विषयसूची मुरझा कर गिरती हुई पत्तियाँ क्या कह रही है?इसे सुनेंरोकेंSolution. ‘मुरझाकर गिरने वाली पत्तियाँ’ मानव जीवन में आए दुख और निराशाओं की प्रतीक हैं। कवि के जीवन में आए दुख वृक्ष की पत्तियों के समान गिरकर, एक-एक कर क्रमशः याद आ रहे हैं। इससे कवि को जीवन की नश्वरता का बोध भी हो रही है। स्मृति को पाथेय बनाने से कवि का क्या आशय है?इसे सुनेंरोकेंउत्तर 4-3: स्मृति को ‘पाथेय’ बनाने से कवि का आशय जीवनमार्ग के प्रेरणा से है। कवि ने जो सुख का स्वप्न देखा था, वह उसे कभी प्राप्त नहीं हुआ। इसलिए कवि स्वयं को जीवन-यात्रा से थका हुआ मानता है। थकी पथिक की पंथा में कौन सा अलंकार है? इसे सुनेंरोकेंअभी समय भी नहीं, थकी सोई है मेरी मौन व्यथा। (v) ‘थकी सोई है मेरी मौन व्यथा’ में मानवीकरण अलंकार है। पंथा = राह, रास्ता, मार्ग, कंथा = अंतर्मन, गुदड़ी, मौन = चुप्पी, वर्तमान जीवन को गुजार देना चाहते हैं। बयार किसका पर्याय है *?इसे सुनेंरोकें’बयार’ किसका पर्याय है? हवा का पर्यायवाची। धूल किसका प्रतीक है class 9?इसे सुनेंरोकेंधूल – यह अतिथि के आगमन से अति उत्साहित घर की चंचला युवती की प्रतीक है। कवि आत्मकथा लिखने से क्या बचना चाहता है? इसे सुनेंरोकेंकवि स्वयं को इतना सामान्य मानता है कि आत्मकथा लिखकर वह खुद को विशेष नहीं बनाना चाहता है, कवि अपने व्यक्तिगत अनुभवों को दुनिया के समक्ष व्यक्त नहीं करना चाहता। क्योंकि वह अपने व्यक्तिगत जीवन को उपहास का कारण नहीं बनाना चाहता। इन्हीं कारणों से कवि आत्मकथा लिखने से बचना चाहता है। आत्मकथा सुनाने के संदर्भ में अभी समय भी नहीं कभी ऐसा क्यों कहता है?इसे सुनेंरोकेंआत्मकथा सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं’ ऐसा क्यों कहता है? कवि को ऐसा लगता है कि अभी उसके जीवन में कोई बड़ी-बडी उपलब्धियाँ नहीं हैं जिन्हें दूसरों के सामने प्रकट किया जा सके। वह अपने अभावग्रस्त जीवन के कष्टों को अपने हृदय में छिपाकर रखना चाहता है। इसीलिए वह कहता है- ‘अभी समय भी नहीं। मधुप गुन गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी?इसे सुनेंरोकेंव्याख्या- कवि कहता है कि जीवन रूपी उपवन में उसका मन रूपी भंवरा गुंजार करता हुआ पता नहीं अपनी कौन-सी कहानी कह जाता है। उस कहानी से किसी को सुख मिलता है या दुःख, वह नहीं जानता। पर इतना अवश्य है कि आज उपवन में कितनी अधिक पत्तियाँ मुरझा कर झड़ रही हैं। कवि का स्वर निराशा के भावों से भरा हुआ है। आत्मकथ्य कविता में रस कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंआत्मकथ्य कविता का सार इसमें कवी अपने मनोभावों की अभिव्यक्ति करता है। कभी संसार की असारता और निरसता पर विचार करता है। जीवन दुखों से भरा है। इस वातावरण में भला कौन अपनी कथा को कहने का साहस करेगा। मेघ के आने पर बयार पर क्या असर हुआ?इसे सुनेंरोकें(स) मेघ के आने से पहले हवा चलने लगती है। (ग) हरसाया पीपल परात में पानी भरकर लाया। (घ) किवाड़ की ओट में खड़ी लता ने मेघ को उलाहना दिया। (छ) मेघों को देखने के लिए लोग दरवाजे खिड़कियाँ खोलने लगे। ताल क्यों प्रसन्न हो गया?इसे सुनेंरोकेंताल पानी की परात क्यों लेकर आया? Answer: गाँवों में परंपरा है कि जब पाहुना आता है तो उसके पैर टूकर उसका स्वागत किया जाता है। पाहुने के पैर भुलवाने के लिए ही तालाब से पानी की परात लेकर आया। भ्रम की कौन-सी गाँठ खुल गई है, जिसके लिए क्षमा मांगी गई है। Students who are searching for NCERT MCQ Questions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 4 आत्मकथ्य with Answers Pdf free download can refer to this page thoroughly. Because here we have compiled a list of MCQ Questions for Class 10 Hindi with Answers. So, Plan your Exam Preparation accordingly with the आत्मकथ्य Class 10 MCQs Questions with Answers PDF. Also, you can practice and test your subject knowledge by solving these आत्मकथ्य objective questions. आत्मकथ्य Class 10 MCQs Questions with AnswersPracticing the Class 10 Hindi Kshitij Chapter 4 MCQ with Answers aids students to learn all the fundamental concepts and prepare