विजयनगर आने वाले विदेशी यात्री कौन थे? - vijayanagar aane vaale videshee yaatree kaun the?

दोस्तों आज हम पढेंगें विजयनगर साम्राज्य के दौरान भारत आने वाले विदेशी यात्रियों की सूची के बारे में जो कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा चुके हैं।

पूरा पढ़ने के बाद ये Topic कैसा लगा हमें comment में जरूर बतायें। मैं आपके स्नेह का बहुत आभारी रहुगां !!!

 

 

यात्रियों के नाम

मूल निवास स्थान

शासक

अबू अब्दुल्लाह/इब्नेबतूता

मोरक्को

मुहम्मद बिन तुगलक

निकोलो डी कोंटी

इटली

देवराय-1

अब्दुर रज्जाक

फारस

देवराय-2

अथानासिउस निकीतिन

रूस

मोहम्मद तृतीय

लुडोविको डी वर्थेम

इटली

मोरक्को

दुआरतो बारबोसा

पुर्तगाल

कृष्णदेव राय

डोमिंगो पायस

पुर्तगाल

कृष्णदेव राय

फर्नाओ नुनीज

पुर्तगाल

अच्युत राय

मार्कोपोलो(मध्यकालीन यात्रियों का राजकुमार)

वेनिस

पांड्य राज्य

 

 

तो यहाॅ हमने विजयनगर साम्राज्य के दौरान भारत आने वाले विदेशी यात्रियों की सूची के बारे में जाना, इसी तरह की और जानकारी की लिये हमारे website से जुड़े और हमें subscribe करें

विजयनगर साम्राज्य पर किन-किन किन राज्य वंशों का शासन रहा, विजयनगर में कौन-कौन विदेशी यात्री आये, विजयनगर में विदेशी यात्रियों का क्रम क्या था, किस राजा के शासनकाल में वह विजयनगर साम्राज्य का भ्रमण किए। इस तरह के तमाम Questions अक्सर हमारे एग्जाम्स में पूछे जाते हैं।

आज के इस पोस्ट में मैं आप सभी को विजयनगर साम्राज्य से जितने भी महत्वपूर्ण ट्रिक्स बन सकती हैं जिनको याद करना काफी मुश्किल होता था वह सारी की सारी इस पोस्ट में मैं आपको बताने वाला हूं, तो सारी ट्रिक्स को जाने के लिए हमारे इस पोस्ट के साथ बने रहे।

तो चलिए शुरू करते हैं सबसे पहला जो ट्रिक से विजयनगर साम्राज्य पर किन राज्य वंश का शासन रहा क्रम से, क्योंकि आपको पता है कि कभी-कभी क्रम से सजाने के लिए भी प्रश्न पूछे जाते हैं तो ऐसे में आपको कर्म से याद होना अति आवश्यक है तो मैंने यहां पर ट्रिक बना रखा है जो क्रम से सजाया हुआ है जिन्हें आप आसानी से याद कर सकते हैं:-

Trick No. 1

विजयनगर साम्राज्य पर निम्न राज्य वंश का शासन रहा:-

◆ संगम वंश, सलूव वंश, तुलुव वंश, और आरवीडू वंश

Trick:- संगम से तू आ
● संगम:-------- संगम वंश
● से:----------- सलूव वंश
● तु:----------- तुलुव वंश
● आ:--------- आरवीडू वंश

तो दोस्तों देखा आपने हम लोगों ने कितनी आसानी से इस ट्रिक की मदद से विजयनगर साम्राज्य पर जिन जिन राजवंशों का शासन रहा उनको आसानी से याद कर लिया इस ट्रिक को हमेशा याद रखें क्योंकि यह इसी क्रम में हमेशा पूछे जाते हैं।

अब बात करते हैं दूसरे ट्रिक की जिनमें हम लोग बात करेंगे कि जो विदेशी यात्री आए हुए थे वह किन राजाओं के शासनकाल में आए थे इन्हें हम सबसे पहले क्रम से याद करेंगे यानी कहने का मतलब यह हुआ कि सबसे पहले वह राजा कौन था जिसमें कोई विदेशी यात्री आया था, उसके बाद में कौन आया इसी तरह से हम लोग याद करेंगे।

 यहां पर जो ट्रिक बताया है वह ट्रिक इसी तरह काम करती है:- जैसे में, सबसे पहला जो विदेशी यात्री था "निकोलो कोंटी जो इटली का यात्री था, यह देवराय प्रथम के शासनकाल में आया था, उसी तरह अब्दुर्रज्ज़ाक, जो फरास का यात्री था यह देवराय द्वितीय के शासनकाल में आया हुआ था।

 अब मैं इसी क्रम में आपको बताऊंगा उसको आप इसी क्रम में याद रखेंगे जो राजवंश के शासक का नाम व्यक्ति करेगा।

