भारत में कितने प्रकार की सरकार? - bhaarat mein kitane prakaar kee sarakaar?

इसे सुनेंरोकेंसंघीय (केन्द्रीय) सरकार के तीन अंग हैं- विधायिका (संसद) कार्यपालिका (राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्री परिषद) और न्यायपालिका (सर्वोच्च न्यायालय)।

राज्य सरकार कौन चलाता है?

इसे सुनेंरोकेंराज्य की कार्यकारी शक्ति राज्यपाल में निहित है। मुख्य मंत्री के साथ मंत्रिपरिषद प्रमुख सहायक के रूप में कार्य करती है और राज्यपाल को सलाह देती है कि वह अपने कार्यों को छोड़कर जहां तक ​​वह संविधान के तहत या अपने विवेक से उनमें से किसी एक के कार्य के लिए आवश्यक है।

सरकार कानून क्यों बनती है?

इसे सुनेंरोकेंसवाल: सरकार कानून क्यों बनाती है? किसी भी शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए कानून को बनाया जाता है, जिसमें केंद्रीय राज्य सरकार के द्वारा कोई नई नीति से लोगों को जोड़ने के लिए सरकार नए कानून का निर्माण करते हैं।

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सरकार के स्तर कौन कौन से हैं?

सरकार के स्तर

  • केंद्रीय स्तर या राष्ट्रीय स्तर: यह सरकार का सबसे शीर्ष स्तर है।
  • राज्य स्तर: हर राज्य की अपनी एक सरकार होती है।
  • जिला स्तर: जिला स्तर पर सरकार चलाने का काम सरकारी अधिकारियों के हाथ में है।
  • गांव स्तर: गांव के स्तर पर सरकार का मुखिया होता है सरपंच।

भारत का केंद्र सरकार कौन है?

इसे सुनेंरोकेंकेन्द्र सरकार किसी राष्ट्र-राज्य की सरकार होती हैं तथा एकात्मक राज्य की विशेषता हैं। यह संघीय सरकार की तरह ही होती हैं, जिस में अनेक स्तरों पर उसके सदस्य राज्यों द्वारा अधिकृत या दिए हुएँ अलग-अलग अधिकार हो सकते हैं; हालांकि कभी कभी इसे वर्णित करने के लिए केन्द्र विशेषण का प्रयोग होता हैं।

संविधान के कितने अंग है?

इसे सुनेंरोकेंसंविधान राज्य के तीन अंगों – विधायी, कार्यपालिका और न्यायपालिका को विशिष्ट शक्तियों और इन अंगों में से प्रत्येक को सौंपी गई जिम्मेदारियों के साथ अलग करता है। विधायिका में संसद और राज्य विधानमंडल होते हैं।

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भारतीय संसद के कितने अंग होते है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय संसद के तीन अंग राष्ट्रपति, राज्यसभा और लोकसभा होते हैं।

राज्य सरकार का संवैधानिक मुखिया कौन होता है?

इसे सुनेंरोकेंमुख्यमंत्री राज्य में सरकार का मुखिया होता है।

सरकार का कौन सा अंग कानून बनता है?

इसे सुनेंरोकेंप्रायः इसके तीन अंग होते हैं – व्यवस्थापिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका। सरकार के माध्यम से राज्य में राजशासन नीति लागू होती है। सरकार के तंत्र का अभिप्राय उस राजनितिक व्यवस्था से होता है जिसके द्वारा राज्य की सरकार को जाना जाता है। राज्य निरन्तर बदलती हुयी सरकारों द्वारा प्रशासित होते हैं।

सरकार के प्रकार – हमारा देश भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां सरकारे जनता द्वारा चुनी जाती है भारत में तीन स्तर अथवा प्रकार की सरकारें है। जो देश के संचालन का कार्य करती है। भारत में सरकारों को इस प्रकार बांटा गया है कि कि पूरे देश से लेकर एक छोटे से गांव का संचालन किया जा सके।

सरकार के कितने प्रकार होते हैं?

