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SolutionsML Aggarwal Solutions प्रश्न क-i: कुछ
कह लिया, कुछ सुन लिया उत्तर: प्रश्न क-ii: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया कवि दर-दर क्यों खड़ा नहीं होना चाहता? उत्तर : प्रश्न क-iii: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया कवि का रास्ता आसानी से कैसे कट गया? उत्तर: प्रश्न क-iv: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया उत्तर: प्रश्न ख-i: इस विशद विश्व-प्रहार में मनुष्य जीवन में किससे घिरा रहता है? उत्तर: प्रश्न ख-ii: इस विशद विश्व-प्रहार में उत्तर: प्रश्न ख-iii: उत्तर: प्रश्न ख-iv: उत्तर: प्रश्न ग-i: उत्तर: प्रश्न ग-ii: साथ में चलते रहे उत्तर: प्रश्न ग-iii: उत्तर: प्रश्न ग-iv: उत्तर: कवि ने कविता में चलना हमारा काम है 'चलना हमारा काम है। 'फिर व्यर्थ क्यों कहता फिरूँ, मुझ पर विधाता वाम है' – का आशय स्पष्ट कीजिए। उत्तर: कवि के अनुसार इस संसार में हर व्यक्ति को सुख और दुख सहना पड़ता है और ईश्वर के आदेश के अनुसार चलना पड़ता है।
चलना हमारा काम है कविता के कवि कौन है?चलना हमारा काम है / शिवमंगल सिंह 'सुमन' - कविता कोश
चलना हमारा काम है कविता में मनुष्य निराशा की भावना से ग्रसित कब हो जाता है?किसी एक मंजिल की राह चुनकर हमें आगे बढ़ते रहना चाहिए। जब तक वह मंजिल नहीं मिलती तब तक हमें रुकना नहीं है। एवं निरंतर आगे चलते रहना ही हमारा काम है। यह जीवन आशा निराशा से घिरा है कभी रोना है तो कभी हंसना है।
क गति प्रबल पैरों में भरी से कवि का क्या तात्पर्य है?ICSE Class 10 Chalna Humara Kaam (Sahitya Sagar): Videos, MCQ's & Sample Papers | TopperLearning.
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