Show If you're seeing this message, it means we're having trouble loading external resources on our website. यदि आप एक वेब फ़िल्टर पर हैं, तो कृपया सुनिश्चित कीजिए कि डोमेन *.kastatic.org और *.kasandbox.org अनब्लॉक हैं Solution : समान पद :- समान चर वाले पद समान पद कहलाते है। समान पद क्या है?समान पद समान-चरों से बनते हैं तथा इन चरों की घातें भी समान होती हैं। परंतु समान पदों के गुणांक समान होना आवश्यक नहीं है। अनेक स्थितियों में, हमें बीजीय व्यंजकों को गुणा करने की आवश्यकता पड़ती है, जैसे कि आयत, त्रिभुज आदि के क्षेत्रफल ज्ञात करने में । दो बीजीय व्यंजकों का गुणनफल पुनः एक बीजीय व्यंजक होता है।
व्यंजक में कितने पद हैं?इस प्रकार, एकपदी, द्विपदी और त्रिपदी भी बहुपद हैं । है । व्यंजक (a + b + 5 ) एक द्विपद नहीं है । इसमें तीन पद हैं ।
जिस व्यंजक में केवल एक पद हो उसे क्या कहते हैं?जिस व्यंजक में केवल एक पद होता है उसे एकपदी कहते हैं। दो पदों वाला व्यंजक द्विपद कहलाता है। तीन पदों वाले व्यंजक को त्रिपद कहते हैं और इसी प्रकार अन्य । व्यापकत: एक अथवा अधिक पदों वाला व्यंजक जिसके गुणांक शून्येतर हों और जिसके चरों की घात ऋणेतर हों, बहुपद कहलाता है।
पदों को जोड़कर बनाया जाता है उसे क्या कहते हैं?पदों को जोड़कर व्यंजक बनाया जाता है। पद स्वयं भी गुणनखंडों के गुणनफल के रूप में बनाए जा सकते हैं। पद 4x अपने गुणनखंडों 4 एवं x का गुणनफल है। पद 5 केवल एक गुणनखंड 5 से बना हुआ है।
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