Trick:- देवों में कृष्ण

● देवों :---- देवराय प्रथम, देवराय द्वितीय
● में:------ मालिकार्जुन
● कृष्ण:-- कृष्णदेव राय, कृष्णदेव राय 

यह जो क्रम में मैंने आपको 5 राजाओं के नाम बताया है या क्रम आपको विदेशी यात्रियों के नामों को याद करने में मदद करेगा क्योंकि अगर पूछे कि कृष्ण देवराय प्रथम के शासनकाल में कौन सा विदेशी यात्री आया था तो अब आप आसानी से समझ जाएंगे कि कृष्णदेव राय प्रथम  के शासन काल में कौन सा विदेशी यात्री आया हुआ था जैसे मैंने आपको नीचे ट्रिक बताया हुआ है।

Trick No. 2 

विदेशी यात्रियों का क्रम:-

Trick:- "निकलो अब्दुल नूनीज पा के बार से"
● निकलो:----- निकोलों कोंटी (देवराय प्रथम)
● अब्दुल:------ अब्दुर्रज्ज़ाक (देवराय द्वितीय)
● नूनीज:------ नूनीज (मलिकार्जुन)
● पा:---------- पायस (कृष्णदेव राय)
● बार(Bar):---- बारबोसा (कृष्णदेव राय)

 मैंने आपको यहां पर जो ट्रिक बताया है यह ट्रिक विदेशी यात्रियों के क्रम को दर्शाता है यानी निकोलो कोंटी, देवराय प्रथम के शासनकाल में आया था, अब्दुर्रज्ज़ाक, देवराय द्वितीय के शासनकाल में आया था, नूनीज, मलिकार्जुन के शासनकाल में आया था, पायस, कृष्णदेव राय के शासनकाल में आया था और बारबोसा भी कृष्णदेव राय के शासनकाल में ही आया था।

सर्वप्रथम विजयनगर की यात्रा पर आने वाला विदेशी यात्री निकोलो-डी-कोन्टी था। यह इटली का निवासी था, जिसने विजयनगर शासक देवरॉय प्रथम के शासन काल में 1420-21 ई. में विजयनगर की यात्रा की थी। निकोलो-डी-कोन्टी ने अपनी यात्रा विवरणों को लैटिन भाषा में लिखा था। जिसमें उसने यहाँ के शहर, राजदरबार, प्रथाओं, व्यवहारों आदि का वर्णन किया है। ....अगला सवाल पढ़े

प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय उपमहाद्वीप कई विदेशी यात्रियों के आगमन का गवाह रहा है और उनमें से कुछ यात्रियों के द्वारा बहुमूल्य यात्रावृतांतों की भी रचना की गई हैंl इन यात्रावृतांतों से हमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने में मदद मिलती हैl तत्कालीन लेखकों की लेखन के बारे में क्या धारणा थी, उसे जाने बिना इन यात्रावृतांतों को नहीं समझा जा सकता हैl यहां हम विजयनगर साम्राज्य के विभिन्न शासकों के शासनकाल के दौरान भारत आने वाले प्रसिद्ध यात्रियों का विवरण दे रहे हैंl

विजयनगर आने वाले विदेशी यात्री कौन थे? - vijayanagar aane vaale videshee yaatree kaun the?

प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय उपमहाद्वीप कई विदेशी यात्रियों के आगमन का गवाह रहा है और उनमें से कुछ यात्रियों के द्वारा बहुमूल्य यात्रावृतांतों की भी रचना की गई हैंl इन यात्रावृतांतों से हमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने में मदद मिलती हैl तत्कालीन लेखकों की लेखन के बारे में क्या धारणा थी, उसे जाने बिना इन यात्रावृतांतों को नहीं समझा जा सकता हैl यहां हम विजयनगर साम्राज्य के विभिन्न शासकों के शासनकाल के दौरान भारत आने वाले प्रसिद्ध यात्रियों का विवरण दे रहे हैंl

 vijayanagar Kingdom

1. अबू अब्दुल्लाह/इब्नेबतूता

ibn battuta

वह मोरक्को का रहने वाला थाl उसने अपने जीवन के तीस साल उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी अफ्रीका, दक्षिणी यूरोप, पूर्वी यूरोप, भारतीय उपमहाद्वीप, मध्य एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी चीन की यात्रा में बिताए थे. उसने अपनी किताब “रेहला” (तुहफाट-उल-नज़र फी गरीब उल-अम्सर वा अजीब-उल-असर) में “हरिहर प्रथम” के शासनकाल का वर्णन किया हैl

2. निकोलो डी कोंटी

 niccolo-de-conti

Source: m2.paperblog.com

वह इटली का रहने वाला था. उसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने “ट्रेवल्स ऑफ निकोलो कोंटी” नामक पुस्तक में इस यात्रा का वर्णन किया हैl

क्यों मुगल,मौर्यों और मराठों ने कभी दक्षिणी भारत पर आक्रमण नहीं किया?

