अगर आप एक निवेशक हैं और निवेश करने के लिए Groww और Zerodha जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं तो आपने DP Charges अवश्य देखा होगा । हर निवेशक को यह शुल्क भरना पड़ता है । लेकिन अगर आप नहीं जानते कि यह चार्ज क्या है और क्यों लगाया जाता है तो आर्टिकल के अंत तक बने रहें । Show
एक निवेशक को कई प्रकार के शुल्क भरने पड़ते हैं । उदाहरण के तौर पर Entry Load, Expense Ratio, Transaction Charges आदि । इसके अलावा एक डीपी चार्ज भी निवेश में मदद करने वाले प्लेटफॉर्म द्वारा वसूला जाता है । What are DP ChargesDP का फुल फॉर्म Depository Participant होता है जिसका शुल्क Groww और Zerodha जैसे निवेश प्लेटफॉर्म द्वारा वसूला जाता है । यह चार्ज CDSL द्वारा तब निवेशक पर लगाया जाता है जब वह अपने डीमैट खाते से शेयर बेचता है । याद रखें कि डीपी चार्ज Ledge में पोस्ट किया जाता है और किसी कॉन्ट्रैक्ट नोट में नहीं लिखा होता है । कॉन्टैक्ट नोट में सिर्फ ट्रेडिंग और इससे संबंधित चार्ज को ही कवर किया जाता है । डीपी चार्ज और कॉन्ट्रैक्ट नोट अलग अलग होते हैं इसलिए डीपी चार्ज को लेजर में पोस्ट किया जाता है । DP Charges Exampleडीपी चार्ज को आप आसान से उदाहरण की मदद से समझ सकते हैं । अगर आप अपने Demat Account से 100 शेयर को बेचते हैं तो आपको Rs. 13.5 (+ 18% GST) देना होगा । आप एक बार में एक ही कम्पनी के कितने भी शेयर बेच सकते हैं । कम या ज्यादा मात्रा में शेयर बेचने से आपके DP Charges पर असर नहीं पड़ेगा । लेकिन अगर आप दो कंपनियों के शेयर एक साथ बेचते हैं तो आपको 13.5+13.5 = 27 + 18% GST देना होगा । उदाहरण के तौर पर आपने XYG के 50 शेयर बेचे और KLM के भी 50 शेयर बेचे तो इस परिस्थिति में आपसे कुल 27 रुपए + 18% GST लिया जाएगा । इसके अलावा डीपी चार्जेस Depository पर भी निर्भर करता है । अगर आपका डिपोजिटरी CDSL है और आप 10,000 शेयर एक साथ बेचना चाहते हैं तो आपको कुल Rs. 18.50 डीपी चार्ज के रूप में देने होंगे यानि ₹13 + ₹5.50 एक साथ । तो वहीं अगर आपका डिपोजिटरी NSDL है तो आपको Rs 17.50 (Rs 13 + 4.50) हर कम्पनी के हिसाब से देना होगा । DP Charges कौन लगाता है ?NSDL और CDSL के अलावा इसके प्रतिभागी जैसे GROWW, Zerodha, 5Paisa निवेशकों पर डीपी चार्जेस लगाते हैं । अगर स्टॉक Bombay Stock Exchange का हिस्सा है तो सीडीएसएल चार्ज लगाता है तो वहीं अगर स्टॉक NIFTY या National Stock Exchange का हिस्सा है तो एनएसडीएल चार्ज लगाता है । अब जो Groww या Zerodha जैसी कंपनियां होती हैं वे एक तरह से एनएसडीए, सीडीएलएल और निवेशकों के बीच पुल का काम करती हैं । इसलिए ये निवेशकों से अपने चार्ज भी वसूलती हैं । DP Charges क्यों लगाए जाते हैं ?अगर आप शेयर बेचते हैं तो आप पर डीपी चार्जेस लगाए जाते हैं । लेकिन सबसे पहले इसकी शुरुआत समझिए । जब तक आप Depository participants नहीं बनते हैं, स्टॉकब्रोकर आपको डीमैट अकाउंट खोलने और निवेश सुविधाओं का लाभ उठाने नहीं देंगे । लेकिन जैसे ही आप डिपोजिटरी प्रतिभागी बनते हैं, कई शुल्क साथ में जुड़ जाता है । Trending Do Photo Ko Ek Sath Kaise Jode – दो अलग अलग फोटो को एक बनाने वाला ऐप इसके बाद Stockbrokers को दोनों डिपोजिटरी को एडवांस प्रीपेड चार्ज भी देना होता है । स्टॉकब्रोकर आपसे कई बार डीमेट अकाउंट खोलने पर बिल्कुल भी शुल्क नहीं लेती हैं और वार्षिक मेंटेनेंस चार्ज भी नहीं लगाया जाता है । इसलिए आपसे DP Charges लिए जाते हैं ताकि डिपोजिटरी प्रतिभागी जैसे Zerodha पैसे कमा सकें । इसके अलावा अन्य चार्जेस जो निवेशकों पर लगाए जाते हैं वे काफी कम ही होते हैं । डीपी शुल्क से कैसे बचें ?अगर आपको DP Charges देने का मन नहीं है और आप इस शुल्क को देने से बचना चाहते हैं तो आपके पास कुल 3 रास्ते हैं: 1. सबसे पहले आपको अपने Intraday Position को बंद करना होगा । 2. दूसरा कि आपको BTST trading में हिस्सा लेना होगा । 3. अगर कोई ब्रोकर Zero AMC Demat account की सुविधा प्रदान कर रहा है तो आपको उसका चुनाव करना चाहिए । आप इन तीन तरीकों से इस शुल्क से आसानी से बच सकते हैं ।
