Reduce Anger: गुस्सा उतारने के दो शानदार तरीके, बहुत लाइट फील करेंगे आप मैल नहीं मोम है वह -अब आपको लग रहा होगा कि यह मोम कान की सेफ्टी कैसे करेगा...जरा सोचकर देखिए, चीटी से लेकर मच्छर तक कितने ही छोटे-मोटे कीट-पतंगे होते हैं, जो हमारे कान में जाकर अंदर नुकसान पहुंचा सकते हैं। Healthy Nails: सेहत के बारे में बहुत कुछ कहते हैं आपके नाखून, समझें इनकी भाषा -ये कीट कान में ना घुस पाएं और अगर घुस भी जाएं तो मोम में चिपककर मर जाएं और अंदर हमारे कान के पर्दे तक ना पहुंचें...इसलिए हमारे कान में यह मोम तैयार होता है। जब यह मोम अधिक हो जाता है या काफी पुराना हो जाता है, तब कान के मैनेनिज़म द्वारा खुद ही इस मोम को बाहर की तरफ धकेल दिया जाता है। -ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारा शरीर अपनी अंदरूनी सफाई खुद ही करता है। पुराने मोम में गंदगी, नमी, बैक्टीरिया पनपकर कान को नुकसान ना पहुंचा दें, इसलिए प्राकृतिक रूप से हमारा शरीर इस मोम को बाहर फेंकता है और नया मोम बनाता है। कान को खुजली वाले बैक्टीरिया से बचाने का तरीका कान में खुजली के घरेलू उपाय -इस दौरान बेड पर लेटे हुए आप धीमे-धीमें अपना मुंह इस तरह चलाते रहें, जैसे कुछ चबाकर खा रहे हों। ऐसा करने से तेल आपके कान के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचेगा और मसल्स की मसाज भी होगी। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यदि आपको जुकाम है और इस दौरान कान में खुजली हो रही है तो आपको सरसों के तेल का उपयोग नहीं करना है। High Blood Sugar Level: खून में शुगर की मात्रा बढ़ने पर दिखते हैं ऐसे लक्षण -जुकाम-नजले की स्थिति में कान में सरसों का तेल डालने से कान की सुनने की क्षमता कमजोर हो सकती है। इसलिए इस स्थिति में आपको डॉक्टर से ही परामर्श करना चाहिए। आप किसी आयुर्वेदाचार्य से फोन पर कंसल्ट करके भी अपनी स्थिति के अनुसार कुछ घरेलू नुस्खे जान सकते हैं ताकि आपको तुरंत राहत मिल सके। -यदि आपके पास कोई भी विकल्प उपलब्ध नहीं है और कान में तेज खुजली हो रही है तो इस स्थिति में आप कोई गर्म पेय पदार्थ लें। यह हल्दी का दूध, हॉट कॉफी या ब्लैक टी जैसा कुछ भी हो सकता है जो तासीर में गर्म हो। इसे फूंक मारकर और घूंट-घूंट करके चाय की तरह पिएं। ऐसा करने से आपके कान की मसल्स की अंदर से सिकाई होगी और आपको तुरंत राहत मिलेगी। फलियां खाने से फूल जाता है पेट और दूध पीकर होता है दर्द? यहां है समस्या का समाधान -नहाने से पहले दोनों कानों में रुई यानी कॉटन लगा लें। इससे नहाते समय पानी की बूंदें भी कान में नहीं जा पाएंगी और आपको कान में खुजली होने की संभावना कम हो जाएगी। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें कान की खुजली को कैसे दूर करें?कान में खुजली का इलाज-
स्किन ड्राई होने की वजह से अगर आपको कान में खुजली हो रही है तो इस स्थिति में कान में ऑलिव ऑयल या फरि बेबी ऑयल की कुछ बूंद डालने की सलाह दी जा सकती है.
कान में खुजलाहट क्यों होता है?कान में खुजली होना एक आम समस्या है। आमतौर पर कान में खुजली होने के पीछे कई वजह हो सकते हैं। जिसमें संक्रमण, त्वचा संबंधी समस्याएं, कान के अंदरूनी हिस्से में कोई चोट लगना, पसीना या फिर गंदगी के कारण भी कान में खुजली हो सकती है। हालांकि कई बार ये खुजली किसी गंभीर कारणों से भी हो सकती है।
छोटे बच्चे के कान में खुजली क्यों होती है?शिशुओं और छोटे बच्चों में कान का इनफेक्शन होना काफी आम है। यह अधिकांशत: छह से 18 महीने के शिशुओं में ज्यादा होता है, मगर वैसे यह किसी भी उम्र में हो सकता है। माना जाता है कि लड़कियों की तुलना में लड़कों को कर्ण संक्रमण होने की संभावना ज्यादा होती है, हालांकि इसका कारण पता नहीं है।
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