छाती में दर्द हो जाए तो क्या करना चाहिए? - chhaatee mein dard ho jae to kya karana chaahie?

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‘सीने में दर्द हो तो तुरंत डिस्प्रिन लें’

नगर निगम में हुआ मेडिकल सेशन। हृदय रोग से सावधानी के टिप्स बताए।अब हर सोमवार को होगा शिविर।

भास्कर न्यूज-!-कोटा

हृदय रोग से बचने का सर्वश्रेष्ठ तरीका रोग के प्रति सावधानी बरतते हुए बचाव के उपाय करना है। यह बात वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत गोयल ने सोमवार को नगर निगम में आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में कही। डॉ. गोयल ने बताया कि हृदय रोग के अधिकांश मामलों में मरीज को उपचार का मौका ही नहीं मिलता। ऐसे में यदि रोग से बचाव के उपचार किए जाएं तो वह उपचार से कहीं अधिक अच्छे हैं।

जब हम उपचार करवाते है तो किसी एक धमनी का ही उपचार होता है, लेकिन जब हम बचाव के उपाय करते हैं तो हम न सिर्फ हृदय रोग बल्कि पक्षाघात, गुर्दा रोग, मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों से भी खुद को बचाते हैं। अधिकांश मामलों में रोगी और परिजन हार्ट अटैक के लक्षणों को समझ नहीं पाते। सीने में दर्द को वे गैस की समस्या मानते रहते हैं। लेकिन यदि किसी व्यक्ति को छाती पर काफी दबाव महसूस हो, दोनों कंधे, दोनों हाथों और जबड़ों में खिंचाव महसूस हो तो लापरवाही नहीं बरतते हुए प्राथमिक उपचार के तौर पर रोगी को डिस्प्रिन की गोली दें। सह गोली भी उतनी ही असरकारक होती है जितना कि अस्पताल में पहुंचते ही तत्काल लगाया जाने वाला इंजेक्शन। इसके बाद रोगी को तुरंत नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाएं। कचौरी स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद खतरनाक भी है। कचौरी को चूंकि बार-बार अधिक तापमान पर गर्म किए जा रहे तेल में बनाया जाता है। इससे तेल में फ्री फैटी एसिड का निर्माण होता है जो हृदय के लिए काफी घातक है। इससे पूर्व महापौर की पहल का स्वागत करते हुए डा. गोयल ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि शामिल होते हैं तो बचाव का यह संदेश काफी आगे तक जा सकता है।

नगर निगम में मेडिकल सेशन का आयोजन

कोटा-!-हृदय रोग से बचने का सर्वश्रेष्ठ तरीका रोग के प्रति सावधानी बरतते हुए बचाव के उपाय करना है। यह बात वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. साकेत गोयल ने सोमवार को नगर निगम में आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में कही। डॉ. गोयल ने बताया कि हृदय रोग के अधिकांश मामलों में मरीज को उपचार का मौका ही नहीं मिलता। ऐसे में यदि रोग से बचाव के उपचार किए जाएं तो वह उपचार से कहीं अधिक अच्छे हैं।

जब हम उपचार करवाते है तो किसी एक धमनी का ही उपचार होता है, लेकिन जब हम बचाव के उपाय करते हैं तो हम न सिर्फ हृदय रोग बल्कि पक्षाघात, गुर्दा रोग, मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों से भी खुद को बचाते हैं। अधिकांश मामलों में रोगी और परिजन हार्ट अटैक के लक्षणों को समझ नहीं पाते। सीने में दर्द को वे गैस की समस्या मानते रहते हैं। लेकिन यदि किसी व्यक्ति को छाती पर काफी दबाव महसूस हो, दोनों कंधे, दोनों हाथों और जबड़ों में खिंचाव महसूस हो तो लापरवाही नहीं बरतते हुए प्राथमिक उपचार के तौर पर रोगी को डिस्प्रिन की गोली दें। सह गोली भी उतनी ही असरकारक होती है जितना कि अस्पताल में पहुंचते ही तत्काल लगाया जाने वाला इंजेक्शन। कचौरी स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद खतरनाक भी है। कचौरी को चूंकि बार-बार अधिक तापमान पर गर्म किए जा रहे तेल में बनाया जाता है। इससे तेल में फ्री फैटी एसिड का निर्माण होता है जो हृदय के लिए काफी घातक है। इससे पूर्व महापौर की पहल का स्वागत करते हुए डॉ. गोयल ने कहा कि जागरूकता कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि शामिल होते हैं तो बचाव का यह संदेश काफी आगे तक जा सकता है।

हिंदी न्यूज़जानें क्यों होता है सीने में दर्द, ये हैं इसके लक्षण और घरेलू इलाज

जानें क्यों होता है सीने में दर्द, ये हैं इसके लक्षण और घरेलू इलाज

सीने में दर्द चिंता का कारण होता है। सर्दी के दिनों में यह परेशानी बढ़ जाती है। सीने या छाती में दर्द के अलग-अलग कारण हो सकते हैं और ज्यादातर मामलों में मरीज को ये कारण साफ पता नहीं होते हैं। एम्स के...

छाती में दर्द हो जाए तो क्या करना चाहिए? - chhaatee mein dard ho jae to kya karana chaahie?