पहली केन्द्र स्तर की सरकार – जिसे केन्द्र सरकार के रूप में जाना जाता है, दूसरी राज्य स्तर की सरकारें तथा तीसरी स्थानीय स्तर की सरकारें होती है। राज्य सरकारों का सम्बन्ध राज्यों की सरकारों से होता है जिसका पालन करता मुख्यमंत्री होता है, स्थानीय स्तर की सरकार सबसे निचले स्तर की सरकार होती है जैसे- नगर पालिका एवं ग्राम पंचायत

आज हम सरकार के प्रकार स्तर व कानून Types Of Government In Hindi के बारे में जानेगे. किसी भी आधुनिक राज्य में सरकार अर्थात गर्वनमेंट महत्वपूर्ण तंत्र हैं. लोगों के हितों की रक्षा और उनको बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना सरकार का पहला दायित्व माना जाता हैं. सरकारे व्यक्तिगत अथवा सामूहिक रूप से संचालित की जाती हैं. आज हम सरकार के विभिन्न प्रकार और रूपों के बारे में जानेगे.

सरकार के प्रकार व कानून Types Of Government In Hindi

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1 सरकार के प्रकार व कानून Types Of Government In Hindi

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भारत में कितने प्रकार की सरकार? - bhaarat mein kitane prakaar kee sarakaar?
भारत में कितने प्रकार की सरकार? - bhaarat mein kitane prakaar kee sarakaar?

सरकार से तात्पर्य किसी राज्य को एक मूर्त रूप देने वाली संस्था से है। कोई भी राज्य राज्य तब तक नही कहलात जब तक उसमें कोई सरकार ही स्थापित नहीं हो। केवल कुछ लोगों के समूह को राज्य नहीं कहते। लेकिन लोगों के समूह पर यदि कोई सरकार है तो वो राज्य कहलाता है।

किसी भी देश की शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने पड़ते है. इस प्रकार के निर्णय लेने का कार्य सरकार द्वारा किया जाता है. सरकार जनता के लिए कई प्रकार के कार्य करती है.

यदि सरकार तानाशाही है तो यह आवश्यक नही है, कि वह जनता के भले के लिए कार्य करे. सामान्यतया लोकतांत्रिक सरकार ही जनता के हित में निर्णय लेती है. सरकार जनता को विभिन्न प्रकार की जनसुविधाओं जैसे सड़क, स्कूल, अस्पताल बिजली की आपूर्ति आदि उपलब्ध करवाती है.

सरकार विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर भी कार्य करती है. जैसे कि गरीबों का उत्थान के लिए कार्यक्रम चलाना. वह डाक एवं रेल सेवाएं चलाने जैसे महत्वपूर्ण काम भी करती है.

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सरकार का काम देश की सीमाओं की सुरक्षा करना और दुसरों देशों से शांतिपूर्ण संबंध बनाए रखना भी है. सरकार देश केसभी नागरिकों को पर्याप्त भोजन और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करने की व्यवस्था करती है.

सरकार के स्तर (level of government in india)

देश में सरकार अलग अलग स्तरों पर काम करती है. स्थानीय स्तर पर, राज्य स्तर पर एवं राष्ट्रीय स्तर पर.

  1. स्थानीय स्तर की सरकार का मतलब अपने गाँव या शहर के लिए काम करने वाली सरकार से है. अपने गाँव में ग्राम पंचायत और शहर में नगर पालिका आदि नगरीय निकाय स्थानीय सरकार के रूप में कार्य करते है. ये अपने इलाकें में सड़क बनवाने, सफाई करवाने और रास्तों में रोशनी की व्यवस्था करवाने जैसे स्थानीय महत्व के कार्य करते है.
  2. राज्य स्तर की सरकार का मतलब है, वह सरकार जो पुरे एक राज्य के लिए कार्य करे.
  3. राष्ट्रीय स्तर की सरकार का संबंध पूरे देश से होता है, जैसे हमारी केंद्र सरकार.

सरकार एवं कानून (Government and law)

सरकार कानून बनाती है. जो देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होता है. सरकार कानून के माध्यम से काम करती है. उसके पास कानून बनाने और उसे लागू करने की शक्ति होती है. सरकार को यह शक्ति जनता वोट के माध्यम से प्रदान करती है. हम यह जानते है कि वाहन चालकों को सरकार द्वारा निर्धारित सड़क सुरक्षा के कानूनों को पालना करनी चाहिए.

