भारत में अर्थशास्त्र के जनक कौन है? - bhaarat mein arthashaastr ke janak kaun hai?

Bharateey Arthshasatra Ke Janak

GkExams on 25-03-2022

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अर्थव्यवस्था : यह अर्थशास्त्र का व्यवहारिक पक्ष हैं। इसके अंतर्गत किसी क्षेत्र विशेष में होने वाली समस्त आर्थिक गतिविधियों जैसे उत्पादन,उपभोग, विनिमय, वितरण,राजस्व शामिल हैं।

भारतीय अर्थशास्त्र (indian economy ranking) के जनक चाणक्य हैं। जानकारी के लिए बता दे की चाणक्य को कौटिल्य व विष्णुगुप्त नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने ही कौटिल्य की अर्थशास्त्र नामक पुस्तक लिखी थी। इसके अलावा आधुनिक अर्थशास्त्र का जनक "एडम स्मिथ" को कहा जाता है। स्मिथकी प्रसिद्ध पुस्तक वेल्थ ऑफ नेशंस हैं। इसकी रचना 1776 में हुई थी।

अर्थशास्त्र के प्रकार :

1. व्यष्टि अर्थशास्त्र(Micro Economics) :

व्यष्टि या सूक्ष्म जैसा कि इसके नाम से ही इसके बारे में समझ में आता है। यह अर्थशास्त्र (indian economy notes) एक व्यक्ति या एक फर्म के व्यवहार का अध्ययन करता है। इसमें व्यक्ति या एक फर्म के उन आर्थिक निर्णयों को समझने का प्रयास किया जाता है, जो वह किसी भी आर्थिक गतिविधि को सम्पन्न करने से पहले लेता है।

जैसे किसी वस्तु की कीमत घट या बढ़ गई तो उस वस्तु को खरीदने को लेकर क्या निर्णय रहेगे। यानि अर्थशास्त्र उपभोक्ता के रूप में उसके व्यवहार को समझने का प्रयास करती है। माइक्रो अर्थशास्त्र यह समझाने की कोशिश करता है कि अलग-अलग वस्तुओं का अलग-अलग मूल्य कैसे और क्यों होता है, कैसे व्यक्ति वित्तीय निर्णय लेते हैं, और कैसे व्यक्ति एक दूसरे के साथ सबसे अच्छा व्यापार, समन्वय और सहयोग करते हैं।

2. समष्टि अर्थशास्त्र(Macro Economics) :

मैक्रोइकॉनॉमिक्स में अर्थव्यवस्था (indian economy book) का समग्र अध्ययन किया जाता है। इसके फोकस में एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, एक देश, एक महाद्वीप या यहां तक कि पूरी दुनिया शामिल हो सकती है। इसके अध्ययन के प्राथमिक क्षेत्र आवर्तक आर्थिक चर और व्यापक आर्थिक विकास और विकास हैं।

अध्ययन किए गए विषयों में विदेश व्यापार, सरकारी राजकोषीय और मौद्रिक नीति, बेरोजगारी दर, मुद्रास्फीति का स्तर और ब्याज दरें, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में परिवर्तन के रूप में परिलक्षित कुल उत्पादन उत्पादन की वृद्धि, और व्यापार चक्र शामिल हैं, जिसके परिणामस्वरूप विस्तार होता है। उछाल, मंदी और अवसाद आदि इसमें शमिल है।

सम्बन्धित प्रश्न



Comments Arthshastra kaun janak hai on 09-11-2022

Arthshastra ke janak kaun hai

Bindu on 24-10-2022

Arthashastr ke jank

ishwar singh paraste on 07-08-2022

Atrsatr ka parbasa Kay hi

Ajinkya kakde on 13-07-2021

भारतीय अर्थशत्राचे जनक

Ajinkya kakde on 13-07-2021

चरक

RAHUL DEVTAL on 19-09-2020

Bhartiya arthashatra ke janak dada bhai nowroji he kya p. V. Narsimha rav he chanykey he inme se bhartiy arthashatra jank kon he

