हेलो दोस्तों में प्रश्न किया हुआ है विद्युत धारा क्या है इसका समीकरण एवं मात्रक लेकिन समीकरण नहीं है इसका सूत्र पहुंच रहा है और मात्र पूछ रहा है क्या होते हैं चलिए बात करते हैं विद्युत धारा की जैसा कि हम जानते हैं हमारी परिभाषा के अनुसार विद्युत धारा क्या होती है हमारी आवेश प्रवाह की दर विद्युत धारा विद्युत धारा अगर इसको लिखेंगे तो क्या लिखेंगे आवेश प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं आवेश प्रवाह की दर को जड़ को विद्युत धारा कहते हैं आगे हमसे इसमें क्या पूछ रहे हैं कह रहे इसका फार्मूला समीकरण सूत्र पूछ रहे हैं कहते हैं इसका कोई समीकरण ऐसा नहीं होते हैं तो इसके सूत्र की बात करें तो विद्युत धारा आई बराबर हमारी क्या हो जाएगी आवेश प्रवाह की दस्तावेज को किसने कि उसे बटा दर अर्थात Show
समय टी आई का मात्रक हमारा क्या जाएगा या महाराज का सूत्र क्या बन जाएगा आई बराबर हो जाएगा क्यों हटा दी और इसके घर मात्रक की बात करें तो यहां से देखें क्योंकि होता हमारा कूलाम आवेश होते हैं आवेश का मात्रक क्या होता है गुलाम तो आएगा जो मात्रक आएगा आएगा मात्रक वह हमारा क्या हो जाएगा एस आई मात्रक क्या हो जाएगा क्यों का मात्रक कूलाम आवेश का और बेटे समय का मात्रक सेकंड इसका जो एस आई मात्रक आएगा वह गुलाम पर सेकंड और इसका दूसरा मात्र किया दूसरा मात्रा किस का क्या होता है विद्युत धारा को किसमें नापते हैं एंपियर में नाते हैं तो यह दोनों मालिश के क्या है मात्र कौन से प्रश्न यही पूछोगे इसका सूत्र मात्रक और धारा क्या होती है मैंने आपको तीन चीजें बता दें धन्यवाद
Register now for special offers +91 Home > Hindi > कक्षा 10 > Physics > Chapter > विद्युत धारा > विद्युत धारा क्या है? इसका समी... विद्युत धारा क्या है? इसका समीकरण एवं मात्रक लिखें।UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! लिखित उत्तर Solution : किसी चालक पदार्थ में, किसी दिशा में दो बिन्दुओं के बीच आवेश के व्यवस्थित (Ordered) प्रवाह को विद्युत-धारा कहते हैं। <br> ` V = W/q` <br> `1V = (1J)/(1C) = 1J//C` उत्तर Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams. Add a public comment... Follow Us: Popular Chapters by Class:
आवेशों के प्रवाह की दिशा से धारा की दिशा निर्धारित होती है। विद्युत आवेश के गति या प्रवाह में होने पर उसे विद्युत धारा (इलेक्ट्रिक करेण्ट) कहते हैं। मात्रात्मक रूप से, आवेश के प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहते हैं। इसका SI मात्रक एम्पीयर है। एक कूलांम प्रति सेकेण्ड की दर से प्रवाहित विद्युत आवेश को एक एम्पीयर धारा कहेंगे। परिभाषा[संपादित करें]
किसी सतह, जैसे किसी तांबे के चालक के खंड (cross-section) से प्रवाहित विद्युत धारा की मात्रा (एम्पीयर में मापी गई) को परिभाषित किया जा सकता है। यदि किसी चालक के किसी अनुप्रस्थ काट से Q कूलम्ब का आवेश t समय में निकला; तो औसत धारा मापन का समय t को शून्य (rending to zero) बनाकर, हमें तत्क्षण धारा i(t) मिलती है : I = Q / t (यदि धारा समय के साथ अपरिवर्ती हो)विद्युत धारा की SI इकाई एम्पीयर है। परिपथों की विद्युत धारा मापने के लिए जिस यंत्र का उपयोग करते हैं उसे एमीटर कहते हैं। एम्पीयर की परिभाषा: किसी विद्युत परिपथ में 1 कूलॉम आवेश 1 सेकण्ड में प्रवाहित होता है तो उस परिपथ में विद्युत धारा का मान 1 एम्पीयर होता है। उदाहरणकिसी तार में 10 सेकण्ड में 50 कूलॉम आवेश प्रवाहित होता है तो उस तार में प्रवाहित विद्युत धारा का मान 50 कूलॉम / 10 सेकण्ड = 5 एम्पीयर एक धात्विक तार विद्युत चालन हेतु अनेक तारों में बंटा हुआ तांबे का तार धारा घनत्व[संपादित करें]इकाई क्षेत्रफल से प्रवाहित