अव्यय शब्दों उदाहरण -जब, तब, अभी, वहाँ, उधर, यहाँ, इधर, कब, क्यों, आह, वाह, ठीक, अरे, और, तथा, एवं, किंतु, परंतु, लेकिन, बल्कि, इसलिए, किसलिए, बिलकुल, अत:, अतएव, अर्थात्, चूँकि, क्योंकि, इत्यादि । Show CBSE Class 6 Hindi Grammar अव्यय या अविकारी शब्द Pdf free download is part of NCERT Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given NCERT Class 6 Hindi Grammar अव्यय या अविकारी शब्द. CBSE Class 6 Hindi Grammar अव्यय या अविकारी शब्दअ + विकारी जिससे विकार (परिवर्तन) न हो। (क) क्रियाविशेषण – जो शब्द क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें क्रियाविशेषण कहते हैं; जैसे
यहाँ दिए गए वाक्यों में धीरे-धीरे शब्द अक्षत के चलने का ढंग (रीति) बता रहा है, तो कम शब्द कार्य की मात्रा (परिमाण) बता रहा है। अतः ये शब्द क्रिया की विशेषता बता रहे हैं। अतः ये क्रियाविशेषण के उदाहरण हैं।
1. कालवाचक क्रियाविशेषण – जो शब्द क्रिया के होने के काल (समय) का बोध कराते हैं, वे कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। जैसे-कल, परसों, आज, सदा, जब तक, हमेशा।।
4. रीतिवाचक क्रियाविशेषण – जो पद क्रिया के होने की रीति या विधि का बोध कराता है, या विशेषता बताता है उसे रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे
(ख) संबंधबोधक – जिन अव्यय शब्दों से संज्ञा या सर्वनाम का संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से जाना जाता है, वे संबंधबोधक कहलाते हैं; जैसे
कुछ अन्य संबंधबोधक शब्द – के बाहर, के मारे, के भीतर, की ओर, के सामने, के पीछे, की तरह, के आगे, के विपरीत, की तरफ आदि। (ग) समुच्चयबोधक – दो शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को जोड़ने वाले शब्द समुच्चयबोधक अथवा योजक कहलाते हैं। जैसे
कुछ अन्य संबंधबोधक शब्द – के बाहर, के मारे, के भीतर, की ओर, के सामने, के पीछे, के समान, की तरह, के अंदर, के आगे, की ओर, के विपरीत आदि।
(i) समानाधिकरण समुच्चयबोधक – दो या दो से अधिक समान पदों, उपवाक्यों या वाक्यों को आपस में जोड़ने वाले शब्दों को समानाधिकरण समुच्यबोधक कहते हैं; जैसे—या, न, बल्कि, इसलिए और तथा आदि। जैसे- ओजस्व व अंशु भाई बहन हैं।
(घ) विस्मयादिबोधक – जो शब्द विस्मय, हर्ष, शोक, प्रशंसा, भय, क्रोध, दुख आदि मन के भावों को प्रकट करते हैं, वे विस्मयादिबोधक कहलाते हैं; जैसे
कुछ अन्य विस्मयादिबोधक शब्द – बाप रे, हाय, अजी, उफ, हे राम, आह, शाबाश, काश, हे भगवान, सावधान, खबरदार आदि। बहुविकल्पी प्रश्न 1. जो शब्द क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें कहते हैं 2. क्रिया के होने का समय प्रकट करते हैं 3. संबंधबोधक शब्द किसके बाद जुड़ते हैं? 4. दो शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को मिलाने वाले शब्दों को कहते हैं 5. अव्यय शब्द के मुख्यतया कितने भेद माने जाते हैं? 6. अव्यये शब्दों का दूसरा नाम है? 7. इनमें विस्मयादिबोधक शब्दों में कौन-सी भाव प्रकट होता है? 8. हिंदी में समुच्चयबोधक के कितने भेद हैं ? उत्तर- We hope the given CBSE Class 6 Hindi Grammar अव्यय या अविकारी शब्द will help you. If you have any query regarding CBSE Class 6 Hindi Grammar अव्यय या अविकारी शब्द, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. अविकारी शब्द का उदाहरण कौन सा है?अर्थात वे शब्द जिन्हे लिंग, वचन, काल व कारक के आधार पर बदला न जा सके, अविकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे – अब, कब, क्यों, पर, में, बहुत, अधिक, कम, हाँ, नहीं, लेकिन, जल्दी, शीघ्र आदि।
अव्यय की पहचान कैसे करें?ऐसे शब्द जिसमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता वह शब्द अव्यय कहलाते हैं। अव्यय सदैव अपरिवर्तित, अविकारी रहते हैं। जैसे- जब, तब, अभी, उधर, वहाँ, इधर, कब, क्यों, वाह, आह, ठीक, अरे, और, तथा, एवं, किन्तु, परन्तु, बल्कि, इसलिए, अतः, अतएव, चूँकि, अवश्य इत्यादि।
अविकारी शब्द कैसे पहचाने?अविकारी शब्द - जिन शब्दों जैसे क्रियाविशेषण ,संबंधबोधक ,समुच्चयबोधक , तथा विस्मयादिबोधक आदि के स्वरूप में किसी भी कारण से परिवर्तन नहीं होता, उन्हें अविकारी शब्द कहते हैं !
अव्यय अविकारी शब्द कितने प्रकार के होते हैं?अविकारी शब्द के भेद-. क्रिया विशेषण. सम्बन्ध बोधक. समुच्चय बोधक. विस्मयादि बोधक. |