डब्ल्यूबीसी बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए? - dablyoobeesee badhane par kya nahin khaana chaahie?

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डब्ल्यूबीसी की मात्रा बढ़ने पर कैंसर की संभावना

खून में डब्ल्यूबीसी की मात्रा सामान्य से अधिक होने पर कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ये बातें डॉ. प्रो. उमाशंकर प्रसाद ने एनएमसीएच के औषधि विभाग में क्रोनिक माइक्रोलाइट ल्यूकेमिया पर आयोजित...

डब्ल्यूबीसी बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए? - dablyoobeesee badhane par kya nahin khaana chaahie?

लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 04 Nov 2016 09:11 PM

खून में डब्ल्यूबीसी की मात्रा सामान्य से अधिक होने पर कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ये बातें डॉ. प्रो. उमाशंकर प्रसाद ने एनएमसीएच के औषधि विभाग में क्रोनिक माइक्रोलाइट ल्यूकेमिया पर आयोजित सेमिनार में कही।

उन्होंने बताया कि सीएमएल खून की बीमारी है जिसे कैंसर कहा जाता है। परंतु यही एक कैंसर है जिसका समय पर इलाज कराने पर पूरी तरह से ठीक हो सकता है। सेमिनार में डॉ. मुकेश ने अपना शोध पेश करते हुए सीएमएल के लक्षणों को बताया। उन्होंने कहा कि कालाजार की तरह इसमें भी स्पीलीन बढ़ जाता है। शरीर में आरबीसी की कमी हो जाती है। डब्ल्यूबीसी के कण की संख्या बढ़ जाती है। जिसे एनीमिया हो जाता है। डायरिया की शिकायत हो जाती है। डब्ल्यूबीसी की सामान्य संख्या चार हजार से 11 हजार होती है। परंतु इस बीमारी से इसकी संख्या एक लाख से अधिक हो जाती है। 40 साल की उम्र के बाद यह बीमारी शुरू होती है। सीबीसी जांच व क्लिनिकल जांच से इस बीमारी की पहचान की जा सकती है। डॉ. सचिन्द्र चौधरी, डॉ. अजय कुमार सिन्हा, डॉ. एके सिंह, डॉ. सत्येन्द्र, डॉ. वीपी आजाद ने भी अपने विचार रखते हुए डब्लयूएचओ के नए गाइड लाइन की चर्चा की।

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शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बढ़ाती हैं ये 5 चीजें, 2 दिन में होगा बुखार, फ्लू, टॉन्सिल्स, खांसी का सफाया

By उस्मान | Published: March 11, 2019 11:08 AM2019-03-11T11:08:14+5:302019-03-11T11:08:14+5:30

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने में वायरल इन्फेक्शन, जन्मजात विकार, कैंसर, ऑटोइम्यून डिजीज, अन्य गंभीर संक्रमण, एंटीबायोटिक्स दवाएं, खराब पोषण और शराब का सेवन आदि का अहम रोल है।  

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फोटो- पिक्साबे

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शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं white blood cells (WBCs) के कम होने से इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है और आपको बार-बार सर्दी, खांसी, फ्लू और बुखार जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। श्वेत रक्त कोशिकाओं को ल्यूकोसाइट्स के साथ-साथ श्वेत कोषिका भी कहा जाता है। ये रक्त के सेलुलर घटक होते हैं जिनमें हीमोग्लोबिन की कमी होती है लेकिन एक नाभिक होता है। श्वेत रक्त कोशिकाएं भी मोटिव होती हैं और इनका मुख्य कार्य शरीर को संक्रमण और बीमारी से बचाना है।

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने के कारण (Causes Low White Blood Cell Count)

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने में वायरल इन्फेक्शन, जन्मजात विकार, कैंसर, ऑटोइम्यून डिजीज, अन्य गंभीर संक्रमण, एंटीबायोटिक्स दवाएं, खराब पोषण और शराब का सेवन आदि का अहम रोल है।