अगर कोई कानून तोड़ता है तो उसको जुर्माना भरना पड़ता है अथवा जेल की सजा काटनी पडती है. यह सरकार की कानून लागू करने की शक्ति का उदहारण है.

अगर लोगों को लगे, कि किसी कानून का ठीक ढंग से पालन नही हो रहा है. तों वे न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर कानून की पालना करवा सकते है. अब हम जानेगे कि सरकार कितने प्रकार की होती है, और भारत में किस प्रकार की सरकार है.

सरकार के प्रकार (Types Of Government In Hindi)

सरकार को निर्णय लेने और कानून का पालन करवाने की शक्ति कौन देता है. इस बात पर निर्भर करता है कि उस देश में किस तरह की सरकार है. सरकार के भिन्न भिन्न प्रकार प्रचलित है जो निम्न है.

  • राजतंत्रीय सरकार (Monarchy government)– राजतंत्रीय सरकार में निर्णय लेने और सरकार चलाने की शक्ति अकेले एक ही व्यक्ति अर्थात राजा या रानी के पास होती है. राजा अपने कुछ सलाहकारों एवं मंत्रिपरिषद की मदद से सरकार चलाता है.अंतिम निर्णय लेने की शक्ति उसी के पास रहती है. वह जनता द्वारा निर्वाचित नही होता है. उसे अपने निर्णय के आधार बताने या निर्णयों की सफाई देने की जरुरत नही होती है. स्वतंत्रता के पहले देश में विभिन्न स्थानों पर इस प्रकार की राजाओं की सरकारे थी. ऐसी सरकार को बनाने में जनता की भागीदारी नही थी या नगण्य थी.
  • तानाशाही सरकार (Dictatorship) – यदि सरकार विभिन्न हितों के बिच टकरावों को बलपूर्वक दबाकर किसी एक हित को जबरदस्ती से लागू करती है, तो ऐसी सरकार तानाशाही होती है. तानाशाह शास्ज जनता के प्रति जिम्मेवार नही होता है. जनता के पास अपना विरोध या समर्थन प्रकट करने और कानून बनाने की प्रक्रिया में भागीदारी का कोई अधिकार नही होता है. एक समय यूरोप के जर्मनी व इटली देशों में तानाशाह सरकारे थी, जिन्होंने नागरिकों के मूल अधिकारों की अवहेलना की.
  • लोकतांत्रिक सरकार (Democratic government) – लोकतांत्रिक सरकार जनता के द्वारा चुनी हुई होती है. जनता वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुनती है, जो जनता की ओर से सरकार में भागीदारी निभाता है. अतः यह जनता का ही शासन होता है. सरकार जनता के प्रति जवाबदेह और जन भागीदारी पर आधारित होती है. इस व्यवस्था में सभी को अपने-अपने हितों को प्रकट करने और संगठन बनाने की स्वतंत्रता होती है. सरपंच, पार्षद और विधायक जन प्रतिनिधि होते है.

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उम्मीद करता हूँ दोस्तों सरकार के प्रकार व कानून Types Of Government In Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा, यदि आपको सरकार के रूपों के बारे में दी जानकारी पसंद आई हो तो अपने फ्रेड्स के साथ भी इस आर्टिकल को शेयर करें.

भारत सरकार के कितने प्रकार है?

सरकार के चार प्रकार होते हैं....
राजतंत्र.
अधिनायक तंत्र.
कुलीन तंत्र.
लोकतंत्र.

भारत में सरकार के तीन अंग कौन से हैं?

संघीय (केन्द्रीय) सरकार के तीन अंग हैं- विधायिका (संसद) कार्यपालिका ( राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्री परिषद) और न्यायपालिका (सर्वोच्च न्यायालय)।

भारत सरकार कौन चलाता है?

भारत का संविधान देश की न्याय प्रणाली का स्रोत है। भारत का राष्ट्रपति देश का प्रधान होता है, जबकि प्रधानंत्री सरकार प्रमुख होता है और मंत्रिपरिषद् की सहायता से शासन चलाता है जो मंत्रिमंडल मंत्रालय का गठन करते हैं।