PARMESHWARI on 09-07-2020

Bhartiy aarthshStra ke jank

Bharatana ketala arthshashtri o che on 09-09-2019

Bharatana Na ketala arthshashtri o che?

pankaz Kashyap on 22-08-2019

Punjibaad ke janak kon h

Sujeet raj on 11-05-2019

Gk gs

सियाराम on 24-04-2019

भारतीय अर्थशास्त्र क़े जनक किसे कहा जाता हैं

Lakhan Kumar ojha on 25-12-2018

पूंजी बाद के पिता


यदि आप अर्थशास्त्र के जनक कौन है (Father of Economics in Hindi) यानी अर्थशास्त्र के पिता किसे कहा जाता है के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े.

हम सभी जानते हैं कि अर्थशास्त्र विषय के बारे में अध्ययन करने से पहले अर्थशास्त्र के जनक कौन है और क्यों, उनके योगदान, आदि के बारे अवश्य पता होना चाहिए.

हमारे स्कूल या कॉलेज में अर्थशास्त्र को पढ़ाया जाता है और इसके जनक यानी अर्थशास्त्र के पिता कौन है और उनसे संबंधित अन्य जरूरी बातों को भी पूछा जाता है.

कई लोगों को अर्थशास्त्र के जनक के बारे में पहले से मालूम होता है लेकिन उनकी संख्या बहुत कम होती हैं इसलिए यहाँ इसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी है.

आइए अब अर्थशास्त्र के जनक कौन है (arthshastra ke janak kaun hai) और उनसे संबंधित बातों के बारे में जानते हैं.

भारत में अर्थशास्त्र के जनक कौन है? - bhaarat mein arthashaastr ke janak kaun hai?

एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र के जनक कहते है. वे स्कॉटलैंड के प्रसिद्ध दार्शनिक, नीतिवेत्ता और अर्थशास्त्री थे.

अर्थशास्त्र का जनक एडम स्मिथ (अंग्रेजी : Adam Smith)
जन्म 16 जून ,1723,कर्ककैल्डी, स्कॉटलैंड
मृत्यु 17 जुलाई 1790, एडिनबर्घ, स्कॉटलैंड
राष्ट्रीयता स्कॉटिश
शिक्षा ग्लासगो विश्वविद्यालय,बैलिओल कॉलेज, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
माता-पिता मार्गरेट डगलस, एडम स्मिथ
बच्चे डेविड ऐनी, सीसिलिया मार्गरेट
किताब राष्ट्रों की संपदा
उल्लेखनीय कार्य नैतिक भावनाओं का सिद्धांत, राष्ट्र की संपत्ति
उल्लेखनीय अंतर्दृष्टि मुक्त बाजार
शास्त्रीय अर्थशास्त्र
आर्थिक उदारवाद
श्रम विभाजन
अदृश्य हाथ
प्रसिद्धि अर्थशास्त्र के जनक या पूंजीवाद के पिता

एडम स्मिथ (अर्थशास्त्र के जनक)

एडम स्मिथ कौन थे?

एडम स्मिथ एक प्रसिद्ध स्कॉटिश दार्शनिक, नीतिवेत्ता और राजनैतिक अर्थशास्त्री थे. उन्हें ‘अर्थशास्त्र के जनक’ यानी ‘अर्थशास्त्र के पितामह’ कहा जाता है.

एडम स्मिथ के आर्थिक सिद्धांत

एडम स्मिथ के द्वारा मुक्त बाजार (Free Market) आर्थिक सिद्धांत की नींव सबसे पहले रखी गई थी. इसके अलावा उनके दो प्रसिद्ध कार्य भी है :

  1. 1759 में, नैतिक भावनाओं के सिद्धांत
  2. 1776 में, राष्ट्रों की संपत्ति के स्वरूप और कारणों की जांच

एडम स्मिथ के पुस्तक का नाम

एडम स्मिथ के पुस्तक का नाम ‘राष्ट्रों की संपदा'(The Wealth of Nations) है. इस पुस्तक ने अठारहवीं शताब्दी के इतिहासकारों एवं अर्थशास्त्रियों को बेहद प्रभावित किया था.

