आर्थिक भूगोल की शाखा कौन कौन सी है? - aarthik bhoogol kee shaakha kaun kaun see hai?

भूगोल की शाखाएँ
भूगोल एक ऐसा प्राचीन विज्ञान है जिसका अंकुरण ईसा से पूर्व ही यूनान की उर्वरा भूमि में हो गया था। तब से आज तक भूगोल एक विशाल वृक्ष बन चुका है। प्राचीन काल में भूगोल का अध्ययन एक मिश्रित सामाजिक विज्ञान के रूप में किया जाता था। जैसे-जैसे ज्ञान में वृद्धि होती गयी, भूगोल की शाखाओं-उपशाखाओं का विकास होता गया। प्रारम्भ में भूगोल की दो प्रमुख शाखाएँ भौतिक भूगोल तथा मानव भूगोल के रूप में विकसित हुईं। भूगोल में विशेषीकरण की प्रवृत्ति के साथ ही इन दोनों शाखाओं की अनेक उपशाखाएँ बन गयीं। वर्तमान समय में भूगोल की प्रमुख शाखाएँ अग्रवत् हैं

I. भौतिक भूगोल
भौतिक भूगोल भूगोलरूपी वृक्ष की प्रमुख शाखा है। इसके अन्तर्गत पृथ्वी की उत्पत्ति, आन्तरिक संरचना, शैल (चट्टानें), ज्वालामुखी क्रिया, भूकम्प, स्थलमण्डल के विविध स्थलरूपों एवं स्थलाकृतियों, अपक्षय एवं अपरदन, मिट्टियाँ, खनिज, वनस्पति, जलवायु आदि की दशाओं का अध्ययन किया जाता है। जलमण्डल, वायुमण्डल एवं जैवमण्डल का अध्ययन भी भौतिक भूगोल के अभिन्न अंग हैं। प्रारम्भ में खगोल विज्ञान (Astronomy) का अध्ययन भी भौतिक भूगोल के अन्तर्गत किया जाता था। भौतिक भूगोल की शाखाएँ निम्नलिखित हैं

1. भू-आकृति विज्ञान (Geomorphology)- भू-आकृति विज्ञान के अन्तर्गत धरातल के उच्चावच तथा भूपटल के विभिन्न स्वरूपों का अध्ययन किया जाता है।
2. भू-विज्ञान (Geology)- भू-विज्ञान के अन्तर्गत पृथ्वी की उत्पत्ति, संरचना, खनिज तथा शैलों का अध्ययन किया जाता है।
3. मृदा विज्ञान (Pedology)- मृदा विज्ञान में मिट्टियों की उत्पत्ति, संरचना, वितरण तथा उपयोगिता का अध्ययन किया जाता है।
4. ऋतु विज्ञान (Meteorology)- मौसम और जलवायु के तत्त्वों में वायुमण्डल की दशाओं, पृथ्वी पर तापमान के वितरण, पवन संचरण तथा वर्षा के वितरण से लेकर जलवायु प्रदेशों का ज्ञान देने वाला शास्त्र ऋतु विज्ञान कहलाता है। इसमें मानवीय जीवन तथा क्रियाकलापों पर पड़ने वाले जलवायु प्रभावों का भी अध्ययन किया जाता है।
5. समुद्र विज्ञान (Oceanography)- पृथ्वी के तल पर 70% जल का विस्तार है। जल के विशाल खण्डों को समुद्र कहा जाता है। महासागरों के वितरण, गतियों, तापमान, लवणता और सागरीय निक्षेपों का विस्तृत विवरण देने वाला शास्त्र समुद्र विज्ञान कहलाता है।
6. जल विज्ञान (Hydrological Science)- जल विज्ञान में जलराशियों के वितरण-जलचक्र, भूमिगत जल, जल प्रवाह, गतियों तथा स्थितियों का अध्ययन किया जाता है।
7. जैव भूगोल (Bio-Geography)- जैव भूगोल के अन्तर्गत जन्तु जगत तथा पादप तन्त्र का अध्ययन किया जाता है। इसमें वनस्पतियों तथा जन्तुओं के वितरण तथा पारस्परिक सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है।

II. मानव भूगोल
मानव की आर्थिक और सांस्कृतिक क्रियाओं के अध्ययन करने वाले विज्ञान को मानव भूगोल कहा जाता है। इसके अन्तर्गत मनुष्य की जातियों, प्रजातियों, शारीरिक गठन तथा आर्थिक क्रियाकलापों का अध्ययन किया जाता है। मानव भूगोल प्राकृतिक वातावरण एवं मानव के सम्बन्धों का अध्ययन प्रस्तुत करता है। मानव तथा पर्यावरण दोनों एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं। मानव भूगोल इन दोनों के अन्त:सम्बन्धों की व्याख्या करता है। मानव भूगोल का अध्ययन-क्षेत्र बहुत व्यापक है। इसकी प्रमुख शाखाएँ तथा उपशाखाएँ निम्नलिखित हैं

