भारतीय लोक संगीत से क्या आशय है? - bhaarateey lok sangeet se kya aashay hai?

  • NCERT Solutions
  • Class 6
  • Hindi
  • लोकगीत

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 14 लोकगीत are provided here with simple step-by-step explanations. These solutions for लोकगीत are extremely popular among Class 6 students for Hindi लोकगीत Solutions come handy for quickly completing your homework and preparing for exams. All questions and answers from the NCERT Book of Class 6 Hindi Chapter 14 are provided here for you for free. You will also love the ad-free experience on Meritnation’s NCERT Solutions. All NCERT Solutions for class Class 6 Hindi are prepared by experts and are 100% accurate.

Page No 125:

Question 1:

निबंध में लोकगीतों के किन पक्षों की चर्चा की गई है? बिंदुओं के रूप में उन्हें लिखो।

Answer:

(1) लोकगीतों का हमारे देश में महत्व

(2) लोकगीतों में स्त्रियों का योगदान

(3) लोकगीतों में विभिन्नता (प्रकार)

(4) लोकगीत और शास्त्रीय संगीत

(5) लोकगीतों का विभिन्न अवसरों में प्रयोग

(6) लोकगीतों का इतिहास

(7) लोकगीत और संगीत यंत्र

(8) लोकगीत और उनकी भाषा

(9) नृत्य और लोकगीत

Page No 125:

Question 2:

हमारे यहाँ स्त्रियों के खास गीत कौन-कौन से हैं?

Answer:

हमारे यहाँ स्त्रियों के निम्नलिखित खास गीत इस प्रकार हैं-

(1) विवाह के अवसरों पर गाए जाने वाले गीत

(2) जन्म पर गाए जाने वाले गीत

(3) समूहों में रसिकप्रियों और प्रियाओं को छेड़ने वाले गीत

(4) सावन पर गाए जाने वाले गीत

(5) नदियों पर, खेतों पर गाए जाने वाले गीत

(6) संबधियों से प्रेमयुक्त छेड़छाड़ वाले गीत

(7) त्योहारों पर गाए जाने वाले गीत

Page No 125:

Question 3:

निबंध के आधार पर और अपने अनुभव के आधार पर (यदि तुम्हें लोकगीत सुनने के मौके मिले हैं तो) तुम लोकगीतों की कौन-सी विशेषताएँ बता सकते हो?

Answer:

लोकगीतों की निम्नलिखित विशेषताएँ इस प्रकार हैं:-

(i) इनको गाते वक्त़ एक उत्साह उत्पन्न होता है।

(ii) लोकगीतों में गाँवों के जन-जीवन की झलक प्राप्त होती है।

(iii) लोकगीतों को समूह में मिलकर गाया जाता है।

(iv) लोकगीतों को साधारण ढोलक, मंजीरा, मुरली, झाँझ, करतल के साथ गाया जा सकता है।

(v) इनको गाने के लिए संगीत के ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती।

(vi) लोकगीतों से विशेष आनन्द प्राप्त होता है।

(vii) लोकगीत ऊँची आवाज़ में और मस्त होकर गाए जाते हैं।

Page No 125:

Question 4:

'पर सारे देश के......अपने-अपने विद्यापति हैं' इस वाक्य का क्या अर्थ है? पाठ पढ़कर मालूम करो और लिखो।

Answer:

इस वाक्य का अर्थ कुछ इस प्रकार है कि पूरब की बोलियों में हमेशा मैथिल-कोकिल विद्यापति के गीत गाए जाते हैं। जिन्होनें इन गीतों की रचना की थी और वो अपने गीतों के कारण पूरब में खासे जाने गए हैं। परन्तु इसके विपरीत सारे देश के अलग-अलग राज्यों में व उनके गाँवों में वहाँ के लोग समय को व अवसर को देखकर स्वयं ही गीतों की रचना करने वाले रचनाकार (विद्यापति) आज भी मौजूद हैं।

Page No 126:

Question 1:

'लोक' शब्द में कुछ जोड़कर जितने शब्द तुम्हें सूझें, उनकी सूची बनाओ। इन शब्दों को ध्यान से देखो और समझो कि उनमें अर्थ की दृष्टि से क्या समानता है। इन शब्दों से वाक्य भी बनाओ। जैसे-लोककला।

Answer:

लोकतंत्र:- भारत; विश्व में लोकतंत्र का सबसे बड़ा उदाहरण है।

लोकमंच:- लोकमंच में जनता की परेशानियों को उठाया जाता है।

लोकमत:- सरकार को चाहिए कि लोकमत के अनुसार कार्य करे।

लोकवाद्य:- लोगों द्वारा बजाने वाला यंत्र।

Page No 127:

Question 2:

'बारहमासा' गीत में साल के बारह महीनों का वर्णन होता है। नीचे विभिन्न अंकों से जुड़े कुछ शब्द दिए गए हैं। इन्हें पढ़ो और अनुमान लगाओ कि इनका क्या अर्थ है और वह अर्थ क्यों है। इस सूची में तुम अपने मन से सोचकर भी कुछ शब्द जोड़ सकते हो-

