Show
जनन स्वास्थ्य क्या है ? इसके लिए किन पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए ? (What is reproductive health ? Which aspects need special attention ?)जनन स्वास्थ्य (Reproductive health) :-विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार जनन स्वास्थ्य जनन संबंधी सभी तथ्यों के साथ एक संपूर्ण स्वास्थ्य है। भारत विश्व का वह पहला देश था जिसने जनन स्वास्थ्य से संबंधित राष्ट्रीय स्तर पर एक्शन प्लान तथा कार्यक्रमों की शुरुआत की थी। भारत में सर्वप्रथम 1951 में परिवार नियोजन कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। जनन संबंधी सभी विषयों की जानकारी हेतु स्वास्थ्य समाज तैयार करना तथा उसके लिए जनता को उत्साहित करना आवश्यक होता है। जनन स्वास्थ्य की पहलुएं (Aspects of reproductive health) :-इसके लिए निम्नांकित पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए —-
चित्र :- उल्बवेधन जांच। मानव विकास की परिभाषा लिखों । मानव विकास के विभिन्न उपगमों का वर्णन करों। मानव विकास, स्वास्थ्य भौतिक पर्यावरण से लेकर आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता तक सभी प्रकार के मानव विकल्पों को सम्मिलित करते हुए लोगों के विकल्पों में विस्तार और उनके शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं तथा सशक्तीकरण के अवसरों में वृद्धि की प्रक्रिया है। मानव विकास के उपागम-
निम्नलिखित में से कौन-सा विकास का सर्वोत्तम वर्णन करता है?
B. गुण में धनात्मक परिवर्तन मानव विकास की अवधारणा निम्नलिखित में से किस विद्वान की देन है?
मानव विकास शब्द से आपका क्या अभिप्राय है? मानव विकास - मानव विकास की अवधारणा का प्रतिपादन प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ० महबूब-उल-हक ने किया था । उन्होंने मानव विकास की कल्पना एक ऐसे विकास के
रूप में की जिसका संबंध लोगों के विकल्पों में बढ़ोतरी से है, ताकि वे आत्म-सम्मान के साथ दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन जी सकें। सन् 1990 की मानव विकास रिपोर्ट के अनुसार मानव विकास को इस प्रकार से परिभाषित किया गया है, ''मानव विकास मनुष्य की आकांक्षाओं एवं उन्हें उपलब्ध जीवनयापन की सुविधाओं के स्तर को विकसित करने की प्रक्रिया है।'' मानव विकास के चार स्तंभ - मानव विकास के चार स्तंभ निम्नलिखित हैं-
मानव विकास के उपागम - मानव विकास की समस्या को देखने के अनेक उपागम हैं जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं :-
निम्नलिखित में कौन-सा देश उच्च मानव विकास वाला नहीं है?
मानव विकास अवधारणा के अंतर्गत समता और सतत् पोषणीयता से आप क्या समझते हैं? समता :- प्रत्येक व्यक्ति को उपलब्ध संसाधनों के लिए समान पहुँच की व्यवस्था करना समता कहलाता है। लोगों को उपलब्ध अवसर धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, जन्म स्थान तथा आय के भेदभाव के विचार के बिना समान होने चाहिएँ। भारतीय संविधान में भी समानता का अधिकार प्रदान किया गया है। सतत् पोषणीयता :- सतत् पोषणीयता से अभिप्राय है कि लोगों को विकास करने के अवसर लगातार मिलते रहें। सतत् पोषणीयता मानव विकास तभी होगा जब प्रत्येक पीढ़ी को समान अवसर मिलें। अत: यह जरूरी है कि हम पर्यावरणीय, वित्तीय और मानव संसाधनों का उपयोग इस प्रकार करें कि वे भावी पीढ़ी को भी पर्याप्त मात्रा में मिल सकें। WHO के अनुसार स्वास्थ्य की परिभाषा क्या है ?`?विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने सन् 1948 में स्वास्थ्य या आरोग्य की निम्नलिखित परिभाषा दी गई है। 1) दैहिक, मानसिक और सामाजिक रूप से पूर्णतः स्वस्थ होना (समस्या-विहीन होना) ही स्वास्थ्य है। 2) किसी व्यक्ति की मानसिक,शारीरिक और सामाजिक रुप से अच्छे होने की स्थिति को स्वास्थ्य कहते हैं।।
WHO के अनुसार स्वास्थ्य कितने प्रकार के होते हैं *?डब्ल्यूएचओ के अनुसार स्वास्थ्य पांच प्रकार के होते हैं। मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, बौद्धिक स्वास्थ्य, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य। मानसिक स्वास्थ्य होता जो हमारे मन को स्वस्थ रखता है। शारीरिक स्वास्थ्य होता है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है।
स्वास्थ्य को कैसे परिभाषित करेंगे?प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण का एक पूरे समाज का दृष्टिकोण है, जो व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर आधारित है। यह स्वास्थ्य के अधिक व्यापक निर्धारकों को संबोधित करता है और शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य और कल्याण के व्यापक और आपस में संबंधित पहलुओं पर केंद्रित है।
WHO का मुख्य कार्य क्या है?डब्ल्यूएचओ एक वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी है यानी इसका मुख्य काम इसका मुख्य काम दुनियाभर में स्वास्थ्य समस्याओं पर नजर रखना और उन्हें सुलझाने में मदद करना है। दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी रुझानों की निगरानी और आकलन करना भी इसकी जिम्मेदारी है।
|