effectively for the exams. MCQ of आत्मकथ्य Class 10 with Answers are prepared based on the latest exam pattern & CBSE guidelines. Here are the links available online for Free Download of Class 10 Hindi आत्मकथ्य MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF. Question 1. Answer: (b) निराशा और उपहास दोनों Question 2. Answer: (c) प्रश्न अलंकार Question 3. Answer: (d) कवि जिसे चाहता था वह उसे स्वप्न में भी नही मिल पाया। Question 4. Answer: (b) ठेठ बनारसी प्रयोग Question 5. Answer: (d) उपर्युक्त सभी Question 6. Answer: (a) पाथेय अर्थात् जीवन का एक सहारा Question 7. Answer: (c) मन में छिपी पुरानी बातों को फिर से याद करना Question 8. Answer: (c) अपने अंतर्मन के लिए Question 9. Answer: (d) गुदड़ी Question 10. Answer: (b) वे बहुत विनम्र थे उनको अहंकार छू तक न गया था Question 11. Answer: (b) भोली और सीधी-साधी Question 12. Answer: (a) थककर सो रही है Question 13. Answer: (b) प्रसादगुण Question 14. Answer: (a) छायावाद Question 15. Answer: (c) सन् 1889 में काशी में। Question 16. Answer: (b) परशुराम की प्रतीक्षा Question 17. Answer: (d) पुनर्नवा Question 18. Answer: (b) कवि ने अपने मन
के लिए किया है Question 19. Answer: (c) मन में उत्पन्न दुःख और आनंद के भावों के मिट जाने की ओर Question 20. Answer: (a) मानव मन में उत्पन्न विचार Question 21. Answer: (d) अभावग्रस्त जीवन का
प्रतीक Question 22. Answer: (d) उपर्युक्त सभी Question 23. Answer: (c) आत्मकथात्मक एवं छायावादी शैली Question 24. Answer: (a) अपनत्व का
भाव Question 25. Answer: (b) इस प्रयोग से कवि प्रेम और अपनत्व का भाव प्रकट होता है काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1) मधुप गुन-गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी, Question 1. Answer: (b) दुःखद पक्ष का Question 2. Answer: (c) ढलती उम्र एवं जीवन के आनंद की समाप्ति की ओर। Question 3. Answer: (a) मन रूपी भौरे को। Question 4. Answer: (d) अपने रिक्त जीवन को। Question 5. Answer: (c) छायावादी युग (2) यह विडंबना! अरी सरलते तेरी हँसी उड़ाऊँ मैं। Question 1. Answer:
Question 2. Answer:
Question 3. Answer:
Question 4. Answer:
Question 5. Answer:
(3) उसकी स्मृति पाथेय बनी है थके पथिक की पंथा की। Question 1. Answer:
Question 2. Answer:
Question 3. Answer:
Question 4. Answer:
Question 5. Answer:
लघूत्तरीय प्रश्न Question 1. Answer:
Question 2. Answer:
Question 3. Answer:
Question 4. Answer:
Question 5. Answer:
Question 6. Answer:
Question 7. Answer:
आत्मकथ्य कविता में मधुप किसका और क्यों प्रतीक है?'मधुप' मनरूपी भंवरा है जो 'गुनगुना' कर भावों को प्रकट करता है। मुरझाकर गिरती 'पत्तियाँ' नश्वरता की प्रतीक हैं। कवि ने अपनी इस कविता में 'अनंत-नीलिमा', 'गागर रीति', 'उज्ज्वल गाथा', 'चांदनी रातों की', 'अनुरागिनी उषा', 'स्मृति पाथेय', 'थके पथिक', 'सीवन को उधेड़', 'कंथा' आदि प्रतीकात्मक शब्दो, का सहज-सुंदर प्रयोग किया है।
आत्मकथ्य कविता में प्रयुक्त कथा शब्द से क्या तात्पर्य है?भावार्थ-'आत्मकथ्य'
यह लो, करते ही रहते हैं, अपना व्यंग्य मलिन उपहास। तुम सुनकर सुख पाओगे, यह गागर रीति। भावार्थ- कवि कहता है कि गुंजन करते भँवरे और डालों से मुरझाकर गिरती पत्तियाँ जीवन की करुण कहानी सुना रहे हैं। उसका अपना जीवन भी व्यथाओं की कथा है।
आत्मकथ्य कविता में कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है?Solution : कवि आत्मकथ्य लिखने से इसलिए बचना चाहते है क्योंकि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि <br> उनके जीवन में कोई आनदित घटना हुई है जिसे वे लोगों को बता सकें। उन्हें लगता है कि <br> उनका जीवन केवल कष्टों से भरा हुआ है अतः वे अपने कष्टों को लोगों में बाटना नहीं चाहते <br> तथा उन्हें अपने तक ही सीमित रखना चाहते हैं।
आत्मकथ्य कविता में किसकी अभिव्यक्ति हुई है?Answer: आत्मकश्य कविता में जीवन के यथार्थ एवं अभाव पक्ष की अभिव्यक्ति हुई है।
|