बच्चों को काम करवाने के लिए क्या प्रलोभन दिया गया? - bachchon ko kaam karavaane ke lie kya pralobhan diya gaya?

बच्चों ने किस लालच में कार्य किए?


एक तो वे यह सुनना नहीं चाहते थे कि वे काम नहीं कर सकते। दूसरा अब्बा ने उन्हें पैसे देने का भी वायदा किया। उन्होंने उदाहरण देकर भी कहा कि माली पौधों को पानी देकर तनख्वाह पाता है, वह तुम्हें भी दी जाएगी।

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कहानी में 'मोटे-मोटे किस काम के हैं?' किन के बारे में और क्यों कहा गया? 


कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के’ घर के बच्चों के लिए कहा गया है क्योंकि उनके माता-पिता काे लगता है कि वे केवल नौकरों पर हुक्म चलाते हैं और खा-पीकर आराम करते हैं। घर का कोई काम नहीं करते।

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बच्चों के ऊधम मचाने के कारण घर की क्या दुर्दशा र्हुई?


बच्चों को जब घर के कार्य करने के लिए कहा गया तो वे करने के लिए तैयार तो हो गए लेकिन उन्हें कुछ भी न आता था। नतीजा यह हुआ कि घर में ऐसा अहसास होने लगा जैसे तूफ़ान आ गया हो। सबसे पहले दरी साफ की गई जिसने इतनी धूल उड़ाई कि घर ही धूल से भर गया बाद में पानी डालने से दरी की धूल कीचड़ ही हो गई। फिर पड़ी को पानी देने के बारे में सोचा तो छोटे से छोटा बर्तन भी इस कार्य हेतु जुज लिया गया और नल पर इतना झगड़ा हुआ कि कोई पानी न भर सका।
मुर्गियों को दड़बे में बंद करने की सोची गई तो सारी की सारी मुर्गियाँ घर में फैल गई , भेड़ों काे दाने का सूप दिया गया तो जैसे घर में तूफ़ान ही आ गया। बच्चों ने दूध दुहने की सोची तो भैंस को चाचाजी की चारपाई से इस कदर बाँधा कि वह चाचाजी को चारपाई समेत लेकर ही भाग गई।
शाम होने तक सारे घर में मुर्गियाँ, भेड़ें, टूटे हुए तसले. बालटियाँ, लोटे, कटोरे व बच्चे इस कदर दिखाई पड़ने लगे जैसे घर में तूफान आ गया हो। इस प्रकार बच्चों के ऊधम मचाने से घर की दुर्दशा हुई।

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भरा-पूरा परिवार कैसे सुखद बन सकता है और कैसे दुखद? कामचोर कहानी के आधार पर निर्णय कीजिए।


भरा पूरा परिवार सुखद तब बन सकता है जब सब मिल-जुलकर सभी कार्य करें व दुखद तब बनता है जब सभी स्वार्थ की भावना से कार्य करें, कोई अपने कार्यों के प्रति सचेत न हो। एक व्यक्ति पिसता रहे व दूसरे आराम करते रह। कामचोर कहानी के आधार पर तो यही कहा जा सकता है कि बच्चों को पहले तो कोई काम सिखाया नहीं गया और न ही किसी काम की जिम्मेदारी उन पर डाली गई। सभी काम अम्मा या घर के नौकर करते थे। एक समय ऐसा आया कि अम्मा-अब्बा भी नौकरों से तंग आ गए। उन्हें अपने बच्चे भी निठल्ले लगने लगे। एकदम से उनका यह निर्णय लेना कि सभी काम बच्चे करें परिवार के लिए दुखदायी बन जाता है क्योंकि बच्चों को किसी काम को करने का सलीका ही नहीं आता। सारा घर तूफान आने की भांति बिखर जाता है। यह सब माँ सहन नहीं कर सकती और यह निर्णय लेती है कि यदि बच्चे काम करेंगे तो वह अपने मायके चली जाएँगी। अंत में अब्बा बच्चों को हिदायत देते हैं कि वे किसी काम को हाथ नहीं लगाएँगे। यदि कोई काम करेंगे तो उन्हें रात का खाना नहीं दिया जाएगा।
इस प्रकार हम यह कह सकते हैं कि यदि बच्चों को थोड़ा-थोड़ा काम करने की आदत डाली जाती तो ऐसी दुखदायी स्थिति ही उत्पन्न न होती।

