अग्नि तत्व प्रधान सिंह राशि के कारक ग्रह सूर्य है। इसके कारक ग्रह सूर्य और मंगल माने गए हैं। सिंह लग्न की बाधक राशि कुंभ तथा बाधक ग्रह शनि है। लाल किताब अनुसार पांचवें भाव में सिंह राशि मानी गई है जिसके सूर्य का पक्का घर पहला माना जाता है। यदि आप सिंह राशि के जातक हैं तो आपके लिए यहाँ लाल किताब अनुसार सामान्य सलाह दी जा रही है। Show अशुभ की निशानी *मुंह में बार-बार बलगम का आना। *सोना खो जाना या चोरी हो जाना। *शरीर में अकड़न का बने रहना। *पिता या संतान को कष्ट होना। *अंगों की ताकत खत्म होना, रक्तचाप, रीढ़ का रोग, धड़कन तेज होना, मन में बेचैनी और भय, एनिमिया, हृदय रोग, खून के थक्के जमना जैसी बीमारियां होना आदि उपरोक्त सभी सूर्य के अशुभ होने की निशानी है। वीडियो
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सावधानी *किसी से मुफ्त में कुछ न लें। *शराब और मांस का सेवन न करें। *पेट साफ रखें और व्यायाम करें। उपाय *मुँह में मीठा डालकर ऊपर से पानी पीकर ही घर से निकले। *दादी मां से आशीर्वाद लें। *आग को दूध से बुझाएं। *रात को दो रोटियां आग में जलाएं। *भगववान विष्णु की उपासना। *सूर्य को अर्घ्य देना। *रविवार का व्रत रखना। *थोड़ा थोड़ा गुड़ खाते रहें। सिंह राशि वालों को कौन सा काम करना चाहिए?सिंह राशि वाले लोग अपने व्यक्तित्व से किसी को भी आकर्षित कर लेते हैं. प्यार के मामले में यह लोग बहुत जुनूनी होते हैं. यह लोग काफी रोमांचक होते हैं.
सिंह राशि वालों को कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए?सिंह राशि का स्वामी सूर्य है, और इस राशि का तत्व अग्नि है। इसके तीन द्रेष्काण और उनके स्वामी सूर्य,गुरु, और मंगल, हैं।
सिंह राशि वालों को धन कैसे प्राप्त होगा?ज्योतिष के अनुसार सिंह राशि वालों के सप्ताह की शुरुआत से धन की स्थिति में सुधार होगा. करियर और परिवार की स्थिति ठीक बनी रहेगी. जिम्मेदारियां बढ़ेंगी, करियर में लाभ होगा.
सिंह राशि की कमजोरी क्या है?सिंह राशि के व्यक्ति का स्वभाव और व्यक्तित्व जानिए
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