शिव पूजा का सबसे पावन दिन है सोमवार और इस शिव मंदिरों में भक्तों का भारी जमावड़ा देखा जा सकता है. सारे देवों में शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों की भक्ति-पूजा से बहुत जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं. शिव भोले को आदि और अनंत माना गया है जो पृथ्वी से लेकर आकाश और जल से लेकर अग्नि हर तत्व में विराजमान हैं. Show शिव पूजा में बहुत सी ऐसी चीजें अर्पित की जाती हैं जो अन्य किसी देवता को नहीं चढ़ाई जाती, जैसे- आक, बिल्वपत्र, भांग आदि. इसी तरह शिव पूजा में कई ऐसी चीजें होती हैं जो आपकी पूजा का फल देने की बजाय आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं... 1. हल्दी: हल्दी खानपान का स्वाद तो बढ़ाती है साथ ही धार्मिक कार्यों में भी हल्दी का महत्वपूर्ण स्थान माना गया है. लेकिन शिवजी की पूजा में हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है. हल्दी उपयोग मुख्य
रूप से सौंदर्य प्रसाधन में किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है, इसी वजह से महादेव को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती. शिव पूजन में चढ़ने वाली चीजें 10 चीजें और उनसे मिलने वाले फल शिव पूजन की सामान्य विधि पूजन में इस मंत्र का जप करें पूजा संपन्न करने के लिए भगवान शिव को घी, शक्कर का भोग लगाएं और इसके बाद धूप, दीप से आरती करें. Sawan 2021 भगवान शिव आशुतोष और अवघड़दानी हैं वो तो केवल श्रद्धाभाव से जल अर्पण करने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन सावन के महीने में भगवान शिव से मनवांछिल फल प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तरह के पुष्प चढ़ाने का विधान है। आइए जानते हैं इसके बारे में.... Sawan 2021: चंद्रमा और गंगा को अपने शीश में धारण करने वाले, गले में सर्पों की माला और तन पर भस्म का श्रृगांर करने वाले भगवान शिव का प्रिय माह सावन चल रहा है। इस माह में श्रद्धा और आस्था से जो भी भगवान शिव का पूजन करता है, शिव जी उस पर अवश्य कृपा करते हैं। भगवान शिव अति शीघ्र प्रसन्न होने वाले आशुतोष और अवघड़दानी हैं, वो तो केवल श्रद्धाभाव से जल अर्पण करने मात्र से प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन सावन के महीने में भगवान शिव से मनवांछिल फल प्राप्त करने के लिए अलग-अलग तरह के पुष्प चढ़ाने का विधान है। आइए जानते हैं इसके बारे में.... हरसिंगार भगवान शिव को सावन के महीने में हरसिंगार के फूल अर्पित करने से व्यक्ति को सुख- संपत्ति की प्राप्ति होती है। उसके जीवन की सभी बाधाओं और दुखों का नाश होता है। दूर्वा दूर्वा भगवना गणेश को प्रिय है, गणेश जी के किसी भी पूजन में दूर्वा जरूर चढ़ाई जाती है। लेकिन सावन के महीने में शंकर जी दूर्वा चढ़ाने से व्यक्ति निरोगी रहता है और लंबी आयु प्राप्त करता है। कमल सावन के महीने में भगवान शिव से धन-वैभव प्राप्त करने के लिए कमल का फूल चढ़ाना चाहिए। भगवान शिव के महामायाधर रूप का पूजन कमल के पुष्प से किया जाता है। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा होती है और धन- संपदा का आशीर्वाद देती हैं। बेला और चमेली जिन लोगों के विवाह में बाधा आरही है या फिर वैवाहिक जीवन में किसी तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें सावन भर भगवान शिव को बेला या चमेली के सुगंधित फूल चढ़ाने चाहिए। चमेली का फूल चढ़ाने से वाहन प्राप्त करने का भी योग बनता है। मदार और धतूरा मदार और धतूरे के फल और फूल प्रकृति में विषैले होते हैं लेकिन भगवान शिव को अत्यंत प्रिय हैं। इनका वर्णन शिव पुराण में भी मिलता है। शंकर जी को मदार का फूल चढ़ाने से नेत्र संबंधी विकार दूर हो जाते हैं और धतूरे अर्पण करने से सांप, बिच्छू आदि विषैले जीवों का डर नहीं रहता है। बेल पत्र शिव पुराण के अनुसार बेल पत्र के वृक्षों की उत्पत्ति माता पार्वती के पसीने से हुई थी। इसलिए ही बेल पत्र भगवान शिव को सबसे प्रिय है। मान्यता है कि सावन के महीने में शिव जी को बेलपत्र अर्पित करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' Edited By: Jeetesh Kumar शिव जी को कौन से फल पसंद है?धतूरे का फल : शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर धतूरे का फल और फूल चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिलता और संतान प्राप्ति और भी अन्य प्रकार की की मनोकामना पूर्ण होती है। 3. बेर फल : बेर का फल शिवजी को बहुत पसंद है। भक्तजन अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना के साथ भगवान शिव को यह फल चढ़ाते हैं।
महादेव को सबसे प्रिय क्या है?शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, गंगाजल, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं।
भोलेनाथ का प्रिय फूल कौन सा है?मदार अर्थात नीला या सफेद अकाव. शिव जी का पसंदीदा रंग सफेद है इसलिए उनकी पूजा में सफेद आक के फूल जरुर चढ़ाना चाहिए. इसे, आंकड़ा, अर्क और अकौआ के नाम से भी जाना जाता है. भगवान भोलेनाथ को सावन में ये फूल अर्पित करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
भगवान शिव को कौन सा भोजन प्रिय है?भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी चढ़ाई जाती है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
|