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कहानी में एक समृद्ध परिवार के ऊधमी बच्चों का चित्रण है। आपके अनुमान से उनकी आदत क्यों बिगड़ी होगी? उन्हें ठीक ढंग से रहने के लिए आप क्या-क्या सुझाव देना चाहेंगे?


इन बच्चों की आदतें बिगड़ने का कारण है इनसे बचपन में काम न लेना उन्हें किसी भी काम की जानकारी न देना। इसीलिए वे किसी भी काम को करने में सक्षम नहीं हैं। सभी कार्यों हेतु नौकरों पर निर्भर रहते हैं।
इन्हें ठीक ढंग से रहने के लिए निम्न सुझाव दिए जा सकते हैं-
1. उन्हें छोटे-छोटे कार्यों को करने की स्वछंदता दी जाए।
2. कार्य गलत होने पर उन्हें डाँटना-फटकारना नहीं चाहिए।
3. प्रत्येक कार्य हेतु उनका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए।
4. बच्चों के पूर्ण सहयोगी बनना चाहिए।
5. कार्य करते हुए यदि कोई मुश्किल आ जाए तो उन्हें सिखाना भी हमारा कर्तव्य बनता है।

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बच्चों को काम करवाने के लिए क्या प्रलोभन दिया गया? - bachchon ko kaam karavaane ke lie kya pralobhan diya gaya?

1. मटर की पफलियाँ किसे दी जा रही थीं?     
(क) भेड़ों को         
(ख) नौकरों को             
(ग) घर के किसी सदस्य को 
(घ) रसोइये को
► (घ) रसोइये को

2. बच्चों के काम करने का क्या परिणाम रहा?           

(क) काम पूरा हो गया         

(ख) घर भर में अव्यवस्था पैफल गई           

(ग) कुछ काम बाकी रह गया   

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) घर भर में अव्यवस्था पैफल गई           

3. काम करने के लिए कौन तैयार हो गए?       

(क) नौकर   

(ख) घर के बच्चे   

(ग) माता-पिता   

(घ) उपर्युक्त सभी

► (ख) घर के बच्चे   

4. सारे घर में धूल भर जाने का कारण क्या था?       

(क) आँगन की सफ़ाई करना   

(ख) फर्श की सफ़ाई करना           

(ग) दरी की सफ़ाई करना       

(घ) चटाई की सफ़ाई करना

► (ग) दरी की सफ़ाई करना       

5. सूप में क्या था, जिसे भेड़े भूल गईं?           

(क) सब्जियाँ 

(ख) हरी मटर   

(ग) दाना

(घ) हरा चारा

► (ग) दाना

6. तरकारीवाली की मटर का क्या हाल हुआ?           

(क) उसने छिपा लिया           

(ख) घर के लोगों ने कड़ाही में छौंक दी           

(ग) भेड़ें खा गईं           

(घ) मटर लेकर वापस चली गई

► (ग) भेड़ें खा गईं           

7. नल पर घमासान मचा था। वे नल से पानी भरकर कहाँ ले जाने की जल्दी में थे?            

(क) खाना बनाने के लिए               

(ख) पेड़ो में पानी डालने के लिए            

(ग) पीने के लिए                

(घ) नहाने के लिए

► (ख) पेड़ो में पानी डालने के लिए            

8. तरकारीवाली की टोकरी पर जिस समय; भेड़ें टूट पड़ीं थीं उस समय वह क्या तौलकर दे रही थी?            

(क) मटर की फलियाँ    

(ख) आलू तथा प्याज            

(ग) सेम की फलियाँ    

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (क) मटर की फलियाँ    

9. भेड़ों को चोट पहुँचाना किसके समान है?         