Manju

छाती में दर्द हो जाए तो क्या करना चाहिए? - chhaatee mein dard ho jae to kya karana chaahie?
Mon, 03 Feb 2020 11:36 AM

सीने में दर्द चिंता का कारण होता है। सर्दी के दिनों में यह परेशानी बढ़ जाती है। सीने या छाती में दर्द के अलग-अलग कारण हो सकते हैं और ज्यादातर मामलों में मरीज को ये कारण साफ पता नहीं होते हैं। एम्स के डॉ. केएम नाधीर के अनुसार, सीने का दर्द कई किस्म का हो सकता है। यह छाती में तेज चुभन से लेकर मंद दर्द तक हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द गर्दन और जबड़ों तक पहुंच जाता है। यह हार्ट संबंधी किसी बीमारी का दर्द भी हो सकता है। इसलिए हल्के में नहीं लेना चाहिए।

  इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज-
-छाती में चुभन या खिंचाव का अनुभव
-छाती में भारीपन महसूस होना
-घबराहट
-गर्मी में ठंडा पसीना या ठंड में पसीना आना
-कमजोरी महसूस होना
-चक्कर आना
-छाती से शुरू हुआ दर्द कंधे और हाथ तक फैलने लगे
-निगलने में परेशानी
-मुंह का स्वाद बिगड़ना
-बेचैनी महसूस होना

  जानिए क्यों होता है सीने में दर्द-
सीने में दर्द के दो प्रमुख कारण हो सकते हैं। अधिकांश मामलों में गैस या एसिडिटी के कारण दर्द होता है। हार्ट की मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बाधित होना, सीने में दर्द का प्रमुख कारण होता है। इस स्थिति को एंजाइना कहा जाता है। एंजाइना का दर्द कुछ पल के लिए होता है और अपने आप सही हो जाता है, लेकिन यदि हार्ट से जुड़ी किसी परेशानी के कारण दर्द हो रहा है तो यह गंभीर हो सकता है। यह हार्ट अटैक भी हो सकता है और तत्काल इलाज की दरकार होती है। इसके अलावा छाती की मांसपेशियों में खिंचाव और फेफड़ों से जुड़े किसी रोग के कारण यह दर्द हो सकता है।

  छाती में दर्द के ये हैं घरेलू उपाय-
छाती में दर्द से बचने के लिए कुछ सावधानियां बताई जाती हैं। जैसे- भारी भोजन न करें। पाचन जितना आसान होगा, शरीर का हर अंग उतना हल्का रहेगा। धूम्रपान या शराब का सेवन बंद कर दें। छाती में दर्द का अहसास हो तो चहलकदमी शुरू कर दें। यदि गैस होगी तो इससे निकल जाएगी और राहत महसूस होगी। एक गिलास पानी में नींबू और काला नमक मिलाकर सेवन करना फायदेमंद होता है। ठंड के दिनों में छाती का ख्याल रखें। ऐसी चीजें न खाएं, जिनसे फेफड़ों में कफ बने। रात में छाती की गर्म सिकाई करें। नमक की पोटली बनाकर सेक करना फायदेमंद है। यदि छाती में दर्द हो रहा है कि एक गिलास पानी में एक चम्मच सिरका मिलाकर सेवन करें।

  लहसुन का उपयोग भी बहुत आसान और फायदेमंद है। लहसुन का रस गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करें या भूनी हुई लसहुन की दो कलियां चबा लें। यदि अपच के कारण छाती में दर्द महसूस हो सकता है तो गर्म पानी का सेवन करें। अदरक वाली चाय या ग्रीन टी भी पी सकते हैं। ऐसी चीजों से दूर रहें, जिनके कारण शुगर, हाई ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। नियमित व्यायाम करें। ताजी हवा में गहरी सांस लें। हल्दी और तुलसी का नियमित सेवन छाती के दर्द से छुटकारा दिलाता है।

  अधिक जानकारी के लिए देखें: https://www.myupchar.com/disease/chest-pain

छाती में दर्द हो जाए तो क्या करना चाहिए? - chhaatee mein dard ho jae to kya karana chaahie?

छाती का दर्द कैसे ठीक होगा?

सीने में दर्द को दूर करने के उपाय (Home Remedies for Chest Pain).
यदि आपको सीने में जलन, दर्द, भारीपन महसूस हो, तो आप लहसुन का सेवन करें। ... .
तुलसी के पत्तों को चबाने से भी छाती में होने वाले हल्के दर्द, भारीपन, दबाव को ठीक किया जा सकता है। ... .
कई बार शरीर में विटामिन डी की कमी के कारण भी सीने में दर्द होने लगता है।.

छाती में दर्द होना कौन सी बीमारी है?

चिंता और पैनिक अटैक - जो 20 मिनट तक रह सकता है और हार्ट पेलपिटेशन, पसीना होना, सांस फूलना और सिर चकराने जैसे लक्षणों का कारण बन सकता है। । जो सीने में तेज दर्द का कारण बनता है जो आपके सांस लेने या छोड़ने पर और खराब हो सकता है और अन्य लक्षणों जैसे कि खांसी और सांस फूलने से सम्बंधित होता है।

हमारे छाती में दर्द क्यों होता है?

मांसपेशियों में सूजन की समस्या पसलियों के आसपास की मांसपेशियों और टेंडेंट्स में सूजन के परिणामस्वरूप भी सीने में लगातार दर्द हो सकता है। यह दर्द आपकी गतिविधि के साथ बढ़ता जाता है। सूजन की समस्या के कई अंतर्निहित कारण हो सकते हैं, जिसका समय पर निदान और इलाज किया जाना आवश्यक होता है।

सीने में दर्द होने पर कौन सी दवा खाएं?

सीने में दर्द को वे गैस की समस्या मानते रहते हैं। लेकिन यदि किसी व्यक्ति को छाती पर काफी दबाव महसूस हो, दोनों कंधे, दोनों हाथों और जबड़ों में खिंचाव महसूस हो तो लापरवाही नहीं बरतते हुए प्राथमिक उपचार के तौर पर रोगी को डिस्प्रिन की गोली दें।