इकतारा

सरपंच

चारपाई

सप्तर्षि

अठन्नी

तिराहा

दोपहर

छमाही

नवरात्र

Answer:

इकतारा -

एक तार से बजने वाला यंत्र

सरपंच -

पाँचों पंचो में प्रमुख

चारपाई-

चार पैरों वाली

सप्तर्षि -

सात ऋषियों का समूह

अठन्नी-

पचास पैसे का सिक्का

तिराहा-

जहाँ तीन रास्ते आपस में मिलते हैं

दोपहर-

जब दिन के दो पहर मिलते हो

छमाही-

छह महीने में होने वाला

नवरात्र-

नौ रातों का समूह

Page No 127:

Question 3:

को, में, से आदि वाक्य में संज्ञा का दूसरे शब्दों के साथ संबंध दर्शाते हैं। पिछले पाठ(झाँसी की रानी) में तुमने का के बारे में जाना। नीचे'मंजरी जोशी' की पुस्तक'भारतीय संगीत की परंपरा' से भारत के एक लोकवाद्य का वर्णन दिया गया है। इसे पढ़ो और रिक्त स्थानों में उचित शब्द लिखो-

तुरही भारत के कई प्रांतों में प्रचलित है। यह दिखने........ .अंग्रेजी के एस या सी अक्षर......... तरह होती है। भारत ........ विभिन्न प्रांतों में पीतल या काँसे. ........ बना यह वाद्य अलग-अलग नामों......... जाना जाता है। धातु की नली......... घुमाकर एस......... आकार इस तरह दिया जाता है कि उसका एक सिरा संकरा रहे और दूसरा सिरा घंटीनुमा चौड़ा रहे। फूँक मारने......... एक छोटी नली अलग......... जोड़ी जाती है। राजस्थान......... इसे बर्गू कहते हैं। उत्तर प्रदेश......... यह तूरी मध्य प्रदेश और गुजरात......... रणसिंघा और हिमाचल प्रदेश......... नरसिंघा......... नाम से जानी जाती है। राजस्थान और गुजरात में इसे काकड़सिंघी भी कहते हैं।

Answer:

तुरही भारत के कई प्रांतों में प्रचलित है। यह दिखने में अंग्रेजी के एस या सी अक्षर की तरह होती है। भारत के विभिन्न प्रांतों में पीतल या काँसे से बना यह वाद्य अलग-अलग नामों से जाना जाता है। धातु की नली को घुमाकर एस का आकार इस तरह दिया जाता है कि उसका एक सिरा संकरा रहे और दूसरा सिरा घंटीनुमा चौड़ा रहे। फूँक मारने पर एक छोटी नली अलग से जोड़ी जाती है। राजस्थान में इसे बर्गू कहते हैं। उत्तर प्रदेश में यह तूरी मध्य प्रदेश और गुजरात में रणसिंघा और हिमाचल प्रदेश में नरसिंघा के नाम से जानी जाती है। राजस्थान और गुजरात में इसे काकड़सिंघी भी कहते हैं।

View NCERT Solutions for all chapters of Class 6

लोक गीत का अर्थ क्या है?

लोकगीत लोक के गीत हैं। जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा लोक समाज अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा सकता है। लोकगीतों का रचनाकार अपने व्यक्तित्व को लोक समर्पित कर देता है।

संगीत से आप क्या समझते हैं?

सुव्यवस्थित ध्वनि, जो रस की सृष्टि करे, संगीत कहलाती है। गायन, वादन व नृत्य तीनों के समावेश को संगीत कहते हैंसंगीत नाम इन तीनों के एक साथ व्यवहार से पड़ा है। गाना, बजाना और नाचना प्रायः इतने पुराने है जितना पुराना आदमी है।

लोकगीतों की कौन सी विशेषताएँ होती है?

Solution : लोकगीतों की प्रमुख विशेषताएँ ये हैं- (1) लोकगीत गाँवों-कस्बों आदि के संगीत हैं। (2) ये त्योहारों और विशेष अवसरों पर गाये जाते हैं। (3) लोकगीतों के लिए साधना की जरूरत नहीं होती है। (4) इनके रचने वाले अधिकतर गाँव के ही लोग होते हैं।

भारत का लोकगीत क्या है?

लोकगीत हमारी संस्कृति के संवाहक होते हैं । इन गीतों के माध्यम से वीरता , उमंग , हर्ष , मधुर , शान्त , भक्ति , प्रेम , विरह , शृंगार रस जैसे सभी रसों की रसानुभूति होती है । विभिन्न प्रदेशों के लोकगीत हैं ; जैसे – उत्तर प्रदेश के बारहमासा और कजरी , राजस्थान का काजलिया और गोरबन्द आदि ।