रुद्राक्ष/Rudraksha का उपयोग राशियों की शुभता हेतु किया जाता रहा है। ज्योतिष शास्त्र/Astrology में राशियों के अनुसार रुद्राक्ष का विभाजन किया गया है। रुद्राक्ष का उपयोग ग्रह दोषों की शांति हेतु किया जाता रहा है। जीवन में मौजूद सभी प्रकार की समस्याओं को हल करने में रुद्राक्ष एक अत्यंत ही असरदायक और प्रभावशाली उपाय बनता है। Show
ग्रहों की शुभता में कमी को दूर करने में रुद्राक्ष बहुत ही उपयोगी होता है। रुद्राक्ष के उपयोग द्वारा सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है। व्यक्ति के जीवन में शुभता, सात्विकता एवं सुख समृद्धि का आगमन संभव होता है। आइये जानते हैं कौन सी राशि के लिए कौन सा रुद्राक्ष उपयोग में लाना अत्यंत ही प्रभावशाली होता है। इस फ्री कैलकुलेटर से जानें कि कौन सा रुद्राक्ष है आपके लिए खास मेष राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Ariesतीन मुखी रुद्राक्ष को मेष राशि से संबंधित माना गया है। मेष राशि मंगल के स्वामित्व की राशि और इस राशि के शुभ प्रभावों को प्राप्त करने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष अत्यंत ही लाभकारी होता है। स्वामी ग्रह मंगल है, इसलिए मेष राशि के जातकों को तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। वृषभ राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Taurusछः मुखी रुद्राक्ष को वृषभ राशि से संबंधित माना गया है। शुक्र के प्रभाव की शुभता पाने के लिए उपयोगी होता है। वृषभ राशि के लोगों के लिए यह 6 मुखी रुद्राक्ष लाभदायक माना गया है। इससे शुक्र के शुभ गुणों में वृद्धि होती है। जीवन में सुख-संपदा का आगमन होता है। मिथुन राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Geminiचार मुखी रुद्राक्ष को मिथुन राशि के जातकों के लिए उत्तम माना गया है। मिथुन राशि के स्वामी बुध है और कुंडली/kundli में बुध ग्रह की शुभता में वृद्धि करने में चार मुखी रुद्राक्ष अत्यंत ही फायदेमंद सिद्ध होते हैं। कर्क राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Cancerदो मुखी रुद्राक्ष को कर्क राशि के जातकों के लिए उत्तम माना गया है। कर्क राशि का स्वामित्व चंद्रमा को प्राप्त होता है। कुंडली में चन्द्रमा की शुभता के लिए दो मुखी रुद्राक्ष बहुत शुभ माना गया है। इससे जातक को मानसिक शांति प्राप्त होती है। सिंह राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Leoएक मुखी रुद्राक्ष और बारह मुखी रुद्राक्ष को सिंह राशि के जातकों के लिए उत्तम माना गया है। कुंडली में सूर्य के शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष और बारह मुखी रुद्राक्ष बहुत ही शुभदायक माने गए हैं। कन्या राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Virgoकन्या राशि के जातकों के लिए चार मुखी रुद्राक्ष को शुभ माना गया है। इस रुद्राक्ष के उपयोग द्वारा बुध के शुभ गुण प्राप्त होते हैं। व्यक्ति की बौद्धिकता उत्तम होती है और वाणी भी प्रभावशाली बनती है। इस रुद्राक्ष के उपयोग द्वारा व्यक्ति को बुध ग्रह के सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं। तुला राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Libraतुला राशि के जातकों के लिए छह मुखी रुद्राक्ष और तेरह मुखी रुद्राक्ष को बहुत शुभ माना गया है। तुला राशि शुक्र के स्वामित्व की राशि है, ऐसे में शुक्र के सकारात्मक फलों को पाने और शुक्र के खराब फलों को दूर करने में यह दोनों रुद्राक्ष बहुत ही प्रभावशाली होते हैं। वृश्चिक राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Scorpioवृश्चिक राशि के जातकों के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष का उपयोग बहुत अच्छा माना गया है। वृश्चिक राशि का आधिपत्य मंगल ग्रह है, ऐसे में मंगल के शुभ फलों को पाने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष बहुत अच्छा माना गया है। धनु राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Sagittariusधनु राशि के जातकों के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष को शुभ माना गया है। धनु राशि का स्वामित्व बृहस्पति ग्रह