उनकी पहली पुस्तक का नाम ‘द थ्योरी ऑफ मोरल सेंटीमेंट’ है, जो 1759 में प्रकाशित हुई थी.

एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का जनक क्यों कहा जाता है?

एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र के जनक इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अर्थशास्त्र के निर्माण एवं लाभदायक रुझान पर विस्तार से अपने विचार दिए.

यही कारण है कि आधुनिक अर्थशास्त्र के निर्माताओं में एडम स्मिथ का नाम सबसे पहले आता है एवं उन्हें ‘अर्थशास्त्र के पितामह’ भी कहा जाता है.

भारत में अर्थशास्त्र के जनक कौन हैं?

भारत में अर्थशास्त्र के जनक चाणक्य अर्थात् कौटिल्य को कहा जाता है, जिन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ (Arthashastra) नामक संस्कृत ग्रन्थ की रचना की थी.

आधुनिक अर्थशास्त्र से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न

अर्थशास्त्र के 2 भाग कौन कौन से हैं?

व्यष्टि अर्थशास्त्र
समष्टि अर्थशास्त्र

आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कौन है?

एडम स्मिथ को आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कहा जाता है, जिन्होंने अर्थशास्त्र पर ‘राष्ट्रों की संपदा'(The Wealth of Nations) किताब लिखीं थी.

भारत में आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कौन है?

भारत में आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक चाणक्य या कौटिल्य को कहा जाता है.

एडम स्मिथ द्वारा लिखित अर्थशास्त्र की पुस्तक क्या नाम है?

राष्ट्रों की संपदा (The Wealth of Nations) पुस्तक, एडम स्मिथ द्वारा लिखित अर्थशास्त्र पर एक प्रमुख किताब है.

निष्कर्ष

तो, दोस्तों इस लेख में आपने जाना अर्थशास्त्र के जनक कौन है (Father of Economics) या आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक / पिता किसे कहा जाता है?

किसी भी विषय के बारे में जानने से पहले उससे संबंधित जरूरी बातों को जानने और समझने से विषय को पढ़ने में रुचि उत्पन्न होती है.

इसलिए इस लेख में आपकों अर्थशास्त्र के जनक किसे कहा जाता है, के बारे में हमने बताया है. हम उम्मीद करते हैं इस लेख से आपकों अर्थशास्त्र के पिता या जनक के बारे में समझने में मदद मिली होगीं.

यही आपकों आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक किसे कहा जाता है (arthshastra ke janak) के बारे में यह लेख पसंद आया तो कृपया इसे अपने दोस्तों और अन्य लोगों के साथ शेयर जरूर करें.

ये भी पढ़े :

1. भूगोल का जनक 2. इतिहास का जनक

3. हिंदी का जनक 4. इंग्लिश का जनक

5. गणित का जनक 6. संस्कृत का जनक

देखें : सभी विषयों के जनक कौन है?

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भारत का अर्थशास्त्र का जनक कौन है?

भारतीय अर्थशास्त्र (indian economy ranking) के जनक चाणक्य हैं। जानकारी के लिए बता दे की चाणक्य को कौटिल्य व विष्णुगुप्त नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने ही कौटिल्य की अर्थशास्त्र नामक पुस्तक लिखी थी।

वर्तमान में अर्थशास्त्र के जनक कौन है?

इसका सही जवाब एडम स्मिथ है।

1 अर्थशास्त्र के जनक कौन है?

एडम स्मिथ (5 जून 1723 से 17 जुलाई 1790) एक ब्रिटिश नीतिवेत्ता, दार्शनिक और राजनैतिक अर्थशास्त्री थे। उन्हें अर्थशास्त्र का पितामह भी कहा जाता है।

अर्थशास्त्र का जनक किसे और क्यों कहा गया है?

Detailed Solution. सही उत्तर एडम स्मिथ है। एडम स्मिथ को आधुनिक अर्थशास्त्र का जनक कहा जाता है। उनका काम एक औद्योगिक समाज के भीतर नैतिकता, बाजार और पूंजीवाद के यांत्रिकी की अवधारणाओं की व्याख्या करता है।