भारत में निर्धनता रेखा का अनुपम कैसे लगा जाता है? - bhaarat mein nirdhanata rekha ka anupam kaise laga jaata hai?

Bharat Me Nirdhanta Rekha Ka Akalan Kaise Kiya Jata Hai

GkExams on 12-05-2019

भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण निम्न प्रकार से होता है :

(i) भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण करते समय जीवन निर्वाह के लिए खाद्य आवश्यकता, कपड़ों, जूतों, ईंधन और प्रकाश, शैक्षिक एवं चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं आदि पर विचार किया जाता है।

(ii) इन भौतिक मात्राओं को रुपयों में उनकी कीमतों से गुणा कर दिया जाता है। निर्धनता रेखा का आकलन करते समय खाद्य आवश्यकता के लिए वर्तमान सूत्र वांछित कैलोरी आवश्यकताओं पर आधारित है।

(iii) ग्रामीण क्षेत्रों में 328 रुपये प्रतिमाह तथा शहरी क्षेत्र में 454 रुपये प्रतिमाह

(iv) कैलोरी आवश्यकता - ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन तथा शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन |

सम्बन्धित प्रश्न



Comments Mansi Raj on 12-10-2022

Bharat me nirdhyanata rekha ka nirdharan kis prakar hota hai?

Shweta paswan on 23-06-2022

Bharat mai nirdhanta Rekha ka aaklan kis prakar kiya jata hai

Nareshkumar on 11-04-2022

YdixiggxkgxgxjgjzgjxhzufzuzfzfzyfyFufzffhzuzzufzfzztzutzuufzfuruzfuufzufutzuurzrzurzlhfzhkzufozoyzyozyyrzoyzupzuzufzuzuutzufxjuftzittizzitckycuoupcuchovocutxtztearyuzrttixkyxyydoyxyiyxyiixyixxiyiyxyixyixyixiyyixtxizyizyisiystDitxyixiitxizitxyixiiyxuixixitxiydxiyixyicyddyiyixiyyxyidyizpghztekajgealyeatyakrrayararualuaytlsylaylrahlfahHflaputauLuttafulalutautaluralutauktalutalutalutaltalutatulslutalutaltuslutsillalitaultslutalisitlsisiysiyiyssluttuslutusllusltusillutalititssitydidy

Saloni on 25-02-2022

Bharat mein nirdhanta Rekha ka ank laane kis kis sanstha dwara karaya jata hai

Ritika on 22-01-2022

Bharat ma nordanta rakha ka aklan kasa kya jata hi

Salil babu on 20-04-2021

Nirdhanta rekha ka aklan kitne varsh pr kiya jata hai

Ivaan on 21-11-2020

Bharat me nirdhanta rekha ka aklan karne vali sanstha

Randhirkumar on 17-09-2020

Jis priwar ke pas income ka swarot nahi hai, uske liye bihar sarkar padhane ke liye kya upaye ki

Xhiiiii on 08-09-2020

Dghio of x custody xgggggh

Chitra sen singh on 07-06-2020

Bharat me garibi ka ankalan kis adhar par karte hai

Salu on 13-05-2020

Bharat m gareevi ka Aakalan kis Aadhar pr kiya jata

Kiran on 07-05-2020

Bharat me gareebi ke Allan ka adhar Kya hai

पंकज on 07-05-2020

(1) पढ़ने और लिखने की अक्षमता है?
(2) भारत मै गरीबी का आकलन किस आधार पर
किया जाता है?

sonam sharma on 22-01-2020

bharat mai nirdhanta raksha ka allan kaise kiya jat hai

Error hai on 08-01-2020

Money ka data galat hai

Shubham on 27-11-2019

Ak lavdiya jhil ka name Bataiya

Narendra mishra on 22-11-2019

Bharat mein garibi ka aaklan kis aadhar per Kiya jata hai option se Hai1. Parivar upbhog vyay per 2. Prati vyakti aay per

Nirdhanta ka aaklan kon se sanstha karti hai on 19-11-2019

Nirdhanta ka aaklan kon se sanstha karti hai

Mansi Mansi on 22-11-2018

Nirdanta ko for karne Ke liye bharat sarkar dawara uthye gaye upay ya karyakarm



भारत में निर्धनता रेखा का आकलन कैसे किया जाता है ?


(i) निर्धनता के आकलन के लिए एक सर्वमान्य सामान्य विधि आय अथवा उपभोग स्तरों पर आधारित है। किसी व्यक्ति को निर्धन माना जाता है, यदि उसकी आय या उपभोग स्तर किसी को 'न्यूनतम स्तर' से नीचे गिर जाये जो मूल आवश्यकताओं के एक दिए हुए समूह को पूर्ण करने के लिए आवश्यक है।

(2) भारत में निर्धनता रेखा का निर्धारण करते समय जीवन निर्वाह के लिए खाद्य आवश्यकता, कपड़ों, जूतों, ईंधन और प्रकाश, शैक्षिक एवं चिकित्सा सम्बन्धी आवश्यकताओं आदि पर विचार किया जाता है।

(3) निर्धनता रेखा का आकलन करते समय खाद्य आवश्यकता के लिए वर्तमान सूत्र वांछित कैलोरी आवश्यकताओं पर भी आधारित है। भारत में सवीकृत कैलोरी आवश्यकता ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रति दिन एवं नगरीय क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रतिव्यक्ति प्रति दिन है।

उदाहरण स्वरुप वर्ष 2000 में किसी व्यक्ति के लिए निर्धनता रेखा का निर्धारण ग्रामीण क्षेत्रों में ₹ 454 प्रतिमाह किया गया था।

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क्या आप समझते हैं कि निर्धनता आकलन का वर्तमान तरीका सही है?