को प्राप्त है। कुंडली में बृहस्पति के शुभ फलों में वृद्धि के लिए पंचमुखी रुद्राक्ष बहुत ही असरदायक होता है। इसके उपयोग द्वारा ज्ञान उत्तम होता है और जीवन में सफलता के मार्ग भी खुलते हैं। मकर राशि के लिए रुद्राक्ष /Rudraksha for Capricornमकर राशि के जातकों के लिए सात और चौदह मुखी रुद्राक्ष को बहुत शुभ माना जाता है। मकर राशि का स्वामित्व शनि को प्राप्त है। यदि शनि ग्रह की शुभता प्राप्त करनी हो तो मकर राशि के जातकों के लिए सात मुखी रुद्राक्ष एवं चौदह मुखी रुद्राक्ष उत्तम माना गया है। कुंभ राशि के लिए रुद्राक्ष /Rudraksha for Aquariusकुंभ राशि के जातकों के लिए भी सात और चौदह मुखी रुद्राक्ष ही उपयोगी माना गया है। कुंभ राशि के अधिपति भी शनि ही हैं, इसलिए शनि की शुभता को पाने के लिए कुंभ राशि वालों को यह दोनों रुद्राक्ष बहुत अनुकूल रह सकते हैं। मीन राशि के लिए रुद्राक्ष/Rudraksha for Piscesमीन राशि के जातकों के पंच मुखी रुद्राक्ष अच्छा होता है। मीन राशि का स्वामित्व बृहस्पति ग्रह है। मीन राशि वह बृहस्पति की शुभता के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष का उपयोग शुभ फल देने वाला माना जाता है। लेकिन किसी भी प्रकार का रुद्राक्ष धारण करने के लिए किसी ज्ञानी ज्योतिषी से जरूर बात करें। यदि आपको किसी अन्य चीज की सहायता होगी तो वह भी मिल सकती है। वृश्चिक राशि के जातक अत्यंत बुद्धिमान और जीवन में कठोर संघर्ष करने वाले होते हैं। ये अपने जीवन के अंतिम समय तक संघर्षशील रहते हैं और अपने बल पर ही जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। इस जातक के लिए आठमुखी रुद्राक्ष या फिर तेरहमुखी रुद्राक्ष धारण करना श्रेयस्कर होता है। Advertisment वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह बहुत आवश्यक है कि वे सात्विक विचारों को अपनाते हुए भगवान शंकर को नित्य जल अर्पित करें। इससे उन्हें रुद्राक्ष धारण करने का उत्तम फल प्राप्त होता है। सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करके ही विधिविधान से धारण किया जाए। यह भी पढ़ें – शिवलिंग की आधी परिक्रमा ही क्यों करनी चाहिए ? जाने, शास्त्र मत बिना अभिमंत्रित रुद्राक्ष धारण करना किसी भी दृष्टि से श्रेयस्कर नहीं होता है। यदि आप जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो अभिमंत्रित कर विधि-विधान से ही रुद्राक्ष को धारण करें। शास्त्रों में रुद्राक्ष को धारण करने के लिए इसे अभिमंत्रित करना अनिवार्य बताया गया है। यह भी पढ़ें –संताप मिटते है रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन से रुद्राक्ष धारण करने से जातक का भाग्योदय होता है। उसके लिए जीवन की राह अपेक्षित रूप से सहज हो जाती है। यदि ऐसे में जातक भगवान का पूजन अर्चन नित्य करें तो उसे शिव कृपा से उत्तम लोक की प्राप्ति भी होती है। यह भी पढ़ें – काशी विश्वनाथ की महिमा, यहां जीव के अंतकाल में भगवान शंकर तारक मंत्र का उपदेश करते हैं यह भी पढ़ें –अकाल मृत्यु से मुक्ति दिलाता है महामृत्युंजय मंत्र Related :वृश्चिक राशि wale को कौन सा रुद्राक्ष पहनना चाहिए?वृश्चिक राशि के जातकों के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष का उपयोग बहुत अच्छा माना गया है। वृश्चिक राशि का आधिपत्य मंगल ग्रह है, ऐसे में मंगल के शुभ फलों को पाने के लिए तीन मुखी रुद्राक्ष बहुत अच्छा माना गया है।
वृश्चिक राशि वाले को कितने मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए?वृश्चिक राशि के जातकों को मूंगा रत्न, तीन मुखी रुद्राक्ष और अनंत मूल की जड़ी धारण करना चाहिए।
वृश्चिक राशि में क्या दोष है?*वृश्चिक राशि के जातक का मंगल बद है तो मंगल से संबंधित बीमारियों में पेट के रोग, हैजा, पित्त, भगंदर, फोड़ा, नासूर और आमाशय से संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। *मानसिक रोगों में अति क्रोध, विक्षिप्तता, चिढ़चिढ़ापन, तनाव, अनिद्रा आदि मंगल के अशुभ होने की निशानी है।
वृश्चिक राशि वालों को कौन सा धागा बांधना चाहिए?वृश्चिक राशि वालों को लाल रंग का धागा पहनना शुभ है.
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