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सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने के लक्षण (Signs And Symptoms Of Low White Blood Cell Count)

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने के लक्षणों में तेज बुखार, ठंड लगना, पसीना आना, सूजन और लालिमा, मुंह के छाले, गले में खराश, गंभीर खांसी, साँसों की कमी आदि शामिल हैं। इस तरह का कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत अपनी डाइट में सुधार करें।  

सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने के उपाय (Home Remedies That Boost The White Blood Cell Count)

1) लैवेंडर ऑयल 
लैवेंडर ऑयल का अक्सर तनाव और चिंता का इलाज करने और नींद को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाता है। यह डब्ल्यूबीसी काउंट को भी बढ़ाता है, इस प्रकार आपकी संपूर्ण प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। इसके लिए किसी भी अन्य तेल के 60 एमएल में लैवेंडर के तेल की 20 बूंदें मिलाकर शरीर की मालिश करें।

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2) लहसुन
लहसुन में इम्युनोमोडायलेटरी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को उत्तेजित करके आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है, जिसमें लिम्फोसाइट्स, ईोसिनोफिल्स और मैक्रोफेज भी शामिल हैं। आप लहसुन को खाने के अलावा कच्चा भी खा सकते हैं। 

3) पालक
पालक विटामिन ए, सी, और ई का एक बेहतर स्रोत है जो डब्ल्यूबीसी काउंट को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। आपको अपनी डाइट में पालक शामिल करना चाहिए। आप पालक को सलाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका ज्यादा फायदा लेने के लिए आपको रोजाना पालक का सेवन करना चाहिए।

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 4) पपीते के पत्ते
पपीते के पत्तों में एसिटोजेनिन होते हैं, जो महत्वपूर्ण यौगिक हैं जो डब्ल्यूबीसी काउंट को बढ़ाकर आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं। वास्तव में, पत्तियां डेंगू बुखार के लिए एक महान उपचार के रूप में काम करती हैं। इसके लिए आप पपीते के पत्तों का जूस पी सकते हैं।

5) दही
दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं। इसके अलावा दही में उत्तेजक गुण भी हैं जो सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके लिए आपको रोजाना एक कटोरा दही का सेवन करना चाहिए। 

Web Title: foods that can increase white blood cells and fight to fever, flu, tonsils, mouth ulcer, inflammation, cold, cough

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डब्ल्यूबीसी ज्यादा होने पर क्या खाना चाहिए?

खट्टे फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह आपके शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ाने में मदद करते है। डॉक्टर्स भी मानते हैं कि खट्टे फल का सेवन करना चाहिए

WBC बढ़ने से कौन सी बीमारी होती है?

एक स्वस्थ शरीर में सफेद रक्त पेशी(White Blodd Cell) स्वस्थ्य शरीर में 4 से 10 हजार के बीच होती है। वहीं अगर इसकी जगह कैंसरकारी WBC की संख्या बढ़ जाएं, तो वह कैंसर का कारण बनता है।

हमारे शरीर में WBC क्यों बढ़ता है?

विटामिन-सी न सिर्फ सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाता है, बल्कि यह इम्यूनिटी को बढ़ाकर कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में शरीर की मदद भी करता है। नींबू और संतरे में विटामिन-सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। आप इन्हें नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं।

वाइट ब्लड सेल ज्यादा होने से क्या होता है?

स्वेत रक्त कोशिकाओं का अपने स्तर से बहुत अधिक बनना ल्यूकेमिया कहलाता है जिसे हम ब्लड कैंसर भी कह सकते हैं। रक्त में ल्यूकोसाइट्स की संख्या प्रायः किसी रोग का सूचक होता है। आमतौर पर रक्त की एक लीटर मात्रा में 4×109 से लेकर 1.1×1010 के बीच श्वेत रक्त कोशिकायें होती हैं, जो किसी स्वस्थ वयस्क में रक्त का लगभग 1% होता है।