नहीं, गरीबी के आकलन की वर्तमान पद्धति उपयुक्त नहीं है।

यह केवल एक मात्रात्मक अवधारणा है । लोगों के लिए निर्धनता की आधिकारिक परिभाषा उनके केवल एक सीमित भाग पर लागू होती है। यह न्यूनतम जीवन निर्वाह के 'उचित' स्तर की अपेक्षा जीवन निर्वाह के 'न्यूनतम' स्तर के विषय में है।

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उन सामाजिक और आर्थिक समूहों की पहचान करें जो भारत में निर्धनता के समक्ष निरुपाय हैं।  


सामाजिक समूह: 
(i) अनुसूचित जाति के परिवार 
(ii) अनुसूचित जनजाति के परिवार

आर्थिक समूह: ग्रामीण कृषि श्रमिक परिवार तथा नगरीय अनियत मजदूर परिवार ।

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भारत में निर्धनता में अंतर-राज्य असमानताओं का एक विवरण प्रस्तुत करें। 


भारत में गरीबी के प्रमुख कारण नीचे दिए गए है: 

(i) एक ऐतिहासिक कारण ब्रिटिश औपनिवेशिक प्रशासन के दौरान आर्थिक विकास का निम्न स्तर हैं।

(ii) औपनिवेशिक सरकार की नीतियों ने पारम्परिक हस्तशिल्प्कारी को नष्ट कर दिया और वस्त्र जैसे उद्योगों के विकास को हतोत्साहित किया।

(iii) सिंचाई और हरित क्रांति के प्रसार से कृषि क्षेत्रक में रोज़गार के अनेक अवसर सृजित हुए। लेकिन इनका प्रभाव भारत के कुछ स्थानों तक ही सीमित रहा।

(iv) उच्च निर्धनता दर की एक और विशेषता आय असमानता रही है। इसका एक प्रमुख कारण भूमि और अन्य संसाधनों का असमान वितरण है

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भारत में 1973 से निर्धनता की प्रवृत्तियों की चर्चा करें ।   


निर्धनता अनुपात (प्रतिशत) निर्धनों की संख्या (करोड़)  
वर्ष  ग्रामीण  शहरी   योग  ग्रामीण  शहरी संयुक्त योग    
1973-74 56.4 49.0 54.9 26.1 6.0 32.1
1993-94 37.3 32.4 36.0 24.4 7.6 32.0
1999-2000 27.1 23.6 26.1 19.3 6.7 26.0

(i) भारत में निर्धनता अनुपात में वर्ष 1973 में लगभग 55 प्रतिशत से वर्ष 1993 में 36 प्रतिशत तक महत्वपूर्ण गिरावट आयी है।  

(ii) गरीबी रेखा से नीचे के लोगों का अनुपात 2000 में करीब 26 प्रतिशत नीचे आ गया।

(iii) यदि प्रवृत्ति जारी है, तो गरीबी रेखा के नीचे वाले लोग अगले कुछ वर्षों में 20 प्रतिशत से भी कम कर सकते हैं।

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भारत में निर्धनता रेखा का अनुमान कैसे लगाया जाता है?

उत्तर: भारत में निर्धनता रेखा का आकलन करने के लिए आय या उपभोग स्तरों पर आधारित एक सामान्य पद्धति का प्रयोग किया जाता है। भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण करते समय जीवन निर्वाह हेतु खाद्य आवश्यकता, कपड़ों, जूतों, ईंधन और प्रकाश, शैक्षिक एवं चिकित्सा सम्बन्धी आवश्यकताओं को प्रमुख माना जाता है।

निर्धनता रेखा का अनुपम कौन लगता है?

अगर किसी व्यक्ति की आय राष्ट्रीय औसत आय के 60 फीसदी से कम है, तो उस व्यक्ति को गरीबी रेखा के नीचे जीवन बिताने वाला माना जा सकता है। उदाहरण के लिए माध्य निकालने का तरीका। यानी 101 लोगों में 51वां व्यक्ति यानी एक अरब लोगों में 50 करोड़वें क्रम वाले व्यक्ति की आय को औसत आय माना जा सकता है।

निर्धनता अनुपात से आप क्या समझते हैं?

भारत में निर्धनता का एक और पहलू या आयाम है। प्रत्येक राज्य में निर्धन लोगों का अनुपात एक समान नहीं है । यद्यपि 1970 के दशक के प्रारंभ से राज्य स्तरीय निर्धनता में सुदीर्घकालिक कमी हुई है, निर्धनता कम करने में सफलता की दर विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है। वर्ष 2011-12 भारत में निर्धनता अनुपात 22 प्रतिशत है।

भारत में गरीबी का आकलन कैसे किया जाता है?

गरीबी रेखा के आकलन का आधार गरीबी के आकलन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया। यह समिति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में एक वयस्क के लिए क्रमशः 2400 और 2100 कैलोरी की न्यूनतम दैनिक आवश्यकता के आधार पर गरीबी रेखा निर्धारित करती है।