1. आर्थिक भूगोल (Economic Geography)- आर्थिक भूगोल मानव भूगोल की एक महत्त्वपूर्ण शाखा है। मनुष्य अपने जीवनयापन के लिए प्रकृति का दोहन करता है; अत: मानव के आर्थिक विकास की कहानी प्रकृति के साथ संघर्ष की कहानी है। मनुष्य अपने जीवनयापन के लिए जो प्राथमिक तथा द्वितीयक व्यवसाय अपनाता है, उन सभी का विवरण आर्थिक भूगोल में है। प्रो० बुकानन के शब्दों में, “आर्थिक भूगोल मानव भूगोल की वह शाखा है जिसमें मानव के आर्थिक प्रयत्नों का उसके निवासस्थान के सन्दर्भ में अध्ययन किया जाता है। आर्थिक भूगोल की प्रशाखाएँ निम्नलिखित हैं
⦁    कृषि भूगोल (Agricultural Geography)।
⦁    परिवहन भूगोल (Transportation Geography)।
⦁    वाणिज्य भूगोल (Commercial Geography)।
⦁    औद्योगिक भूगोल (Industrial Geography)।
⦁    संसाधन भूगोल (Resource Geography)।
2. सांस्कृतिक भूगोल (Cultural Geography)- संस्कृति मानव-जीवन का आवश्यक और अभिन्न अंग है। संस्कृति सीखे हुए व्यवहार को कहा जाता है। जिस विज्ञान में किसी क्षेत्र के सांस्कृतिक प्रतिरूपों, रीति-रिवाजों, धार्मिक विश्वासों तथा परम्पराओं का अध्ययन किया जाता है, उसे सांस्कृतिक भूगोल की संज्ञा दी जाती है। मानव विज्ञान भी सांस्कृतिक भूगोल की ही एक
प्रशाखा है।
3. जनसंख्या भूगोल (Population Geography)- जनसंख्या भूगोल में भूतल के जनसांख्यिकीय पक्ष, जनसंख्या वितरण, घनत्व, वृद्धि-दर, लिंग अनुपात, साक्षरता तथा जनसंख्या वृद्धि से उत्पन्न समस्याओं का विवरण दिया जाता है। आवासीय भूगोल भी जनसंख्या भूगोल की प्रमुख शाखा है।
4. सामाजिक भूगोल (Social Geography)- सामाजिक भूगोल में मनुष्य के सामाजिक जीवन का विवरण दिया जाता है। इसमें समुदायों, संस्थाओं, वर्गों और उनके कार्यों व सम्बन्धों को अध्ययन किया जाता है। सामाजिक प्रवृत्तियों के मानव-जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन करना सामाजिक भूगोल का मुख्य विषय है।
5. राजनीतिक भूगोल (Political Geography)- राजनीतिक भूगोल में राजनीतिक इकाइयों, प्रादेशिक क्षेत्रों, सीमाओं, राजधानियों, राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय नीतियों से सम्बन्धित बातों का भौगोलिक परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में अध्ययन किया जाता है। उपनिवेशों तथा साम्राज्यों का अध्ययन भी राजनीतिक भूगोल का ही विषय है।
6. पारिस्थितिकी भूगोल (Ecological Geography)- मनुष्य जिस प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक पर्यावरण में रहता है वह उसकी पारिस्थितिकी कहलाती है। पारिस्थितिकी भूगोल में पर्यावरण एवं मानव के सह-सम्बन्धों एवं प्रभावों का अध्ययन किया जाता है।
7. ऐतिहासिक भूगोल (Historical Geography)- भूतकालीन भौगोलिक घटनाएँ ही इतिहास बन जाती हैं। ऐतिहासिक भूगोल के अन्तर्गत हम राष्ट्र के इतिहास पर उसकी भौगोलिक पृष्ठभूमि का प्रभाव, स्थिति, उच्चावच, सुविधाओं और बाधाओं का अध्ययन करते हैं। अत: ऐतिहासिक भूगोल भी भूगोल की एक महत्त्वपूर्ण शाखा है।
8. ग्रामीण एवं नगरीय भूगोल (Rural and Urban Geography)- ग्रामीण तथा नगरीय भूगोल में वहाँ की अर्थव्यवस्था, प्राकृतिक संसाधन, उत्पत्ति तथा विकास, आकारिकी आदि का अध्ययन किया जाता है।
9. मानचित्र भूगोल (Cartography)- मानचित्र भूगोल, भूगोल के अध्ययन के आवश्यक तथा महत्त्वपूर्ण उपकरण हैं। मानचित्र भूगोल में उनकी रचना, प्रकार, मापक, प्रक्षेप, उच्चावच प्रदर्शन तथा भूमापन आदि का अध्ययन किया जाता है। अतः यह भी भूगोल की एक महत्त्वपूर्ण शाखा बन गया है।
10. प्रादेशिक भूगोल (Regional Geography)- प्रादेशिक भूगोल में प्रदेशीकरण, उसके आकार तथा प्रदेशों के भौगोलिक एवं मानवीय सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है।

आर्थिक भूगोल की शाखाएं क्या है?

आर्थिक भूगोल की कई अन्य उपशाखाएं भी हैं अ) कृषि भूगोल, ब) वाणिज्य भूगोल, स) संसाधन भूगोल, द) परिवहन भूगोल, य) विनिर्माण उद्योग, आदि।

भूगोल की कितनी शाखाएं होती हैं?

अध्ययन क्षेत्र के आधार पर भौतिक भूगोल की चार प्रमुख शाखाएं हैं- भू-आकृति विज्ञान (स्थलमंडल), जलवायु विज्ञान (वायुमंडल), समुद्र विज्ञान (जलमंडल), और जीव भूगोल (जीव मंडल) ।

आर्थिक भूगोल का जनक कौन है?

हिकैटियस को भूगोल का जनक कहा जाता है जिन्होंने सर्वप्रथम स्थल भाग को सागरों से घिरा हुआ माना तथा दो महादेशों के बारे में अपना ज्ञान दिया. उन्होंने पीरियड्स विश्व का प्रथम क्रमबद्ध का वर्णन किया और इसी लिए एच॰ एफ॰ टॉजर ने हिकेटियस (550 ईसा पूर्व) को 'भूगोल का पिता' का उपमा दिया.

भौतिक भूगोल की शाखा कौन कौन सी है?

भौतिक भूगोल (Physical geography) भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन करता है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है।