3. अब्दुर रज्जाक

Abdur Razzaq

Source: upload.wikimedia.org

वह एक फारसी विद्वान और इतिहासकार था, जिसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में तैमूर राजवंश के शासक शाहरूख के राजदूत के रूप में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने अपने यात्रावृतांत “सदाइन वा मजमा उल बहरीन” में देवराय द्वितीय के शासनकाल का वर्णन किया हैl

4. अथानासिउस निकीतिन

Athanasius Nikitin

Source: russiapedia.rt.com

वह भारत की यात्रा पर आने वाला पहला रूसी यात्री और व्यापारी था. उसने अपनी यात्रावृतांत में मोहम्मद तृतीय के शासनकाल के दौरान बहमनी साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl

योग विचारधारा: प्राचीन भारतीय साहित्य दर्शन

5. लुडोविको डी वर्थेमा

Ludvico de Vorthema

Source: www.loc.gov

वह इटली का रहने वाला थाl उसने अपनी यात्रावृतांत में मिस्र, भारत, सीरिया आदि देशों की यात्राओं का वर्णन किया है. वह मक्का के पवित्र तीर्थस्थल की यात्रा करने वाला पहला ईसाई थाl

6. दुआरतो बारबोसा

Duarte Barbosa

Source: s-media-cache-ak0.pinimg.com

वह एक पुर्तगाली लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपनी पुस्तक “एन अकाउंट ऑफ कन्ट्रीज बॉर्डरिंग द इंडियन ओसियन एंड देअर इनहैबीटेंट” में कृष्णदेव राय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl

7. डोमिंगो पायस

Dominigo Paes

Source: s-media-cache-ak0.pinimg.com

वह एक पुर्तगाली व्यापारी, लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपने यात्रावृतांत में विजयनगर साम्राज्य के शासक कृष्णदेव राय के शासनकाल में प्राचीन शहर हम्पी के सभी ऐतिहासिक पहलुओं का सबसे विस्तृत वर्णन किया हैl

8. फर्नाओ नुनीज

Fernao Nuniz

Source: ak.jogurucdn.com

वह एक पुर्तगाली यात्री, इतिहासकार और घोड़ों का व्यापारी थाl उसने अच्युतराय के शासनकाल के दौरान भारत का दौरा किया था और विजयनगर में तीन साल बिताए थेl उसने विजयनगर के इतिहास, विशेषकर शहर की नींव, तीन वंशों के शासन के बाद की स्थिति एवं दक्कन के सुल्तानों और उड़ीसा के शासकों के साथ विजयनगर के शासकों की लड़ाई का विस्तृत वर्णन किया है. उसने विजयनगर साम्राज्य के सांस्कृतिक पहलुओं का भी उल्लेख किया हैंl उसने महिलाओं के पहनावे के साथ-साथ राजा की सेवा में महिलाओं की नियुक्ति की भी प्रशंसा की हैl

9. मार्कोपोलो

Marco Polo

Source: www.biography.com

वह वेनिस का रहने वाला प्रसिद्ध व्यापारी, यात्री और इतिहासकार थाl वह एकमात्र विदेशी यात्री है जिसके योगदानों को इब्नेबतूता (महानतम मध्यकालीन यात्री) के समकक्ष माना जाता है. भारत आने पर पुरूष एवं महिला दर्जियों को देखकर वह आश्चर्यचकित हो गया था, लेकिन वह उनसे अपने नाप का कोट बनवाने में विफल रहाl

विजयनगर आने वाला विदेशी यात्री कौन कौन थे?

Niccolò de' Conti विजयनगर आने वाला पहला विदेशी यात्री था.

विजयनगर की यात्रा करने वाला पहला विदेशी यात्री कौन सा है?

Solution : निकोलो कोटि विजयनगर साम्राज्य की यात्रा करने वाला पहला विदेशी यात्री था । वह इटली का निवासी था, जिसने विजयनगर शासक देवरॉय प्रथम के शासनकाल में 1420-21 ई. में विजयनगर की यात्रा की थी । <br> निकोलो कोटि ने अपने यात्रा विवरणों को लैटिन, भाषा में लिखा था ।

कृष्णदेव राय के समय में आने वाले यात्री का क्या नाम था?

👉पुर्तगाली यात्री (Portuguese traveller) डुआर्ट बारबोसा (Duarte Barbosa) कृष्णदेव राय के समय में विजयनगर की यात्रा पर आया था. यह (1510-16 ई.)

विजयनगर के सम्राट कौन थे?

तुलुव वंश (1505-1570 ई)- कृष्णदेव राय (1509-1529 ई)- वीर नरसिंह की मृत्यु के बाद कृष्ण देवराय सिंहासन पर बैठा। यह विजयनगर साम्राज्य का महान शासक था।