दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार, कुछ अलग करने वालों को ही मिलता है ये सम्मानन्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sun, 15 Jul 2018 12:47 PM IST Show
जब भी आप दुनिया में कुछ अलग, हट कर करते हैं तो आपको समाज उस काम की पहचान भी देता है। ऐसे ही महान लोगों को विश्व के प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा जाता है। यह पुरस्कार जिन्हें मिलता है उनके लिए गर्व का प्रतीत होता है। जो जीवन भर उन्हें उनके योगदान की याद दिलाता है। इसी से प्रेरित होकर बहुत से लोग समाज के लिए कुछ अलग करने की इच्छा रखते हैं। आज हम आपको दुनिया के सबसे प्रतिष्ठिक पुरस्कारों के बारे में बताने जा रहे हैं। ग्रैमी पुरस्कारयह पुरस्कार अंग्रेजी भाषा संगीत में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। पहला ग्रैमी पुरस्कार समारोह 4 मई 1959 को आयोजित किया गया था। वहीं साल 2018 में 60वां ग्रैमी पुरस्कार समारोह आयोजित हुआ है। पुलित्जर पुरस्कारपुलित्जर पुरस्कार 1971 से दिया जा रहा है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका का एक प्रमुख पुरस्कार है जो समाचार पत्रों की पत्रकारिता, संगीत रचना और साहित्य रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वालों को दिया जाता है। दुनिया भर के पत्रकारों और साहित्यकारों के बीच इस पुरस्कार का काफी महत्व है। रेमन मैग्सेसे पुरस्काररेमन मैग्सेसे पुरस्कार को एशिया का नोबल कहा जाता है। यह 'रेमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउन्डेशन' द्वारा फिलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की याद में 1957 से दिया जा रहा है। यह पुरस्कार हर साल पत्रकारिता, जनसंचार, जनसेवा, सरकारी सेवा और अंतरराष्ट्रीय सद्भाव के लिए दिया जाता है। कलिंग पुरस्कारविज्ञान संचार के क्षेत्र में बड़ा योगदान देने के लिए कलिंग पुरस्कार दिया जाता है। इसे कलिंगा फाउंडेशन की ओर से दिया जाता है। बता दें विज्ञान संचार में वह काम आता है जो आम लोगों की समझ में विज्ञान को आसान कर सके। इसके तहत विजेता को दस हजार स्टर्लिंग पाउंड और यूनेस्को का अलबर्ट आइंस्टिन रजत पदक मिलता है। शांति का नोबेल पुरस्कार नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में दिया जाता है, जबकि अन्य पांच पुरस्कार स्टॉकहोम (स्वीडन) में दिए जाते हैं। 1 वर्ष में अधिकतम 3 लोगों को एक क्षेत्र में पुरस्कार दिया जा सकता है। पुरस्कार स्वरूप एक स्वर्ण पदक और 8 मिलियन स्वीडिश क्रोन (लगभग एक मिलियन डॉलर) धनराशि दी जाती हैं। यदि एक
पुरस्कार के दो या तीन विजेता हैं, तो धनराशि समान रूप से बांट दी जाती हैं। नोबेल पुरस्कार केवल द्वितीय विश्व युद्ध(1940-42) के समय प्रदान नहीं किया गया। भारत में अब तक 10 लोगों को नोबेल मिल चुका है। भारत में सबसे पहला पुरस्कार 1911 में साहित्य के क्षेत्र में रविंद्र नाथ टैगोर और सबसे आखिरी 2019 में अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र में मिला। रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मैन बुकर पुरस्कार ऑस्कर पुरस्कार मिस यूनिवर्स पुरस्कार मिस वर्ल्ड पुरस्कार Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार क्या है?नोबेल पुरस्कार को विश्व का सबसे बड़ा और सम्मानित पुरस्कार माना जाता है। यह स्वीडन के महान रसायनविद तथा इंजीनियर अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में प्रत्येक वर्ष उनकी पुण्यतिथि 10 दिसंबर को नोबेल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। 29 जून 1900 को नोबेल फाउंडेशन की स्थापना की गई थी।
भारत का सबसे बड़ा पुरस्कार कौन सा है?भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं। इसे 1954 में स्थापित किया गया था।
फिल्म जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार कौन सा है?दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड
बता दें कि दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च और प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। गौरतलब है कि सबसे पहले देविका रानी को यह पुरस्कार मिला था।
विश्व में प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता कौन है?1901 मे पहली बार ' Wilhelm Conrad Röntgen' को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । पहला एशियाई नोबेल पुरस्कार विजेता कौन है?
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