होने वाली धारा की मात्रा को धारा घनत्व (करेंट डेन्सिटी) कहते हैं। इससे J से प्रदर्शित करते हैं। यदि किसी चालक से I धारा प्रवाहित हो रही है और धारा के प्रवाह के लम्बवत उस चालक का क्षेत्रफल A हो तो, धारा घनत्व इसकी इकाई एम्पीयर / वर्ग मीटर होती है। यहाँ यह मान लिया गया है कि धारा घनत्व, चालक के पूरे अनुप्रस्थ क्षेत्रफल पर एक समान है। किन्तु अधिकांश स्थितियों में ऐसा नहीं होता है। उदाहरण के लिये जब ही चालक से बहुत अधिक आवृति की प्रत्यावर्ती धारा (जैसे १ मेगा हर्ट्स की प्रत्यावर्ती धारा) प्रवाहित होती है तो उसके बाहरी सतक के पास धारा घनत्व अधिक होता है तथा ज्यों-ज्यों सतह से भीतर केन्द्र की ओर जाते हैं, धारा घनत्व कम होता जाता है। इसी कारण अधिक आवृति की धारा के लिये मोटे चालक बनाने के बजाय बहुत ही कम मोटाइ के तार बनाये जाते हैं। इससे तार में नम्यता (फ्लेक्सिबिलिटी) भी आती है। ओम का नियम[संपादित करें]ओम के नियम के अनुसार, एक आदर्श प्रतिरोधक में प्रवाहित धारा, विभवान्तर के समानुपाती होती है। दूसरे शब्दों में, जहाँ I धारा, (एम्पीयर में)V विभवांतर, (वोल्ट में)R प्रतिरोध, (ओह्म में)है। परम्परागत धारा[संपादित करें]विद्युत धारा की दिशा : परम्परागत रूप से धनात्मक आवेश को प्रवाह की दिशा में माना जाता है। अतः इलेक्ट्रानों के प्रवाह की दिशा के विपरीत दिशा ही धारा की दिशा है। धारा के उदाहरण[संपादित करें]प्राकृतिक उदाहरण हैं आकाशीय विद्युत या तड़ित (दामिनी) एवं सौर वायु, जो उत्तरीय ध्रुवप्रभा एवं दक्षिणीय ध्रुवप्रभा का कि स्रोत है। धारा का मानवनिर्मित रूप है- धात्वक चालकों में आवेशित इलेक्ट्रॉन का प्रवाह, जैसे शिरोपरि विद्युत प्रसारण तार लम्बे दूरी हेतु, एवं छोटे विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में विद्युत तार। बैटरी के अंदर भी इलैक्ट्रॉन का प्रवाह होता है। विद्युतचुम्बकत्व[संपादित करें]विद्युत प्रवाह चुम्बकीय क्षेत्र बनाता है। चुम्बकीय क्षेत्र को चालक तार को घेरे हुए, घुमावदार क्षेत्रीय रेखाओं द्वारा आभासित किया जा सकता है। विद्युत धारा को सीधे एमीटर से मापा जा सकता है। परंतु इस प्रक्रिया में परिपथ को तोड़ना पड़ता है। धारा को बिना परिपथ को तोड़े भी, उसके चुम्बकीय क्षेत्र को माप कर, नापा जा सकता है। ये उपकरण हैं, हॉल प्रभाव संवेदक, करंट क्लैम्प, रोगोव्स्की कुण्डली। विद्युत सुरक्षा[संपादित करें]सन्दर्भ[संपादित करें]इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कङियाँ[संपादित करें]
विद्युत धारा क्या है इसका समीकरण एवं मात्रक?इसका SI मात्रक एम्पीयर है। एक कूलांम प्रति सेकेण्ड की दर से प्रवाहित विद्युत आवेश को एक एम्पीयर धारा कहेंगे। A simple electric circuit, where current is represented by the letter i. The relationship between the voltage (V), resistance (R), and current (I) is V=IR; this is known as Ohm's law.
विद्युत धारा से क्या तात्पर्य है इसका सूत्र एवं मात्रक लिखिए?एक एम्पियर विधुत धारा की परिभाषा ( vidhut dhara ki paribhasa ) vidyut dhara kise kahate hain. यदि किसी परिपथ में एक सेकेंड में एक कुलाम आवेश का प्रवाह हो तो प्रवाहित विधुत धारा का मान एक एम्पियर होगा। तब अतः जब 1sec में 6.25×10¹⁸ इलेक्ट्रॉन का प्रवाह होता है तो विधुत धारा का मान एक एम्पियर होगा।
विद्युत धारा का समीकरण क्या होगा?विद्युत धारा की आवृत्ति है
विद्युत धारा क्या है इसका सारांश ओवन मात्रक लिखिए?Solution : विद्युत आवेश के प्रवाह की दर अर्थात एकांक समय में प्रवाहित होने वाले विद्युत आवेश के परिणाम को विद्युत धारा कहते है। <br> `I=(Q)/(t)` इसका SI मात्रक एम्पियर है।
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