भारत में स्वतंत्रता आंदोलन की क्या विशेषता है? - bhaarat mein svatantrata aandolan kee kya visheshata hai?

भारतीय राष्‍ट्रीय आंदोलन राजनीतिक संगठनों, विचारकों, क्रांतिकारों को मिलाकर किए गए कुछ ऐसे आंदोलन थे जिनका एक ही लक्ष्य था भारत से ईस्ट इंडिया कंपनी को जड़ से उखाड़ फेंकना. स्वतंत्रता प्राप्ति में इन क्षेत्रीय अभियानों, आंदोलनों, प्रयत्नों और कुछ क्रांतिकारी आंदोलनों का खासा महत्व है. यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे भारतीय राष्‍ट्रीय आंदोलन और घटनाओं के बारे में जिनकी वजह से भारत को स्वतंत्रता मिली.

                                                              भारतीय राष्‍ट्रीय आंदोलन से संबंधित महत्‍वपूर्ण आंदोलन एवं घटनाएं

आंदोलन एवं घटनाएं

वर्ष

संबंधित विषय एवं व्‍यक्ति

भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस की स्‍थापना

1885

ए ओ ह्यूम (बम्‍बई)

बंग-भंग आंदोलन (स्‍वदेशी आंदोलन)

1905

बंगाल के विभाजन के विरुद्ध

मुस्लिम लीग की स्‍थापना

1906

आगा खां एवं सलीम उल्‍ला खां (ढाका)

कांग्रेस का विभाजन

1907

नरम एवं गरम दल में विभाजित (सूरत फूट)

होमरूल आंदोलन

1916

तिलक एवं ऐनी बेसेंट

लखनऊ पैक्‍ट

दिसंबर 1916

कांग्रेस तथा मुस्लिम लीग के बीच समझौता

मांटेग्‍यू घोषणा

20 अगस्‍त 1917

भारत मंत्री लॉर्ड मोंटेग्‍यू की घोषणा

रोलैक्‍ट एक्‍ट

19 मार्च 1919

काला कानून, जिसके अंतर्गत किसी भी व्‍यक्ति को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया जा सकता था

जालियांवाला बाग हत्‍याकांड

13 अप्रैल 1919

जेनरल डायर (अमृतसर)

खिलाफत आंदोलन

1920

शौकत अली, मोहम्‍मद अली

हंटर कमेटी की रिपोर्ट प्रकाशित

28 मई 1920

जालियांवाला बाग से संबंधित

कांग्रेस का नागपुर का अधिवेशन

दिसंबर, 1920

असहयोग आंदोलन का प्रस्‍ताव पारित

असहयोग आंदोलन का आरंभ

1 अगस्‍त 1920

महात्‍मा गांधी

चौरी-चौरा कांड

5 फरवरी 1922

गोरखपुर जिले (उत्तर प्रदेश) की इस घटना के बाद असहयोग आंदोलन स्‍थगित

स्‍वराज पार्टी की स्‍थापना

1 जनवरी 1923

मोती लाल नेहरू एवं चितरंजन दास

हिन्‍दुस्‍तान रिपल्बिकन एसोसिएशन

अक्‍टूबर 1924

शचींद्र संन्‍याल

साइमन कमीशन की नियुक्ति

8 नवंबर 1927

जॉन साइमन की अध्‍यक्षता में सात सदस्‍यीय आयोग का गठन

साइमन कमीशन का भारत आगमन

3 फरवरी 1928

भारत में लाला लाजपत राय के नेतृत्‍व में विरोध और उन पर लाठी प्रहार

नेहरू रिपोर्ट

अगस्‍त, 1928

पंडित मोतीलाल नेहरू अध्‍यक्ष

बारदौली सत्‍याग्रह

अक्‍टूबर, 1928

गुजरात के किसानों का लगान-वृद्धि के विरोध में सरदार वल्‍लभ भाई के नेतृत्‍व में आंदोलन

लाहौर षड्यंत्र केस

8 अप्रैल 1929

भगत सिंह और बटुकेश्‍वर दत्त द्वारा ब्रिटिश असेम्‍बली में बम फेंकना

कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन

दिसंबर, 1929

पूर्ण स्‍वाधीनता का प्रस्‍ताव

नमक सत्‍याग्रह

12 मार्च, 1930 से 5 अप्रैल, 1930

महात्‍मा गांधी के द्वारा साबरमती आश्रम से डांडी जाकर नमक बनाकर नमक कानून का उल्‍लंघन करना

सविनय अवज्ञा आंदोलन

6 अप्रैल, 1930

सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत

प्रथम गोलमेज सम्‍मेलन

12 नवंबर 1930

प्रधानमंत्री मैकडोनाल्‍ड की अध्‍यक्षता में लंदन में आयोजित

गांधी-इरविन समझौता

8 मार्च, 1931

महात्‍मा गांधी और वायसराय इरविन के मध्‍य संपन्‍न और सविनय अवज्ञा आंदोलन स्‍थगित करने की घोषणा

