(अंग्रेज़ी:Neutral Salts) प्रबल अम्ल और प्रबल क्षारक की उदासीनीकरण क्रिया से बनने वाला लवण उदासीन होता है। उदाहरण के लिए, एक प्रबल यानि खतरनाक अम्ल लेते हैं जो अपने की समान प्रबल यानि खतरनाक क्षारक के साथ क्रिया करके खतरों से मुक्त लवण और पानी बनाते हैं। Show (HCl) + (NaOH) → (NaCl) + (H2O) यहाँ सोडियम क्लोराइड (NaCl), जो कि उदासीन लवण है, बनता है जब कि प्रबल अम्ल हाइड्रोक्लोरिक ऐसिड (HCl) की प्रबल क्षार सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH) से उदासीनीकरण क्रिया होती है। सोडियम क्लोराइड का विलयन लाल अथवा नीले लिटमस पेपर का रंग परिवर्तित नहीं करता है। यह उदासीन लवण है। कुछ अन्य उदासीन लवण हैं।
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उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है दो उदाहरण दें?अनुप्रयोग पेट के अतिरिक्त अम्ल को उदासीन करने के लिये सोडियम बाईकार्बोनेट (NaHCO3) या अन्य उदासीनीकरण एजेन्ट का प्रयोग, उदासीनीकरण से कीटों के दंश का दर्द कम करने में उपयोग किया जा सकता है।
उदासीन लवण कैसे बनता है?क्षारक लाल लिटमस को नीला कर देते हैं। वे पदार्थ, जो न तो अम्लीय होते हैं और न ही क्षारकीय, उदासीन कहलाते हैं । ऐसे पदार्थों के विलयन, जो अम्लीय, क्षारकीय और उदासीन विलयन में भिन्न रंग दर्शाते हैं, सूचक कहलाते हैं । अम्ल और क्षारक एक-दूसरे को उदासीन करके लवण बनाते हैं।
उदासीन लवण कौन सा है?उदासीन लवण (Neutral Salt): ये मजबूत अम्ल और मजबूत क्षार के उदासीनीकरण द्वारा बनते हैं, जिसे उदासीन लवण कहते है क्योंकि उनके जलीय घोल लिटमस के लिए उदासीन होते हैं। उदाहरण: यौगिक जैसे NaCl, KCl, K2S04, NaN03, KCl03, KClO4 आदि क्षारक लवण हैं।
उदासी अभिक्रिया क्या है?जिन अभिक्रियाओं में अम्ल तथा क्षार क्रिया करके जल एवं लवण बनाते हैं उन क्रियाओं को रसायन विज्ञान में उदासीनीकरण अभिक्रिया(neutralization) कहते हैं।
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