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भाषा विज्ञान पर आधारित पुस्तकेंBy विश्वहिंदीजन - October 4, 2022 51 0 Telegram
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भाषा विज्ञान का जनक कौन है?26 नव॰ 1857 - 22 फ़र॰ 1913
फर्डिनांद द सस्यूर को आधुनिक भाषाविज्ञान के जनक के रूप में जाना जाता है।
भाषा विज्ञान क्या है समझाइये?भाषा-विज्ञान की परिभाषा
जिस विज्ञान के अन्तर्गत वर्णनात्मक, ऐतिहासिक और तुलनात्मक अध्ययन के सहारे भाषा की उत्पत्ति, गठन, प्रकृति एवं विकास आदि की सम्यक् व्याख्या करते हुए, इन सभी के विषय में सिद्धान्तों का निर्धारण हो, उसे भाषा विज्ञान कहते हैं।
भाषा विज्ञान से क्या तात्पर्य है भाषा विज्ञान के कौन कौन से अंग है स्पष्ट कीजिए?भाषा कहने से साधारणतः चार तत्वों का बोध होते है— ध्वनि, शब्द (पद), वाक्य और अर्थ। पहले ध्वनि का उच्चारण होता है; फिर अनेक ध्वनियों से एक पद का निर्माण होता है; अनेक पदों से वाक्य संघटित होता है और उससे अर्थ की प्रतिति होती है। ध्वनि से अर्थ तक का क्रम अनवरत चलता रहता है।
भाषा विज्ञान के कितने मुख्य भाग है?इस समस्त कार्य में ध्वनिविज्ञान, रूपग्रामविज्ञान, अर्थविज्ञान एवं ऐतिहासिक-विज्ञान उसकी प्रत्येक पग पर सहायता करते हैं। वस्तुतः भाषा विज्ञान एवं कोश (निघण्टु एवं निरूक्त) एक दूसरे के पूरक हैं। संस्कृत में व्याकरण, निघण्टु एवं निरूक्त का कार्यक्षेत्र अलग रहा है।
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