द्वितीय गोलमेज सम्‍मेलन

7 सितंबर, 1931

गांधीजी ने सम्‍मेलन में भाग लिया

कम्‍यूनल अवॉर्ड (सांप्रदायिक पंचाट)

16 अगस्‍त, 1932

मैकडोनाल्‍ड द्वारा पृथक प्रतिनिधित्‍व प्रदान करना

पूना पैक्‍ट

सितंबर, 1932

गांधी जी और डॉक्‍टर अंबेडकर के बीच एक समझौता, जिसके तहत सांप्रदायिक पंचाट में दलितों के लिए प्रांतीय व्‍यवस्‍थापिका सभाओं में प्रारंभ में राज्‍यों में 71  स्‍थान सुरक्षित किए गए थे, जो अब बढ़ाकर 148 कर दिए गए.

तृतीय गोलमेज सम्‍मेलन

17 नवंबर 1932

इसमें कांग्रेस ने भाग नहीं लिया

कांग्रेस सोशलिस्‍ट पार्टी का गठन

मई, 1934

जयप्रकाश नारायण, मीनू मसानी और एमएम जोशी

फॉरवर्ड ब्‍लॉक का गठन

1 मई 1939

सुभाष चंद्र बोस

मुक्ति दिवस

22 दिसंबर, 1999

मुस्लिम लीग के द्वारा कांग्रेस मंत्रिमंडलों के त्‍याग पत्र पर मनाया गया

पाकिस्‍तान की मांग

24 मार्च, 1940

मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन में

अगस्‍त प्रस्‍ताव

8 अगस्‍त 1940

वायसराय लिनलिथगो

क्रिप्‍स मिशन का प्रस्‍ताव

मार्च, 1942

स्‍टीफर्ड क्रिप्‍स

भारत छोड़ो प्रस्‍ताव

8 अगस्‍त 1942

महात्‍मा गांधी

शिमला सम्‍मेलन

25 जून 1945

सभी राजनैतिक दलों का सम्‍मेलन

नौसेना का विद्रोह

19 फरवरी 1946

मुंबई

प्रधानमंत्री एटली की घोषणा

15 मार्च 1946

भारत को स्‍वतंत्र करने का आश्‍वासन

कैबिनेट मिशन का आगमन

24 मार्च 1946

ब्रिटिश मंत्रिमंडल के तीन सदस्‍यों- पैथिक लॉरेंस, सर स्‍टीफोर्ड क्रिप्‍स और एबी एलेक्‍जैंडर का भारत आगमन कैबिनेट मिशन, कैबिनेट मिशन योजना का प्रकाशन 16 मई, 1946 को हुआ

भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की मुख्य विशेषताएं क्या थी?

Independence Day 2021: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन भारत के लोगों के हित से संबंधित जन आंदोलन था जो पूरे देश में फैल गया था। देश भर में कई बड़े और छोटे विद्रोह हुए थे और कई क्रांतिकारियों ने ब्रिटिशों को बल से या अहिंसक उपायों से देश से बाहर करने के लिए मिल कर लड़ाई लड़ी और देश भर में राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से आप क्या समझते हैं?

भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन राष्ट्रीय एवम् क्षेत्रीय आह्वानों, उत्तेजनाओं एवम् प्रयत्नों से प्रेरित, भारतीय राजनैतिक संगठनों द्वारा संचालित अहिंसावादी आन्दोलन था, जिनका एक समान उद्देश्य,अंग्रेजी शासन से भारतीय उपमहाद्वीप को मुक्त करना था। इस आन्दोलन का आरम्भ १८५७ के सिपाही विद्रोह से माना जा सकता है।

स्वतंत्रता आंदोलन कौन कौन से हैं?

भूमिका ... .
प्लासी का युद्ध (सन् 1757) ... .
चुआड़ विद्रोह (सन् 1766) ... .
संन्यासी एवं फकीर विद्रोह (सन् 1763 से 1773 तक) ... .
बंगाल का द्वितीय सैनिक विद्रोह (सन् 1795) ... .
चुआड़ विद्रोह (सन् 1798 से 1820 तक) ... .
वेल्लौर का सैनिक विद्रोह (सन् 1803) ... .
वेलू थाम्पी का संघर्ष (1808-9).

भारत के प्रमुख आंदोलन कौन कौन से हैं?

1857 से 1947 तक के भारतीय राष्ट्रीय आंदोलनों की सूची.
1857 का विद्रोह.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना- 1885..
स्वदेशी आन्दोलन (बंग-भंग आन्दोलन)- 1905..
मुस्लिम लीग की स्थापना- 1906..
ग़दर आंदोलन-1913..
होम रूल आंदोलन- अप्रैल 1916..
चंपारण सत्याग्रह – 1917..
खेड़ा सत्याग्रह – 1917..