाली त्रिकोण में एक सूर्य अंकित है। जिसका मतलब बताया जाता है कि जब तक सूरज-चाँद रहेगा तब तक पृथ्वी पर नेपाल का अस्तित्व रहेगा। इस ध्वज के किनारे नीले रंग के किनारे लगे हैं जो शान्ति का प्रतिक है। ध्वज के बीच का भाग गहरे लाल रंग का है जो नेपाल का राष्ट्रीय रंग है। नेपाल का राष्ट्रीय पुष्प गुराँस भी इसी रंग का है। गहरा लाल विजय का भी प्रतिक है। 1962 तक नेपाल के झण्डे पर चाँद और सूरज पर चेहरे बने होते थें। ध्वज का आधुनिकीकरण करने के लिए ध्वज के चन्द्र और सूर्य पर से चेहरे को हटा दिया गया लेकिन फिर भी राजा अपने ध्वज पर चाँद और सूरज पर चेहरे का प्रयोग राजतन्त्र समाप्त होने (2008) तक करता रहा। इस ध्वज को 16 दिसम्बर 1962 को अपनाया गया जब देश का नया संविधान लिखा गया। यह अनोखा त्रिकोणीय ध्वज शताब्दियों से नेपाल में प्रयोग में चलता रहा लेकिन द्वि त्रिकोणिय ध्वज का इस्तेमाल 19 वीं शताब्दी से चलन में आया। ध्वज के आज का स्वरुप इसके प्राथमिक स्वरुप से लिया गया है जिसका प्रयोग 2000 साल पहले से हो रहा है।

प्रतीकवाद[संपादित करें]

सभी छोटे रियासतों को एकीकरण करने के बाद पृथ्वीनारायण शाह ने इस ध्वज को अपनाया। वर्तमान समय में ध्वज के सिद्धान्त में परिवर्तन आ गया है। नीले किनारे वर्तमान में शान्ति और एकता का प्रतिक बन गया है। गहरा लाल नेपाल का राष्ट्रिय रंग है और यह नेपालियों कि विरता भी प्रदर्शित करता है। दो त्रिकोण हिमालय पर्वत को प्रदर्शित करता है। इस पर खगोलीय पिण्ड जो दर्शाये गये हैं। वे स्थायीत्व का प्रतीक हैं, उन्हे आशा है कि जब तक सूर्य और चाँद रहेंगे तब तक नेपाल का अस्तित्व रहेगा। चाँद यह भी दर्शाता है कि नेपाली लोग शान्तिप्रिय और शान्त मिजाज के होते हैं, जबकि सूर्य दर्शाता है कि नेपाली भयंकर संकल्पवादी होते हैं। चाँद नेपाल के हिमालयी क्षेत्र के ठण्डक को भी दर्शाता है, जबकि सूर्य तराई क्षेत्र के गर्मी को दर्शाता है। एक अन्य व्याख्या है कि: ध्वज कि जो बनावट है। वह नेपाल के मठ-मन्दिरों को भी दर्शाता है।

अन्य ध्वज[संपादित करें]

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    सबसे अच्छा झंडा कौन से देश का है? - sabase achchha jhanda kaun se desh ka hai?
    नेपाल का पुराना ध्वज

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • नेपाल के राष्ट्रिय प्रतिक
  • नेपाल का वृहत मानव ध्वज

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • http://publicdomainvectors.org/hi
  • नेपालियों ने विश्व का सबसे बड़ा मानव झंडा बनाने का प्रयास किया

सबसे सुंदर झंडा कौन से देश का है?

नॉर्वे का झंडा। इसे इंटरनेट पर मदर ऑफ फ्लैग्स भी कहते हैं, क्योंकि इसके डिज़ाइन में कई अन्य देशों के झंडे दिखते हैं।

विश्व का सबसे बड़ा झंडा कौन सा है?

सेना दिवस पर शनिवार को राजस्थान के जैसलमेर में खादी से बने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराया है. आपको बता दें, ये झंडा 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा है. इस झंडे का वजन लगभग 1400 किलोग्राम है. इस तिरंगे को खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा तैयार किया गया है.

तिरंगा के रचयिता कौन है?

जिस व्यक्ति ने भारत की शान तिरंगे का निर्माण किया उसका नाम 'पिंगली वेंकैया' है और उन्होंने ध्वज का निर्माण 1921 में किया था. लेकिन इसे बनाना इतना आसान नहीं था. इसे बनाने से पहले उन्होंने 1916 से 1921 तक करीब 30 देशों के राष्ट्रीय ध्वज का अध्ययन किया, उसके बाद जाकर अपने तिरंगे को बनाया.

भारत का सबसे पहला झंडा कौन सा है?

​सूर्य-चंद्र वाला कलकत्ता फ्लैग इसमें तीन पट्टियां थीं, जिसके रंग क्रमशः नीला (शीर्ष पर), पीला (मध्य में) और लाल (नीचे) थे। सबसे ऊपर की पट्टी पर कमल के फूल बने थे। मध्य में देवनागरी में वंदे मातरम लिखा था और नीचे वाली पट्टी पर चांद और सूर्य बने थे। 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान चौक कोलकाता में इसे फहराया गया था।