Rupee Fall Impact: रुपये की गिरती कीमत से भारतीय छात्रों के माथे पर शिकन, अमेरिका में पढ़ना हुआ मुश्किल आजादी के बाद 1950 में एक पैसा, 1.2 पैसा, एक आना और दो आना, 1.4,
1.2 और एक रुपये मूल्य के सिक्के जारी किए गए। 1953 में नए नोटों पर हिंदी को प्रमुखता दी गई और 1954 में रुपया का बहुवचन रुपये किया गया। इसके बाद 1954 में 1,000 रुपये, 5,000 रुपये और 10,000 रुपये के बड़े नोट फिर जारी किए गए। साल 1957 में रुपये को 100 नए पैसे में बांटा गया। 1957-67 में एल्युमिनियम के एक, दो, तीन, पांच और दस पैसे के सिक्के शुरू किए
गए। 1992 में एक रुपये और पांच रुपये के स्टील के सिक्के शुरू किए गए। साल 1996 में महात्मा गांधी सीरीज के 10 से 500 रुपये तक के नोट शुरू किए गए। इन नोटों ने लॉयन कैपिटल सीरीज के नोटों की जगह ली। नए नोटों में वॉटरमार्क, विंडो सिक्योरिटी थ्रेड, लेटेंट इमेज और दृष्टिहीन लोगों के लिए खास फीचर शुरू किया गया। 2005-08 में 50 पैसे, एक रुपये और दो रुपये के स्टेनलेस स्टील के नए सिक्के जारी किए गए। साल 2009 में पांच रुपये के नोट की फिर से छपाई शुरू हुई। जुलाई 2010 में रुपये के नए सिंबल को आधिकारिक रूप से स्वीकार किया गया। International Trading In Rupee: अब डॉलर नहीं बल्कि रुपये में होगा आयात-निर्यात! जानिए रिजर्व बैंक के इस कदम से आपको होगा क्या फायदा इससे पहले देश में 12 अगस्त 1946 को 500 रुपये, 1000 रुपये और 10,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था। काले धन को रोकने के लिए ऐसा किया गया था। 1954 में 1,000 रुपये, 5,000 रुपये और 10,000 रुपये के नोट फिर से जारी किए गए। लेकिन 16 जनवरी 1978 को 100 रुपये से ऊपर के सभी नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया। 1987 में 500 रुपये और साल 2000 में 1,000 रुपये के नोट को फिर से उतारा गया। 1995 में एक रुपये और दो रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें भारत में 10000 का नोट कब चलता था?भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा मुद्रित अब तक का उच्चतम मूल्यवर्ग का नोट ₹10000 का था, जिसे 1938 में मुद्रित किया गया है । जनवरी 1946 में इसे विमुद्रीकृत कर दिया गया । वर्ष 1954 में ₹10000 का नोट पुन: प्रारम्भ किया गया । इन नोटों को 1978 में विमुद्रीकृत कर दिया गया ।
भारत में 1000 और 5000 तो 10000 रुपये के नोट आज़ादी के बाद दोबारा कब शुरू किए गए?Q. भारत में 1,000 और 5,000 तथा 10,000 रुपये के नोट आज़ादी के बाद दोबारा कब शुरू किए गए? Notes: भारत में 1,000 और 5,000 तथा 10,000 रुपये के नोट आज़ादी के बाद 1954 में शुरू किए गए। 5,000 और 10,000 के नोटों को 1978 में बंद कर दिया गया।
भारत का सबसे बड़ा नोट कौन सा है?अभी तक सबसे बड़ा नोट कौन सा है? भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 1938 में सबसे बड़ा नोट ₹10000 का छापा था. हालांकि, इसे जनवरी 1946 में इसे विमुद्रीकृत कर दिया गया. इसके बाद साल 1954 में ₹10000 के नोट फिर से छापे जाने लगे और फिर इन नोटों को 1978 में विमुद्रीकृत कर दिया गया.
10 रुपये का नोट कौन जारी करता है?भारत में वर्तमान में ₹10, ₹20, ₹50, ₹100 ₹200, ₹500, तथा ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी किए जाते हैं । इन नोटों को बैंकनोट कहा जाता है| क्योंकि ये भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं ।
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