Show ‘ज्ञानी है तो स्वयं को जान’ पंक्ति में ज्ञाने से कवयित्| ‘ज्ञानी है तो स्वयं को जान’ पंक्ति में ज्ञाने से कवयित्री का क्या अभिप्राय है? Please scroll down to see the correct answer and solution guide. Right Answer is:SOLUTIONज्ञानी का अभिप्राय है वे मनुष्य जो धार्मिक भेदभाव को नहीं मानते| उनकी नज़र में हिंदू हो या मुसलमान सभी प्रभु की रचना हैं| आवश्यकता है स्वयं को पहचानने की अर्थात् आत्मज्ञान की क्योंकि प्रत्येक आत्मा में परमात्मा बसता है| अतः आत्मज्ञान होने पर भगवान मंदिर-मस्जिद में नहीं स्वयं आपके हृदय में मिलेंगे| Related QuestionsThese Solutions are part of NCERT Solutions for Class 9 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Sparsh Chapter 10 वाख. प्रश्न-अभ्यास प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5.
प्रश्न 6. प्रश्न 7. रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 8. (ख) आपसी भेदभाव को मिटाने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि उन बातों की चर्चा न करें जिससे यह भेदभाव बढे। कई बार इतिहास ही हमारे घावों को हरा कर देता है। ऐसे इतिहास को न ही पढ़ाया जाए तो अच्छा है। । दूसरे, अलग-अलग जातियों के लोग अपने नामों के पीछे जाति का नाम न लगाएँ। एक-दूसरे के नामों को, उनकी भाषा को, उनके महापुरुषों को, उनके उत्सवों को, उनके रहन-सहन और खान-पान को अपनाएँ। अपने घर भोजन पर दूसरों को भी निमंत्रित करें। सबसे बड़ा उपाय यह है कि रोटी-बेटी का रिश्ता बनाएँ। इन उपायों से आपसी भेदभाव दूर हो सकता है। Hope given NCERT Solutions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 10 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. ज्ञानी से कवि का क्या अभिप्राय है उत्तर?यहाँ कवयित्री ने ज्ञानी से अभिप्राय उस ज्ञान को लिया है जो आत्मा व परमात्मा के सम्बन्ध को जान सके ना कि उस ज्ञान से जो हम शिक्षा द्वारा अर्जित करते हैं। कवयित्री के अनुसार भगवान कण-कण में व्याप्त हैं पर हम उसको धर्मों में विभाजित कर मंदिरों व मस्जिदों में ढूँढते हैं।
ज्ञानी से क्या अभिप्राय है वाख कविता के आधार पर बताइए?जो अपने अन्त:करण में बसे ईश्वर के स्वरुप को जान सके वही ज्ञानी कहलाता है और वहीं उस परमात्मा को प्राप्त करता है। तात्पर्य यह है कि ईश्वर को अपने ही हृदय में ढूँढना चाहिए और जो उसे ढूँढ लेते हैं वही सच्चे ज्ञानी हैं।
कवित्री के अनुसार सच्चा ज्ञानी कौन है?Answer. Answer: सच्चा ज्ञानी वह होता है जो स्वयं को जान लेता है।
कवयित्री ज्ञानी मनुष्य को क्या जानने की प्रेरणा देते हैं?कवयित्री ने काव्यांश के माध्यम से यह संदेश दिया है कि मनुष्य को हिंदू-मुसलमान के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए क्योंकि ईश्वर सर्वव्यापक । वह कहती हैं कि हे मनुष्य! तुम धार्मिक भेदभाव को त्यागकर उसे अपना लो। ईश्वर को जानने से पहले तुम स्वयं को पहचानो अर्थात् आत्मज्ञान प्राप्त करो।
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