Conclusionअगर आप एक निवेशक हैं और अपने डीमैट अकाउंट से शेयर बेचते हैं तो आपको DP Charges देने होंगे । NSDL और CDSL के अपने अलग अलग शुल्क होते हैं और साथ ही ब्रोकर्स या डिपोजिटरी प्रतिभागी भी अपना शुल्क साथ में वसूलते हैं । अगर आप इस शुल्क से बचना चाहते हैं तो तुरंत Intraday Position को बंद कर दें, BTST Trading में हिस्सा लें और Zero AMC Demat Account की सुविधा का लाभ उठाएं । उम्मीद है कि आपको दी गई जानकारी समझ में आई होगी और आपकी इस जानकारी से अवश्य मदद हुई होगी । अगर आप इस विषय से संबंधित अन्य प्रश्न पूछना चाहते हैं तो नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं । इसके साथ ही अगर आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करें । जैसे कि हम जानते हैं कि ज़ेरोधा एक डिस्काउंट ब्रोकर की भूमिका निभाता है , और आप के हर ट्रेड पर कम-से-कम ब्रोकरेज फीस लेता है लेकिन ज़ेरोधा में डीपी शुल्क कितना है (what are DP charges in Zerodha in hindi)?ज़ेरोधा डीपी शुल्कअब जब भी आप डिलीवरी ट्रेडिंग के अंतर्गत किसी स्टॉक को बेचते है तो वह शेयर आपके डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में ट्रांसफर किया जाता है और जिसके लिए डिपाजिटरी आपसे एक तरह का शुल्क प्राप्त करती है जिसे डीपी शुल्क कहा जाता है। हर ब्रोकर अपने प्लान और सर्विस के अनुसार ये शुल्क अपने निवेशकों से प्राप्त करता है, और जब बात ज़ेरोधा की आये तो एक निवेशक को 13.5+18% जीएसटी प्रति स्क्रिप प्रति दिन है। यहाँ पर एक बात ध्यान रखने योग्य है कि आप से शुल्क शेयर के मुताबिक नहीं बल्कि स्क्रिप के अनुसार लिया जाता है, इसका मतलब चाहे आप एक स्क्रिप का एक शेयर बेचे या 100 आपको बराबर डीपी शुल्क ही देना होता है। इसे समझने के लिए कुछ उदाहरण देतें हैं:
तो अब भी आप ज़ेरोधा के साथ डिलीवरी ट्रेडिंग कर किसी शेयर को बेचते है तो वहां पर ये डीपी शुल्क लगना अनिवार्य होता है। क्या BTST ट्रेड पर ज़ेरोधा डीपी शुल्क लगता है?BTST ट्रेड, यानी की Buy Today Sell Tomorrow में 2 जून, 2021 तक किसी भी प्रकार का डीपी शुल्क नहीं लगता था, लेकिन सेटलमेंट नियम में बदलाव आने के कारण जिसके अंतर्गत BTST ट्रेड में ब्रोकिंग पूल को हटा दिया गया है अब ट्रेडर्स को BTST ट्रेड के लिए भी डीपी शुल्क देना होता है जिसकी गणना ऊपर दिए हुए उदाहरण के अनुसार ही होती है। डीपी शुल्क के साथ कुछ ज़रूरी बाते जुड़ी है, जिसका उल्लेख नीचे दिया गया है:
ज़ेरोधा में डीपी शुल्क देने से कैसे बचे?अभी तक हमने ज़ेरोधा के डीपी शुल्क की विस्तार में चर्चा की है, अब जानते है कि क्या ज़ेरोधा ऐसा कोई विकल्प देता है जिसके अंतर्गत आप इन शुल्क से राहत पा सकते है? तो यहाँ पर क्योंकि सारा शुल्क आपके डीमैट खाते से जुड़ा है तो आपको डीपी चार्ज तभी देना होता है जब आपके शेयर डीमैट खाते से डेबिट हो तो इसलिए आपको दो तरह की ट्रेड: डीपी चार्ज क्या होता है?डीपी शुल्क डिपॉजिटरीज़ और इसके प्रतिभागियों के लिए राजस्व स्रोत हैं। डीपी शुल्क एक सामान्य लेनदेन शुल्क है, चाहे बेची गई मात्रा के कितनी भी हो। इसलिए, लिया गया शुल्क प्रति स्क्रिप है और न कि बेची गई मात्रा पर। इसलिए, ये शुल्क वही रहते हैं चाहे आप 1 शेयर बेचते हैं या 100 शेयर।
ज़ेरोढा मुझे १ लाख मुझे कितना चार्ज लगता है?आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं। तो एक लाख रुपये के साथ 103.93 रुपये की फीस आपको देनी पड़ेगी, यानी कुल 100,103.93 रुपये की रकम आपके ट्रेडिंग अकाउंट से निकल जाएगी।
सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है?Best Demat Accounts In India.. Upstox, अपस्टॉक्स. Zerodha, ज़ेरोधा. Angel Broking, एंजेल ब्रोकिंग. Groww, ग्रो. 5Paisa, 5पैसा. HDFC SECURITIES, एचडीएफसी सिक्योरिटीज. Motilal Oswal Demat Account, मोती लाल ओसवाल. ज़ेरोधा में ब्रोकरेज कितना लगता है?ज़ेरोधा ब्रोकरेज शुल्क – इक्विटी ऑप्शंज़
ऑप्शंज़ ट्रेडिंग में, ज़ेरोधा ब्रोकरेज शुल्क ₹20 प्रति ट्रेड, आपके व्यापार मूल्य पर निर्भरता के बिना फ्लैट सेट किए जाते हैं। इस प्रकार, भले ही आपका व्यापार मूल्य ₹100 है, ब्रोकरेज अभी भी ₹20 होगा।
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