(क) रूई फैलाने के समान   

(ख) रूई का तकिया कूटने के समान           

(ग) बम फूटने के समान       

(घ) उपर्युक्त सभी

► (ख) रूई का तकिया कूटने के समान           

10. बच्चों ने कहाँ झाड़ू लगाने का फैंसला किया?  

(क) घर में   

(ख) आँगन में   

(ग) घर के बाहर   

(घ) उपर्युक्त सभी

► (ख) आँगन में   

11. बच्चे किससे सफ़ाई करने में जुट गए?           

(क) झाड़ू से   

(ख) सींकों से   

(ग) कपड़ों से   

(घ) इनमें से कोई नहीं

► (ख) सींकों से   

12. काम करवाने के लिए क्या प्रलोभन दिया गया था?           

(क) वेतन का         

(ख) नए कपड़ों का               

(ग) दावत में ले जाने का     

(घ) कहीं दूर घुमाने ले जाने का

► (क) वेतन का         

13. झगड़ते बच्चों ने आखिर में किसे हथियार बना लिया?            

(क) कुहनियों को   

(ख) पत्थरों को   

(ग) डंडों को   

(घ) बरतनों को

► (घ) बरतनों को

14. अम्मा का आगरा से किस प्रकार का संबंध था?       

(क) मायका था         

(ख) ससुराल थी         

(ग) सहेली का घर था           

(घ) कोई अन्य रिश्ता था

► (क) मायका था         

15. पड़ोस के बंगलों से नौकर क्यों बुलवाए गए?           

(क) काम करवाने के लिए 

(ख) बच्चों को नहलवाने के लिए           

(ग) सफ़ाई करवाने के लिए   

(घ) पानी भरवाने के लिए

► (ख) बच्चों को नहलवाने के लिए           

16. चारपाई सबसे पहले किससे टकराई?           

(क) चाचा जी से   

(ख) भैंस से 

(ग) पानी के ड्रम से   

(घ) पानी की बाल्टी से

► (ग) पानी के ड्रम से   

17. दूध निकालने की जल्दबाजी में भैंस के चार थनों पर कितने हाथ पिल पड़े?            

(क) दो हाथ    

(ख) आठ हाथ        

(ग) चार हाथ    

(घ) बारह हाथ

► (ख) आठ हाथ        

18. अब्बा ने बच्चों को करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा काम नहीं बताया था?            

(क) दरी साफ करने का          

(ख) पेड़ो में पानी देने का            

(ग) आँगन का कूड़ा साफ करने का        

(घ) भैंसों का दूध निकलने का

► (घ) भैंसों का दूध निकलने का

बच्चों से काम करवाने के लिए क्या प्रलोभन दिया गया था?

This is an Expert-Verified Answer. ➲ बच्चों को काम करवाने के लिए बदले में उन्हें तनख्वाह देने का लालच दिया गया था।

रसोई को क्या तौलकर दी जा रही थी?

इतने में भेड़ें सूप को भूलकर तरकारीवाली की टोकरी पर टूट पड़ीं। वह दालान में बैठी मटर की फलियाँ तोल-तोल कर रसोइए को दे रही थी

बच्चों को करने के लिए कौन कौन से काम बताए गए?

कहानी में 'मोटे-मोटे किस काम के हैं' बच्चों के बारे में कहा गया है क्योंकि वे घर के कामकाज में जरा सी भी मदद नहीं करते थे तथा दिन भर उधम मचाते रहते थे। इस तरह से ये कामचोर हो गए थे। बच्चों के उधम मचाने से घर अस्त-व्यस्त हो गया। मटके-सुराहियाँ इधर-उधर लुढक गए

कामचोर कहानी के अंत में बच्चों ने क्या निर्णय लिया?

Question 5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे। Solution: बच्चों द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था क्योंकि स्वयं हिलकर पानी न पीने का निश्चय उन्हें और भी कामचोर बना देगा। वे कभी-भी कोई काम करना सीख ही नहीं पाएँगें।